Bitcoin की कीमत ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, पहली बार 50 हजार डॉलर के पार पहुंचे दाम
डिजिटल करेंसी बिटकॉइन की एक इकाई की कीमत 50 हजार डॉलर के पार चली गई. इस साल इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में अब तक 73 प्रतिशत उछाल आया है. एक साल पहले बिटकॉइन की एक इकाई की कीमत 10 हजार डॉलर थी. गौरतलब है कि बिटकॉइन की कीमत पिछले तीन महीने में 200 प्रतिशत चढ़ी है.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 17 Feb 2021 12:07 PM (IST)
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने मंगलवार को कीमत के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. दरअसल बिटकॉइन मंगलवार को पहली बार 50,000 डॉलर (लगभग 36 लाख रुपये) के आंकड़े को पार कर गया. वहीं कहा जा रहा है कि इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के अलावा कई और कंपनियों के बिटक्वाइन को डिजिटल करेंसी के तौर पर मंजूरी मिल जाने के कारण कीमतों में हर दिन इजाफा हो रहा है.
बिटकॉइन ने 50,603 (लगभग 37 लाख रुपये) डॉलर का रिकॉर्ड कायम किया है. यह 0.83 प्रतिशत बढ़कर 48,351 (लगभग 35.2 लाख रुपये) था. बता दें कि इस साल अब तक बिटकॉइन की कीमतों में 73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. गौरतलब है कि 2009 में शुरुआत होने के बाद से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब 1 बिटकॉइन की कीमत 50 हजार डॉलर के पार हो गई है.
बिटकॉइन में तेजी का कारण
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में अब बिटकॉइन की स्वीकार्यता काफी बढ़ी है, इसी वजह से लोग अब इस डिजिटल करेंसी में जमकर पैसे लगा रहे हैं. वहीं एप्पल और टेस्ला जैसी मल्टीनेशनल कंपनी भी बिटकॉइन में इंवेस्ट कर रही हैं. पिछले हफ्ते ही दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का बड़ा इंवेस्टमेंट किया है. वहीं कई बड़ी इंश्योरेंस कंपनियों जैसे मास-म्यूचुअल, ऐसेट मैनेजर गैलेक्सी डिजिटल होल्डिंग, पेमेंट कंपनी स्क्वॉयर ने भी बिटकॉइन में बड़ा निवेश किया है इसी वजह से इसकी कीमत उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं.
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क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है और यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ है कि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती है. कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित पेमेंट के लिए इसे बनाया गया है. बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा है, आभासी मतलब कि अन्य मुद्रा की तरह इसका कोई भौतिक स्वरुप नहीं है. यह एक डिजिटल करेंसी है. यह एक ऐसी करेंसी है जिसको आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं. यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है और अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है.
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Published at : 17 Feb 2021 12:07 PM (IST) Tags: price of one bitcoin digital currency Bitcoin Cryptocurrency हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
बिटकॉइन की दुनियाः क्या है, कितना मूल्य और बहुत कुछ
बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा या क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) है। इसे आप डिजिटल या वर्च्यूअल पैसा भी मान सकते हैं। बिटकॉइन का ईजाद 2009 में सतोशी नाकामोटो (Satoshi Nakamoto) नाम के व्यक्ति ने बनाया था। इस व्यक्ति का उद्देश्य था की एक ऐसी मुद्रा (currency) का निर्माण करना जिसका इस्तेमाल बिना किसी बिचौलिए के किया जा सके। अर्थात इसका लेन-देन बिना बिचौलियों के सिर्फ दो व्यक्तियों द्वारा किता जाता है जिसमे एक मुद्रा देने वाला (Sender) और दूसरा मुद्रा प्राप्त करने वाला (Receiver) होता है। मतलब बीच में किसी बैंक या डिपार्टमेंट का कोई हस्तक्षेप नहीं।
बिटकॉइन का प्रयोग आज कई प्रकार की सेवाओं के लिए किया जा सकता है, इससे आप ऑनलाइन होटल बूकिंग से लेकर ऑनलाइन डोनेशन तक में कर सकते हैं।
बिटकॉइन कैसे काम करता हैं?
