Share Market: इंट्राडे में ढूंढ रहे हैं कमाई का मौका, जानिए ऐसे 20 स्टॉक्स जिसमें ट्रेड लेकर हो सकता है तगड़ा मुनाफा

अच्छे ग्लोबल संकेतों की वजह से इंफोसिस में तेजी संभव है । 13 अक्टूबर कंपनी के Q2 की रिजल्ट डेट आएंगे

सीधा सौदा में दो एक्सपर्ट कैप्टन बनते हैं जिनकी टीम को 10-10 स्टॉक्स या प्लेयर के रूप में बांटा गया है।

सीएनबीसी-आवाज़ पर सीधा सौदा शो में रोजाना बाजार खुलने से पहले निवेशकों को ट्रेडिंग के लिए 20 दमदार स्टॉक्स सुझाये जाते हैं। इसमें अपनी समझ और विश्लेषण के साथ निवेश करके निवेशक अच्छी कमाई कर सकते हैं। सीधा सौदा में दो एक्सपर्ट कैप्टन बनते हैं जिनकी टीम को 10-10 स्टॉक्स या प्लेयर के रूप में बांटा गया है। टीमों के कैप्टन इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा इन स्टॉक्स से संबंधित कंपनियों का अध्ययन, रिसर्च और विश्लेषण करके इस स्टॉक्स में निवेश के लिए ग्रीन या रेड संकेत देते हैं और इस संकेत के पीछे की वजह भी बताते हैं । जानते हैं कप्तानों ने अपनी-अपनी टीमों में आज किन स्टॉक्स को शामिल किया है-

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें (Intraday Trading in Hindi)

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है हिंदी में: आज के समय में ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे एप्प मौजूद हैं जिनकी मदद से लोग आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं. मोबाइल एप्प के द्वारा ट्रेडिंग करने के कारण भारत इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा में भी ट्रेडिंग धीरे – धीरे लोकप्रिय होती जा रही है. ट्रेडिंग के द्वारा बहुत सारे लोग पैसे कमाकर अमीर बन रहे हैं.

लेकिन जो लोग ट्रेडिंग में अभी नए हैं या फिर ट्रेडिंग सीख रहें हैं तो उन्हें ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है. ट्रेडिंग भी अनेक प्रकार के होती है जिसमें से एक सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग का प्रकार है Intraday Trading.

यदि आपको पैसे से पैसे कमाना है तो इंट्राडे ट्रेडिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है.

अगर जो लोग नहीं जानते हैं Intraday Trading क्या है, Intraday Trading किसमें की जाती है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाए और Intraday Trading के फायदे तथा नुकसान क्या है, नके लिए इस लेख से बहुत मदद मिलने वाली है.

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें (what is Intraday Trading in Hindi)

इस लेख में आपको Intraday Trading के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिलेगा और साथ में ही Intraday Trading करने के लिए कुछ जरुरी Tips भी आपको मिलेंगे, जो कि आपको इस लेख को अंत तक पढने से प्राप्त होंगे. तो चलिए बिना देरी के शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं Intraday Trading क्या होता है.

Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें?

Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें? क्या आप भी intraday trading करने की सोच रहे हैं। लेकिन आप डे ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं। तो फिर आइए आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है? इसे कैसे करे? साथ ही intraday करने के फायदे इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा और नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा।

Intraday Trading क्या है?

