7- जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड करना

Crypto TDS: क्रिप्टो ट्रेडिंग पर 1% टीडीएस से घट सकता है सरकार का रेवेन्यू, समझें पूरा कैलकुलेशन

क्रिप्टो करेंसी को देश में मिली व्यापार की मंजूरी, जानें आप कैसे कर सकते हैं ट्रेडिंग?

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 04 Mar 2020 01:32 PM (IST)

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने आज देश में क्रिप्टो करेंसी में व्यापार की अनुमति प्रदान कर दी है. इससे पहले 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया था. भारत में क्रिप्टो करेंसी का कारोबार करने वालों की संस्था इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इसे चुनौती देते हुए कहा था कि भारत सरकार ने क्रिप्टो करेंसी पर रोक नहीं लगाई है. आपने क्रिप्‍टो करेंसी के बारे में सुना होगा. ये डिजिटल पैसे लेन देन का एक बेहतरीन माध्यम है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी के जरिए लेन देन या व्यापार कैसे होता कैसे है ?

क्रिप्‍टो करेंसी कैसे खरीदें ? आप डिजिटल कॉइन खरीकर शुरुआत कर सकते हैं. ये डिजिटल कॉइन आपके डिजिटल वॉलेट में जाएंगे. कॉइनबेस एक सुपर क्लीन यूजर इंटरफेस प्रदान करता है और अगर आपको क्रिप्टो करंसी में व्यापार का कोई एक्सपीरियंस करेंसी ट्रेडिंग क्या है नहीं है तो घबराने की जरूरत नहीं है. कई वेबसाइट्स हैं जो आपको क्रिप्टो करेंसी में व्यापार करने की सहूलियत देती हैं. इसके साथ ही आप जैसे ही इन वेबसाइट में लॉग इन करेंगे तो आपको तुरंत कुछ बिटकॉइन रिवॉर्ड के तौर पर मिल जाएंगे.

नहीं चलेगी Dollar की दादागिरी, रुपये में होगा इंटरनेशनल ट्रेड, भारत को होंगे ये फायदे!

भारत को होंगे कई फायदे (Photo: Reuters)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2022,
  • (अपडेटेड 12 जुलाई 2022, 9:58 AM IST)
  • अब रुपये में भी होगा इंटरनेशनल ट्रेड
  • पूरी दुनिया में बढ़ेगा रुपये का महत्व

बदलते वैश्विक घटनाक्रमों (Global Events) के चलते भारत का व्यापार घाटा (India Trade Deficit) नियंत्रण करना मुश्किल हो रहा है. इस कारण रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने एक ऐसा कदम उठाने का ऐलान किया है, जिसकी मांग कई अर्थशास्त्री (Economists) लंबे समय से कर रहे थे. सेंट्रल बैंक ने अंतत: तय कर लिया कि अब इंटरनेशनल ट्रेड का सेटलमेंट (International Trade Settlement) रुपये में भी होगा. जानकारों का कहना है करेंसी ट्रेडिंग क्या है कि रिजर्व बैंक के इस कदम से जहां एक ओर डॉलर पर भारत की निर्भरता (Dollar Dependence) कम होगी, वहीं दूसरी ओर यह व्यापार घाटे को कम करने में मददगार साबित हो सकता है.

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इस तरह होगा रुपये में इंटरनेशनल ट्रेड

रिजर्व बैंक ने इस फैसले का ऐलान करते हुए कहा कि यह वैश्विक व्यापार (Global Trade) को बढ़ावा देने और भारतीय रुपये में वैश्विक व्यापारिक समुदाय की बढ़ती दिलचस्पी को सपोर्ट करने के लिए उठाया गया कदम है. इस व्यवस्था को अमल में लाने से पहले मंजूरी प्राप्त डीलर बैंकों को रिजर्व बैंक के फॉरेन एक्सचेंज डिपार्टमेंट से पूर्व अनुमति लेने की जरूरत होगी. इस व्यवस्था के तहत दो देशों की मुद्रा की विनिमय दर बाजार पर निर्भर रह सकती है. जो भारतीय आयातक इस व्यवस्था के तहत आयात करेंगे, उन्हें रुपये में भुगतान करना होगा. रुपये में प्राप्त भुगतान पार्टनर कंट्री के संबंधित बैंक के स्पेशल वॉस्ट्रो अकाउंट में जमा होगा. वहीं जो भारतीय निर्यातक करेंसी ट्रेडिंग क्या है इस व्यवस्था को अपनाएंगे, वे भी पार्टनर कंट्री के संबंधित बैंक के स्पेशल वॉस्ट्रो अकाउंट में रुपये में ही भुगतान लेंगे.

Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

  • Paurav Joshi
  • Publish Date - August 11, 2021 / 02:करेंसी ट्रेडिंग क्या है 48 PM IST

Cryptocurrency क्या है? ट्रेडिंग से पहले जान लें जरूरी बातें

बिटकॉइन एक किस्म की वर्चुअल करेंसी है. जो 2009 मं शुरू हुई थी. फिलहाल बिटकॉइन तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं.

एक वक्त था, जब दुनिया में कोई मुद्रा (Currency) नहीं थी. सिर्फ वस्तुओं के बदले वस्तुओं का लेन-देन होता था. लेकिन उसके बाद नोट और सिक्के अस्तित्व में आए. आज यही नोट और सिक्के हमारी मुख्य Currency हैं. लेकिन इसके अलावा भी एक करेंसी है, जो पूरी तरह Digital है. इसे Cryptocurrency कहा जाता है.

आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी?

