कम पैसे से शेयर मार्केट की शुरुवात कैसे करें | How to do stock market with less money

बहुत सारे नए लोगो को शेयर मार्केट में इन्वेस्ट तो करना है लेकिन उनके पास लिमिटेड पूंजी है। कैसे निवेश करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर मार्केट के बारे में समझ पाए। इस पोस्ट की माध्यम से आज हम सीखने वाले है की कैसे कम पूंजी निवेश करने से हमें अच्छा मुनाफा कमा पाओगे। शेयर मार्केट में ज्यादातर लोगों का पहला स्टेज होता है Intraday। हर लोगों को जल्दी से पैसा कमाने की होर लगते है शेयर मार्केट में पैसा कमाना है तो आपको पहले मार्केट के बारे में समझना चाहिए।

कम पैसे से इन्वेस्ट करने के 5 स्टेप (5 steps to invest with less money):-

शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए नए लोगों को सबसे पहले अपने पास जितने भी पैसा है उस पैसा को थोड़ा थोड़ा करके भाग करना चाहिए। मान लीजिये आपके पास Rs 1000 है आपको 200 करके 5 बार भाग करना चाहिए। पहली बार 200 आप इन्वेस्ट करके देखना चाहिए की मार्केट का रूप किस तरह जाता है। आप जो ए 1000 Rs इन्वेस्ट करोगे इससे आपको जो नॉलेज मिलेगा वो आपको कोई भी किताब नहीं दे सकते।

शेयर मार्केट में निवेश से पहले आपके मन मे एक टारगेट होना चाहिए. शेयर का प्राइस कितने तक जा सकता मार्केट रिसर्च कैसे करें है। आपको ए ध्यान रखना चाहिए कि कब आपको मुनाफा लेकर निकलना है और कब नुकसान हुआ तो निकलना हैं। शेयर बाज़ार मे उतार-चढ़ाव बाज़ार का हिस्सा हैं. इसलिए किसी भी शेयर मे अपना टारगेट रखना बहुत जरुरी हैं।

शेयर मार्केट की शुरुवात कैसे करें

कम पैसे से शेयर मार्केट की शुरुवात कैसे करें | How to do stock market with less money:-

शेयर बाज़ार मे नए लोगो का बहुत बड़ा दुसमन है लालच. आप जितना भी निवेश करें अच्छा मुनाफा हुआ तो आप निकल आए बहुत सारे लोग निबेश तो करते है लेकिन निकलना कब है ए नहीं जानते। एक शेयर हर समय ऊपर ही नहीं जाएगा नीचे भी आएगा आपको और लालच ना करके ऊपर में बेच कर निकलना है। कम पैसा मे निबेश करने के लिए आपको ऊपर में बेचना है नीचे के भाव पर खरीदना हैं यही रूल्स को फॉलो करना हैं।

शेयर मार्केट में उधार लेके कोई भी इन्वेस्ट नहीं करना मार्केट रिसर्च कैसे करें चाहिए. शेयर बाज़ार मे बहुत रिस्क है। बहुत सारे नए लोग शेयर बाज़ार मे थोरा पैसा कमा लिया तो और ज्यादा पैसा कमाने के लिए उधार लेके मार्केट मे बिना सोचे पैसा लगा देते हैं। फिर बड़ा नुकसान करके कर्ज में डूबा रहते हैं। इसलिए आप अपना थोड़ा थोड़ा पैसा लगाके मार्केट को पहले देखना चाहिए।

नए निबेशक को मार्केट के बारे में सिखने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। मार्केट में क्या नया हुआ कैसे शेयर ऊपर जाता है कैसे मुनाफा होगा आप जब थोड़ा थोड़ा करके इन्वेस्ट करेंगे तब आप धीरे धीरे अपने आप मार्केट में पैसा कमाना सीख जाओगे। लेकिन सीखना कभी मत छोड़ना चाहिए।