Intraday Trading में किसी भी कंपनी के शेयर को एक ही ट्रेडिंग दिन के लिए खरीदा और बेचा जाता हैं। इसलिए इसे Day Trading भी कहते है। एक दिन में शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव से intraday traders या day traders शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाने का प्रयास करते हैं।

अगर आसान शब्दो में समझाए तो intraday trading का मतलब intraday traders बाजार के खुलने के बाद शेयर को खरीदते हैं और ठीक बाजार के बंद होने से पहले बेच देते हैं। अगर आपने अपना शेयर नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर अपने आप position को square off कर देता है। वहीं अगर शेयर आपने NRML पर खरीदे हैं तो आपका ब्रोकर पोजिशन को delivery trade में बदल देगा।

उदाहरण के तौर पर मान लीजिए बाजार खुलने के बाद आपने किसी कंपनी के 500 शेयर को 1000 रुपये पर खरीद लिया। अगर आपको यह लगता है कि यह शेयर आज 1010 तक जाएगा। जैसे ही यह स्टॉक 1010 रुपये तक गया और आपने शेयर को बेच दिया। तो ऐसे में आपको 5000 रुपये का प्रॉफिट होगा। इसी तरह डे ट्रेडर्स कुछ घंटो में एक अच्छा प्रॉफिट कमा लेते हैं। इसी को intraday trading या day trading कहते हैं।

Intraday Trading कैसे करे?

Day Trading करने के लिए आपको online trading platform (जैसे कि Zerodha, Upstock, Angel broking आदि) अंगेलब्र पर अपना demat account खोलना पड़ेगा। बिना डिमैट खाता के आप किसी भी तरह की ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। इसलिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए डिमैट अकाउंट होना आवश्यक है। बता दूं कि intraday trading में काफी risk होता है। इसलिए डे ट्रेडिंग करने से पहले आपको कुछ खास जानकारी होना आवश्यक है। आइए तो फिर जानते हैं।

1. Intraday Trading करने के लिए आपके द्वारा चुने गए शेयर लिक्विड होना चाहिए। इसका मतलब यह हुआ कि जिस स्टॉक को आप खरीद रहे हैं उसमे वॉल्यूम हाई होना चाहिए। अगर किसी भी स्टॉक में वॉल्यूम कम है तो intraday trading के लिए उस share से दूर रहना चाहिए।

2. Intraday Trading करने के लिए सिर्फ 2 - 3 तीन अच्छे शेयरों का चुनाव करें।

3. शेयर के चुनाव से पहले बाजार का ट्रेंड देखे। इसके बाद ही intraday trading के लिए शेयर चुने।

4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में शेयर की चाल में बहुत तेजी से मूवमेंट होता है। इसलिए ट्रेड लेने से पहले एंट्री प्राइस, टारगेट और सबसे महत्वपूर्ण स्टॉप लॉस पहले से तय कर लें। जिसे सही समय पर आप बाजार से बाहर निकल आए।

5. इंट्रा डे ट्रेडिंग के इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा लिए उन शेयरों का चयन करना ज्यादा सही माना जाता है जो इंडेक्स या सेक्टर के साथ साथ चलते हैं।

6. सबसे महत्वपूर्ण कि share market risky होता है इसलिए उतने पैसे के ट्रेड ले जितना आपको loose करने में कोई दिक्कत ना हो।

Intraday Trading के फायदे क्या है?

Intraday Trading के advantages जाना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि यह फायदे अन्य ट्रेडिंग से डे ट्रेडिंग को भिन्य करते हैं।

1. निवेश या डिलीवरी की तुलना में इंट्राडे ट्रेडिंग में कम capital कि जरूरत होती है।

2. Intraday Trading में कम समय में प्रॉफिट कमा लेते हैं। लंबे समय तक आपको इंतजार नहीं करना पड़ता है।

3. अगर stock market में volatility ज्यादा हुई तो ज्यादा कमाई कर सकते हैं।

4. Day Trading में आपको leverage ज्यादा मिलता है। लेकिन लीवरेज सुविधा सभी ब्रोकर की अपनी अलग अलग होती है।

5. Day Trading में overnight risk नहीं होता है। वहीं होल्डिंग और लॉन्ग टर्म निवेश में overnight risk होता है।

6. Intraday Trading में आपको short selling कि भी सुविधा मिल जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी स्टॉक को पहले बेच सकते हैं। इसके बाद कम रेट पर खरीद सकते हैं।

Intraday Trading के नुकसान क्या है?

