Bearish engulfing Candle

inside candle trading | इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है ? | 2 इनसाइड कैंडल में मार्किट ऊपर जाता है या नीचे

दोस्तों इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है आप लोग इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी के बारे में सुना ही होगा ये स्ट्रेटेजी बहुत ही प्रभावशाली है | और इसके सही तरीके से फॉलो करने पर इसमें हमें अच्छा खासा प्रॉफिट होता है और क्या इनसाइड कैंडल जब भी बनती है तो मार्किट कैंडल चार्ट को कैसे समझें? ऊपर जाता है या नीचे जाता है इसका भी जवाब आपको इस पोस्ट में बहुत जल्दी ही मिल जायेगा लेकिन एक बात और दोस्तों इस पोस्ट में जो स्ट्रेटेजी बताई जाएगी उसका पालन आपको सिर्फ निफ्टी और बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग करने के लिए ही करना है इसमें रिस्क और रिवॉर्ड बहुत अच्छा होता है और अगर अप सिर्फ इस स्ट्रेटेजी में काम करते है तो आप हमेशा महीने के आखिरी में प्रॉफिट में ही रहेंगे तो चलिए दोस्तों इसके बारे में सब कुछ जानते है

Table of Contents

इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है |

दोस्तों इनसाइड कैंडल 2 कैंडल बार से मिलकर बनती है जिसमे एक को हम मदर कैंडल कहते है और दूसरी को हम बेबी कैंडल कहते है

इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है ? | इनसाइड कैंडल में मार्किट ऊपर जाता है या नीचे inside candle trading

Inside Candle

जैसा की आप देख रहे है की इसमें एक बड़ी कैंडल बनती है जिसे मदर कैंडल कहते है और एक छोटी कैंडल बनती है जो की मदर कैंडल के अन्दर ही बनना चाहिए मतलब की जो बेबी कैंडल होगी वो मदर कैंडल के न तो हाई को और न ही मदर कैंडल के लो को ब्रेक करे और पूर्णत: मदर कैंडल के अन्दर बने तो इसे बेबी कैंडल कहते है जो की ऊपर डी हुई कैंडल को देख कर अप समझ सकते है |

और अब जब भी हम निफ्टी या बैंक निफ्टी में इस तरह की कैंडल बनते देखे तो हमें तुरंत सावधान हो जाना चाहिए क्योकि बेबी कैंडल के बनने के बाद यदि अब बनने वाली कैंडल अगर मदर कैंडल के हाई को ब्रेक करेगी तो हम CE ले लेंगे और यदि बेबी कैंडल के बाद बनने वाली कैंडल मदर कैंडल के लो को ब्रेक करेगी तो हम PE ले लेंगे और इस दौरान हम स्टॉप लोस होगा CE लेने पर मदर कैंडल का लो और PE लेने पर मदर कैंडल का हाई और इसके बाद हमें अपने टारगेट के लिय बैठना है हमें इस स्ट्रेटेजी में कम से कम 1:2 का टारगेट मिलते ही अपनी पोजीशन काट लेना है

इनसाइड कैंडल में मार्किट ऊपर जाता है या नीचे

दोस्तों अब आप इनसाइड कैंडल के बारे में तो जान ही गए होंगे की हमें किस तरह से इनसाइड कैंडल में ट्रेड लेना है और निफ्टी बैंक निफ्टी में लगातार प्रॉफिट कमाना है तो आब बात कर लेते है की इनसाइड कैंडल में मार्किट ऊपर जाता है या नीचे ? तो इस सवाल का जवाब है न तो ऊपर जायेगा और न ही नीचे जायेगा ये हमें देखना होगा की यदि बेबी कैंडल के बाद बनने वाली कैंडल मदर कैंडल के ऊपर जाती है तो मार्किट ऊपर जायेगा और यदि बेबी कैंडल के बाद बनने वाली कैंडल मदर कैंडल के नीचे जाती है तो मार्किट नीचे जायेगा इसलिए हमें ट्रेड लेने से पहले कुछ नहीं सोचना है बस अपने सेटअप बनने का इंतेजार करना है क्योकि जिस दिन हमें ट्रेडिंग में इंतेजार करना आ गया उस दिन हम अच्छे ट्रेड लेंगे और हमेशा प्रॉफिट करेंगे जबरजस्ती के कोई ट्रेड नहीं लेना अगर हमें पूरा दिन ट्रेड नहीं मिलेगा तो हम ट्रेड नहीं लेंगे और system बंद कर देंगे अगले दिन देखेंगे

