क्या मुझे ETF में निवेश करना चाहिए?
ETF शेयर बाजार का अनुभव पाने के लिए सबसे कम लागत का ज़रिया है। वे लिक्विडिटी और रियल टाइम सेटलमेंट देते हैं क्योंकि वे एक्सचेंज पर लिस्टेड( सूचीबद्ध) हैं और उनमें शेयरों की तरह कारोबार होता है। ETFs कम जोखिम वाले विकल्प हैं क्योंकि वे आपके कुछ पसंदीदा शेयरों में निवेश करने के बजाय स्टॉक इंडेक्स का अनुकरण करते हैं और उनमें डाइवर्सिफिकेशन होता है।
ETFs ट्रेड करने के आपके पसंदीदा तरीके में फ्लेक्सिबिलिटी देते हैं जैसे कीमत घटने पर बेचना या मार्जिन पर खरीदना। कमोडिटीज़ और अंतर्राष्ट्रीय सिक्युरिटीज़ में निवेश जैसे कई विकल्प ईटीएफ में भी उपलब्ध हैं। आप अपनी पोज़िशनकी हेजिंग(बचाने ) के लिए ऑपशन्स और फ़्यूचर्स का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जो म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर नहीं मिलता है।
हालाँकि, ETFs हर निवेशक के लिए सही नहीं होते हैं। नए निवेशकों के लिए इंडेक्स फंड्स बेहतर विकल्प हैं जो कम रिस्क वाले ऑप्शन को चुनकर लंबी-अवधि के लिए इक्विटी में निवेश करने का फायदा उठाना चाहते हैं। ETFs उन लोगों के लिए भी सही हैं जिनके पास एकमुश्त(लमसम) नगद पैसा है लेकिन अभी तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि नकदी का निवेश कैसे किया जाए। वे कुछ समय के लिए ETF में निवेश कर सकते हैं और तब तक कुछ रिटर्न कमा सकते हैं जब तक कि नकदी सही जगह पर इस्तेमाल ना हो जाए। सही ETF का चुनने के लिए ज़्यादातर रिटेल निवेशकों के मुकाबले, वित्तीय बाज़ार की अच्छी समझ होना ज़्यादा ज़रूरी होता है। इसलिए, आपके ETF निवेश को संभालने के लिए निवेश में थोड़ी व्यावहारिक कुशलता शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? की भी ज़रूरत होती है।
शेयर बाजार में पैसा लगाते वक्त ध्यान रखें ये बातें, मुनाफा होने का चांस हो जाएगा डबल
शेयर बाजार में निवेश करते वक्त कंपनी का चुनाव और पैसे लगाने का समय बहुत अहम होता है. इसके अलावा भी कई चीजें होती हैं, जिनसे तय होता है कि आपको फायदा होगा या नुकसान.
कोरोना काल के दौरान बहुत सारे लोगों ने अपने डीमैट अकाउंट खुलवाए और शेयर बाजार (Investing in Share Market) में पैसे लगाए. कुछ ने फायदा भी कमाया और कुछ को तगड़ा नुकसान भी हुआ. शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान किसे फायदा होगा और किसे नुकसान, यह बहुत हद तक आपके चुनाव और आपके फैसलों पर निर्भर करता है. अगर आप शेयर बाजार से तगड़ी कमाई करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको कुछ बातों को ध्यान में रखना होगा.
1- शेयरों का चुनाव सबसे अहम
शेयर बाजार में निवेश करने में सबसे अहम होता है शेयरों का चुनाव. आपको जिस भी कंपनी का शेयर खरीदना है सबसे पहले उसके बारे में पूरी एनालिसिस करें. देखें कि कंपनी का बिजनस क्या है और कैसा चल रहा है. चेक करें कि कंपनी को फायदा हो रहा है या नुकसान. ये भी देखें कि कंपनी भविष्य को लेकर क्या प्लान बना रही है. इतना ही नहीं, कंपनी के मैनेजमेंट के बारे में भी जरूर स्टडी करें, क्योंकि अगर मैनेजमेंट में ही गड़बड़ होगी तो तगड़ा मुनाफा देने वाली कंपनी भी भारी नुकसान का सबब बन सकती है.