निबेश करने से पहले ध्यान रखे :मार्केट रिसर्च कैसे करें -

शेयर मार्केट मे पैसा कमाना है तो पहले सीखना परेगा। कैसे इन्वेस्ट करने से आपका फ़ायदा होगा ए आपको सीखने या व्यावहारिक होने के बाद ही आपको थोड़ा थोड़ा करके समझ आ जायेगा। उसके बाद आप इन्वेस्टमेंट बड़ा सकते हैं. शेयर मार्केट जितना आसान दीखता है उतना आसान नहीं है बहुत सारे शेयर की अनुसंधान करने के बाद ही अच्छा शेयर मे निबेश से आपको बहुत अच्छा मुनाफा मिलेगा।

शेयर मार्केट के बारे मे और भी बिस्तार से जानने के लिए आप हमारे और भी पोस्ट को पढ़ सकते है:-

Cryptocurrency में निवेश से पहले न करें जल्दबाजी, जरूर याद रखें ये 10 बातें

Cryptocurrency Investment : क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच निवेश का एक पॉपुलर टूल बन गई हैं, लेकिन यह अब भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव का शिकार होने वाला डिजिटल असेट है. ऐसे में इस बाजार में निवेश करने से पहले कुछ चीजें हैं जो जानना जरूरी है.

Cryptocurrency में निवेश से पहले न करें जल्दबाजी, जरूर याद रखें ये 10 बातें

Cryptocurrency निवेश का पॉपुलर माध्यम बन चुकी हैं.

Cryptocurrency की दुनिया आज पिछले कुछ सालों के मुकाबले कहीं ज्यादा आम हो गई है. शंका, डर और अनिश्चितता के फेज़ से गुजरकर आज के वक्त में क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के बीच निवेश का एक पॉपुलर टूल बन गई हैं. यहां तक कि इन्हें लेकर बड़ी कंपनियों में स्वीकार्यता भी बढ़ी है और पेमेंट के अल्टरनेट मोड में क्रिप्टोकरेंसी (payment in cryptocurrency) को स्वीकारा जाने लगा है. हालांकि, इस सबके बावजूद क्रिप्टोकरेंसी अब भी जबरदस्त उतार-चढ़ाव (highly volatile) का शिकार होने वाला डिजिटल असेट है. ऐसे में इस बाजार में निवेश करने से पहले कुछ चीजें हैं जो जान लीजिए और जिनके लिए खुद को तैयार कर लेना चाहिए.

1. गहरी रिसर्च जरूरी

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सबसे पहली बात है कि निवेश से पहले अपनी रिसर्च पक्की रखिए. पैसे-रुपयों के मामले में यह सबसे कॉमन बात है. कहीं भी पैसा लगाने से पहले आपको उस माध्यम की पूरी जानकारी होनी ही चाहिए. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के लिए यह और भी जरूरी है क्योंकि यह मार्केट अभी नया है और ट्रेडिशनल निवेश के माध्यमों या तरीकों से काफी अलग है. इसलिए अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट रिसर्च कैसे करें बारे में जान लीजिए. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को समझ लीजिए, जान लीजिए कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में कैसे काम होता है.

2. हर इन्फॉर्मेशन को वेरिफाई करें

क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट डिसेंट्रलाइज्ड मार्केट है और इसको कोई रेगुलेट भी नहीं करता. यानी कि इसको कोई एक संस्था या व्यक्ति कंट्रोल नहीं करता है, वहीं ट्रेडिशनल करेंसी की तरह कोई सरकार या सरकारी संस्था इसका नियमन भी नहीं देखती. यह पूरी तरह स्वतंत्र है. ऐसे में जवाबदेही आप पर ही आकर रुकती है. इसमें धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का डर होता है. ऐसे में किसी की बात में न आएं, किसी स्कीम के चक्कर में तो बिल्कुल न पड़े. हर जानकारी किसी विश्वसनीय स्रोत से ही लें और वेरिफाई करें.