डे ट्रेडिंग के आपने फायदे तो जान लिए है। इसी को देखकर आप intraday trading करने के लिए तैयार हो गए होगे। आपको लग रहा होगा कि intraday trading करना बहुत आसान होता है। लेकिन बता दू कि इंट्रा डे ट्रेडिंग के अगर advantages है, तो उसके कुछ disadvantages भी हैं। जिन्हे आपको जानना जरूरी है। तो आइए इसके नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

1. डे ट्रेडिंग में कुछ समय में प्रॉफिट कमाया जाता है। तो दूसरी तरफ कुछ समय में पैसा गवाया भी जाता है।

2. डे ट्रेडिंग में आपको कोई fix return नहीं मिलता है। यानी कि यहां कोई fix salary नहीं होती है जिस पर आप डिपेंड हो सके।

3. Leverage, अगर आपका प्रॉफिट को मल्टीपल करने के लिए मददगार साबित होता है। तो दूसरी तरफ आपका नुकसान भी मल्टिप्ल करता है।

4. Intraday Trade के लिए आपका discipline होना जरूरी है। अगर आप discipline नहीं रहे तो बहुत बड़ा नुकसान कर सकते हैं।

5. Intraday Trading में आपको psychologically मजबूत होना पड़ता है। जो intraday traders के लिए एक सबसे बड़ी चुनौती होती है।

यह भी जाने-

निष्कर्ष-

Intraday Trading काफी risky होता है इसलिए intraday करने से पहले आपको मार्केट के बारे में जानकारी होनी चाहिए। मतलब यह कि यहां आज हर कोई पैसे कमाना चाहता है। लेकिन 90% लोगो के सफल ना होने का कारण उन्हें मार्केट के बारे में सही से जानकारी नहीं होती है।

अगर कुछ लोगो को मार्केट के बारे में जानकारी भी होती है तो money management या psychologically मजबूत नहीं होते हैं। Intraday में अगर आप इमोशंस पर ट्रेड करेगे, तो आपको भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयरों में तेजी से उतार चड़ाव होते हैं। इसलिए किसी के सलाह पर ट्रेड बिल्कुल ना ले। ट्रेड लेने से पहले उसका लॉजिक आपके पास होना चाहिए। मतलब यह की किसी भी ट्रेड को लेने से पहले आपको research और समझ विकसित करने की आवश्यकता है।

उम्मीद करता हूं कि आपको हमारा आज का लेख intraday trading क्या है? पसंद आया होगा। अगर आपको शेयर बाजार के बारे में जानकारी चाहिए तो हमारे साथ जुड़े रहे। साथ ही इस पोस्ट को social media platforms जैसे कि फेसबुक, वॉट्सएप, आदि पर अपने दोस्तो को जरूर शेयर करें। ताकि वह भी इंट्रा डे ट्रेडिंग के बारे में जानकारी हासिल कर सके।

इंट्रा डे ट्रेडर्स को इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा सबसे ज्यादा फायदा

इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग का मतलब है कि दिन के आखिरी कारोबारी सत्र से पहले सिक्योरिटीज को खरीदना या बेचना है. आप बाजार के बंद होने से पहले एक दिन में जो भी खरीदारी या फिर बिकवाली करते हैं वह इंट्राडे का हिस्सा होती है.

Written by Web Desk Team | Published :August 27, 2022 , 6:28 pm IST

इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग का मतलब है कि दिन के आखिरी कारोबारी सत्र से पहले सिक्योरिटीज को खरीदना या बेचना है. आप बाजार के बंद होने से पहले एक दिन में जो भी खरीदारी या फिर बिकवाली करते हैं वह इंट्राडे का हिस्सा होती है. इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए नॉलेज के अलावा भी कई फैक्टर असर डालते हैं, जिससे आपको गेन या फिर लॉस होता है.

