स्रोतः एंजेल ब्रोकिंग

क्या आप भी शेयर मार्केट में करना चाहते हैं निवेश? तो इन अकाउंट की जानकारी है बेहद जरूरी

शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए तीन अकाउंट जरूरी होते हैं.

शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए तीन डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? अकाउंट जरूरी होते हैं.

शेयर मार्केट में आप अपने पैसे निवेश कर मोटी रकम कमा सकते हैं. हालांकि, शेयर मार्केट में निवेश के लिए तीन अकाउंट डीमैट, . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : May 25, 2022, 12:31 IST

नई दिल्ली . शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है, जहां आप अपने पैसे निवेश कर मोटी रकम कमा सकते हैं. इस मार्केट में अलग-अलग कंपनियों के शेयर होते हैं. हालांकि, नए निवेशकों को शुरुआती दौर में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. शेयर बाजार में अपनी निवेश यात्रा शुरू करने से पहले, आपके पास तीन अकाउंट होने चाहिए. ये डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट हैं.

डीमैट या डीमैटेरियलाइज्ड अकाउंट (Demat Account) वह अकाउंट है, जहां आप अपने शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में स्टोर कर सकते हैं. निवेश के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. इसके लिए आपको किसी भी बैंक या शेयर ब्रोकरेज कंपनियों से संपर्क कर सकते हैं. वर्षों पहले शेयरों की फिजिकल ट्रेडिंग होती थी. इसमें शेयर सीधे ट्रांसफर होते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब इनकी खरीद-बिक्री किसी बैंक या वित्तीय संस्थान के डीमैट खाते के जरिए होती है. आप खुद या आपके बदले कोई शेयर ब्रोकिंग कंपनी शेयरों की खरीद-बिक्री कर सकती है.

एक डीमैट अकाउंट से दूसरे में कैसे ट्रांसफर करें शेयर?

कई डीमैट खाते होने के क्‍या हैं नुकसान?

समय गुजरने के साथ निवेशक अक्‍सर कई डीमैट खाते खुलवा लेते हैं. इससे इन अकाउंटों पर अलग-अलग नजर रखना मुश्किल हो जाता है. एक डीमैट खाते में सभी शेयरहोल्डिंग को लाने से निवेशकों को अपने सभी शेयरों को एक साथ देखने में मदद मिलती है. यह ऐसे निवेश से रिटर्न की पूरी तस्‍वीर भी एक जगह दिखाता है. क्‍या आपको पता है कि एक डीमैट अकाउंट से दूसरे में शेयरों को ट्रांसफर किया जा सकता है? यह बेहद आसान है. हम यहां इसके बारे में बता रहे हैं.

​क्‍या है ऑफलाइन प्रक्रिया?

​क्‍या है ऑफलाइन प्रक्रिया?

एनएसडीएल या सीडीएसएल जैसे डिपॉजिटरीज के साथ शेयरों के मामले में ऑफ-मार्केट ट्रांसफर के जरिये शेयरों के ट्रांसफर की ऑफलाइन प्रक्रिया संभव है. इसके लिए आपको डिलीवरी इंस्‍ट्रक्‍शन स्लिप यानी डीआईएस भरने की जरूरत होगी. इस फॉर्म में ट्रांसफर किए जाने वाले शेयरों का आईएसआईएन नंबर, कंपनी का नाम और जहां इन्‍हें ट्रांसफर किया रहा है वह डीमैट अकाउंट और उसका डीपी आईडी दर्ज करना होगा. फिर इस फॉर्म को पुराने वाले डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? ब्रोकर के ऑफिस में आगे की प्रोसेसिंग के लिए जमा करना पड़ेगा.

​क्‍या है ऑनलाइन प्रक्रिया?

​क्‍या है ऑनलाइन प्रक्रिया?