3. अपनी रिसर्च पर भरोसा करें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को लेकर अकसर कहते हैं कि 'इस बारे में कोई कुछ नहीं जानता है.' हालांकि, फिर भी मार्केट में ढेरों मार्केट एनालिटिक्स, ट्रेंड एक्सपर्ट्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हैं, जो आपको क्रिप्टो मार्केट पर स्ट्रेटजी और टिप्स देते हुए मिलेंगे. लेकिन आपके लिए जरूरी है कि आप हर किसी की बात पर भरोसा न करें, अपनी रिसर्च को देखें और अपने पर्सनल फाइनेंस को देखते हुए स्ट्रेटजी बनाएं.

4. छोटे निवेश से शुरू करें

क्रिप्टो निवेश में शुरुआत करते वक्त ध्यान रखें कि शुरुआती चरण में एक ही क्रिप्टो के साथ स्टिक करें. इधर-उधर पैर फैलाने की कोशिश न करें. क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखा जाता है, ऐसे में यही स्मार्ट होगा कि आप छोटे निवेश से शुरू करें. एक ही क्रिप्टो में निवेश करें और मार्केट की चाल को सीखें. जब थोड़ा कॉन्फिडेंट हो जाएं तब अपना निवेश बढ़ाएं.

5. थोड़ा धैर्य रखें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की वॉलेटिलिटी यानी अस्थिरता के बारे में जितना चेताया जाए, उतना कम है. ऐसे में यह जरूरी है कि आप थोड़ा धैर्य रखें. मार्केट की चाल अच्छी है या बुरी, बदल जाएगी. हमेशा ठंडे दिमाग से रणनीति के तहत फैसले लें.

blockchain

6. एक नई ईमेल ID रखना बेहतर

क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग, क्रिप्टो एक्सचेंज पर या peer-to-peer नेटवर्क पर होती है. प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेडिंग के लिए आपको ईमेल आईडी के जरिए अकाउंट खोलना पड़ता है. डेटा सुरक्षित रखने के लिए जरूरी है कि आप क्रिप्टो का अपना पूरा निवेश और ट्रेडिंग वगैरह एक दूसरे आईडी पर रखें. इसके लिए एक अलग ईमेल आईडी बना लें.

7. क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट्स के बारे में पता होना चाहिए

क्रिप्टोकरेंसी को ऑनलाइन और ऑफलाइन वॉलेट में स्टोर किया जा सकता है. नए निवेशकों के लिए ऑनलाइन वॉलेट बेस्ट होता है, हालांकि, इसमें हैकिंग का डर ज्यादा होता है. ऐसे में दोनों वॉलेट को अच्छी तरह समझ लें और जो फिट लगे, वो चूज़ करें.

8. मोबाइल वॉलेट में अपनी पूरी करेंसी स्टोर न करें

इसमें कोई दोराय नहीं है कि मोबाइल वॉलेट्स बहुत ही सुविधाजनक होते हैं, लेकिन इनका हैक होना भी बहुत आसान होता है. ऐसे में कभी भी अपनी पूरी क्रिप्टोकरेंसी मोबाइल वॉलेट में स्टोर न करें.

9. क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स को मत भूलें

चूंकि क्रिप्टोकरेंसी पर किसी संस्था का नियमन नहीं होता है, ऐसे में इससे होने वाले प्रॉफिट पर आपको भारी टैक्स देना पड़ सकता है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी निवेश और टैक्स को लेकर देश में क्या नियम हैं, वो सब जानने के बाद ही निवेश शुरू करें.

10. जल्दबाजी न करें

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट लुभावना माध्यम है और बहुत से लोग हर दिन इसमें निवेश और ट्रेडिंग के लिए जुड़ रहे हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप भी इसमें कूद जाएं. अपने फाइनेंस का आकलन कर लें, नियमों को अच्छे से जान लें. इसके बाद निवेश शुरू करें. और क्रिप्टो को लेकर खबरों पर भी नजर रखें कि कहीं कुछ बदलाव तो नहीं हो रहे.

