कम जोखिम में ज्यादा फायदा पाने का आसान तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग से निवेश, ले सकते हैं बीमा
यूटिलिटी डेस्क. हेजिंग की सुविधा पाते हुए अगर आप मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं तो फ्यूचर ट्रेडिंग के मुकाबले ऑप्शन ट्रेडिंग सही चुनाव इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे होगा। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आपको शेयर का पूरा मूल्य दिए बिना शेयर के मूल्य से लाभ उठाने का मौका मिलता है। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आप पूर्ण रूप से शेयर खरीदने के लिए आवश्यक पैसों की तुलना में बेहद कम पैसों से स्टॉक के शेयर पर सीमित नियंत्रण पा सकते हैं।
राकेश झुनझुनवाला इन 3 वजहों से बेचते हैं कोई शेयर, जानें अभी कौन-कौन से शेयर हैं उनके पास
शेयर मार्केट के ‘बिग बुल’ राकेश झुनझुनवाला (Big Bull Rakesh Jhunjhunwala) हमेशा कैसे बाजार को लेकर इतने ‘बुलिश’ रहते हैं. कैसे उनके पास मौजूद शेयरों ने उन्हें एक दिन में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई दी है और अभी उनके पास कौन-कौन सी कंपनियों के शेयर हैं, इन सबके बारे में उन्होंने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में खुलकर बातें की.
हाल में राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में 1100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. उनके पास Tata Group की दो कंपनियों Tata Motors और Titan के शेयर थे. बीते सप्ताह इन दोनों के शेयर ने जबरदस्त बढ़त हासिल की और इनके शेयरों से ‘बिग बुल’ ने एक ही दिन में 1,125 करोड़ रुपये की कमाई की. टाइटन, टाटा समूह की दूसरी ऐसी कंपनी है जिसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 2 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा है.
इंडिया टुडे कॉनक्लेव में जब उनसे पूछा गया कि वो अपने पोर्टफोलियो के लिए शेयर का चुनाव कैसे करते हैं, तो उन्होंने कहा कि वो हमेशा किसी शेयर का चुनाव करने से पहले उससे जुड़े जोखिम और उस पर मिलने वाले लाभ के अनुपात को देखते हैं.
हाल में शेयर ब्रोकर हर्षद मेहता के जीवन पर आई वेब सीरीज Scam 1992 का सबसे लोकप्रिय डायलॉग ’रिस्क है तो इश्क है’ के ही अंदाज में राकेश झुनझुनवाला ने कहा कि जब आप शेयर बाजार में निवेश करने का रिस्क उठाते हैं तो आपको उसके लिए सचेत रहना चाहिए क्योंकि ‘जहां रिस्क है, वहीं अवसर भी है’. उन्होंने कहा कि चीन में भी हालात इस समय समान हैं वहां संकट है, तो अवसर भी है.
किस कंपनी का शेयर कब बेचना है, इसका चुनाव राकेश झुनझुनवाला तीन कारणों से करते हैं. उन्होंने कहा कि जब किसी शेयर पर कमाई का स्तर सबसे ऊंचाई पर पहुंच जाता है या उस शेयर की कीमत और कमाई का अनुपात अपने चरम पर होता है या उन्हें उसके अलावा कहीं और बेहतर निवेश विकल्प मिल जाता इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे है, तो वो शेयर बेच देते हैं. अन्यथा वो जल्दी शेयर नहीं बेचते.
राकेश झुनझुनवाला ने हाल में सबसे बड़ी खरीदारी सरकारी केनरा बैंक में की है. उन्होंने इस बैंक के 2,90,97,400 शेयर खरीदे हैं जो बैंक की 1.6% हिस्सेदारी के बराबर है. बाकी बड़े निवेशकों की तरह राकेश झुनझुनवाला भी सरकारी बैंकों को लेकर काफी ‘बुलिश’ बने हुए हैं.