2- सही समय पर करें निवेश
वैसे तो शेयर बाजार में निवेश करने का सही समय क्या है, ये कोई नहीं बता सकता, लेकिन आपको इसका अनुमान लगाना होगा. इसके लिए आपको खबरों को अच्छे से पढ़ना होगा, ताकि इस बात का अंदाजा लगाया जा सके कि शेयर बाजार में तेजी कब से शुरू हो सकती है या ये पता चल सके कि कब तक बाजार गिरेगा. कोरोना काल में जब बाजार गिरने लगा तो बहुत सारे लोगों ने पैसे निकालने शुरू कर दिए. वहीं जो लोग बाजार और खबरों को अच्छे से ट्रैक कर रहे थे, उन्होंने निचले स्तरों पर पैसा लगाया और चंद महीनों में ही दोगुना-तिगुना मुनाफा कमाया. उस सही समय को अगर आप पहचान लेते हैं तो आपको भी तगड़ा मुनाफा हो सकता है.
3- निवेश पर करें फोकस, ट्रेडिंग पर नहीं
शेयर बाजार में पैसा लगाने का मतलब अधिकतर लोग ये समझते हैं कि हर रोज सुबह से शाम तक शेयर बाजार ही देखते रहें. उन्हें लगता है कि जैसै ही दाम बढ़ेंगे, शेयर बेचकर मुनाफा कमा लेंगे. कई लोग एक ही दिन में शेयर खरीद कर बेच देते हैं, जिसे इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है. वहीं कुछ लोग कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों में मुनाफा काट लेते हैं, जिसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं. वहीं सबसे तगड़ा मुनाफा मिलता है निवेश से, जो लंबे वक्त के लिए किया जाता है. राकेश झुनझुनवाला से लेकर वॉरेन बफे तक सभी निवेश की सलाह देते हैं. कभी-कभी ट्रेडिंग बुरी बात नहीं, लेकिन अधिकतर समय निवेश के बारे में सोचना चाहिए.
4- एक ही शेयर पर ना लगाएं सारे पैसे
शेयर बाजार में वह लोग अक्सर मुंह की खाते हैं, जो अपना सारा पैसा एक ही शेयर में झोंक देते हैं. शेयर बाजार में पैसा लगाते वक्त सारा पैसा एक ही शेयर में नहीं शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? लगाना चाहिए, बल्कि एक पोर्टफोलियो बनाना चाहिए. अगर आप एक ही शेयर में पैसे लगाएंगे और उसमें नुकसान होता है तो आपके सारे पैसे डूब सकते हैं. वहीं अगर आपने एक पोर्टफोलियो बनाया होगा और आप कई शेयरों में थोड़ा-थोड़ा पैसा लगाते हैं तो एक के नुकसान की भरपाई दूसरे शेयर से हो जाएगी.
5- टिप्स के चक्कर में कभी ना फंसें
शेयर बाजार में जो निवेश की शुरुआत करता है, वह शुरू-शुरू में कुछ लोगों से ये जरूर पूछता है कि किस शेयर में पैसे लगाने चाहिए. अगर आपने भी ऐसा कुछ किया है या करने की सोच रहे हैं तो ये ख्याल अपने मन से अभी निकाल दीजिए. तमाम दिग्गज निवेशकों की भी हमेशा यही सलाह रहती है कि टिप्स के चक्कर में ना पड़ें. ना ही झुनझुनवाला या बफे जैसे निवेशकों के पैटर्न को फॉलो करें. अगर कुछ गड़बड़ दिखती है तो वो तो अपना पैसा मार्केट से निकाल लेंगे, लेकिन आप फंसे रह जाएंगे. कभी भी टिप्स के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए, बल्कि कंपनी के बारे में पूरी रिसर्च करने के बाद ही उसमें शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? पैसे लगाने चाहिए.
6- ग्लोबल न्यूज को ट्रैक करें, मार्केट सेंटिमेंट का ध्यान रखें
शेयर बाजार में निवेश करते वक्त ग्लोबल न्यूज पर विशेष ध्यान रखें, खासकर अमेरिकन मार्केट पर. अगर विदेशी बाजार में उथल-पुथल होती है, तो उसका भारतीय शेयर बाजार पर असर दिखता ही है. जैसे ग्लोबल मंदी या अमेरिका में मंदी आने का असर भारत पर दिखता है. अगर फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरें बढ़ाई जाती हैं, तो उसका सीधा असर शेयर बाजार पर पड़ता ही है. ऐसे में आपको ग्लोबल न्यूज और मार्केट सेंटिमेंट को ध्यान में रखते हुए ही शेयर बाजार में पैसे लगाने चाहिए.
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Share Market: शेयर बाजार में निवेश के लिए यही है बढ़िया समय, इन कंपनियों में पैसा लगाने से मिलेगा मोटा मुनाफा
Share Market: अगर आप शेयर बाजार (Share Market) में निवेश का प्लान कर रहे हैं तो उसके लिए यही बढ़िया समय है. आज हम आपको बताते हैं कि किन कंपनियों में निवेश करने पर आपको बढिया मुनाफा मिल सकता है.
