PM Modi on Bitcoin: गलत हाथों में न चली जाए Cryptocurrency, युवाओं को कर सकता है बर्बाद- पीएम मोदी

PM Modi on Bitcoin: पीएम मोदी ने कहा- यह महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक राष्ट्र क्रिप्टोकरेंसी पर एक साथ काम करें और सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए.

By: ABP Live | Updated at : 18 Nov 2021 12:13 PM (IST)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

PM Modi on Bitcoin: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज 'द सिडनी डायलॉग' में क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन को लेकर बड़ी बात कही. पीएम मोदी ने अपने भाषण में क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन का जिक्र करते हुए कहा कि सभी लोकतांत्रिक राष्ट्र यह सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए. पीएम मोदी ने कहा कि ये हमारे युवाओं को बर्बाद कर सकता है.

सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए- पीएम मोदी

पीएम मोदी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारत की आईटी प्रतिभा पर बोल रहे थे. पीएम मोदी ने कहा, ‘’भारत की आईटी प्रतिभा ने वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाने में मदद की. इसने हमारे दैनिक जीवन में उपयोग की जाने वाली प्रौद्योगिकियों और सेवाओं के विकास में योगदान दिया है.क्रिप्टोकरेंसी पर भारत की रणनीति ’’ उन्होंने कहा, ‘’उदाहरण के लिए क्रिप्टो-मुद्रा या बिटकॉइन को लें. यह महत्वपूर्ण है कि सभी लोकतांत्रिक राष्ट्र इस पर एक साथ काम करें और सुनिश्चित करें कि यह गलत हाथों में न जाए, जो हमारे युवाओं को बर्बाद कर सकता है.’’

डिजिटल युग में सबसे महत्वपूर्ण है डाटा- पीएम मोदी

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पीएम मोदी ने डाटा को डिजिटल युग में सबसे महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत ने इसकी सुरक्षा और निजता की रक्षा के लिए मजबूत ढांचा विकसित किया है और वह इसका इस्तेमाल लोगों के सशक्तीकरण के स्रोत के रूप में करता है. डिजिटल युग ने राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज को पुनर्भाषित किया है और यह सार्वभौमिकता, शासन, नीति, कानूनों, अधिकारों और सुरक्षा को लेकर नए सवाल भी खड़े कर रहा है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा, ताकत और नेतृत्व को भी पुनर्भाषित कर रहा है. इसने प्रगति और समृद्धि के नए अवसरों को भी पैदा किया है.’’ प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को क्षेत्र और दुनिया के लिए एक कल्याणकारी ताकत बताया.

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Published at : 18 Nov 2021 11:39 AM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin narendra Modi The Sydney Dialogue PM Modi on Cryptocurrency- Bitcoin हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi

Cryptocurrency पर बड़े फैसले के मूड में मोदी सरकार, जानें बैठक में क्या हुई चर्चा

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) और इससे संबंधित मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में शनिवार को एक बैठक हुई. सूत्रों के अनुसार रिजर्व बैंक, वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने क्रिप्टोकरेंसी के मुद्दे पर दुनियाभर के विशेषज्ञों के सुझावों को पीएम मोदी के सामने रखा.

सांकेतिक तस्वीर.

हिमांशु मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 13 नवंबर 2021,
  • (अपडेटेड 13 नवंबर 2021, 11:35 PM IST)
  • क्रिप्टोकरेंसी को लेकर पीएम मोदी की अध्यक्षता में बड़ी बैठक
  • मनी लांड्रिंग और टेरर फंडिंग में इस्तेमाल पर जताई चिंता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शनिवार को क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से संबंधित मुद्दों पर आयोजित एक बैठक की अध्यक्षता की. सरकारी सूत्रों ने बताया कि मीटिंग में इस बात पर जोर दिया गया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर झूठे वादे करने और गैर पारदर्शी विज्ञापनों के जरिए युवाओं को गुमराह करने की कोशिशें बंद होनी चाहिए.

यह बैठक रिजर्व बैंक, वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय की उस संयुक्त परामर्श प्रकिया के बाद हुई, जिसमें मंत्रालयों ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर विभिन्न देशों और दुनियाभर के विशेषज्ञों से इस बारे में परामर्श किया था.

बैठक में यह तय किया गया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार विशेषज्ञों और स्टेक होल्डर्स के साथ लगातार चर्चा करती रहेगी. मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा की गई कि अस्थायी क्रिप्टो मार्केट को मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का हथियार नहीं बनने दिया जाएगा.

सूत्रों के मुताबिक, बैठक में इस बात पर भी सहमति जताई गई कि सरकार को क्रिप्टोकरेंसी पर भारत की रणनीति क्रिप्टो मार्केट के लिए जरूरी प्रारूप बनाने के लिए विशेषज्ञों और हितधारकों के साथ सक्रियता से जुड़ना होगा. इस बैठक में दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर हुए फैसलों और तौर-तरीकों पर भी चर्चा हुई. बैठक में कहा गया कि गैर-विनियमित क्रिप्टो मार्केट को काले धन को सफेद करने की और आतंकी गतिविधियों का वित्तपोषण करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.