ट्रेडिंग सिकोलोजी का कढ़ाई से पालन करे | अगर स्टॉप लोस हो तो निकल जाना है और प्रॉफिट हो तो पूरा टारगेट लेकर जाना है दोस्तों आब एक बहुत जरुरी बात ये है की इस स्ट्रेटेजी को हमें किस टाइम फ्रेम में देखना है तो दोस्तों ये पूरी तरह से आप पर निर्भर करता है की आप कैसे ट्रेड करने वाले है अगर आप 3 से 4 दिन के लिए होल्ड करके मतलब की पोजीशन बना कर रखना चाहते है तो आपको इस स्ट्रेटेजी को 1 day के चार्ट में देखना चाहिए और यदि आप इसे इंट्राडे में ट्रेड लेकर उसी दिन ट्रेड निकलना है तो आप इसे 15 मिनट के टाइम फ्रेम में लगा कर रखे और अपने टारगेट मिलते ही पोजीशन को काट दे और दोबारा ट्रेडिंग न करे वरना मार्किट पूरा दिन कोई न कोई सेटअप दिखता रहेगा और आप फस जायेंगे और जो भी प्रॉफिट बनाया गया था सब लोस में बदल जायेगा और ये गलती अक्सर नये ट्रेडर करते है ओवर ट्रेडिंग की गलती

Share market chart kaise samjhe | शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस

Share market chart kaise samjhe– दोस्तों अगर आपको सही समय पर अच्छा मुनाफा कमाई करना है तो शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस करना जरुर आना चाहिए। इससे आप कम समय में ही अपने नुकशान को कम करके बहुत अच्छा रिटर्न कमाई कर चकते हो।

अगर आप बिना सीखे शेयर मार्केट में ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करते हो तो आप एकतरह से जुआ खेल रहे हो इससे आपको नुकशान होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं। आपको पता होना चाहिए कब स्टॉक को खरीदना चाहिए और कब प्रॉफिट कमाई करके बेचना चाहिए।

इसी को जानने के लिए आपको Share Market के चार्ट को अच्छी तरह समझना बहुत जरुरी हैं। क्यूंकि इसी से ही आपको पता लगेगा स्टॉक ऊपर या नीचे जाने की कितने ज्यादा संभावना हैं।

Share market chart kaise samjhe

ज्यादातर रिटेल निवेशक किसी भी चार्ट को खोलते ही उनके मन में इस चार्ट में देखे किया और शुरु कहा से करे ये सवाल जरुर आता हैं। शेयर मार्केट में किसी भी चार्ट को समझने के लिए सबसे पहले बहुत ज्यादा अभ्यास की जरुरत पड़ती हैं। उसके बाद ही काम आएगा आपका विश्लेषणात्मक कौशल जो आपको प्रयोग करना होगा उस चार्ट में।

Chart का Trend देखना चाहिए:- कैंडल चार्ट को कैसे समझें? किसी भी स्टॉक के चार्ट अच्छी तरह से समझने के लिए आपका सबसे पहला काम होना चाहिए उस शेयर के Trend किस तरफ जा रहा हैं। उसको अच्छी तरह से देखना बहुत जरुरी हैं। वैसे तो चार्ट में 3 तरह का Trend देखने को मिलेगा। इन तीनो Trend के अन्दर से कोई ना कोई एक Trend में वो स्टॉक या Chart जरुर फॉलो कर रहा होगा। और इन ट्रेन्ड में काम करने के तरीका भी अलग अलग होता हैं।

  • Up Trend:- इस Trend का मतलब है Higher Top and Higher Bottom। जब भी चार्ट इस Trend को फॉलो करेगा आपको लगातार स्टॉक सीढ़ी की तरह ऊपर जाते ही नजर आएगा। तब आपको कैंडल चार्ट को कैसे समझें? हमेसा कैंडल चार्ट को कैसे समझें? उस स्टॉक को खरीदना चाहिए।
  • Down Trend:- इस ट्रेन्ड का मतलब है Lower top Lower bottom। जब भी आपको चार्ट में Down Trend देखने को मिलेगा स्टॉक हमेशा सीढ़ी की तरह नीचे आता नजर आनेवाला हैं। इस समय हमेशा उस स्टॉक को बेचके चलना चाहिए।
  • Sideways Trend:- इस ट्रेन्ड में आपको स्टॉक ना ऊपर जाता नजर आएगा और ना ही नीचे जाता नजर आएगा। एक ही रेंज में ट्रेड होता नजर आनेवाला हैं। अगर आप नए हो तो एसी चार्ट वाले ट्रेन्ड शेयर में कभी भी आपको काम नहीं करना हैं। क्यूंकि इसमें दिशा पता नहीं चलते जिसकी वजह से आपका पैसा डूबने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाता हैं।

शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस

Chart का मजबूत:- किसी भी स्टॉक के Chart का मजबूत जानने के लिए आपको पहले उस स्टॉक का गतिविधि कैसा हैं उसको जानना बहुत जरुरी हैं। जब भी उस शेयर में Correction देखने को मिलते वो कितना बड़ा गिरावट होता है आपको देखना चाहिए।

यदि बहुत ज्यादा ऊपर नीचे होता दिखाई दिए आपको एसी शेयर से दूर रहना ही बेहतर हैं। अगर आपको लगता है धीरे धीरे ऊपर या नीचे जाने की Trend कैंडल चार्ट को कैसे समझें? दिख रहा हैं उस स्टॉक में ट्रेन्ड की हिसाव से काम करोगे तो हमेसा फ़ायदा होते देखने को मिलेगा।

चार्ट का Momentum:- जिस भी स्टॉक के चार्ट में काम करना है उसका Momentum को ध्यान में रखके काम करना चाहिए। बहुत सारे ऐसे चार्ट आपको देखने को मिलेगा जिसका ऊपर जाने की स्पीड बहुत ही कम है।

अगर आप इस स्टॉक में काम करोगे तो आपको अच्छी मुनाफा कमाने के लिए बहुत समय लगनेवाला हैं। इसलिए आपको अच्छी Momentum वाले चार्ट को ही चुनना चाहिए।

Share-market-chart-kaise-samjhe

शेयर मार्केट चार्ट कैसे समझे और कमाई

रिस्क और रिवॉर्ड विश्लेषण:- अगर आप ऊपर दिए गए स्टेप को फॉलो करके कोई चार्ट को सेलेक्ट किया हो तो आपको उस चार्ट कैंडल चार्ट को कैसे समझें? का Support और Resistant को ध्यान से देखना चाहिए। उसके बाद आपका Stop Loss वोही होना चाहिए जहा उस चार्ट ने हाल ही में कोई Support लेके ऊपर की तरफ गया हैं।

जहा पर Support लिया है स्टॉक ने, कैंडल चार्ट को कैसे समझें? वहा आपको Stop Loss लगाना चाहिए। लेकिन ध्यान में रखना चाहिए आपका Stop Loss बहुत दूर ना हो। अगर आपको लगता है की रिस्क बहुत कम है और रिवॉर्ड बहुत ज्यादा मिल चकता है तभी आपको उस चार्ट में ट्रेड लेना चाहिए।

पतियोगी स्टॉक के चार्ट:- आप जिस भी स्टॉक के चार्ट को सेलेक्ट किया हो बाकि पतियोगी कंपनी को भी देखना चाहिए कैसा पदर्शन कर रहा हैं। आपको ध्यान में रखना चाहिए वो स्टॉक उस सेक्टर में बाकि पतियोगी कंपनी से बेहतर पदर्शन दिखा रहा हैं।

और साथ ही मार्केट यदि 1 पतिशत का मूवमेंट दिखाई उस स्टॉक की चार्ट में उससे ज्यादा की मूवमेंट दिखाने की क्षमता होना चाहिए। अगर आपको ऐसा होता दिखाई नहीं देते तो आपको दुसरे स्टॉक को खोजना चाहिए।

Maturity ट्रेन्ड चार्ट:- जब आप सभी स्टेप फॉलो कर रहे हो तब आपको अंतिम में देखना चाहिए कही वो स्टॉक कम समय में बहुत ज्यादा ऊपर तो चला नहीं गया। अगर आपको लगता है प्रॉफिट बुकिंग का समय आ चकता है। उस स्टॉक के चार्ट से आपको दूर रहना चाहिए।