दूसरी ओर हम कह सकते हैं कि इंट्राडे ट्रेडिंग कम समय में ट्रेड करके ज्यादा मुनाफा कमाने का तरीका है. जब आपको बाजार में लॉन्ग टर्म की जगह शॉर्ट टर्म के लिए पैसा इंवेस्ट करके अच्छा मुनाफा कमाना हो तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं.

बता दें शेयर बाजार में दिनभर उतार-चढ़ाव जारी रहता है और बाजार के रुझान मिनट के हिसाब से ही बदल जाते हैं. इसमें आपको एक मूवमेंट में प्रॉफिट हो सकता है वहीं अगले मूवमेंट में आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.

हालांकि, मान लीजिए कोई भी निवेशक सभी रेलिवेंट अपडेट, सही स्ट्रैटिजी और सही ट्रेंड्स को फॉलो करना है तो हो सकता है कि वह उस दिन अच्छा मुनाफा का ले. वह इस स्थिति में नुकसान से बच सकता है.

बता दें इंट्राडे ट्रेडिंग में इस बात की कोई भी गारंटी नहीं होती है कि आपको बिल्कुल भी नुकसान नहीं होगा. ऐसा कहा जाता है कि स्टॉक मार्केट में एक भी व्यापारी ऐसा नहीं है, जिसने बाजार में अपना पैसा न गंवाया हो. मार्केट अनप्रडिक्टेबल है और हमेशा ऐसा ही रहेगा. बाजार कब ऊपर जाएगा और कब नीचे इसका एकदम सटीक अंदाजा लगाना मुश्कित है.

एक ट्रेडर के लिए कुछ खास स्ट्रैटिजी, रेंफरेंस और इंफोर्मेशन के साथ नॉलेज और रिसोर्स का सही इस्तेमाल करना भी जरूरी है. आइए आज हम आपको इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा कुछ ऐसे फैक्टर के बारे में बताते हैं, जिसको फॉलो करके आप बेहतर ट्रेडर बन सकते हैं.

रियल टाइम मार्केट डाटा और न्यूज (Real-time market data and news)
इंट्राडे ट्रेडिंग में बाजार में लगातार बदलाव होता रहता है और आपको इसके बारे में अपडेट रहना जरूरी है. इसके अलावा मार्केट से फायदा कमाने के लिए बाजार से जुड़ी सभी लेटेस्ट इंफोर्मेशन के बारे में जानकारी होनी चाहिए. रियल टाइम मार्केट डाटा और न्यूज स्टॉक ट्रेंड्स के साथ ही बेहतर प्रिडेक्शन भी आपकी अच्छी कमाई करा सकता है.

इससे आपको यह समझने में मदद मिलती है कि आपको अपना पैसा इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा कहां लगाना है. साथ ही आप इन सभी तरह की जानकारियों के जरिए अपने पैसों को सही जगह निवेश कर सकते हैं.

इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेश इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा नेटवर्क (Electronic Communication Network (ECN))

एक इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेश नेटवर्क (ईसीएन) एक कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम है जो ऑटोमैटिकली बाय और सेल ऑर्डर को मैच करता है. जब भी ट्रेडर अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्र में होते हैं तो उस समय पर यह ECN ट्रेडिंग काफी हेल्पफुल होती है. इसके साथ ही इस ECN के जरिए आप बिना थर्ड पार्टी की मदद से ट्रांजेक्शन कर सकते हैं.

ECN इंस्टीट्यूशन और इंडिविजुअल मार्केट पार्टिसिपेंट के बीच बाय और सेल ऑर्डर मैच करता है. इसके अलावा यह बेस्ट बिड उपलब्ध कराता है, जिससे ट्रेडर बेस्ट डील या सौदा कर सकता है.