अगर एक नजर राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो पर डाली जाए तो केनरा बैंक में नए निवेश और टाटा से जुड़े शेयरों के अलावा उनके पोर्टफोलियो में Aptech Limited, NCC Limited, Mandhana Retail Ventures, Nazara Technologies, Ralis India, Agro Tech Foods Limited और Va Tech Wabag Limited जैसी कंपनियों के शेयर हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए राकेश झुनझुनवाला का कहना है कि बाजार में कल क्या होगा, इसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता. लेकिन एक बात ध्यान रखने की है कि अच्छे शेयरों में निवेश करें और धीरज रखें. उन्होंने वारेन बफेट की एक बात याद दिलाई कि, ‘शेयर बाजार अधीरों से पैसा लेकर धैर्यवानों को देने का काम करता है’।
Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें?
Intraday Trading क्या है? Day Trading कैसे करें? क्या इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे आप भी intraday trading करने की सोच रहे हैं। लेकिन आप डे ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते हैं। तो फिर आइए आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होता है? इसे कैसे करे? साथ ही intraday करने के फायदे और नुकसान इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे के बारे में विस्तार से जानकारी दूंगा।
Intraday Trading क्या है?
Intraday Trading में किसी भी कंपनी के शेयर को एक ही ट्रेडिंग दिन के लिए खरीदा और बेचा जाता हैं। इसलिए इसे Day Trading भी कहते है। एक दिन में शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव से intraday traders या day traders शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाने का प्रयास करते हैं।
अगर आसान शब्दो में समझाए तो intraday trading का मतलब intraday traders बाजार के खुलने के बाद शेयर को खरीदते हैं और ठीक बाजार के इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे बंद होने से पहले बेच देते हैं। अगर आपने अपना शेयर नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर अपने आप position को square off कर देता है। वहीं अगर शेयर आपने NRML पर खरीदे हैं तो आपका ब्रोकर पोजिशन को delivery trade में बदल देगा।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए बाजार खुलने के बाद आपने किसी कंपनी के 500 शेयर को 1000 रुपये पर खरीद लिया। अगर आपको यह लगता है कि यह शेयर आज 1010 तक जाएगा। जैसे ही यह स्टॉक 1010 रुपये तक गया और आपने शेयर को बेच दिया। तो ऐसे में आपको 5000 रुपये का प्रॉफिट होगा। इसी तरह डे ट्रेडर्स कुछ घंटो में एक अच्छा प्रॉफिट कमा लेते हैं। इसी को intraday trading या day trading कहते हैं।
Intraday Trading कैसे करे?
Day Trading करने के लिए आपको online trading platform (जैसे कि Zerodha, Upstock, Angel broking आदि) अंगेलब्र पर अपना demat account खोलना पड़ेगा। बिना डिमैट खाता के आप किसी भी तरह की ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। इसलिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए डिमैट अकाउंट होना आवश्यक है। बता दूं कि intraday trading में काफी risk होता है। इसलिए डे ट्रेडिंग करने से पहले आपको कुछ खास जानकारी होना आवश्यक है। आइए तो फिर जानते हैं।
1. Intraday Trading करने के लिए आपके द्वारा चुने गए शेयर लिक्विड होना चाहिए। इसका मतलब यह हुआ कि जिस स्टॉक को आप खरीद रहे हैं उसमे वॉल्यूम हाई होना चाहिए। अगर किसी भी स्टॉक में वॉल्यूम कम है तो intraday trading के लिए उस share से दूर रहना चाहिए।
2. Intraday Trading करने के लिए सिर्फ 2 - 3 तीन अच्छे शेयरों का चुनाव करें।
3. शेयर के चुनाव से पहले बाजार का ट्रेंड देखे। इसके बाद ही intraday trading के लिए शेयर चुने।
4. इंट्रा डे ट्रेडिंग में शेयर की चाल में बहुत तेजी से मूवमेंट होता है। इसलिए ट्रेड लेने से पहले एंट्री प्राइस, टारगेट और सबसे महत्वपूर्ण स्टॉप लॉस पहले से तय कर लें। जिसे सही समय पर आप बाजार से बाहर निकल आए।
5. इंट्रा डे ट्रेडिंग के लिए उन शेयरों का चयन करना ज्यादा सही माना जाता है जो इंडेक्स या सेक्टर के इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे साथ साथ चलते हैं।
6. सबसे महत्वपूर्ण कि share market risky होता है इसलिए उतने पैसे के ट्रेड ले जितना आपको loose करने में कोई दिक्कत ना हो।
Intraday Trading के फायदे क्या है?