प्रत्येक बिटकॉइन मूल रूप से एक कंप्यूटर फ़ाइल है जिसे स्मार्टफोन या कंप्यूटर पर 'डिजिटल वॉलेट' ऐप में संग्रहीत किया जाता है।
लोग आपके डिजिटल वॉलेट में बिटकॉइन (या एक का हिस्सा) भेज सकते हैं, और आप अन्य लोगों को बिटकॉइन भेज सकते हैं।
हर एक लेन-देन को एक सार्वजनिक सूची में दर्ज किया जाता है जिसे ब्लॉकचेन कहा जाता है।
इससे बिटकॉइन के इतिहास का पता लगाना संभव हो जाता है ताकि लोगों को उन सिक्कों को खर्च करने से रोका जा सके जो उनके पास नहीं हैं।
बिटकॉइन कैसे हासिल किया जा सकता है?
- आप 'असली' पैसों के बदले बिटकॉइन खरीद सकते हैं।
- आप चीजें बेच सकते हैं और लोगों को आपको बिटकॉइन के साथ अपने डिजिटल वॉलेट में भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
- बिटकॉइन को कंप्यूटर के माध्यम से इक्कट्ठा भी किया जा सकता है जिसे लोग बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining ) के नाम से भी जानते हैं।
इसके लिए आपको अपने कंप्यूटर को माईनगेट नेटवर्क्स से जोड़ना होता है जो कि बिटकॉइन के लेन - देन (Transactions ) में सहायता करता है।
बिटकॉइन माइनिंग
बिटकॉइन माइनरस को माइनिंग के लिए एक बेहतरीन कंप्यूटर केसाथ बिटकॉइन माइनिंग सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है। बिटकॉइन के माइनिंग का प्रमुख उद्देश है बिटकॉइन नोड को सुरक्षित बनाना और नेटवर्क को छेड़छाड़ से दूर रखना है। आज के समय में बिटकॉइन काफी मूल्यवान है इसलिए इसकी सिक्योरिटी के साथ कोई रिस्क नहीं लेता है।
बिटकॉइन के लेन देन के लिए बिटकॉइन एड्रेस का प्रयोग किया जाता है। कोई भी ब्लॉकचेन में अपना खाता बनाकर इसके जरिये बिटकॉइन का लेन देन कर सकता है। बिटकॉइन की सबसे छोटी संख्या को सातोशी कहा जाता है। एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं। यानी 0.00000001 BTC को एक सातोशी कहा जाता है।
बिटकॉइन का मूल्य?