सिक्योरिटीज प्राइस चार्ट (Securities price charts)

सिक्योरिटीज के एनालाइसेस और इंवेस्टमेंट में प्राइस चार्ट एक अहम भूमिका निभाते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग में इस्तेमाल होने वाली यह काफ कॉमन टेक्निक है, जिसके जरिए ट्रेडर बाजार में पैसा लगाते हैं. इस समय ट्रेडर्स कैंडलस्टिक चार्ट का ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.

कैंडलस्टिक चार्ट व्यापारियों इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा को पिछले पैटर्न के आधार पर पॉसिबल प्राइस मूवमेंट को तय करने में मदद करता है. बता दें कैंडलस्टिक चार्ट 4 प्राइस प्वाइंट को दिखाता है. इसमें ट्रेडर ओपन, क्लोज, हाई और लो जैसे सभी अवधि को देख सकता है.

की- पैरामीटर्स (Key Parameters)
बता दें दिन की ट्रेडिंग के लिए कई खास पैरामीटर हैं, जिसको ध्यान में रखना जरूरी होता है. जैसे – अस्थिरता (volatility), ट्रेडिंग वॉल्यूम और लिक्विडिटी. Volatility के जरिए ट्रेडर को शॉर्ट टर्म प्राइस चेंज में प्रॉफिट बनाने में मदद मिलती है. इसके अलावा ट्रेडिंग वॉल्यूम को कितनी बार सुरक्षित खरीदा या बेचा जा सकता है इसके बारे में भी जानकारी मिलती है. इसकी मदद से सिक्योरिटीज के इंट्रस्ट के बारे में भी पता चलता है. लिक्विडिटी फैक्टर के जरिए बिड-आस्क-स्प्रेड पर भी असर पड़ता है. बता दें लो बिड आस्क स्प्रेड इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जरूरी होता है. इसके जरिए आप ट्रांजेक्शन कॉस्ट को भी मिनिमाइज कर सकते हैं.

डे-ट्रेडिंग स्ट्रैटिजी (Day Trading Strategies)
दुनिया भर के व्यापारी एक सफल व्यापार करने के लिए कई रणनीतियों और तकनीकों का उपयोग करते हैं. इन रणनीतियों का उपयोग स्पष्टता, नए अवसर खोजने, जोखिम को कम करने आदि में किया जाता है. हालांकि यह कई डेली ट्रेडर्स के लिए मददगार साबित होता है. इनमें स्कैल्पिंग, मोमेंटम और कॉन्ट्रेरियन ट्रेडिंग शामिल है.

बता दें स्कैल्पिंग में जब भी आपको ट्रेड इंट्रा डे ट्रेडर्स को सबसे ज्यादा फायदा के दौरान स्मॉल प्रॉफिट दिखे तो तुरंत ही आपको अपना ट्रेड बंद करना होता है. मोमेंटम में आपको ल्य प्रवृत्ति के प्राइस ट्रेंड पर काम करना होता है. यह आमतौर पर तब होता है जब कोई ब्रेकिंग न्यूज या लीक होता है. Contrarian strategy का इस्तेमाल डे ट्रेडर के द्वारा किया जाता है.

यह डे ट्रेडिंग के व्यापारियों के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला खास रिसोर्स है.हालांकि, शेयर बाजार में काम करते समय आपका सबसे अच्छा और सबसे महत्वपूर्ण संसाधन टाइम होता है. लाभ कमाने और नुकसान को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने समय का इस्तेमाल सही से निर्णय लेने के लिए करें.

इस ट्रेडिंग जर्नी में मदद के लिए आप 5paisa.com पर विजिट कर सकते हैं. इस प्लेटफॉर्म पर आपको ट्रेडिंग का सही रास्ता दिखाया जाएगा. 5paisa एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जिस पर अनुभवी और नए ट्रेडर्स दोनों ही काम कर सकते हैं. इसके अलावा जो भी लोग ट्रेडिंग एक्टिविटी में इंट्रस्ट रखते हैं वह 5paisa.com पर जाकर अधिक जानकारी ले सकते हैं.

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