Intraday Trading के advantages जाना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि यह फायदे अन्य ट्रेडिंग से डे ट्रेडिंग को भिन्य करते हैं।
1. निवेश या डिलीवरी की तुलना में इंट्राडे ट्रेडिंग में कम capital कि जरूरत होती है।
2. Intraday Trading में कम समय में प्रॉफिट कमा लेते हैं। लंबे समय तक आपको इंतजार नहीं करना पड़ता है।
3. अगर stock market में volatility ज्यादा हुई तो ज्यादा कमाई कर सकते हैं।
4. Day Trading में आपको leverage ज्यादा मिलता है। लेकिन लीवरेज सुविधा सभी ब्रोकर की अपनी अलग अलग होती है।
5. Day Trading में overnight risk नहीं होता है। वहीं होल्डिंग और लॉन्ग टर्म निवेश में overnight risk होता है।
6. Intraday Trading में आपको short selling कि भी सुविधा मिल जाती है। इसका मतलब यह हुआ कि किसी स्टॉक को पहले बेच सकते हैं। इसके बाद कम रेट पर खरीद सकते हैं।
Intraday Trading के नुकसान क्या है?
डे ट्रेडिंग के आपने फायदे तो जान लिए है। इसी को देखकर आप intraday trading करने के लिए तैयार हो गए होगे। आपको लग रहा होगा कि intraday trading करना बहुत आसान होता है। लेकिन बता दू कि इंट्रा डे ट्रेडिंग के अगर advantages है, तो उसके कुछ disadvantages भी हैं। जिन्हे आपको जानना जरूरी है। तो आइए इसके नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।
1. डे ट्रेडिंग में कुछ समय में प्रॉफिट कमाया जाता है। तो दूसरी तरफ कुछ समय में पैसा गवाया इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे भी जाता है।
2. डे ट्रेडिंग में आपको कोई fix return नहीं मिलता है। यानी कि यहां कोई fix salary नहीं होती है जिस पर आप डिपेंड हो सके।
3. Leverage, अगर आपका प्रॉफिट को मल्टीपल करने के लिए मददगार साबित होता है। तो दूसरी तरफ आपका नुकसान भी मल्टिप्ल करता है।
4. Intraday Trade के लिए आपका discipline होना जरूरी है। अगर आप discipline नहीं रहे तो बहुत बड़ा नुकसान कर सकते हैं।
5. Intraday Trading में आपको psychologically मजबूत होना पड़ता है। जो intraday traders के लिए एक सबसे बड़ी चुनौती होती है।
यह भी जाने-
निष्कर्ष-
Intraday Trading काफी risky होता है इसलिए intraday करने से पहले आपको मार्केट के बारे में जानकारी होनी चाहिए। मतलब यह कि यहां आज हर कोई पैसे कमाना चाहता है। लेकिन 90% लोगो के सफल ना होने का कारण उन्हें मार्केट के बारे में सही से जानकारी नहीं होती है।
अगर कुछ लोगो को मार्केट के बारे में जानकारी भी होती है तो money management या psychologically मजबूत नहीं होते हैं। Intraday में अगर आप इमोशंस पर ट्रेड करेगे, तो आपको भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयरों में तेजी से उतार चड़ाव होते हैं। इसलिए किसी के सलाह पर ट्रेड बिल्कुल ना ले। ट्रेड लेने से पहले उसका लॉजिक आपके पास होना चाहिए। मतलब यह की किसी भी ट्रेड को लेने से पहले आपको research और समझ विकसित करने की आवश्यकता है।
उम्मीद करता हूं कि आपको हमारा आज का लेख intraday trading क्या है?इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे पसंद आया होगा। अगर आपको शेयर बाजार के बारे में जानकारी चाहिए तो हमारे साथ जुड़े रहे। साथ ही इस पोस्ट को social media platforms जैसे कि फेसबुक, वॉट्सएप, आदि पर अपने दोस्तो को जरूर शेयर करें। ताकि वह भी इंट्रा डे ट्रेडिंग के बारे में जानकारी हासिल कर सके।
Technical Analysis Time Frame
जब हम किसी शेयर का टेक्निकल एनालिसिस करते हैं तब Time Frame का बहुत अधिक महत्व होता है, आप किस टाइम फ्रेम में किस शेयर का एनालिसिस कर रहे है उसके आधार पर यह तय होता है की आपकी एनालिसिस सही होगी या नहीं!