जब से बिटकॉइन का निर्माण हुआ है इसके मूल्य में असाधारण वृद्धि देखने को मिली है। यही कारण है कि कई लोग बिटकॉइन की खरीद फरोख्त करके बहुत ही काम समय में लखपति बन चुके हैं।
अगर आज के समय में भारतीय मुद्रा के हिसाब से एक बिटकॉइन का मूल्यांकन किया जाये तो ये लगभग 34,88,968.49/- रूपए का बैठता है।
मतलब 1 Bitcoin = 34,88,968.49/- भारतीय रुपये।
आज 19 अगस्त 2021 की बात करें तो बिटकॉइन का मूल्य $44,410.99 डॉलर है जो हर दिन ऊपर निचे होता रहता है।
बिटकॉइन का मूल्य कैसे घटता-बढ़ता है ? (Factors of Bitcoin Price)
पारंपरिक मुद्राओं में निवेश के विपरीत, बिटकॉइन केंद्रीय बैंक द्वारा जारी नहीं किया जाता है या सरकार द्वारा समर्थित नहीं होता है; इसलिए, मौद्रिक नीति, मुद्रास्फीति दर और आर्थिक विकास माप जो आमतौर पर मुद्रा के मूल्य को प्रभावित करते हैं, बिटकॉइन पर लागू नहीं होते हैं। इसके विपरीत, बिटकॉइन की कीमतें निम्नलिखित कारकों से प्रभावित होती हैं।
- बिटकॉइन की आपूर्ति और इसके लिए बाजार की मांग (सप्लाई और डिमांड )।
- बिटकॉइन माईनिंग यानि इसकी खनन प्रक्रिया के माध्यम से बिटकॉइन बनाने की लागत।
- ब्लॉकचैन(Blockchain ) में लेनदेन की पुष्टि करने के लिए बिटकॉइन खनिकों को जारी किए गए पुरस्कार(Rewards )।
- प्रतिस्पर्धी क्रिप्टोकरेंसी की संख्या तथा उनकी वैल्यू अथवा मूल्यांकन।
- जिन एक्सचेंजों पर यह ट्रेड करता है।
- इसकी बिक्री को नियंत्रित करने वाले विनियम।
- इसका आंतरिक शासन।
बिटकॉइन के मूल्यांकन के बारे में विस्तार से जानने योग्य बाते
बिटकॉइन की सप्लाई और डिमांड
बिटकॉइन की आपूर्ति दो अलग-अलग तरीकों से प्रभावित होती है। सबसे पहले, बिटकॉइन प्रोटोकॉल एक निश्चित दर पर नए बिटकॉइन बनाने की अनुमति देता है। नए बिटकॉइन को बाजार में पेश किया जाता है जब खनिक लेनदेन के ब्लॉक की प्रक्रिया करते हैं, और जिस दर पर नए सिक्के पेश किए जाते हैं वह समय के साथ धीमा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
उदाहरण के लिए, विकास 6.9% (2016), मे 4.4% (2017) मे 4.0% (2018).हो गया। यह एक ऐसे परिदृश्य बना सकता है जिसमें बिटकॉइन की मांग आपूर्ति बढ़ने की तुलना में तेज दर से बढ़ती है, जो ड्राइव कर सकती है क़ीमत। बिटकॉइन सर्कुलेशन ग्रोथ की धीमी गति बिटकॉइन माइनर्स को दिए जाने वाले ब्लॉक रिवार्ड्स को रोकने के कारण है और इसे क्रिप्टोक्यूरेंसी इको सिस्टम के लिए कृत्रिम मुद्रास्फीति के रूप में माना जा सकता है।
दूसरे, आपूर्ति भी बिटकॉइन की संख्या से प्रभावित हो सकती है जो सिस्टम मौजूद होने की अनुमति देता है। यह संख्या 21 मिलियन पर सीमित है, जहां एक बार इस संख्या तक पहुंचने के बाद, खनन गतिविधियां अब नए बिटकॉइन नहीं बनाएगी। उदाहरण के लिए, बिटकॉइन की आपूर्ति दिसंबर 2020 में 18.587 मिलियन तक पहुंच गई, जो बिटकॉइन की आपूर्ति का 88.5% है जो अंततः उपलब्ध कराया जाएगा। 2 एक बार 21 मिलियन बिटकॉइन प्रचलन में होने के बाद, कीमतें इस बात पर निर्भर करती हैं कि क्या इसे व्यावहारिक माना जाता है (आसानी से उपयोग करने योग्य) लेन-देन), कानूनी और मांग में, जो अन्य क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता से निर्धारित होता है।
बिटकॉइन का अन्य क्रिप्टोकरंसी के साथ कंप्टिशन