अपने खुद के व्यवसाय शुरू करने से पहले विचार करने के 7 महत्वपूर्ण कदम

Sneha Santra

एक छोटा सा व्यवसाय शुरू करना कोई छोटा निर्णय नहीं है और यह निश्चित रूप से रातों-रात नहीं होता है। इसके लिए कई कदमों की आवश्यकता होगी और एक उद्यमी के रूप में, आपको प्रक्रिया में अपना अधिकांश समय समर्पित करने के लिए तैयार रहना होगा। उद्यमी व्यवसाय शुरू करने से पहले उत्पाद या सेवा पर इतना ध्यान केंद्रित करते है कि वे अक्सर व्यापार का समर्थन करने के लिए आवश्यक फंडामेंटल स्ट्रक्चर को नजरअंदाज करते हैं। कभी-कभी यह छोटी चीजें होती हैं जो लॉन्च की सफलता या असफलता के बीच बड़ा अंतर पैदा करती हैं। हाल के एक अध्ययन के अनुसार, 50% छोटे व्यवसाय पहले वर्ष के अंदर ही विफल हो जाते हैं। तो, व्यवसाय शुरू करने से पहले आप जितनी अधिक योजना बनाते हैं और शोध करते हैं। उतना अधिक संभावना है कि आप सफल होने वाले 50% में आ जाएंगे। यहां कुछ आवश्यक कदम हैं, जिन पर आपको अपना व्यवसाय शुरू करने से पहले विचार करना चाहिए।

मार्केट रिसर्च

व्यवसाय शुरू करने से पहले पहला आवश्यक कदम अपने संभावित बाजार का शोध करना है। कई उद्यमियों को यह जानने में बहुत मुश्किल हुई कि उनकी पर्याप्त बाजार में हिस्सेदारी नहीं थी या उनके लक्षित बाजार के दर्शक बहुत सीमित थे। व्यवसाय शुरू करने पर विचार करने से पहले ऐसे कई प्रश्न हैं, जिन्हें उत्तर देने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, आप जो पेशकश कर रहे हैं उसकी किसको जरूरत है? क्या आप अपने आदर्श ग्राहकों को परिभाषित कर सकते हैं? क्या बाजार राष्ट्रीय है? क्या आपके उत्पाद या सेवा के लिए बाजार में जगह है? आदि।

अपने दर्शकों को समझें

बाजार रिसर्च करने के बाद, आपको अपना ध्यान अपने दर्शकों पर केंद्रित करना होगा। वे कौन है? वे संभावित ग्राहकों और क्लाइंट्स, उद्योग में प्रभाव रखने वाले, या ऐसे लोग हो सकते हैं जो आपकी कंपनी में रुचि रखते हैं। आपके दर्शक क्या चाहते हैं और पसंद करते हैं? विभिन्न लोगों के प्रकार के अनुसार कुछ अलग-अलग व्यक्तियों को अपने व्यवसाय के साथ जोड़ना शुरू करें। उनके लिए किस प्रकार के मुद्दे रिलेवेंट हैं? अपने दर्शकों को समझें ताकि आप उनकी सेवाओं को पूरा कर सकें। हर किसी को खुश करने की कोशिश मत करो, इसके बजाय, उस आदर्श श्रोताओं के साथ अपने संचार को लक्षित करें।

बजट

आप पूंजी के बिना एक व्यवसाय शुरू नहीं कर सकते हैं। अपने व्यापार से जुड़े लागतों का रिसर्च करें। निर्धारित करें कि आपके पास क्या है, आपको कितना पैसा चाहिए और आप इसे प्राप्त करने के लिए क्या करेंगे। यदि आप निवेशक को फंडिंग या वित्त पोषण पाना चाहते हैं, तो अपनी पिच का अभ्यास करें और एक व्यवसाय योजना लिखना शुरू करें।

