अपने निवेश को जोखिमों से बचाने के लिए पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है अपने निवेश पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन लाना। जैसे, अगर आप स्टॉक A में 20%, फिक्स्ड डिपॉजिट में 30%, रियल एस्टेट में 20%, बीमा में 30% निवेश करते हैं, और अचानक स्टॉक A की कीमत गिर जाती है, तो भी यह ठीक है क्योंकि आपकी बचत का 80% अन्य निवेश के रास्ते के लिए डायवर्सिफाई हो गया है। इस प्रकार, डायवर्सिफाइड बने रहना हमेशा एक स्मार्ट निर्णय Market रिस्क क्या होता है? होता है। साथ ही, यह देखने के लिए कि कौन सा निवेश मार्ग बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, समय-समय पर अपने निवेश की निगरानी करना बेहद जरूरी है।

म्यूच्यूअल फंड स्कीम में इन्वेस्ट करने से पहले समझ लें म्यूच्यूअल फण्ड से जुड़े सभी रिस्क

दोस्तों हम बचपन से ही अपने पेरेंट्स को फिक्स्ड डिपाजिट में निवेश करते हुए देखते आ रहे है। लेकिन आज के समय में फिक्स्ड डिपाजिट में गिरते इंटरेस्ट रेट की वजह से इसने क्रेज इतना ज्यादा नहीं रहा। आज के समय में निवेश के इंस्ट्रूमेंट में म्यूच्यूअल फण्ड काफी फेमस है। आपने ये तो ज़रूर सुना होगा की : ‘म्यूच्यूअल फंड्स, मार्केट रिस्क्स के अधीन होते हैं,’ लेकिन क्या आप इन मार्केट रिस्क्स से वाकिफ हैं जो आपके इन्वेस्टमेंट्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं? परिणामस्वरूप आपके फाइनैंशल लक्ष्यों को भी? क्या आपको पता है कि किस कैटिगरी का म्यूच्यूअल फंड, आपकी रिस्क प्रोफाइल के लिए सबसे सूटेबल है?

किसी भी निवेश में दो चीजें सबसे ज्यादा मायने रखती हैं – रिस्क और रिटर्न। कहा जाता है कि जितना निवेश में रिस्क होगा उतना ही रिटर्न मिलेगा। हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है कि हाई रिस्क प्रोडक्ट में निवेश किया है तो आपको गारंटीड ज्यादा रिटर्न मिलेगा। कभी-कभी हाई रिस्क निवेश में आपको हाई लॉस भी हो सकता है।

Share Market के जोखिमों को कम करके अपने पोर्टफोलियों को बैलेंस कैसे करें? जानिए स्मार्ट तरीकें

How to Reduce Risk in Share market: निवेशक हमेशा अपने पोर्टफोलियो के सामने आने वाले जोखिमों को लेकर चिंतित रहते हैं। हालांकि जोखिम मुक्त निवेश जैसा कुछ नहीं है लेकिन जोखिम को कम करने के कुछ स्मार्ट तरीके जरूर हैं। तो आइए जानते है How to Minimize Stock Market Risk

How to Minimize Stock Market Risk: अगर आप शेयर बाजारों में रेगुलर इन्वेस्टर हैं, तो आपके लिए 'जोखिम' (Risk) कोई नया शब्द नहीं होगा। शेयर बाजारों में ट्रेडिंग और डीलिंग के लिए जोखिम निरंतर हैं। हालांकि, शेयर बाजार में जोखिम का अगर ठीक से ध्यान रखा जाए तो यह रिवॉर्ड में तब्दील हो सकता है। प्रत्येक निवेश में कई जोखिम होते हैं और एक निवेशक जो इन जोखिमों से नहीं बचता है, उसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

Risk Management क्या हैं ? Stock Market में रिस्क को कैसे मैनेज करे ?

Risk Management

Risk Management

आज के आर्टिकल में हम Risk Management के बारे में जानकारी लेते हैं | रिस्क मैनेजमेंट क्या होता है ?? स्टॉक मार्केट में रिस्क को कैसे मैनेज करते हैं ?? यह हम आपको इस आर्टिकल के द्वारा बताएंगे | रिस्क मैनेजमेंट यह एक तरह का प्रोसेस है जिसमें हम जान सकते हैं की एक विशेष ट्रेड में कितनी रिस्क है और उस रिस्क को कम करने के लिए स्ट्रैटेजिस बनाते हैं जिसकी वजह से हमारे रिटर्न अच्छे आते हैं |