चाहे न्यूज़ में कितना भी अच्छा उस स्टॉक के बारे में बताए। ज्यादा लालश के चक्कर में बिल्कुल नहीं पड़ना हैं। क्यूंकि वो स्टॉक पहले ही बहुत ज्यादा भाग चूका है आगे चार्ट में जितना बढ़ने की संभवाना होता है उतना ही ज्यादा गिरावट का मोहौल देखने को मिल चकता हैं। इसलिए Maturity ट्रेन्ड चार्ट से दूर रहना ही बेहतर हैं।

निष्कर्ष:-

शेयर बाज़ार में अगर आप ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट करके कम समय में अच्छी मुनाफा कमाना चाहते हो तो ये 6 स्टेप आपको बहुत मदद करनेवाला हैं। उसी के साथ आपको बहुत ज्यादा अभ्यास की जरुरत होगी। जितना ज्यादा आप इन स्टेप को फॉलो करके अभ्यास करोगे उतना ही आपका ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट निपुण होते जाएंगे। तभी आप किसी भी चार्ट को देखके अच्छा कमाई कर पाओगे।

आशा करता हु आपको Share market chart kaise samjhe शेयर मार्किट चार्ट एनालिसिस पोस्ट को पढ़के चार्ट के बारे में अच्छी तरह समझ गए होंगे। अगर आपके मन में अभी भी कोई सवाल है तो कमेंट में जरुर बताए। साथ ही शेयर मार्केट के महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे अन्य पोस्ट को पढ़ चकते हैं।

बिना किसी इंडिकेटर्स के इंट्रा-डे और निवेश कैसे करें? | What is the Most Effective Investment Strategy April 2022?

किसी भी इंडिकेटर के बिना कैंडल देखकर निवेश कैंसे करें?

हेलो मित्रों, आज में Share Price Target का आर्टिकल नहीं बल्की एक अलग ही विषय पर मैं आपको आज एक Strategy बताऊंगा जिसका इस्तमाल करके आप Intraday ही नहीं Long Term Investment के लिये ही नहीं हर तरह की Investment के लिये आप इस्तमाल कर सकते हो।

आपको हर तरफ YouTube, Book, किसी मित्र से भी पुछेंगे तो भी आपको कई तरह के Indicators या Trend Line से ही कई तरह की Strategy Tips बतायेंगे लेकिन मैं आपको बताऊं की अक्कर Beginners जो Share Market में नयें हैं वह इंडिकेटर्स और ऐसे Tips से नुकसान ही कर बैठते हैं। मैंने बहुत सारे नये बंदों को यही गलती करते देखी हैं। लेकिन घबराई मत मैं आज एक ऐसी तरकिब यहां बताने जा रहा हुं जिसका इस्तमाल करके आप सिर्फ और सिर्फ Chart Candles से Trading या Investment कैसे कर सकते हैं यह बताऊंगा तो चलिये जानते हैं।

टिप: यहां पर मैं आपको सिर्फ Buy Candles के बारे में ही बताऊंगा अगर आपको Sell के लिये चाहियें तो आप इसका उल्टा तरिका आप इस्तमाल कर सकते हैं जो की आपको पुरी स्टेटर्जी सीखने के बाद ही समझ आयेंगी।

Green Candles

ऊपर दिये Picture में आपको 3 प्रकार के Candles दिख रहें हैं इस 3 कैंडल्स पर ही मैं आपको आज की स्टेटर्जी बताऊंगा।

अगर मैं आपको पुछु की ऊपर दिये गये 3 में से सबसे Strong Candle कौन सी हैं तो ज्यादातर लोग बोलेंगे नंबर 1 की कैंडल पर यह ग़लत जवाब हैं। अगर आप गौर से देखेंगे तो नंबर 3 की कैंडल ऊपर दिये गये कैंडल में से सबसे Strong Candle हैं उसके बाद नंबर 1 की कैंडल और आखिरी नंबर पर 3 नंबर की कैंडल। वैसे तो 3 नंबर की कैंडल strong नहीं बल्की Confusion Candle हैं जो आपको आगे जाके हम बतायेंगे।

किसी भी कैंडल को चार्ट पर कैसे पढ़ें? (How to read Candles on Chart?)