बिज़नेस का नाम

सही नाम आपकी कंपनी के बारे में बहुत कुछ कहता है। यह स्पष्ट प्रतीत होना चाहिए, लेकिन नाम ऐसा होता है, जिससे आपका व्यवसाय दुनिया में जाना जाएगा। नाम आकर्षक, लिखने में आसान, याद रखने में आसान और उच्चारण करना आसान होना चाहिए। संभावित नामों की एक सूची बनाएं और सूची को उस तक सीमित करें जो कुछ शब्दों में आपकी कंपनी का सबसे अच्छा वर्णन करती है। एक और चीज जिसे आपको सोचना ​​चाहिए कि नाम वेब डोमेन नाम में कैसे अनुवाद करेगा। आपको यह देखने के लिए अनुसंधान करने की भी आवश्यकता होगी कि क्या कोई (समान डोमेन नाम और बी) समान व्यावसायिक नाम है।

बिज़नेस वकील और एकाउंटेंट

आपको एक वकील लेने की आवश्यकता होगी, जिसका स्टार्टअप के साथ अनुभव है ताकि आपको अनुबंध तैयार करने, आपके लिज़ की समीक्षा करने और सही व्यापार संरचना का निर्धारण करने के बारे में सलाह दे सकें। एकाउंटेंट आपके वकील के साथ मिलकर काम करेगा। स्वामित्व और कर योजना का सर्वोत्तम रूप निर्धारित करने में एक अच्छा एकाउंटेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

व्यावसायिक ढांचा

व्यवसाय शुरू करने से पहले अपनी व्यावसायिक संरचना का निर्णय लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपकी कंपनी के भविष्य का फैसला करेगा। अलग-अलग व्यापार संरचनाओं में व्यक्तिगत देयता, कर, कागजी कार्य और विनियम के कानून काफी भिन्न होते हैं। आपके वकील और एकाउंटेंट इस महत्वपूर्ण निर्णय में आपकी सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। आपके विकल्पों में एकमात्र स्वामित्व, सामान्य भागीदारी, सीमित देयता निगम (एलएलसी) या कॉर्पोरेशन शामिल हैं।

लाइसेंस और परमिट

अपनी देश और आपके राज्य पर लागू सभी लाइसेंसों का रिसर्च करें। एक व्यापार लाइसेंस के साथ, व्यवसाय के प्रकार और राज्य कानूनों के आधार पर आप कर सकते हैं।

सेल्स एंड मार्केटिंग: बढ़ा रोजगार, बढ़ा बाजार

दुनिया भर में कॉरपोरेट समुदाय अपने तैयार उत्पादों के लिए बाजार विकसित करने में लगे हैं। इससे सरकारी संस्थानों को भी अपना कारोबार बढ़ाने में स्पर्धा का सामना मार्केट रिसर्च कैसे करें करना पड़ रहा है। छोटी-बड़ी कंपनियों के लिए.

सेल्स एंड मार्केटिंग: बढ़ा रोजगार, बढ़ा बाजार

दुनिया भर में कॉरपोरेट समुदाय अपने तैयार उत्पादों के लिए बाजार विकसित करने में लगे हैं। इससे सरकारी संस्थानों को भी अपना कारोबार बढ़ाने में स्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। छोटी-बड़ी कंपनियों के लिए पुराने के साथ नए उत्पादों व सेवाओं की मांग को बढ़ाना जरूरी हो गया है। इससे हरेक क्षेत्र में सेल्स एवं मार्केटिंग में प्रशिक्षित युवाओं की मांग बढ़ी है। यहां करियर में आगे बढ़ने की पर्याप्त संभावनाएं देखी जा रही हैं।

क्या है सेल्स व मार्केटिंग
किसी भी कंपनी का मुनाफा उसके सेल्स और मार्केटिंग विभागों के कार्य पर निर्भर करता है। सेल्स विभाग के कर्मचारी मिल कर कंपनी के उत्पादों या सेवाओं की बिक्री को बढ़ाते हैं। इसमें मार्केटिंग विभाग के कर्मचारी मार्केट रिसर्च/मार्केट सर्वे, योजना, विज्ञापन आदि के जरिये अपना सहयोग देते हैं। इस तरह ये पेशेवर बाजार में कंपनी की ‘ब्रांड वैल्यू' बढ़ाने की कोशिश करते हैं। लक्ष्य एक होते हुए भी दोनों विभागों की कार्य-योजनाओं में काफी अंतर होता है। नामी कंपनियां इन कामों में माहिर युवाओं को नौकरी में रखती हैं।