Forex/Currency Trading

Currency (करेंसी) का मतलब गुड्स और सर्विस खरीदने का ज़रिया (पैसे के बदले चीज़े खरीदना) जैसे की हम कोई सामान खरीदने के लिए रुपये पैसों का इस्तेमाल करते हैं तो रुपये एक करेंसी हैं ऐसे ही हर देश की अपनी currency होती हैं

Currency Market एक Marketplace हैं जहाँ अलग अलग Currency को Buy और Sell किया जाता हैं विभिन्न Market Participant द्वारा जैसे की Banks ,Investment Firms और Hedge Funds ,Forex Broker आदि।

Currency Future भारत में Cash Settled होते हैं इसका मतलब currency Trading Physically Settled नहीं होते क्यूंकि Expiry पे Actual Delivery नहीं होती हैं Forex Market सबसे बड़े Financial Market में से एक हैं ज़्यादातर Currency Trade में US Dollar Currency एक pair ट्रेडिंग करेंसी में involve होती हैं Forex करेंसी ट्रेडिंग क्या है Market में Demand और Supply का Role होता हैं

Currency Market Price कैसे काम करता हैं|How Currency Price Fluctuate

करेंसी प्राइस Fluctuation कई कारणों पर निर्भर करता हैं जैसे की Interest Rate में बदलाव ,Inflation दर और जीडीपी डाटा ये सभी फैक्टर Currency के Fluctuation में अहम् रोल अदा करती हैं Exports और Imports का बड़ा असर पड़ता हैं उस देश के करेंसी की वैल्यू में जिससे की करेंसी के प्राइस fluctuate होते हैं

Forex Trading में आपको Forex Trading Account और एक Bank Account की जरुरत होती हैं भारत में चार INR Currency Pair में आप Trade कर सकते हैं USD/INR, EUR/INR , GBP/INR and JPY/INR आप Cross Currency में भी trade कर सकते हैं जैसे EUR-USD, GBP-USD, & USD-JPY Forex Trading में करेंसी Buying और Selling Pairs के अलावा Fno में भी Trade कर सकते हैं क्यूंकि Cross Currency के Corresponding INR Pairs हैं

Forex Trading के लिए आपको एक Trading अकाउंट किसी Registered Broker के पास खोलना पड़ेगा Demat Account खोलने की आवस्यकता नहीं हैं Trading Account खोलने से पहले कुछ बातो का ध्यान रखना जरुरी हैं

Forex Trading Order Types

Market Order-Market Order Exchange पे जो भी Current Rate चल रहा हैं उस भाव में position बनाना Market order कहलाता हैं Market Order उसी समय Execute जाते हैं

Limit Order-Limit करेंसी ट्रेडिंग क्या है Order में पहले से कुछ Price Rate सेट किया जाता हैं और उस स्वैछिक प्राइस पे Execute होने को Limit Order कहतें हैं इनमे समय लगता हैं क्यूंकि predefined rate से order match होता हैं

Stop Loss Order-Stop Loss Order Loss को रोकते हैं की एक certain point के ऊपर या निचे जाने से जिससे Loss Restrict हो जाता हैं

Most Tradeable Currency in India

1.USD-US Dollar सबसे ज्यादा Liquid और सबसे ज्यादा Trade होने वाली Currency हैं और ज्यादातर World Currencies के साथ Pair होती हैं

2.EUR-Euro US Dollar के बाद Liquid और सबसे ज्यादा Trade होने वाली Currency हैं और ज्यादातर Currencies के साथ Pair होती हैं

Note-इस ब्लॉग लेख में Currency ट्रेडिंग से सम्बंधित जो जानकारी दी गयी हैं वो केवल इनफार्मेशन और एजुकेशन के लिए हैं ट्रेडिंग एक जोखिम भरा बिज़नेस हैं आप इसके बारें में अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह ले।

Q- Currency Trading क्या हैं?

Ans-Currency Market एक Marketplace हैं जहाँ अलग अलग Currency को Buy और Sell किया जाता हैं Currency Trading के लिए

यह रहा कैलकुलेशन

  • शेट्टी ने कई ट्वीट के जरिए दिखाया कि कैसे 1 फीसदी टीडीएस सरकार के लिए कम रेवेन्यू वाला मॉडल साबित हो सकता है.
  • करेंसी ट्रेडिंग क्या है
  • पिछले साल भारत में 10 हजार करोड़ डॉलर (7.68 लाख करोड़ रुपये) की क्रिप्टो का लेन-देन हुआ था और इस पर एक फीसदी टीडीएस का मतलब 100 करोड़ डॉलर (7684.35 करोड रुपये). हालांकि इसमें से अधिकतम हिस्सा रिफंड होगा करेंसी ट्रेडिंग क्या है क्योंकि टर्नओवर मुनाफा नहीं होता है.
  • शेट्टी के मुताबिक भारतीयों के पास करीब 300 करोड़ डॉलर (23,038.80 करोड़ रुपये) के क्रिप्टो एसेट्स हैं.
  • अगर इस पर 10 फीसदी नेट प्रॉफिट हो रहा है तो 30 करोड़ डॉलर (2303.88 करोड़ रुपये) के मुनाफे पर 30 फीसदी की दर के हिसाब से 10 करोड़ डॉलर (767.96 करोड़ रुपये) का इनकम टैक्स चुकाना होगा. इसका मतलब हुआ कि सरकार को हर साल 90 करोड़ डॉलर (6911.64 करोड़ रुपये) टीडीएस में रिफंड करना होगा.
  • हालांकि इस 90 करोड़ डॉलर के सरकार के पास रहने से निवेशक कम पैसों से ही ट्रेडिंग कर सकेंगे और फिर इससे उनका मुनाफा घटेगा और सरकार को मिलने वाला इनकम टैक्स कम हो सकता है.
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