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How to invest in share market Share Market: अगर आप जल्दी अमीर बनने के लिए शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए सही समय आ गया है. आपको लंबी अवधि के निवेश वाले शेयरों की खरीद शुरू कर देनी चाहिए. इस समय हेल्थकेयर और आईटी सेक्टरों के शेयरों में खरीदारी के अच्छे अवसर बने हुए हैं. ऐसे में अगर आप मौके का फायदा उठाते हुए शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आपको लंबी अवधि में इसका फायदा हो सकता है.
सप्ताह के शुरुआती दिन चढ़े भाव
इस सप्ताह के शुरुआती 3 दिन अब तक बढ़िया गए हैं. शेयरों (Share Market) के भाव चढ़ने से निवेशों पर जमकर पैसा बरसा है. इसके बावजूद कई ऐसे लोग हैं, जो मन होने के बावजूद शेयर बाजार में प्रवेश करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं. उनकी वजह शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? भी जायज है. दरअसल इस वक्त सेंसेक्स अपने ऑल टाइम हाई से करीब 7 हजार अंक नीचे चल रहा है. ऐसे में उन्हें डर है कि कहीं सेयर बाजार शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? में पैसा लगाने पर उन्हें फायदे के बजाय नुकसान न हो जाए.
आईटी और हेल्थकेयर कंपनियों में करें निवेश
फाइनेंस एक्सपर्ट के अनुसार अब स्टॉक मार्केट (Share Market) को लेकर हिचक दूर करने का वक्त आ गया है. सितंबर 2022 तक मार्केट में टाइम करेक्शन और प्राइस करेक्शन दोनों थमते नजर आएंगे. अच्छी कमाई करने के लिए उन्हें आईटी और हेल्थकेयर से जुड़ी कंपनियों में पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए. आने वाले वक्त में इन कंपनियों का भविष्य उज्जवल है. ऐसे में उन्हें लंबी अवधि में इन निवेश पर काफी फायदा होगा.
छोटी और मध्यम अवधि के निवेश वाले अभी रुकें
स्टॉक मार्केट (Stock Market) पर नजर रखने वाले एक्सपर्टों का कहना है कि जो लोग छोटी और मध्यम अवधि के लिए कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें अभी रुकना चाहिए. करीब 3 महीने बाद अमेरिका अपनी तकनीकी मंदी के दौर से काफी हद तक बाहर आ जाएगा. उसके बाद छोटी और मध्यम अवधि में निवेश के लिए अवसर बढ़ने शुरू हो जाएंगे. एक्सपर्टों ने कहा कि ज्यादा फायदे के लिए निवेशकों को उन आईटी कंपनियों में बारे सोचना चाहिए, जिनकी आय में वृद्धि की संभावनाएं बेहतर नजर आ रही हैं.
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पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो जानिए इन 5 नियमों के बारे में, आपको खतरे से बचा सकते हैं
शेयर बाजार में निवेश से पैसा बनाने की संभावना एक ऐसा आइडिया है, जो हर नए निवेशक को उत्साहित करता है। साथ ही उन लोगों के लिए भी जो कम अवधि में फायदा कमाना चाहते हैं। हालांकि जब बाजार उतार-चढ़ाव के माहौल में हो, तब किसी भी तरह के तुरंत रिटर्न की संभावना काफी कम हो जाती है। ऐसे में आपको हम बता रहे हैं कि निवेश के समय कौन से नियम का आपको पालन करना चाहिए।
खुद निर्णय न लें
एंजल ब्रोकिंग के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट ज्योति रॉय कहते हैं कि आप खुद निर्णय लेकर अपने लाभ को बढ़ाने के लालच शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? को छोड़ दीजिए। पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की सलाह पर ध्यान दें। सतर्कता से व सोच-समझकर निवेश करें।
डिविडेंड पर ध्यान दीजिए
जब भी किसी कंपनी के शेयरों में निवेश किया जाता है, तो निवेशक कंपनी के अच्छे प्रदर्शन से लाभ पाने के योग्य होते हैं। जब मुनाफा हो रहा हो तो कंपनियां अक्सर यह तय करती हैं कि वे अपने शेयरधारकों के साथ अपने मुनाफे को बांटें। यह आम तौर पर मुनाफे के एक हिस्से को शेयर करना है, जिसे वे भविष्य के लिए बचाकर रख सकते हैं।