अगर शेयर सीडीएसएल के साथ हैं तो शेयरों को ट्रांसफर करने के लिए ऑनलाइन फैसिलिटी है. इसका नाम है 'इजीएस्‍ट' प्‍लेटफॉर्म. इसके लिए आपको https://web.cdslindia.com/myeasi/Home/Login लिंक का इस्‍तेमाल करके रजिस्‍टर कराना होगा. जिस डीमैट खाते में शेयरों को ट्रांसफर करना है, उसे जोड़ना होगा. एक बार अकाउंट के सफलतापूर्वक जुड़ जाने पर 24 घंटे बाद आप पुराने डीमैट अकाउंट से नए में प्रतिभूतियां ट्रांसफर कर सकते हैं.डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें?

​किन बातों का ध्‍यान रखें?

​किन बातों का ध्‍यान रखें?

-शेयरों के ट्रांसफर से ओनरशिप में बदलाव नहीं होता है. न ही ट्रांसफर पर कैपिटल गेंस का मामला बनता है.

- ट्रांसफर रिक्‍वेस्‍ट को प्रोसेस करने के लिए ब्रोकर फीस चार्ज कर सकता है. हालांकि, पुराना अकाउंट बंद होने पर शायद कोई फीस नहीं ली जाए.

Web Title : procedures to move shares between demat accounts
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बाजार में बढ़ी आम निवेशकों की हिस्सेदारी, देश में पहली बार डीमैट खाते 10 करोड़ के पार

बाजार में बढ़ी आम निवेशकों की हिस्सेदारी, देश में पहली बार डीमैट खाते 10 करोड़ के पार

शेयर बाजार में घरेलू निवेशकों का भरोसा लगातार बढ़ रहा है और इस वजह से आम निवेशकों की डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? हिस्सेदारी भी लगातार बढ़ती जा रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज ट्वीट कर जानकारी दी कि देश में पहली बार डीमैट खातों की संख्या 10 करोड़ के पार पहुंच गई है. डीमैट खाते शेयर बाजार में निवेश के लिए जरूरी होते हैं और सभी सिक्योरिटी इन खातों में डिजिटल रूप में रखी जाती है. डीमैट खातों की बढ़ती संख्या का मतलब साफ है कि अब ज्यादा से ज्यादा लोग शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं या निवेश की योजना बना रहे हैं.

ढाई डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? साल में बढ़ी रफ्तार

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनडीएसएल) के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने 22 लाख से अधिक नए खाते खोले गए हैं. देश में कोविड-19 के प्रकोप से ठीक पहले मार्च 2020 में भारत का डीमैट अकाउंट टैली 4.09 करोड़ था. ढाई साल में लगभग 6 करोड़ लोगों ने डीमैट एकाउंट खुलवाए. महामारी के दौरान ऑनलाइन काम का चलन बढ़ने और इस समय स्टॉक मार्केट के द्वारा दिए गए ऊंचे रिटर्न की वजह से भी बढ़ी संख्या में आम निवेशक बाजार से जुड़े हैं. हाल के दिनों में बाजार पर नजर डालें तो पिछले सालों से अलग इस बार कई सत्रों में घरेलू निवेशकों के रूख बाजार की दिशा तय करते हुए दिख रहे हैं.

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What is Demat Account: पिछले कुछ सालों में निवेश के तौर तरीकों को लेकर बड़े पैमाने पर बदलाव देखने को मिला है. आम निवेशक भी अब बैंक, डाक घर आदि के निवेश विकल्पों के साथ-साथ शेयर बाजार का भी रुख कर रहे हैं. नई तकनीक के साथ चीजें अधिक डाइनामिक हो गई हैं. आज के समय में ई-कॉमर्स धीरे-धीरे पसंदीदा विकल्प बन रहा है और स्टॉक मार्केट के लिए भी ऐसा ही है. आप हर दिन जो काम डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? करते हैं, उन्हें देखते हुए इक्विटी या डेट जैसे फाइनेंसेस को मैनेज करना आसान नहीं है. बाजार में निवेश को आसान और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव डिपॉजिटरी एक्ट 1996 के जरिए हुआ. इसमें सभी के लिए अपनी फाइनेंशियल सिक्योरिटीज का मैनेजमेंट केवल कुछ क्लिक जितना आसान बना दिया है. शेयरों या अन्य सिक्योरिटीज की फिजिकल कॉपी प्राप्त करने के बजाय उसे डिजिटल फॉर्म में एक डीमैट अकाउंट में रखने की सुविधा मिल गई. डीमैट अकाउंट आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने में मदद करता है जहां आप एक स्टैंडर्डाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर अपने फाइनेंशियल सिक्योरिटी रखते हैं.