क्रिप्टोकरंसी के बाजार में बिटकॉइन अकेला नहीं है। इस क्षेत्र में दुनिया के सबसे बड़े रईस शख्स एलन मस्क भी कूद चुके हैं। मार्च 2021 तक एथेरियम (ETH ), क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? टीथर (USDT ), बिनेंस कॉइन (BNB ), कार्डानो (ADA ), और पोलकाडॉट (DOT ) आदि इसके निकटतम प्रतिस्पर्धियों में से हैं।
बिटकॉइन के निर्माण में लागत
बिटकॉइन बेशक से एक वर्च्यूअल करंसी हो मगर इसके निर्माण में बिजली का योगदान काफी अहम है। बिटकॉइन माइनिंग में बिजली और माइनर का दिमाग दोनों खर्च होते हैं। बिटकॉइन "माइनिंग" जैसा कि इसे कहा जाता है, एक जटिल क्रिप्टोग्राफिक मैथ प्रोब्लम पर निर्भर करता है जिसे हल करने के लिए सभी माइनर आपस में कंपिट करते हैं। जो इस प्रोब्लम को सोल्व करता है उसे बिटकॉइन का एक ब्लॉक या कुछ बिटकॉइन अवार्ड के रूप में दिए जाते हैं।
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क्या क्रिप्टोकरेंसी को देश में कानूनी मान्यता मिल चुकी है, यहां जानिये इससे जुड़े सवालों के जवाब
Cryptocurrency: इस साल क्रिप्टोकरेंसी के भारत में लीगल टेंडर यानी वैधानिक होने की खूब चर्चाएं थीं। सभी कारोबारी व निवेशक यह जानना चाह रहे थे कि सरकार इस पर मुहर लगाती है या नहीं। इसके चलते आम बजट पर सभी की निगाहें थीं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आभासी संपत्तियों पर कर लगाने के प्रस्ताव ने भारत में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता पर बहस छेड़ दी है। जबकि कई लोगों ने डिजिटल मुद्राओं पर कर लगाने के निर्णय का स्वागत किया है, यह सोचकर कि यह आभासी मुद्राओं को पहचानने का पहला कदम है, सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि क्या भारत में बिटकॉइन जैसी मुद्राओं को कानूनी निविदा माना जा सकता है। आखिर सरकार ने इस विषय पर अपना पक्ष भी स्पष्ट कर दिया था। गत 1 फरवरी को पेश केंद्रीय बजट 2022-23 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि इस करेंसी से होने वाली आय पर सरकार कर जरूर लगाएगी लेकिन इसे देश में लीगल टेंडर किया जाना अभी तय नहीं है। हालांकि सरकार ने यह भी साफ कहा था कि इस पर फिलहाल प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। इसके साथ ही सरकार ने इस आभासी डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत कर लगाने का भी प्रस्ताव रखा था। जानिये इसके बारे में कुछ खास बातें।
1 प्रतिशत टीडीएस लगाने की घोषणा
सीतारमण ने वर्चुअल डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण के संबंध में किए गए भुगतान पर 1 प्रतिशत टीडीएस लगाने की भी घोषणा की थी। इस कदम का उद्देश्य डिजिटल मुद्रा में लेनदेन के विवरण को कैप्चर करना है। विभिन्न बाजार विश्लेषकों ने डिजिटल परिसंपत्तियों पर कर लगाने को क्रिप्टोकरेंसी को वैधानिक दर्जा क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? मिलने की प्रस्तावना के रूप में देखा। हालांकि, वित्त मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन से होने वाले लाभ पर कर लगाने का निर्णय लिया है, लेकिन इसके नियमन या वैधता पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
RBI की नज़र में यह आर्थिक स्थिरता के लिए खतरा
