Ather Electric Scooter ने पेश किया सबसे बेहतरीन ऑफर, 2.975 रु में घर ले जा सकतें लाखों की स्कूटर
इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्ट-अप एथर एनर्जी (electric vehicle startup ather energy) ने अपनी एथर इलेक्ट्रिक स्कूटर (ather electric scooter) पर ऑफर्स पेश किया है।यह सिर्फ दिसंबर तक के लिए होगा। महीने भर चलने वाला यह कार्यक्रम पहली बार एथर के ग्राहकों को आकर्षक फायदे,फाइनेंस विकल्प और एक्सचेंज ऑफर्स दे रही है।
Ather Electric Scooter : इलेक्ट्रिक वाहन स्टार्ट-अप एथर एनर्जी (electric vehicle startup ather energy) ने अपनी एथर इलेक्ट्रिक स्कूटर (ather electric scooter) पर ऑफर्स पेश किया है।यह सिर्फ दिसंबर बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प तक के लिए होगा। महीने भर चलने वाला यह कार्यक्रम पहली बार एथर के ग्राहकों को आकर्षक फायदे,फाइनेंस विकल्प और एक्सचेंज ऑफर्स दे रही है।
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साथ ही 6,999 रुपये की बजाय एथर सिर्फ 1 रुपये में ही एक्सटेंडेड बैटरी वारंटी दे रही है। इस ऑफर्स के साथ, ग्राहक अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी को कंपनी की तरफ से 3 साल की वारंटी के अलावा एक्स्ट्रा दो साल तक सुरक्षित रख सकते हैं, जिससे कुल मिलाकर स्कूटर की वारंटी पांच साल तक हो जाती है।
कंपनी का कहना है कि यह इंट्रोडक्टरी और लिमिटेड पीरियड ऑफर है। यह केवल दिसंबर 2022 में एथर 450X और एथर 450 प्लस खरीदने वाले ग्राहकों पर लागू होगा। रिटेल फाइनेंसिंग के लिए एथर एनर्जी ने आईडीएफसी बैंक के साथ साझेदारी की है, जो ग्राहकों को एथर इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने पर 48 महीने की अवधि की ईएमआई पेश करेगा।
अगर कोई अपना पुराना स्कूटर एक्सचेंज करना चाहता है तो कंपनी 4000 रुपये का एक्सचेंज वैल्यू बोनस और ऑन-द-स्पॉट वैल्यूएशन भी दे रही है। एथर इस महीने 450X और 450 प्लस खरीदने वाले ग्राहकों को 31 दिसंबर 2023 तक एथर ग्रिड तक मुफ्त पहुंच दे रहा है।
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एथर ग्रिड पर फ्री फास्ट चार्जिंग के साथ, खरीदार देश भर में चार्जिंग पॉइंट्स का उपयोग कर सकते हैं और अपने वाहनों को मुफ्त में चार्ज कर सकते हैं। एथर ग्रिड पूरे भारत में 700+ एथर ग्रिड पॉइंट्स पर फास्ट चार्जिंग (1.5 किमी/मिनट) प्रदान करता है।
इन ऑफर्स पर टिप्पणी करते हुए, एथर एनर्जी के मुख्य व्यवसाय अधिकारी, रवनीत एस. फोकेला ने कहा, “एथर में यह हमारे लिए यह अच्छा साल रहा है। हमने अपने तेजी से खुदरा विस्तार के साथ मुख्यधारा में जाने की दिशा में मजबूत कदम उठाए हैं और हम उम्मीद करते हैं कि यह रुझान 2023 में भी जारी रहेगा।
एथर ने हाल ही में होसुर, तमिलनाडु में अपना दूसरा विनिर्माण सुविधा शुरू की है। इसमें कंपनी हर साल 4,20,000 यूनिट तक उत्पादन करेगी। कंपनी की योजना मार्च 2023 तक 100 शहरों में लगभग 150 अनुभव केंद्रों का विस्तार करने की है।
Bitcoin Or Gold: Which is best बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प investment option?| सोने और बिटकॉइन में किसमें निवेश है फायदे का सौदा