डीमैट अकाउंट क्या है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक खाते की तरह होता है. अंतर सिर्फ इतना है कि यह इलेक्ट्रॉनिक रूप में नकदी के बजाय स्टॉक से जुड़ा है. डीमैट खाता अपने ऑपरेटिव फंक्शन के लिए डीमैटरियलाइजेशन के कंसेप्ट का इस्तेमाल डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? करता है. डीमैटरियलाइजेशन वह प्रक्रिया है जिसमें फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित हो जाते हैं. इस तरह, डीमैट अकाउंट एक छत की तरह है जिसके नीचे निवेशक के सभी शेयरों को कलेक्ट करने के लिए तकनीक का उपयोग करता है. इनमें सरकारी सिक्योरिटी, म्यूचुअल फंड्स, शेयर, बॉन्ड आदि शामिल हैं.

Stock Market Closing: 1 दिन में निवेशकों के 2.5 लाख करोड़ साफ, सेंसेक्‍स 879 अंक टूटकर बंद, निफ्टी 18415 डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? पर

डीमैट अकाउंट को ऑनलाइन कैसे खोल सकते हैं?

  • सबसे पहले, अपने पसंदीदा डिपॉजिटरी पार्टिसिपंट (ब्रोकर) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
  • सरल लीड फॉर्म भरें, जिसमें पूछे गए अनुसार अपना नाम, फोन नंबर और निवास स्थान की जानकारी दें. फिर आपको अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा.
  • अगले फॉर्म को पाने के लिए ओटीपी दर्ज करें. अपने केवाईसी डिटेल्स जैसे जन्म तिथि, पैन कार्ड डिटेल्स, कॉन्टेक्ट डिटेल्स, बैंक अकाउंट डिटेल्स आदि भरें.
  • अब आपका डीमैट अकाउंट खुल गया है. आपको अपने ईमेल और मोबाइल पर डीमैट अकाउंट नंबर जैसे डिटेल्स प्राप्त होंगे.

एक निवेशक के कई डीमैट खाते हो सकते हैं. यह एक ही डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स (डीपी), या अलग-अलग डीपी के साथ हो सकते हैं. जब तक निवेशक सभी एप्लिकेशंस के लिए आवश्यक केवाईसी डिटेल्स प्रदान कर सकता है, तब तक वह आवेदक कई डीमैट अकाउंट ऑपरेट डीमैट खाते के साथ स्टॉक में निवेश कैसे करें? कर सकता है.

निवेश के मंत्र 73: जानिए आपके लिए क्यों जरूरी है डीमैट अकाउंट और घर बैठे इसे खोलने की प्रक्रिया

निवेश

पिछले कुछ वर्षों में निवेश की प्रक्रिया में भारी बदलाव देखा गया है। नई तकनीक के साथ चीजें अधिक गतिशील हो गई हैं। आज, ई-कॉमर्स धीरे-धीरे पसंदीदा विकल्प बन रहा है और स्टॉक मार्केट के लिए भी ऐसा ही है। आप हर दिन जो काम करते हैं, उन्हें देखते हुए इक्विटी या डेट जैसे फाइनेंस को मैनेज करना परेशानियों से भरा हो सकता है। शुक्र है, डिपॉजिटरी एक्ट 1996 ने सभी के लिए अपनी फाइनेंशियल सेक्योरिटीज का मैनेजमेंट केवल कुछ क्लिक जितना आसान बना दिया है।

शेयरों या अन्य सेक्योरिटीज की फिजिकल कॉपी प्राप्त करने के बजाय, एक डीमैट अकाउंट आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने में मदद करता है, जहां आप एक स्टैंडर्डाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर अपने फाइनेंशियल सेक्योरिटी रखते हैं।

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