सरकार विशेषज्ञों-स्टेक होल्डर से बातचीत रखेगी जारी

सरकार का मानना है कि क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी तकनीक है जो कि लगातार विकसित हो रही है. इसलिए इस पर कड़ी नजर रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे. बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि सरकार इस मुद्दे पर जो भी कदम उठाएगी, वह प्रोगेसिव और भविष्य को ध्यान में रखकर लिए जाएंगे. इस मामले में सरकार विशेषज्ञों और अन्य स्टेक होल्डर से लगातार बातचीत जारी रखेगी. क्योंकि यह मामला देशों की सीमाओं से ऊपर है इसलिए वैश्विक साझेदारी और साझा रणनीति भी बनाई जाएगी.

Cryptocurrency पर बिल पेश करने की तैयारी में मोदी सरकार, आज फिर अहम बैठक!

Cryptocurrency regulation in India: अब सरकार ने इस मुद्दे पर बड़ा फैसला लेने के लिए मूड बना लिया है. कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर एक व्यापक विधेयक पेश करने के लिए तैयार है, जिसे संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सकता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो: PIB)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2021,
  • (अपडेटेड 15 नवंबर 2021, 12:05 AM IST)
  • क्रिप्टोकरेंसी पर एक व्यापक विधेयक पेश करने की तैयारी
  • RBI ने वर्चुअल करेंसी पर सरकार को किया आगाह

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर मोदी सरकार हरकत में है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इस मुद्दे पर 13 नवंबर को बैठक हुई. यह बैठक रिजर्व बैंक, वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय की उस संयुक्त परामर्श प्रकिया के बाद हुई, जिसमें मंत्रालयों ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर विभिन्न देशों और दुनियाभर के विशेषज्ञों से इस बारे में परामर्श क्रिप्टोकरेंसी पर भारत की रणनीति किया था.

Cryptocurrency Regulation in India: अब सरकार ने इस मुद्दे पर बड़ा फैसला लेने के लिए मूड बना लिया है. रिपोर्ट क्रिप्टोकरेंसी पर भारत की रणनीति के मुताबिक केंद्र सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर एक व्यापक विधेयक पेश करने की तैयारी कर रही है, जिसे संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में पेश किया जा सकता है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्त संबंधी स्थाई समिति (Standing Committee on Finance) आज अगली बैठक करने वाली है. जिसमें इसके सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा.

RBI ने सरकार को बताया अपना पक्ष

दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पहले ही क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अपना पक्ष सरकार के सामने रख दिया है. केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को डिजिटल परिसंपत्तियों पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में गंभीर चिंताएं हैं. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास का कहना है कि वर्चुअल करेंसी को लेकर RBI की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ है. हमें क्रिप्टोकरेंसी के बारे में प्रमुख चिंताएं हैं, जो हमने सरकार को बताई हैं. उन्होंने कहा कि निवेशकों को भी डिजिटल करेंसी को लेकर बहुत सतर्क रहने की जरूरत है.

लेकिन भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चीन जैसा रुख अपनाने के लिए तैयार नहीं है. चीन ने डिजिटल संपत्ति पर प्रतिबंध लगा दिया है. भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर एक नियामक के पक्ष में है. इसका अर्थ यह हो सकता है कि भारत पूरी तरह से क्रिप्टोकरेंसी पर बैन न लगाए. इसपर पैनी नजर रखी जाएगी.

कई मुद्दों पर मंथन जारी

सरकार को जिस चिंता को दूर करने की जरूरत है, वह यह है कि क्या ऐसी डिजिटल संपत्ति को मुद्रा या निवेश संपत्ति के रूप में माना जाता है. सूत्रों का मानना ​​है कि देश में क्रिप्टोकरेंसी को मुद्रा का दर्जा मिलने की बहुत कम संभावना है. हालांकि इसे सही तरीके से रेगुलेट पर बेहतर टैक्स कलेक्शन उम्मीद की जा सकती है.

उड़ती-उड़ती खबर है कि बिल में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर टैक्स लगाया जा सकता है. संभावना है कि अगर क्रिप्टोकरेंसी से कमाई होती है तो उस कमाई पर पूंजीगत लाभ कर (Capital Gains Tax) लगाया जा सकता है.

आरबीआई की मानें तो क्रिप्टोकरेंसी से देश की व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है. केंद्रीय बैंक ने इनके बाजार मूल्य पर भी संदेह जताया है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले बुधवार को क्रिप्टोकरेंसी को अनुमति देने के खिलाफ अपने विचारों को दोहराते हुए कहा था कि ये किसी भी वित्तीय प्रणाली के लिए एक गंभीर खतरा हैं, क्योंकि वे केंद्रीय बैंकों द्वारा नियंत्रित नहीं हैं. क्रिप्टोकरेंसी पर आरबीआई की आंतरिक पैनल की रिपोर्ट अगले महीने आने की उम्मीद है.