दोस्तों, पिछले कुछ सालो में निवशकों का रूझान तेजी से बिट क्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज में निवेश को लेकर काफी बढ़ा है। इन्वेस्टर अपने पोर्टफोलियो में इसे शामिल कर रहे हैं। आमतौर पर अधिकतर निवेशक क्रिप्टो में निवेश को गोल्ड में निवेश की तरह लेते हैं। कुछ मामलों में समानताओं और निवेश के लगभग समान वजह के चलते गोल्ड और क्रिप्टो को एकसमान कहा जा रहा है लेकिन इन दोनों ऑप्शंस के मतलब अलग हैं। गोल्ड और क्रिप्टो दोनों की सीमित आपूर्ति और फिएट करेंसीज (केंद्रीय बैंकों द्वारा जारी की जाने वाली मुद्राएं) के ऑप्शन के तौर पर उनकी भूमिका के चलते इन्हें एक जैसा माना जाता है, हालांकि दोनों की टेन्डेन्सी पूरी तरह अलग हैं।
आज हम इसी बारे में बात करेंगे और जानेगे की क्या गोल्ड और बिटकॉइन दोनों में निवेश एक जैसा है ? क्या डिफरेंसेस है दोनों में। और कौन सा ऑप्शन हो सकता है आपके लिए बेहतर निवेश। तो चलिए शुरू करते है :
दोस्तों, बिटकॉइन में मिलने वाले बम्पर रिटर्न को देखते हुए ट्रेडिंग कम्युनिटी ने बिटकॉइन को डिजिटल सोना कहना शुरू कर दिया है।
आइये सबसे पहले गोल्ड और बिटकॉइन का comparison कर लेते है :बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प
- 2016 के बाद से खनन के जरिए दुनिया भर में गोल्ड स्टॉक्स सालाना 1.7 फीसदी की दर से बढ़ रहा है और पिछले 20 वर्षों से करीब यही ट्रेंड बना हुआ है। इसकी तुलना में बिट क्वाइन का स्टॉक सालाना 3 फीसदी की दर से बढ़ रहा है लेकिन 2140 तक आते-आते इसकी सालाना ग्रोथ जीरो परसेंट हो जाएगी।
- दोस्तों, बिट क्वाइन समेत सभी क्रिप्टोकरेंसीज नॉन-टैंजिबल (जिसे छुआ न जा सके) एसेट्स हैं और इसे पोर्टफोलियो में निवेश के तौर पर शामिल किया जाता है। वहीं दूसरी तरफ गोल्ड की बात करें तो यह टैंजिबल (जिसे छुआ जा सके) एसेट्स (फिजिकल गोल्ड) भी है और नॉन-टैंजिबल (डिजिटल गोल्ड) भी।
- निवेश के अलावा गोल्ड की खपत भी होती है जैसे कि ज्वैलरी, टेक्नोलॉजी में। 10 साल के औसत डेटा के मुताबिक सालाना बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प गोल्ड की जो डिमांड है, उसमें से 34 फीसदी ज्वैलरी, 7 फीसदी टेक्नोलॉजी और 17 फीसदी केंद्रीय बैंकों की है और शेष 42 फीसदी डिमांड निवेश की है।
- गोल्ड का इस्तेमाल कंप्यूटर्स, मोबाइल बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प फोन के साथ-साथ ऐसी तकनीक में भी होता है जिसके इस्तेमाल से क्रिप्टोकरेंसीज का खनन किया जाता है।
- दोस्तों गोल्ड ओनरशिप में अधिक डाइवर्सिटी है बिटकॉइन के मुकाबले। दुनिया भर में गोल्ड माइनिंग होती है और सबसे अधिक चीन, रूस, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा में इसकी माइनिंग होती हैं। हालांकि सालाना उत्पादन की बात करें तो यूरोप महाद्वीप में 10 फीसदी से कम गोल्ड उत्पादित होता है और शेष महाद्वीप में 10 फीसदी से अधिक और 25 फीसदी से कम गोल्ड उत्पादित होता है। गोल्ड उत्पादन के साथ-साथ इसके ओनरशिप में भी डाइवर्सिटी है।
- दुनिया में सबसे अधिक गोल्ड यूएस ट्रेजरी के पास है लेकिन दुनिया भर में मौजूद गोल्ड स्टॉक्स का सिर्फ चार फीसदी ही उसके पास है। 50 फीसदी गोल्ड तो ज्वैलरी के रूप में ही मौजूद है और 21 फीसदी गोल्ड बार, क्वाइन व गोल्ड ईटीएफ के रूप में इंडिविजुअल व इंस्टीट्यूनल निवेशकों के पास है।
- इसकी तुलना में बिट क्वाइन की बात करें तो पांच बड़ी माइनिंग कंपनी चीन की है और उसके पास इस नेटवर्क के 49.9 फीसदी पर नियंत्रण है। इसके अलावा बिट क्वाइन होल्डिंग की बात करें तो महज 2 फीसदी लोगों को पास उपलब्ध बिट क्वाइन का 95 फीसदी है।