केंद्र सरकार भले ही इस करेंसी को लेकर अभी बंदिशें नहीं लगा रही हो लेकिन आरबीआई की नज़र में यह देश की माली हालत के लिए ठीक नहीं है। फरवरी माह में ही मौद्रिक नीति की घोषणाओं के बाद पत्रकारों से बात करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि "निजी क्रिप्टोकरेंसी भारत की वित्तीय और व्यापक आर्थिक स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा हैं, साथ ही आरबीआई की इससे निपटने की क्षमता भी है। निवेशकों को यह बताना मेरा कर्तव्य है कि वे क्रिप्टोकरेंसी में क्या निवेश कर रहे हैं, उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि वे अपने जोखिम पर निवेश कर रहे हैं। उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि इन क्रिप्टोकरेंसी में कोई संपत्ति नहीं है।
सरकार चाहती है सामूहिक प्रयास हों
इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है क्योंकि तकनीक लगातार विकसित और बदल रही है। बजट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, सीतारमण ने कहा कि क्रिप्टो विनियमन पर परामर्श चल रहा है और नियामक दस्तावेज को अंतिम रूप देने के बाद क्या कानूनी है, क्या स्पष्ट नहीं होगा।
बिटकॉइन या एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी के लिए राह मुश्किल
दूसरी तरफ वित्त सचिव टीवी सोमनाथन का कहना था कि बिटकॉइन या एथेरियम जैसी क्रिप्टोकरेंसी कभी भी कानूनी निविदा नहीं बनेगी। सोमनाथन ने कहा कि डिजिटल रुपया आरबीआई द्वारा समर्थित होगा जो कभी भी डिफॉल्ट नहीं होगा। पैसा आरबीआई का होगा लेकिन प्रकृति डिजिटल होगी। आरबीआई द्वारा जारी डिजिटल रुपया कानूनी निविदा होगी। हम डिजिटल रुपये के साथ गैर-डिजिटल संपत्ति खरीद सकते हैं जैसे हम अपने वॉलेट या यूपीआई प्लेटफॉर्म के जरिए भुगतान करके आइसक्रीम या अन्य चीजें खरीदते हैं।
सरकार नहीं कर सकती मूल्य को अधिकृत
सोमनाथन के अनुसार क्रिप्टो संपत्ति ऐसी संपत्ति है जिसका मूल्य दो लोगों के बीच निर्धारित किया जाता है, आप सोना, हीरा और क्रिप्टो संपत्ति खरीद सकते हैं, लेकिन उस मूल्य को सरकार द्वारा अधिकृत नहीं किया जाएगा।निजी क्रिप्टो में निवेश करने वाले लोगों को यह समझना चाहिए कि इसके पास सरकार का प्राधिकरण नहीं है। इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आपका निवेश सफल होगा या नहीं, किसी को पैसा गंवाना पड़ सकता है और इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है। हालांकि, वित्त सचिव ने स्पष्ट किया कि जो चीजें कानूनी नहीं हैं, उनका मतलब यह नहीं है कि वे अवैध हैं। अगर क्रिप्टोकुरेंसी के लिए विनियमन आता है तो यह कानूनी निविदा नहीं होगी।"
बिटकॉइन मतलब क्या ? [2022]
यह एक डिजीटल करेंसी है इसका कोई कोई फिजीकल स्वरुप नहीं है. बिटकाॅन को एक आभासी या वर्चुअल करेंसी भी बोल सकते हो.
दरसल इसे कंप्यूटर द्वारा पेमेंट के लिये बनाया गया है.
बहुत देशो ने इसे वैध ठहराया है परंतु कई देशो ने इसपर निर्बंध लगाया है.
कईयों का कहना है की बिटकाॅइन एक धोका है.
अगर आप भी बिटकाॅइन के बारे मे पुरी जानकारी पाना चाहते है तो यह आर्टिकल पुरा पढिया.
बिटकाॅइन सबसे जादा जाना जाता है उसके रिटर्न्स के लिये, पिछले कुछ वर्षों मे इसने बहुत ही जादा रिटर्न्स दिये है जिसपर आप यकिन भी नहीं कर सकते.
क्या आपको भी बिटकाॅइन मे इनवेस्टमेंट करना चाहियें? क्या इनवेस्टमेंट करने मे देरी हो गई?क्या यह रिस्की है? इस सभी का जवाब आपको मिलेगा तो चलिये देखते है.