गौरतलब है कि 13 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई में हुई बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर झूठे वादे करने और गैर पारदर्शी विज्ञापनों के जरिए युवाओं को गुमराह करने की कोशिशें बंद होनी चाहिए. बैठक में यह तय किया गया कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार विशेषज्ञों और स्टेक होल्डर्स के साथ लगातार चर्चा करती रहेगी. मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा की गई कि अस्थायी क्रिप्टो मार्केट को मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का हथियार नहीं बनने दिया जाएगा.

सरकार विशेषज्ञों-स्टेक होल्डर से बातचीत रखेगी जारी

सरकार का मानना है कि क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी तकनीक है जो कि लगातार विकसित हो रही है. इसलिए इस पर कड़ी नजर रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे. बैठक में इस बात पर सहमति बनी है कि सरकार इस मुद्दे पर जो भी कदम उठाएगी, वह प्रोगेसिव और भविष्य को ध्यान में रखकर लिए जाएंगे. इस मामले में सरकार विशेषज्ञों और अन्य स्टेक होल्डर से लगातार बातचीत जारी रखेगी. क्योंकि यह मामला देशों की सीमाओं से ऊपर है इसलिए वैश्विक साझेदारी और साझा रणनीति भी बनाई जाएगी.

cryptocurrency legal in india, क्या क्रिप्टो करेंसी को भारत में कानूनी मान्यता प्राप्त है

इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया बनाम भारतीय रिजर्व बैंक मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आरबीआई द्वारा जारी किए गए एक सर्कुलर को रद्द कर दिया था। इस सर्कुलर में बैंकों एवं नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों को वर्चुअल करेंसी, डिजिटल करेंसी या फिर क्रिप्टो करेंसी में व्यवहार करने से मना किया गया था। वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में भारत सरकार ने क्रिप्टो करेंसी की कमाई पर 30% टैक्स लगाने की घोषणा की है। भारत में अभी तक बिटकॉइन या क्रिप्टोकरंसी को कानूनी मान्यता नहीं दी गई है परंतु इसे अवैध भी घोषित नहीं किया गया है।

क्योंकि सरकार ने क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स लगा दिया है इसलिए भारत में लोग इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं। अब तक के मामलों और प्रावधानों से एक बात स्पष्ट होती है कि यदि वर्चुअल करंसी या क्रिप्टो करेंसी का उपयोग किसी गैर कानूनी उद्देश्य से नहीं किया जा रहा है तो इसे अपराध नहीं माना जाएगा। यदि क्रिप्टो करेंसी में कमाई करने वाला व्यक्ति इसकी विधिवत घोषणा करता है और टैक्स अदा करता है तो उसके पास क्रिप्टो करेंसी में व्यवहार करने का अधिकार प्राप्त होगा।

Cryptocurrency: देर आए और दुरुस्त भी न आए- सरकार और RBI की राय अलग

केंद्र सरकार 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक पेश कर सकती है.

Cryptocurrency: देर आए और दुरुस्त भी न आए- सरकार और RBI की राय अलग

Cryptocurrency Ban In India: भारत में लगातार बढ़ रही बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की पॉपुलैरिटी के बीच हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की समीक्षा में क्रिप्टो पर एक अहम बैठक बुलाई गई. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बैठक में क्रिप्टो के फायदे-नुकसान और रेगुलेशन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई. दिक्कत की बात ये है कि भारत में इस लेवल पर बातचीत तब हो रही है, जब यहां दस करोड़ से ज्यादा क्रिप्टो ओनर हो चुके हैं और अब भी नीति निर्धारकों के बीच एकराय नहीं है.

PTI रिपोर्ट के मुताबिक केंद्र सरकार 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी पर एक विधेयक पेश कर सकती है.

क्रिप्टो पर पूरी तरीके से बैन चाहता है RBI

RBI हमेशा से क्रिप्टो की आलोचना करता रहा है. सेंट्रल बैंक का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी देश की मैक्रोइकोनॉमिक्स और वित्तीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है. रिजर्व बैंक ने क्रिप्टो में ट्रेड कर रहे लोगों की संख्या और बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी द्वारा दावा किए गए मार्केट वैल्यू पर भी संदेह जताया है.

RBI ये भी मानता है कि क्रिप्टो देश की करेंसी (भारतीय रूपये) के लिए खतरा है. अगर ज्यादातर लोग प्रोविडेंट फण्ड जैसे रूपये आधारित बचत के बजाय क्रिप्टो में निवेश करने लगेंगे तो भारत के करेंसी की डिमांड गिर जाएगी. इससे बैंकों को अपने ग्राहकों को लोन देने में समस्या हो सकती है.

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