रोजगार के अवसर
सेल्स व मार्केटिंग के क्षेत्र में वैसे तो 12वीं के बाद ही मौके मिलने लगते हैं, पर ग्रेजुएशन के बाद इस ओर कदम रखना ठीक रहता है। किसी भी विषय से ग्रेजुएट छात्र इसमें करियर बनाने के बारे में सोच सकता है। बशर्ते उसमें आत्मविश्वास के साथ कंपनी के उत्पाद व सेवाओं को बेचने का हुनर हो। हालांकि छोटी-बड़ी कंपनियां ऐसे पेशेवरों को महत्व दे रही हैं, जो ऑनलाइन सेल्स, सेल्स मैनेजमेंट जैसी किसी खास विधा के मार्केट रिसर्च कैसे करें विशेषज्ञ हैं। इनके अलावा नियोक्ता डायरेक्ट कंज्यूमर सेल्स, प्रोमोशनल सेल्स, इवेंट एंड ट्रेड एग्जिबिशन में उम्मीदवारों की कुशलता को परखते हैं।

नौकरी के लिए सही स्किल्स और अनुभव के दम पर सेल्स ट्रेनी से लेकर सेल्स मैनेजर, डायरेक्टर (सेल्स एंड मार्केटिंग) स्तर तक के पदों पर पहुंचा जा सकता है। हो सकता है कि शुरुआत में आपको काफी कम सैलरी पर नौकरी मिले, पर इसके साथ इंसेंटिव पर आधारित सैलरी और भत्तों का भी प्रावधान होता है। ऐसे में ज्यादा बिक्री करने पर उसी अनुपात में अच्छी-खासी आय मिल जाती है।.

उम्मीदवार प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये या सीधे ऑनलाइन आवेदन कर नौकरी पाने की कोशिश कर सकते हैं। नौकरी के लिए इंटरव्यू से पहले अपने मार्केटिंग/सेल्स के साथियों का अनुभव हासिल करना न भूलें। इंटरव्यू से पहले कंपनी के उत्पाद व उसके प्रतिद्वंद्वियों के बारे में जानकारी जुटा लें। हो सकता है आपका कोई आइडिया नियोक्ता को पसंद आ जाए।.

क्या हो क्षमताएं
छोटे-बड़े व्यापारियों से लेकर उपभोक्ताओं तक को अपनी सेवाएं व उत्पाद खरीदने के लिए तैयार करना काफी मशक्कत भरा काम होता है। इस तरह की नौकरी में संवाद कौशल काफी अहम होता है। .

इसमें युवाओं का बहिर्मुखी स्वभाव का होना काफी मददगार होता है। अमूमन इस पेशे में काफी दौड़-भाग होती है, इसलिए वह युवा ही इसमें करियर के बारे में सोचें, जो कहीं आने-जाने में सहज हैं। .

इस कार्यक्षेत्र में धैर्य के साथ-साथ बेहतरीन श्रोता होने का भी परिचय देना पड़ता है। रचनात्मक सोच और प्रतिद्वंद्वियों से आगे निकलने के लिए नई और प्रभावी रणनीतियां बनाने में माहिर होना पड़ता है। .

कोर्स से मिलेंगे बेहतर मौके
ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर सेल्स/मार्केटिंग से जुड़े काफी कोर्स उपलब्ध हैं। मैथ्स और कॉमर्स की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए ऐसे कोर्स में प्रवेश पाना अपेक्षाकृत आसान होता है। इनमें से ज्यादातर में चयन प्रवेश परीक्षा के जरिये होता है।