बिटकॉइन किसने बनाया और बिटकॉइन का मालिक कौन है? ( owner)
बिटकाॅइन को सातोशी नकामोतो नामक एक इंजीनियर ने बनाया है. इसे 2008 मे बनाया था.
2009 को ओपन सोर्स साॅफ्टवेयर से इसे जारी किया गया था.
जैसे ई-मेल का कोई मालिक नहीं है उसी तरह बिटकाॅइन का भी कोई मालिक नहीं है. इसपर कोई भी आधिकार नहीं दिखा सकता.
बिटकॉइन की कीमत क्या है? ( Bitcoin Rate)
जब 2009 मे बिटकाॅइन आया था तब इसकी किंमत थी लगभग 0.060 रुपये थी, लेकिन आज इसकी किंमत है 2671884.19 रुपये. तो आप अंदाजा लगा सकते है की यह कितने प्रतिशत बढा है.
अगर आपने उस समय 100 भी बिटकाॅइन लेके रखे होते तो सोचो आपके पास आज उसके कितने रुपये होते.
इतना ही नहीं कुछ दिन पहले एक बिटकाॅइन की किमत 4000000.00 से भी ऊपर जाके आई है. हर वक्त इसकी किमते कम जादा होती रहती है इसलिये इसमें बहुत रिस्क भी है. लेकिन जितनी जादा रिस्क उतना अच्छा रिटर्न्स इस कॅटेगिरी मे इसे भी गिना जाता है.
बिटकाॅईन काम कैसे करता है? ( How Works? )
जैसे हमारे बॅक अकाउंट से हम कोई भी पैसे की ट्रांसफर या ट्राॅजेकशन हम करते है तो हमारे सारे रेकाॅर्ड सेव रहते है वैसे बिटकाॅईन मे नहीं होता बल्की यह पब्लिक खाते ( लेजर) मे सेव होता है जिसे Blockchain भी कहा जाता क्या बिटकॉइन का पैसा आभासी है? है.
बिटकाॅइन का सारा खेल डिमांड और सप्लाय पर ही टिकी हुई है, माइन किये हुये बिटकाॅइन की संख्या सिमीत है इसलिये जैसे डिमांड घटेगी इसकी किंमत कम होगी और जैसे ही डिमांड बढेगी किमत बढेगी.
बिटकॉइन में निवेश कैसे करें? ( Invest In Bitcoin )
बिटकाॅइन मे निवेश करना इतना ही आसान है जितना Paytm या Google Pay चलाना.
इसके लिये आपको मार्केट मे कई सारे वेबसाईट और एप्लिकेशन्स मिल जायेंगे जिससे आप बिटकाॅइन खरिद या बेच सकते हो.
अगर आप वेबसाईट के जरिये बिटकाॅइन खरिदना या बेचना चाहते है तो आप Unocoin, Zebpay कि साईट पर जाकर आसानी से खरिद या बेच सकते है और अगर आप Android Application से Buy और Sell करना चाहते है तो आप Coin Switch या Coin DCX इस एप्स से यह बडे ही आसानी से कर सकते है.
बिटकॉइन कैसे खरीदें ? ( Buying & Selling Bitcoin)
आप नीचे दिये गये स्टेप्स को फोलो करेंगे तो आसानी से किसी भी एक प्लाॅटफाॅर्म से बिटकाॅइन खरिद पायेंगे.
स्टेप 1: सबसे पहले आपको ऊपर दिये गये किसी भी एक प्लाॅटफाॅर्म पर साईन अप करना होगा उसके बाद आपको सब प्रोसेस पुरा करके उसमे अपना अकांउट मे लाॅगिन करना होगा.
स्टेप 2: सबसे पहले आपको Buy या Sell करने के लिये अपना eKYC पुरा करना पडेगा. इसके लिये आपको आपके Aadhar Card और PAN Card की जरुरत पढेगी. इसका इस्तमाल करके आप अब Bitcoin को Buy और Sell कर सकते हो.