- वही अगर वॉलटिलिटी की बात करे तो गोल्ड के मुकाबले बिटकॉइन चार गुना से भी ज्यादा वोलेटाइल है। पिछले साल 2020 में Bit Coin ने करीब चार गुना रिटर्न दिया और पिछले दो साल में इसने निवेशकों को करीब 9 गुना का रिटर्न दिया था। हालांकि इसमें निवेश पर बहुत तगड़ा रिस्क है। पिछले दो साल की बात करें तो एसएंडपी 500 की तुलना में यह तीन गुना अधिक वोलेटाइल है और गोल्ड की तुलना में चार गुना ज्यादा ।
- दुनिया भर में बिट क्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर नीतियां तैयार की जा रही हैं और इससे इनके वैल्यू बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प पर प्रभाव पड़ेगा। बिट क्वाइन जैसी निजी क्रिप्टोकरेंसीज पर भारत में रोक भी लग सकती है। भारत में अभी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई निर्धारित गाइडलाइंस नहीं हैं। तीन साल पहले भारतीय रिजर्व बैंक (बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प RBI) ने 2018 में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था। इस सर्कुलर के मुताबिक केंद्रीय बैंक द्वारा विनियमित संस्थाओं पर क्रिप्टोकरंसीज से जुड़ी कोई भी सेवा प्रदान करने पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद यह मामला देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में गया। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च 2020 में आरबीआई द्वारा क्रिप्टोकरंसीज पर लगाए गए प्रतिबंध को खारिज कर दिया। इसके बाद से भारत में बिट क्वाइन में निवेश पूरी तरह निवेशकों के अपने रिस्क पर होता है क्योंकि इससे जुड़ी कोई रूल्स या रेगुलेशंस अभी यहां नहीं है।
दोस्तों ये तो था comparison। अब बात आती है की एक इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के तौर पर गोल्ड और बिटकॉइन में से कोनसा बेहतर विकल्प है। लेकिन मेरे हिसाब से तो अब comparison देखने के बाद आप ये सोच रहे होंगे की बिटकॉइन में निवेश करे की नहीं। दोस्तों गोल्ड की बात करे तो गोल्ड बिटकॉइन से बहुत ज्यादा सुरक्षित निवेश है लेकिन बिटकॉइन ने रिटर्न बहुत ही बेहतरीन दिया है। इसीलिए इसे पूरी तरह से इगनोर नहीं किया जा सकता।
दोस्तों सबसे पहले तो अपनी रिस्क टेकिंग कैपेसिटी का एनालिसिस करे और बुद्धिमानी से निवेश के विकल्प चुनें। बिटकॉइन एक बहुत ही जोखिम भरा निवेश विकल्प है और अपने निवेश का एक बड़ा हिस्सा बिटकॉइन में डालना ठीक नहीं है। बिटकॉइन की कीमतें बेहद अस्थिर रही हैं। बिटकॉइन निवेश का एक ऑप्शनल सोर्स है। लेकिन यह पूरी तरह से रेगुलेटेड मार्किट नहीं है। वेस्टर्न दुनिया में इसके निवेश शुरू हो चुका है। लेकिन भारत ने बिटकॉइन के इन्वेस्टमेंट को कानूनी नहीं किया गया है। ऐसे में निवेशकों को बिटकॉइन में तब तक निवेश नहीं करना चाहिए जब तक यह पूरी तरह से कानूनी रूप से वैलिडेट न हो जाये। जब तक इसके सरे रूल्स और रेगुलेशंस न बन जाये तब तक एक आम इन्वेस्टर को बिटकॉइन से दूर ही रहना चाहिए।
तो दोस्तों उम्मीद करती हु की इस गोल्ड और बिटकॉइन के इस comparison के बाद आप भी मेरे विचारो से सहमत होंगे। तो दोस्तों उम्मीद करते है की आपको हमारा आज का आर्टिकल भी अच्छा लगा होगा। हमारा आर्टिकल आपको कैसा लगा ये हमें नीचे कमेंट करके ज़रूर बताएगा। और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ भी ज़रूर शेयर कर दीजियेगा। धन्यवाद्।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?