अगर आप ऊपर दिये गये तीनों कैंडल्स को देखेंगे तो आपको हर एक की Body और Wings अलग अलग आकार के यानी कम ज्यादा दिखेंगे। तो चलिये पहले सीखते हैं इसे पढ़ते कैसे हैं।

  1. अगर आप पहली कैंडल को देखोगे तो आप पायेंगे इसकी Body पुरी भरी हुई हैं और ऊपर और नीचे विंग थोड़े थोड़े हैं। इसका मतलब हैं यह Strong Candle हैं यानी यहां पर Buyer's ज्यादा activate हुयें हैं।
  2. अगर आप 3 नंबर के कैंडल को देखोगे तो आप कहोगे की यह नंबर एक कैंडल से कमजोर हैं लेकिन ऐसा नहीं हैं अगर आप अच्छे से देखेंगे तो इसके विंग्स नीचे बड़े हैं यानी Open तो ऊपर हुआ लेकिन Seller ने इसे नीचे ले जाने का प्रयास किया फिर बाद में Buyers आये मतलब पहले Sellers ज्यादा आये लेकिन Buyers उससे ज्यादा होने की वजह से इसे वह ऊपर लेके क्लोज कर दियें। मतलब यह नंबर 1 से भी ज्यादा Strong कैंडल हैं।
  3. अब आते हैं नंबर 2 के कैंडल पर इसे देखेंगे तो यह है तो Green Candle पर गौर से देखेंगे तो यह ओपन होने के बाद इसमे Buyer और Seller भी इसे ऊपर और नीचे ले जाने की कोशिश करें पर Buyer जीत गये और आखिर में Green Candle बन गई लेकिन अगर आप गौर से देखेंगे तो यह थोड़ी सी ही Body बनाके Close हुआ हैं। इसका मतलब है की यह Weak Candle हैं क्योंकी इसमें Buyers ज्यादा Strong हैं या Sellers यह डिसाइड नहीं हैं मतलब यह एक प्रकार की Confusion Candle हैं।

इसे कैसे इस्तमाल करें? (How to Use?)

अगर आप इसे इस्तमाल करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले सही Time Frame चुनना होगा। अब आप पुछेंगे सही मतलब ? तो घबराईये मत सही मतलब अगर आप लंबे अवधी के लिये चार्ट देखना चाहते हैं तो आप Weekly या Monthly Time Frame को लगाईंये। अगर आप कल के लिये यानी अगले दिन के लिये Strategy Use करना चाहते हैं तो आप 1 Day का TimeFrame लगायें। और आप अगर Intraday Trading करना चाहते हैं तो आप 15 Minutes का या One Hour का भी टाईमफ्रेम लगा सकते हैं।

यह करने के बाद आपको आगे की विधी करनी हैं इसके लिये आपको उपर दिये गये 3 Candle में से एक को ढुंढना हैं और अगर आपको 2 नंबर की कैंडल दिखाई देती हैं तो आपको Trade नहीं लेना और अगर आपको 1 और 3 नंबर की Candle दिखाई देती हैं तो आप Buying के लिये सोच सकते हैं।

( टिप: इस आर्टिकल में हमने आपको सिर्फ Buying के लिये बताया हैं अगर आप Selling करना चाहते हैं तो इसी विधी को उल्टा इस्तमाल कर सकते हैं )

स्टाॅपलाॅस और टारगेट कहा लगाये? (Stoploss and Target)

अगर आप टारगेट की बात करें तो यह आपके Risk Reward अनुसार आप 1:1 या 1:2 लगा सकते हैं। अगर स्टाॅपलाॅस की बात करें तों आप Candle की Lower Body को लगा सकते हैं अगर आप Share Buying कर रहे हैं तो और अगर आपका Stoploss बड़ा हो जाता है तो आप Timeframe बदलकर Stoploss को कम ज्यादा कर सकते हों।

हमारी राय:

यह‌ स्टेटर्जी इन्वेस्टमेंट के लिये ज्यादा काम आयेंगी इसलिये हो सके तो आप इस Intraday से ज्यादा Investment या निवेश के लिये इस्तमाल करें। इस स्टेटर्जीं को आप पहले महिनाभर Paper Trade करके देखें अगर आपको इससे Result मिलता है तो आप अपनी राशी को इस स्टेटर्जी से इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: मैं कोई रजिस्टर एक्सपर्ट नहीं हुं लेकिन हाल ही मैंने इस स्टेटर्जी से Consistently 13 दिन Profit किया हैं इसलिये आपसे शेअर किया हैं। कोई भी इन्वेस्टमेंट या शेअर मार्केट में उतरने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरुर लें।

Q: ट्रेडिंग क्या होता हैं?