स्टेप3: यह सब होने के बाद आपको वहा पे बहुत सारे क्रिप्टो दिखेंगे वहापर अगर आप चाहे तो बिटकाॅइन छोडके दुसरे भी कई क्रिप्टो करेंसी मे इनवेस्टमेंट कर सकते है.
अगर आपको लगता है बिटकाॅइन ऊपर जायेगा तब आप उसे Buy करे और अगर आपको लगता है की अब बिटकाॅइन नीचे जायेगा तब आप उसे Sell भी कर सकते है.
जादातर प्लाॅटफाॅर्म पर आपको हरएक ट्राझॅक्शन के लिये कोई भी चार्ज नहीं लगेगा, अगर लगेगा तो भी थोडा बहुत ही लगेगा.
इस तरह आप बिटकाॅइन को बेच और खरिद सकते है इसमे कोई भी राॅकेट सायन्स नहीं है.
बिटकाॅइन मे इनवेस्टमेंट के फायदे? ( Advantages)
1. बिटकाॅइन खरिदने और बेचने मे जादातर प्लाॅटफाॅर्म पर एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगता, लगता है तो वह ना के बराबर लगता है.
2. इसमे आपको Unlimited Returns मिल सकते है वह भी बहुत ही कम अवधी मे अगर तुलना करे शेअर मार्केट, म्युचुअल फंड और बॅक का फिक्स्ड डिपाॅसिट.
3. बिटकाॅइन आप दुनिभर मे किसी को भी भेज सकते हो या कही से भी आसानी से पा सकते हो.
4. आपके पास अगर जादा पैसे भी नहीं है तो भी आप 10 रुपयों से भी आप आसानी से बिटकाॅइन करेंसी मे इनवेस्टमेंट कर सकते हो.
5. इसे किसी एक व्यक्ती द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता इसका कोई मालक नहीं है.
बिटकाॅइन मे इनवेस्टमेंट के नुकसान? ( Disadvantages)
1. यह बहुत ऊपर निचे होते रहता है, 2021 मे बहुत सी निगेटिव खबरो की वजह से यह पहली बार अचानक से अपने निचले स्तर पर आ गया इसलिये इसमे इनवेस्टमेंट करना थोडा रिस्की माना जाता है.
2. अगर आपका अकांउट किसी रुप से बंद होता है तो आप इसकी कमप्लेंट कहीं भी नहीं कर सकते, आप इसके बारे मे किसी से कोई संपर्क या केअर सेंटर मे नहीं जा सकते.
bitcoin free मे कैसे कमाये?
1 करोड संतोषी मिलकर एक बिटकाॅइन बनता है अगर आप एक बिटकाॅइन खरिदते है तो आपको लाखो रुपये चाहिये, जैसे 1 रुपय मे 100 पैसे होते वैसे ही आप पुरा बिटकाॅइन नहीं तो 10 रुपये से बिटकाॅइन का छोटा सा हिस्सा तो ले ही सकते है.
Coin DCX, Switch Coin होंगे यह सब ऐप का रेफरल प्रोग्राम होता है अगर उसे इस्तमाल करके आप साईन इन करते है तो आपको 50 से लेकर 100 रुपयों तक की बिटकाॅइन फ्री मे मिलती है वह भी बिटकाॅइन के रुप मे.
अगर आप भी उनके रेफरल लिंक से दुसरे को दे तो हो और वह उसे इस्तमाल करके अकांउट निकालते है तो भी उसे और आपको दोनो को कुछ बिटकाॅइन मुफ्त मे मिलते है, इस तरह आप Bitcoin Free मे पा सकते है.
अगर आपको यह पढकर जानकारी अच्छी लगी होगी तो इसे अपनो मित्रों से जरुर शेअर करे और अगर आपका कोई सवाल और सुझाव होगा तो हमे जरुर लिखें.
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