|| क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है?, Why crypto market is down?, इंडिया की, क्रिप्टो करेंसी कौन सी है, सबसे सस्ती क्रिप्टो करेंसी कौन सी है, क्रिप्टो करेंसी का भविष्य क्या है, क्रिप्टो करेंसी इन इंडिया News ||
बिजनेस एवं निवेश में हमेशा केवल फायदा ही नहीं होता। बहुत बार नुकसान भी होता है। कई बार अच्छा रिटर्न दे रही करेंसी में इन्वेस्टमेंट भी बहुत बड़ा नुकसान देकर जाता है।
ऐसा संबंधित मार्केट में उतार-चढ़ाव की वजह से होता है। इस उतार-चढ़ाव के कई कारण होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कितना डाउन है एवं यह क्यों डाउन है? आज इस पर हम आपको इस पोस्ट में जानकारी देंगे।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं? (What is cryptocurrency market?)
सबसे पहले समझ लेते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या है? सामान्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी बाजार अथवा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट वह जगह है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त एवं ट्रेडिंग होती है।
इसे अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, डिजिटल करेंसी एक्सचेंज, काॅइन मार्केट एवं क्रिप्टो मार्केट आदि।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार डाउन क्यों है? (Why cryptocurrency market is down?)
आम बजट में भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में 30 फीसदी टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में बिटकाॅइन के रेट नीचे पहुंच गए। टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई और इसमें बिकवाली बढ़ गई। यह स्थिति पहली बार नहीं आई है।
दिसंबर, 2021 में भी सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेश्कों को खूब परेशान किया है। उस दौरान भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज पर निवेशकों ने जल्दबाजी में बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प अपनी करेंसी बेच डाली। विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों ने इसका लाभ उठाते हुए गिरे भाव पर दांव लगाया एवं क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली। वे कीमत गिरने का ही इंतजार कर रहे थे।
आपको जानकारी दे दें कि यद्यपि भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को वैध दर्जा प्राप्त नहीं, ऐसे में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के संचालक इस पर टैक्सेशन को इसके लीगल किए लाने का पहला दरवाजा मानकर बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प चल रहे हैं, जिसे वे पार कर चुके हैं। सरकार भी इस संबंध में फैसला लेने में अधिक देर करने की स्थिति में नहीं है।
क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के समय क्या करना चाहिए? (What to do when Crypto market is down?)
किसी भी चीज में गिरावट का अर्थ यह कतई नहीं होता कि आप उसे छोड़ दें। खास तौर पर शेयर मार्केट के जानकार गिरावट के समय ही शेयरों में निवेश बढ़ाने की नसीहत देते हैं।
क्रिप्टो मार्केट में भी यही फार्मूला लागू होता है। यदि कोई निवेशक अच्छे से मार्केट रिसर्च करता है और उसे यह बेस मजबूत दिखता है तो यह क्रिप्टो करेंसी में निवेश का सबसे अच्छा समय कहा जा सकता है।
प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में 24 घंटे के भीतर आई गिरावट का लेखा जोखा
अब एक नजर डाल लेते हैं पिछले 24 घंटे के भीतर प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में आई गिरावट के स्तर पर। यह निम्नवत है-
हमने इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताया कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है। यदि आप भी इस करेंसी में इन्वेस्ट करने के इच्छुक हैं तो उससे पहले इस मार्केट के उतार-चढ़ाव को अच्छी तरह से समझ लें।