डिविडेंड आमतौर पर वही होता है जो कंपनी आपके द्वारा अर्जित प्रत्येक शेयर पर देने का निर्णय करती है। कंपनियों के रिकॉर्ड और उनके लाभ को जानकर आप अपने निवेश के निर्णय ले सकते हैं।
विविधता पर फोकस करें
यह सबसे स्पष्ट उपाय है, जिसे निवेशकों को आजमाना चाहिए। यह उन्हें अक्सर उतार-चढ़ाव वाले बाजार में बने रहने में सुरक्षा देता है। अधिक जोखिम लेने वाले निवेशक निवेश को कंपनी के शेयरों के हालिया प्रदर्शन ट्रेंड्स के आधार पर देखते हैं। हालांकि इन निर्णयों के समय सलाहकार की मदद काम आ सकती है।
अलग-अलग साधनों में निवेश करें
प्रसिद्ध कहावत है- ‘अपने सभी अंडों को एक टोकरी में नहीं रखना चाहिए’। निवेशकों को इसी का पालन करना चाहिए। एक संतुलित पोर्टफोलियो का निर्माण तभी हो सकता है जब आप अपने निवेश को कई सेक्टर में निवेश करें। बाजार आर्थिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। निवेशकों की भावनाओं में उतार-चढ़ाव हो रहा है। इससे अनिश्चितता बढ़ रही है। यदि पोर्टफोलियो में विविधता रहती है तो गारंटीड रिटर्न प्राप्त करने में मदद मिलती है।
कंपनियों का विश्लेषण करना
फाइनेंशियल सिस्टम के बारे में जानकारी हासिल करना चाहिए। कब स्टॉक खरीदना है और कब बेचना है, उसे समझें। औसत बाजार के रुझान को समझना आपके लिए आधा काम पूरा कर सकता है। निवेशक अक्सर सेक्टोरल ट्रेंड्स, ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक और कंपनी की घोषणाओं की तुलना करने की गलती करते हैं। बहुत से लोग यह नहीं जानते कि कंपनी की आंतरिक गतिविधियों पर भी बहुत कुछ तय होता है।
कंपनी के मामलों पर नजर रखें
कंपनी के कैश-फ्लो, खर्चों, राजस्व, और उसके निर्णयों को समझना कई पहलुओं में से कुछ एक हैं, जिन पर लोगों को लंबी अवधि के निवेश करने के लिए तैयार होने पर पूरी तरह से रिसर्च करने की आवश्यकता है। निवेशकों के लिए ऐसे पहलुओं पर अपने पोर्टफोलियो मैनेजर्स से सलाह लेना बेहतर होगा, क्योंकि इसमें गहन अध्ययन शामिल है।
सट्टेबाजी से प्रेरित फैसले न लें
अक्सर लोगों को सट्टेबाजी से लाभ होता है और वह इसे ही आधार बना लेते हैं। निरंतर रिटर्न हासिल करने के लिए सट्टेबाजी अच्छा विकल्प नहीं है। यह निरंतर रिटर्न में हानिकारक हो सकता है। बाजार की अटकलों और अफवाहों को फॉलो करना जोखिम हो सकता है। निवेश के प्रमुख तरीकों में शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? से यह भी जानना चाहिए कि न्यूज रिपोर्टों पर फैसला न लें। यह आवश्यक है कि कंपनी के संकट के समय में अपने पोर्टफोलियो को मिस मैनेज न करें और भावनात्मक निर्णय लेकर अपने शेयरों को नहीं बेचें।
कैसे और कब बेचना है
कुछ निवेशकों में जोखिम लेने की ज्यादा चाहत होती है। उनमें कम अवधि के ट्रेड के लिए एक उत्साह हो सकता है। यह संपत्ति बढ़ाने में महत्वपूर्ण हो सकता है। विशेषज्ञों का तर्क है कि यह युवा निवेशकों के लिए अधिक उपयुक्त है। ये निर्णय अक्सर बाजार में उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, न कि किसी उद्योग या कंपनी की लंबी अवधि की रणनीति का हिस्सा होते हैं। यहां तक कि रिटर्न की भी गारंटी नहीं है, क्योंकि यह सट्टा खेलने जैसा है।
जो लोग लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, उन्हें बाजार के कम समय के उतार-चढ़ाव या स्टॉक ऑप्शन की मूल्य स्थिरता के आधार पर अपनी खरीदारी या बिक्री का निर्णय नहीं लेने चाहिए। लार्ज-कैप निवेश पर नजर रखते हुए मिड-कैप और स्मॉल कैप निवेशों को छोटे अनुपात में रखना चाहिए। इस तरह जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेना चाहिए।
क्या आप भी शेयर बाजार में निवेश करते हैं? जानिए सक्सेसफुल इन्वेस्टर की 5 खास बातें
शेयर मार्केट में लंबी अवधि के लिए निवेश करें. अगर रिटर्न को दोबारा निवेश के रूप में लगाते हैं तो लंबी अवधि में आपका रिटर्न मल्टीबैगर साबित होगा.