टाइम फ्रेम किसको कहते है?
जब आप Candlestick चार्ट में एक कैंडल इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे या LINE चार्ट में एक पॉइंट जितने समय का होता है उसको हम उस चार्ट का टाइम फ्रेम कहते है, आप अपने ट्रेडिंग टर्मिनल में जिस भी टाइम फ्रेम का चार्ट देखना चाहते है, उस टाइम फ्रेम का चार्ट देख सकते है!
सही टाइम फ्रेम का चुनाव कैसे करे
शेयर मार्केट में सही टाइम फ्रेम का चुनाव करने के लिए आपको यह पता होना चाहिए की इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे आप कितने समय के लिए शेयर में ट्रेडिंग करना चाहते है, अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए एनालिसिस कर रहे है तो उसके लिए टाइम फ्रेम अलग होगा, वही स्विंग ट्रेडर और पोजीशन ट्रेडिंग के लिए फ्रेम दूसरा होगा! आप किस तरह के इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव कैसे करे ट्रेडर या निवेशक है, उसके आधार पर आपको टाइम फ्रेम को चुनना चाहिए, तभी आप एक अच्छा ट्रेडर बन सकते है!
Best Time Frame For Intraday Trading
जब लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते है तो वे 1-2 मिनट के कैंडल के आधार पर ट्रेडिंग करते है जबकि 1 से 3 मिनट कैंडल पर ट्रेडिंग करते है, जबकि ये काम Scalper Trader करते है अगर आप एक इंट्राडे ट्रेडर है, तो आपको शुरू में 10 मिनट से 5 मिनट का चार्ट को देखना चाहिए, जो एक इंट्राडे ट्रेडर के लिए सही होता है!
Technical Analysis Time Frame
जब हम किसी शेयर का टेक्निकल एनालिसिस करते हैं तब Time Frame का बहुत अधिक महत्व होता है, आप किस टाइम फ्रेम में किस शेयर का एनालिसिस कर रहे है उसके आधार पर यह तय होता है की आपकी एनालिसिस सही होगी या नहीं!
टाइम फ्रेम किसको कहते है?
जब आप Candlestick चार्ट में एक कैंडल या LINE चार्ट में एक पॉइंट जितने समय का होता है उसको हम उस चार्ट का टाइम फ्रेम कहते है, आप अपने ट्रेडिंग टर्मिनल में जिस भी टाइम फ्रेम का चार्ट देखना चाहते है, उस टाइम फ्रेम का चार्ट देख सकते है!
सही टाइम फ्रेम का चुनाव कैसे करे
शेयर मार्केट में सही टाइम फ्रेम का चुनाव करने के लिए आपको यह पता होना चाहिए की आप कितने समय के लिए शेयर में ट्रेडिंग करना चाहते है, अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए एनालिसिस कर रहे है तो उसके लिए टाइम फ्रेम अलग होगा, वही स्विंग ट्रेडर और पोजीशन ट्रेडिंग के लिए फ्रेम दूसरा होगा! आप किस तरह के ट्रेडर या निवेशक है, उसके आधार पर आपको टाइम फ्रेम को चुनना चाहिए, तभी आप एक अच्छा ट्रेडर बन सकते है!
Best Time Frame For Intraday Trading
जब लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते है तो वे 1-2 मिनट के कैंडल के आधार पर ट्रेडिंग करते है जबकि 1 से 3 मिनट कैंडल पर ट्रेडिंग करते है, जबकि ये काम Scalper Trader करते है अगर आप एक इंट्राडे ट्रेडर है, तो आपको शुरू में 10 मिनट से 5 मिनट का चार्ट को देखना चाहिए, जो एक इंट्राडे ट्रेडर के लिए सही होता है!
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