इस पोस्ट को लेकर आपके मस्तिष्क में कोई शक शुबहा है तो हमसे पूछ सकते हैं। करेंसी के संबंध में जागरूकता के मद्देनजर इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करना न भूलें। धन्यवाद।
तीनों पार्टियां गद्गद् : तीनों को सबक
गुजरात, दिल्ली और हिमाचल के चुनाव परिणामों का सबक क्या है? दिल्ली और हिमाचल में भाजपा हार गई है जबकि गुजरात में उसकी ऐतिहासिक विजय हुई है। हमारी इस चुनाव-चर्चा के केंद्र में तीन पार्टियां हैं-भाजपा, कांग्रेस और ‘आप’! इन तीनों पार्टियों के हाथ एक-एक प्रांत लग गया है। दिल्ली का चुनाव तो स्थानीय था लेकिन इसका महत्व प्रांतीय ही है। दिल्ली का यह स्थानीय चुनाव प्रांतीय आईने से कम नहीं है।
दिल्ली में ‘आप’ पार्टी को भाजपा के मुकाबले ज्यादा सीटें जरूर मिली हैं लेकिन उसकी विजय को चमत्कारी नहीं कहा जा सकता है। भाजपा के वोट पिछले चुनाव के मुकाबले बढ़े हैं लेकिन ‘आप’ के घटे हैं। ‘आप’ के मंत्रियों पर लगे आरोपों ने उसके आकाशीय इरादों पर पानी फेर दिया है। भाजपा ने यदि सकारात्मक प्रचार किया होता और वैकल्पिक सपने पेश किए होते तो उसे शायद ज्यादा सीटें मिल जातीं।
भाजपा ने तीनों स्थानीय निगमों को मिलाकर सारी दिल्ली का एक स्थानीय प्रशासन लाने की कोशिश इसीलिए की थी कि अरविंद केजरीवाल के टक्कर में वह अपने एक मजबूत महापौर को खड़ा कर दे। भाजपा की यह रणनीति असफल हो गई है। कांग्रेस का सूपड़ा दिल्ली और गुजरात, दोनों में ही साफ हो गया है। गुजरात में कांग्रेस दूसरी पार्टी बनकर उभरेगी, यह तो लग रहा था, लेकिन वह इतनी दुर्दशा को प्राप्त होगी, इसकी भाजपा को भी कल्पना नहीं थी।
भाजपा के पास गुजरात में न तो कोई बड़ा चेहरा था और न ही राहुल गांधी वगैरह ने चुनाव-प्रचार में कोई सक्रियता दिखाईं। सबसे ज्यादा धक्का लगा आम आदमी पार्टी को! गुजरात में आम आदमी पार्टी ने बढ़-चढ़कर क्या-क्या दावे नहीं किए थे लेकिन मोदी और शाह ने गुजरात को अपनी इज्जत का सवाल बना लिया था। मुझे याद नहीं पड़ता कि भारत के किसी प्रधानमंत्री ने अपने प्रांतीय चुनाव में इतना पसीना बहाया हो, जितना मोदी ने बहाया है। ‘आप’ पार्टी का प्रचारतंत्र इतना जबरदस्त रहा कि उसने भाजपा के पसीने छुड़ा दिए थे।
अरविंद केजरीवाल का यह पैंतरा भी बड़ा मजेदार है कि दिल्ली का स्थानीय प्रशासन चलाने में उन्होंने मोदी का आशीर्वाद मांगा है। इस चुनाव में ‘आप’ को अपेक्षित सफलता नहीं मिली लेकिन उसकी अखिल भारतीय छवि को मजबूती जरूर मिली है। ऐसा लगता है कि 2024 के आम चुनाव में मोदी के मुकाबले अरविंद केजरीवाल का नाम सशक्त विकल्प के तौर पर उभर सकता है। फिर भी इन तीनों चुनावों में ऐसा संकेत नहीं मिल रहा है कि 2024 में मोदी को अपदस्थ किया जा सकता है। दिल्ली और हिमाचल में भाजपा की हार के असली कारण स्थानीय ही हैं।
मोदी को कांग्रेस जरूर चुनौती देना चाहती है लेकिन उसके पास न तो कोई नेता है और न ही नीति है। हिमाचल में उसकी सफलता का असली कारण तो भाजपा के आंतरिक विवाद और शिथिल शासन है। जब तक सारे प्रमुख विरोधी दल एक नहीं होते, 2024 में मोदी को कोई चुनौती दिखाई नहीं पड़ती। इन तीनों चुनावों बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प ने तीनों पार्टियों को गद्गद् भी किया है और तीनों को सबक भी दिया है।-डा. वेदप्रताप वैदिक
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Ather Electric Scooter : एथर इलेक्ट्रिक स्कूटर पर मिल रहा तगड़ा बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प ऑफर, जानें पूरी डिटेल