ग्रेजुएशन स्तर पर बीबीए (सेल्स एंड मार्केटिंग), बीबीए (डिजिटल मार्केटिंग), बीकॉम (मार्केटिंग) जैसे कोर्स कराए जाते हैं। पीजी कोर्स में एमबीए (मार्केटिंग) आदि का खासतौर पर नाम लिया जा सकता है। इनके अलावा पीजी डिप्लोमा इन मार्केटिंग एंड सेल्स जैसे कोर्स भी सरकारी और निजी संस्थानों से किये जा सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग का बढ़ता चलन
आजकल लगभग सभी कंपनियां डिजिटल मार्केटिंग का इस्तेमाल कर रही हैं। इसमें मार्केटिंग के पारंपरिक तरीकों की तुलना में कहीं कम खर्च होता है। इसमें किसी भी प्रोडक्ट या सेवा के बारे में डिजिटल फोरम के जरिये जानकारी देने की कोशिश की जाती है। इसके लिए ई-मेल, सोशल मीडिया, वेबसाइट, मोबाइल एप मार्केटिंग, सोशल ब्लॉग का विशेष तौर पर नाम लिया जा सकता है।.

इस पेशे की चुनौतियां
अपनी कंपनी के प्रोडक्ट्स को उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय बनाए रखना इसमें सफलता के लिए बेहद जरूरी है। अकसर निजी कंपनियां अपेक्षित नतीजे न मिलने पर नौकरी से हटाने में देर नहीं लगातीं। इसमें पेशेवर दफ्तर से बाहर फील्ड में रह कर काम करते हैं। अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की रणनीति पर हमेशा नजर रखना पड़ता है और उसी के अनुसार मार्केटिंग/सेल्स स्ट्रैटजी में निरंतर बदलाव करते रहना पड़ता है। कंपनी बदलने पर नए सिरे से सब कुछ समझना पड़ता है। नौकरी में बेहद ऊंचे सेल्स टार्गेट दिये जाते हैं, जिससे तनाव की स्थिति हमेशा बनी रहती है।.

प्रमुख संस्थान
- मगध विश्वविद्यालय, गया, बिहार
- सरदार भगत सिंह कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, लखनऊ
- सैम हिगिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज, प्रयागराज
- पटना वुमन कॉलेज (पटना यूनिवर्सिटी से संबद्ध), पटना, बिहार'
- नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी

शेयर मार्केट में पहली बार कर रहे हैं निवेश तो इन बातों का रखें खास ध्यान, जानिए क्या है निवेश का सही तरीका

किसी भी सेक्टर में निवेश करने के लिए सिर्फ़ रिटर्न ही नहीं देखना चाहिए.

किसी भी सेक्टर में निवेश करने के लिए सिर्फ़ रिटर्न ही नहीं देखना चाहिए.

लगातार बढ़ती महंगाई से मुकाबला करने के लिए शेयर मार्केट में निवेश करना काफ़ी फायदेमंद हो सकता है. इसके लिए मार्केट को समझ . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 27, 2022, 08:20 IST

हाइलाइट्स

लगातार बढ़ती महंगाई से मुकाबला करने के लिए शेयर मार्केट में निवेश करना काफ़ी फायदेमंद हो सकता है.
शेयर मार्केट में निवेश सीखने का कोई शॉर्टकट नहीं है, इसलिए खुद ही इसे अनुभव से सीखना पड़ता है.
किसी के कहने से अपने निवेश को बदलने की बजाय अपनी रिसर्च और प्लानिंग को ध्यान में रखना चाहिए.

नई दिल्ली. अपने भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी है कि हम अपनी इनकम का कुछ हिस्सा कहीं ऐसी जगह निवेश करें, जो जरूरत पड़ने पर काम आ सके. हमारे देश में ज्यादातर लोग निवेश के लिए ट्रेडिशनल तरीकों को ही अपनाते हैं जो कि रिटर्न के मामले में उतने कारगर नहीं होते हैं. लगातार बढ़ती महंगाई से मुकाबला करने के लिए शेयर मार्केट में निवेश करना काफ़ी फायदेमंद हो सकता है. इसके लिए मार्केट को समझते हुए सही तरीके से निवेश करना जरूरी है.

शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिम भरा होता है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखते हुए आप इससे अच्छा रिटर्न ले सकते हैं. शेयर मार्केट में निवेश सीखने का कोई शॉर्टकट नहीं है, इसलिए खुद ही इसे अनुभव से सीखना पड़ता है. यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं और जानकारी के अभाव में अब तक नहीं कर पाए हैं, तो आज हम आपके काम की जानकारी लेकर आए हैं. इस आर्टिकल में हम इसी पर बात करेंगे.

निवेश के लिए स्टॉक कैसे तय करें
शेयर मार्केट में निवेश की शुरूआत में निवेशक को रिटर्न पर ज्यादा फोकस नहीं करना चाहिए. शुरूआत में ज्यादा उतार चढ़ाव वाले स्टॉक की बजाय ऐसे स्टॉक को चुनना फायदेमंद होता है, जो फंडामेंटली मजबूत होते हैं. स्टॉक का चुनाव कंपनी की ग्रोथ देखकर करना चाहिए. शुरुआती निवेशक को स्मॉलकैप शेयरों की बजाय लार्जकैप शेयरों में पैसा लगाना चाहिए. फिर धीरे-धीरे मार्केट को समझते हुए आगे बढ़ना चाहिए.

निवेश से पहले टारगेट तय करें
भविष्य में आपको किस काम के लिए और कितने रुपयों की जरूरत पड़ सकती है, उसके मुताबिक अभी से प्लानिंग करके निवेश की शुरुआत करें. निवेश करते समय आप इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि जिस सेक्टर में आप पैसा लगाने जा रहे हैं उसमें अभी कितना रिटर्न मिल रहा है और भविष्य में आगे उसकी क्या संभावनाएं है.

धैर्य रखना बेहद जरूरी
शेयर मार्केट में हमेशा उतार-चढ़ाव होता रहता है. इसमें आपको कभी फायदा होगा तो कभी नुकसान भी झेलना पड़ सकता है. इसलिए आपको धैर्य से काम लेना पड़ता है, इसमें जल्दबाजी काम नहीं आती. किसी भी स्टॉक में एक बार पैसे लगाने के बाद रुककर मार्केट की गतिविधियों को देखना चाहिए और सही समय पर अच्छे रिटर्न के साथ पैसे को निकालना चाहिए. स्टॉक मार्केट में आप अपने अनुभव से सीखते हैं मार्केट रिसर्च कैसे करें और उसी के अनुसार आगे की प्लानिंग करते हैं. इसलिए अपने हर अनुभव से सीखते रहना जरूरी है.

निवेश बदलने से होता है नुकसान
अगर कोई निवेशक एक जगह निवेश करने के बाद, किसी दूसरे सेक्टर के बेहतर प्रदर्शन को देखकर अपने निवेश को स्विच कर लेता है, तो वह उसे शॉर्ट टर्म के लिए तो लाभ दे सकता है लेकिन बार-बार ऐसा करने से उसको बड़ा घाटा उठाना पड़ सकता है. किसी भी सेक्टर में निवेश करने के लिए सिर्फ़ रिटर्न ही नहीं बल्कि बाकी सब चीजों को भी ध्यान से देखना चाहिए कि वह वास्तव में कितना लाभ दे सकता है.

फ्री की सलाह पर निवेश से बचें
शेयर मार्केट में निवेश के लिए गाइड करने वाली किसी विश्वसनीय वेबसाइट या एक्सपर्ट के अलावा किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए. विशेष तौर पर सोशल मीडिया पर दिए जाने वाले टिप्स के चक्कर में पड़ने से बचें. किसी मार्केट रिसर्च कैसे करें के कहने से अपने निवेश को बदलने की बजाय अपनी रिसर्च और प्लानिंग को ध्यान में रखना चाहिए. मार्केट के उतार-चढ़ाव से घबराकर पैसे निकालने के बारे में सोचना भी सही नहीं है. इसके अलावा मार्केट मार्केट रिसर्च कैसे करें की गतिविधियों को ध्यान से देखते हुए अपनी प्लानिंग में बदलाव कर सकते हैं.

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