Ans: किसी वस्तु का आदान-प्रदान करके पैसे कमाना ट्रेडिंग कहलाता हैं।

Q: इंट्राडे का क्या मतलब होता हैं?

Ans: एक ही दिन में शेअर को खरिदना और बेचना यानी अपनी पोजिशन कैंडल चार्ट को कैसे समझें? को बंद करना इंट्राडे कहलाता हैं।

4 Types of candlestick pattern in hindi

Types of candlestick pattern in hindi

4 Types of candlestick pattern in hindi

Candlestick pattern में सबसे पहले हम समझेंगे की कैंडल स्टिक होती क्या है तो कैंडल स्टिक एक कैंडल होती है जिसमें उसका ओपन प्राइज होता है क्लोज प्राइस होता है हाई होता है और इसी के साथ लोएस्ट प्राइस होता है

अगर आप शेयर बाजार में हर रोज अपना पैसा कमाना चाहते हैं तो आपको कैंडलेस्टिक पेटर्न जरूर समझने चाहिए क्योंकि कैंडलेस्टिक पेटर्न की मदद से आप शेयर के प्राइस का पता लगा पाएंगे कि कब ऊपर जाएगा और कब नीचे जाएगा बस इसको आप को समझने की और ज्यादा प्रैक्टिस करने की जरूरत है

अगर हम बात करें कैंडल स्टिक के बारे में तो कैंडल स्टिक कई टाइप की होती हैं लेकिन आज हम यहां पर जो ज्यादातर यूज होने वाली कैंडल्स है उनके बारे में बात करेंगे जो चार्ट में अक्सर देखी जाती हैं उन कैंडल स्टिक के बारे में हम बात करेंग

तो यहां पर हमने 4 types of candlestick pattern in hindi के बारे में बताया है

Bullish engulfing Candle

Bullish इन गल्फ कैंडल के अंदर जब प्रीवियस लाल (Red) कैंडल कैंडल चार्ट को कैसे समझें? को हरा (Green) कैंडल पूरा इन गल्फ कर जाए यानी पूरी कैंडल को खा जाती है तब हम उसे Bullish इन गल्फ कैंडल कहते हैं जैसे कि नीचे आप देख सकते हैं एक लाल कलर की कैंडल है उसके बराबर में एक हरे कलर की कैंडल बनी है जो लाल कैंडल को पूरी तरीके से खा गई है तो हम इसे Bullish Engulfing कैंडल कहेंगे

Chart में कैसे पता करें

अगर मान लो किसी भी Chart में कोई भी शेयर का प्राइस नीचे गिर रहा है और उस शेयर की पीछे से कोई सपोर्ट है तो अगर वहां पर कोई लाल कैंडल बनती है फिर उसको एक हरी कैंडल पूरा खा जाती है तो वहां से chances है कि शेयर का प्राइस गिरना बंद हो जाएगा और फिर वह ऊपर की ओर चलना शुरू हो जाए इसको हम Trend Reversal भी कहेंगे क्योंकि जो शेयर लगातार गिर रहा था फिर एक लेवल पर उसने सपोर्ट ली और एक Bullish engulfing कैंडल बनाई और फिर अपना Trend रिवर्स कर दिया और प्राइस ऊपर की ओर चलने लगा

Bearish engulfing Candle

Bearish engulf कैंडल के अंदर प्रीवियस ग्रीन कैंडल को लाल कैंडल पूरा engulf कर जाए यानी पूरी कैंडल को खा जाए तब हम उसे Bearish engulf कैंडल कहते हैं जैसे कि आप नीचे देख सकते हैं एक हरे कलर की कैंडल है उसके बराबर में एक लाल कलर की कैंडल बनी है जो हरे कैंडल को पूरी तरीके से खा गई है तो हम इसे Bearish engulfing कैंडल कहेंगे

Bearish engulfing Candle

Chart मैं कैसे पता करें

अगर कोई भी Chart में कोई भी शेयर का प्राइस ऊपर जा रहा है और ऊपर कोई रुकावट है तो अगर वहां पर कोई हरि कैंडल बनती है फिर उसको एक लाल कैंडल पूरी तरह खा जाती है तो वहां से chances हैं कि शेयर का प्राइस ऊपर जाना बंद हो जाएगा और फिर वह नीचे की चाल चलना शुरू हो जाए और इसको हम trend reversal कहेंगे क्योंकि जो शेयर लगातार ऊपर जा रहा था फिर एक लेवल पर उसने रजिस्टेंस face किया जिससे वहां पर एक bearish engulfing candle बनी और फिर अपना trend रिवर्स हो गया तो और प्राइस भी नीचे की ओर आने लगा