Ather Electric Scooter : मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक वाहनों (Made in India Electric Vehicles) की बाजार में लगातार मांग बढ़ रही है। बेंगलुरू की स्टॉर्ट अप एथर एनर्जी (Bengaluru-based start-up Ather Energy) की ओर से भी इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) को खरीदने पर तगड़ा ऑफर दिया जा रहा है। कंपनी की ओर से साल के आखिरी महीने में स्कूटर को खरीदने पर क्या ऑफर मिल रहा है? इसकी जानकारी हम इस खबर में दे रहे हैं।
Ather Electric Scooter : मेड इन इंडिया इलेक्ट्रिक वाहनों (Made in India Electric Vehicles) की बाजार में लगातार मांग बढ़ रही है। बेंगलुरू की स्टॉर्ट अप एथर एनर्जी (Bengaluru-based start-up Ather Energy) की ओर से भी इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) को खरीदने पर तगड़ा ऑफर दिया जा रहा है। कंपनी की ओर से साल के आखिरी महीने में स्कूटर को खरीदने पर क्या ऑफर मिल रहा है? इसकी जानकारी हम इस खबर में दे रहे हैं।
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मिल रहा यह ऑफर
एथर की ओर से 31 दिसंबर 2022 तक इलेक्ट्रिक स्कूटर (Electric Scooter) खरीदने पर आसान फाइनेंस, एक्सचेंज, वारंटी जैसी स्कीम दी जा रही हैं। कंपनी सिर्फ एक रुपये में एक्सटेंडिड बैटरी वारंटी भी दे रही है। कंपनी से बिना ऑफर के एक्सटेंडिड वारंटी लेने पर 6999 रुपये देने होते हैं। लेकिन स्कीम के तहत सिर्फ एक रुपये में बैटरी की वारंटी को तीन साल के साथ ही दो और साल तक बढ़ाया जा सकता है। कंपनी के मुताबिक यह इंट्रोडक्ट्री और लिमिटेड पीरियड के लिए ऑफर दिया गया है।
कम ब्याज पर मिलेगा स्कूटर
कंपनी की ओर से निजी बैंक के साथ साझेदारी की गई है। जिसके तहत कंपनी का स्कूटर कम ब्याज दर पर लिया जा सकता है। कंपनी अपजिप स्कीम के तहत 8.50 प्रतिशत की ब्याज दर के साथ 12 से 48 महीने की ईएमआई पर स्कूटर दे रही है। इसके अलावा एडवांस ईएमआई स्कीम के तहत स्कूटर लेने पर 5.99, 6.99 प्रतिशत की ब्याज दर के विकल्प के साथ 12 से 36 महीने की ईएमआई का विकल्प चुना जा सकता है।
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मिलेगी फ्री चार्जिंग
कंपनी के मुताबिक दोनों में से कोई भी इलेक्ट्रिक स्कूटर को खरीदने पर 31 दिसंबर 2023 तक एथर ग्रिड का फ्री एक्सेस दे रही है। कंपनी के ग्रिड चार्जिंग का उपयोग देश में सभी ग्राहक कर सकते हैं और इसके लिए उन्हें किसी तरह का चार्ज नहीं देना होगा। कंपनी देशभर में 700 से ज्यादा ग्रिड पाइंट्स पर फास्ट चार्जिंग की सुविधा देती है।
किन स्कूटर पर मिलेगा ऑफर
कंपनी की ओर से इस ऑफर को दो इलेक्ट्रिक स्कूटर पर दिया जा रहा है। इनमें एथर 450 एक्स और एथर 450 प्लस शामिल हैं। दोनों ही स्कूटर पर 31 दिसंबर 2022 तक यह ऑफर मिल रहा है।
कैसे हैं इलेक्ट्रिक स्कूटर
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कंपनी मौजूदा समय में दो इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री करती है। इनमें एथर 450 एक्स और 450 प्लस हैं। 450 प्लस की एक्स शोरूम कीमत 1.17 लाख रुपये है। यह स्कूटर 3.9 सेकेंड में जीरो से 40 किलोमीटर की रफ्तार हासिल कर लेता है। कंपनी के मुताबिक इसकी ट्रू रेंज 85 किलोमीटर की है। इसकी मोटर से 5.4KW की पावर और 22 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। फास्ट चार्जिंग से इसे 10 मिनट में 10 किलोमीटर चलाने के लिए चार्ज किया जा सकता है। इसमें ब्लूटूथ कॉल अलर्ट और म्यूजिक कंट्रोल जैसे फीचर नहीं मिलते हैं।
वहीं 450 एक्स स्कूटर 3.3 सेकेंड में जीरो से 40 किलोमीटर की रफ्तार हासिल कर सकता है। कंपनी के मुताबिक इसकी ट्रू रेंज 105 किलोमीटर है। इसमें लगी मोटर से स्कूटर को 6.2KW की पावर और 26 न्यूटन मीटर का टॉर्क मिलता है। फास्ट चार्जिंग से इसे 10 मिनट चार्ज करने के बाद 15 किलोमीटर चलाया जा सकता है। दिल्ली में इसकी एक्स शोरूम कीमत 1.39 लाख रुपये है।
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