स्टॉक मार्केट में रिस्क मैनेजमेंट यह इंपॉर्टेंट फेक्टर है | रिस्क मैनेजमेंट का उपयोग करके हम लोग कम कर सकते हैं | बहुत से ट्रेडर अपने अकाउंट से इसको देखे बिना ट्रेडिंग की शुरुआत करते हैं | तथा एक ट्रेड में बहुत ज्यादा पैसे कमाने की कामना करते हैं| इस प्रकार के ट्रेड को Gambling कहा जाता है| यदि आप रिस्क मैनेजमेंट के बिना ट्रेडिंग करते हो तो आप के लॉक होने के चांसेस बढ़ जाते हैं| Long Term Return को ध्यान में रखते हुए आप अगर रिस्क मैनेजमेंट रूल का पालन करते हो तो आपका प्रॉफिट बढ़ जाता है | रिस्क मैनेजमेंट केवल आपके कैपिटल को ही प्रोटेक्ट नहीं करता बल्कि Long Term Investment में आपको अच्छा प्रॉफिट भी देता है | हम सब जानते हैं पैसों से ही पैसा बनाता है | लेकिन ट्रेडिंग स्टार्ट करने से पहले आपको स्टॉक मार्केट के बारे में और स्टॉक मार्केट के व्यवहारो के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है | Stock Market में काम करने के लिए रिस्क मैनेजमेंट के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए तथा उसका सख्ती से पालन करना चाहिए | जैसे आपकी ट्रेडिंग अकाउंट में ( Demat Account ) 10,000 rs है और आप 2% का रिस्क लेते हैं तो एक ट्रेड में लॉस होने पर आपके अकाउंट में से 200 rs कम होंगे और अगर आप 10% का रिस्क लेते हैं तो आपके अकाउंट में से 1000 rs कम होंगे | इस प्रकार आप 2% और 10% के रिस्क का अंतर समझ सकते हैं | आप कितना रिस्क ले सकते हो उसके हिसाब से ट्रेड करना चाहिए | ताकि आपको कम से कम लॉस हो और आपका प्रॉफिट Market रिस्क क्या होता है? बढ़ता जाए |

EARN MONEY ONLINE : ऑनलाइन पैसे कमाना है आपका लक्ष्य, यह है आसान सा तरीका, जानिए तरीका

EARN MONEY ONLINE : हर किसी को पैसे कमाना (Earn Money) पसंद होता है ऐसा कोई नहीं होगा जिसे Market रिस्क क्या होता है? पैसे कमाना पसंद ना हो। हमारे लाखों पाठकों में भी ऐसे लाखों लोग हैं जो तरह-तरह के तरीके ढूंढते रहते हैं कि उन्हें कुछ पैसे कमाने (Earn Money) को मिल जाए। कुछ लोग इंटरनेट पर तमाम बातें ढूंढते हैं जैसे "How to make money online" , "How to earn money online" , "How to make money without investment" , "Home to make money at home" "Online paise kaise kamaye" "Online paise kamane ke tarike" , "How to earn money", फिलहाल हम आपको एक खास तरीका बताने वाले हैं जिसमें आप अगर चाहे तो इन्वेस्ट (Invest) भी कर सकते हैं और अगर आप ना चाहे तो बिना इन्वेस्ट (Invest) किए भी लाखों करोड़ों कमा सकते हैं। आइए आपको बताते हैं पूरा तरीका कि कैसे क्या करना है। एक बात का ध्यान रखें कि जो भी स्टेप्स करें उसे ध्यान से और समझ कर करें।

क्या है 'बुल मार्केट' और 'बियर मार्केट'? जानिए शेयर बाजार से क्या है इसका संबंध

शेयर मार्केट

यदि आपने हर्षद मेहता के जीवन पर आधारित लोकप्रिय वेब सीरीज देखी है, तो आपको याद होगा कि उसमें 'मंदोड़िया' (बियर) और 'तेजड़िया' (बुल) के बारे में बताया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुल और बियर मार्केट, मार्केट एक्विटी का आधार हैं। ये निवेशकों और व्यापारियों को प्रचलित प्रवृत्ति के अनुसार अपना स्थान लेने में मदद करते हैं।

पर ये क्या हैं? आइए फिनोलॉजी के मुक्य कार्यकारी अधिकारी प्रांजल कामरा द्वारा जानते हैं इसके बारे में।

बिजनेस साइकल (व्यापार चक्र) को समझना
कोई भी बाजार कुछ आर्थिक सिद्धांतों के आधार पर बढ़ता है। इस संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक 'व्यापार चक्र' है, जिसे इकोनॉमिक साइकल या ट्रेड साइकल के रूप Market रिस्क क्या होता है? में भी जाना जाता है। ये चक्र लहर की तरह के पैटर्न हैं जो दीर्घकालिक विकास की प्रवृत्ति पर बनते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि बाजार के आगे बढ़ने के साथ-साथ उनमें एक उछाल और गिरावट (मंदी) आती है। संक्षेप में, एक व्यापार चक्र की लंबाई एक उछाल और मंदी से लिया गया समय है।

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