Morning Star Pattern

मॉर्निंग स्टार पैटर्न तीन कैंडलस्टिक से बना एक दृश्य पैटर्न है यह पैटर्न जब बनता है जब कोई शेयर काफी लंबे समय से नीचे की ओर गिर रहा हो या नीचे आ रहा हो फिर एक जगह आकर मॉर्निंग स्टार पेटर्न बना देता है तो वहां से ज्यादा संभावना है कि वह नीचे की चाल बंद करके अब ऊपर की ओर चाल चलना शुरु कर देगा

Morning Star Pattern

Chart मैं कैसे पता करें

अगर चार्ट में कोई भी शेयर का प्राइस नीचे की ओर गिर रहा है लगातार काफी लंबे समय से तो उसके बाद एक समय पर आकर एक रेड कैंडल बनती है उसके बाद एक Doji टाइप की कैंडल बनती है फिर एक काफी अच्छी रेड कैंडल बनती है यह तीन कैंडल के कॉन्बिनेशन को हम मॉर्निंग स्टार पैटर्न कहते हैं यहां से ज्यादा चांसेस होते हैं कि अब ट्रेंड रिवर्स हो जाएगा यानी जो लंबे समय से नीचे की ओर शेयर गिर रहा था वह अब यहां से ट्रेंड अपना रिवर्स कर देगा और ऊपर की चाल चलना शुरू कर देगा

Evening Star Pattern

इवनिंग स्टार पैटर्न तीन कैंडल स्टिक से मिलकर बनता है यह पैटर्न जब बनता है जब कोई शेयर काफी लंबे समय से ऊपर की चाल चल रहा हो और फिर कोई ऐसी जगह जहां वह एक अच्छी ग्रीन कैंडल बनाने के बाद एक हैंगिंग मैन टाइपिंग कैंडल बनाता है फिर उसके बाद अगली कैंडल एक काफी अच्छी रेड कैंडल बना देता है जिसको हम इवनिंग स्टार पेटर्न कहते हैं

Evening Star Pattern

Chart मैं कैसे पता करें

अगर चार्ट में कोई भी शेयर का प्राइस लगातार ऊपर ऊपर जा रहा है फिर एक समय पर उसमें एक अच्छी ग्रीन कैंडल के बाद एक हैंगिंग मैन टाइप की कैंडल बनती है और उससे अगले कैंडल एक अच्छी रेड कैंडल बन जाती है तो इसको हम कह सकते हैं कि यह इवनिंग स्टार पेटर्न बन गया है और अब यहां से ज्यादातर चांसेस हैं कि जो शेयर लगातार ऊपर जा रहा था वह वहां रुक गया है और वहां से अपना ट्रेंड को रिवर्स कर रहा है यानी अब अपनी चाल नीचे की ओर चल रहा है

डिमैट अकाउंट क्या होता है?

डिमैट अकाउंट एक ऐसा ही अकाउंट होता है जिसके जरिए हम शेयर को खरीद और बेच सकते हैं तथा इसको लिंक बैंक से किया जाता है जिसमें हम पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं अगर आप भी चाहते हैं शेयर बाजार में निवेश करना तो नीचे दी हुई लिंक पर क्लिक करके फ्री में अपना डिमैट अकाउंट खोलें यह भारत का बेस्ट ब्रोकर है

कैंडल पैटर्न क्या है?कैसे काम करती है|candlestick pattern in hindi

कैंडल पैटर्न क्या है?कैसे काम करती है|candlestick pattern in hindi

कैंडल पैटर्न हमे शेयर को buy और sell करने का सही prise बताता है इसके अलावा candlestic pattern शेयर का मोमेंटम भी बताता है।

कैंडल पैटर्न के बारेमे बहुत लोग information देते है वह बहुत कम होती है या वो पूरी जानकारी दे नही सकते अनुभव न होने के कारण या तो पूरी जानकारी न होने के कारण।

Candlestic pattern के बारेमे जानने से पहले देख लेते है की कैंडल क्या होती है और उनके कितने प्रकार होते है।

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