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो यहां से अच्छा शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? रिटर्न पाना आसान नहीं है. अगर आपका इन्वेस्टमेंट सही जगह होता है तो मल्टीबैगर रिटर्न हासिल किया जा सकता है. अगर इन्वेस्टमेंट का फैसला जल्दबाजी में लिया जाता है तो कई बार आपको पॉजिटिव रिटर्न के लिए लंबे समय के लिए इंतजार करना होता है. इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट्स हमेशा से वैल्यु इन्वेस्टिंग की सलाह देते हैं. उनकी सलाह होती है कि निवेशकों को निवेश से पहले अपना होमवर्क अच्छे से करना चाहिए.
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट में मशहूर इन्वेस्टर Glen Greenberg के हवाले से कहा गया है कि वैसी कंपनियों में निवेश पर फोकस करना चाहिए जो वर्तमान में महंगा नहीं हो और आने वाले कल में वह शानदार ग्रोथ हासिल करे. किसी भी कंपनी ग्रोथ कैसा रहेगा इसके लिए वे एक स्पेशल टेक्निक का इस्तेमाल करते हैं. वह किसी कंपनी के होने वाले प्रॉफिट के अनुमान को 20 फीसदी से घटा देते हैं. इस कमी के बावजूद के अगर उन्हें यह वैल्यु स्टॉक दिखता तो वे निवेश करते हैं या फिर निवेश की सलाह देते हैं. उनका मानना है कि इस टेक्निक की मदद से इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न कम आ सकता है, लेकिन नुकसान नहीं होगा.
पहले होमवर्क अच्छे से करें
ग्लेन ग्रीनबर्ग की सलाह है कि किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी हासिल करनें. जब तक उस कंपनी के बारे में आपको पूरी जानकारी हासिल नहीं होती और इस दौरान निवेश का विश्वास पैदा नहीं होता है, निवेश से बचना चाहिए. वे हमेशा ऐसी कंपनियों में निवेश की सलाह देते हैं जिसका बिजनेस मॉडल अच्छा है और साथ में बिजनेस भी अच्छा है. अगर बिजनेस मॉडल अच्छा है तो यह देखना चाहिए कि वह अपने फील्ड की लीडर कंपनी है या नहीं. किसी भी सेक्टर की लीडर कंपनी पर प्रमुखता से ध्यान देना चाहिए.
ज्यादा रिटर्न, कम रिस्क पर करें फोकस
इन्वेस्टमेंट के लिए वे “two-inch putts” फॉर्म्यूला अमल करने की सलाह देते हैं. उनका कहना है कि ऐसी कंपनियों में निवेश करें जहां रिटर्न ज्यादा मिले, लेकिन रिस्क कम हो. निवेश हमेशा लंबी अवधि के लिए करें. ऐसे निवेश से बचें जिसमें या तो बहुत बढ़िया रिटर्न मिलेगा या फिर भयंकर नुकसान की संभावना है. निवेश को सट्टेबाजी की तरह नहीं देखना चाहिए.
रिटर्न को दोबारा निवेश करें
ग्रीनबर्ग का कहना है कि अगर आपने पोर्टफोलियो बना लिया है तो लंबी अवधि के निवेशक बनें. अगर रिटर्न को दोबारा निवेश के रूप में लगाते हैं तो लंबी अवधि में आपका रिटर्न मल्टीबैगर साबित होगा. उनका कहना है कि ऐसे कंपनी का चयन करें जिसका शेयर कम कीमत में उपलब्ध हो और जिसका बिजनेस मॉडल फ्यूचरिस्टिक हो. इन कंपनियों में पहले निवेश करें फिर मुनाफा कमाएं और दोबारा उस मुनाफा को निवेश करते जाएं. ऐसा करने से लॉन्ग टर्म में इन्वेस्टमेंट पर कई गुना रिटर्न हासिल होगा.
बिजनेस की समझ हो तभी करें निवेश
उनका यह भी कहना है कि ऐसे बिजनेस में ही निवेश करें जिसके बारे में आपकी जानकारी हो. अगर बिजनेस के बारे में आपको आइडिया नहीं है तो निवेशक नहीं बनें. दूसरे निवेशकों को देखते हुए ऐसे बिजनेस में एंट्री नहीं लें जिसकी शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? जानकारी ही नहीं है. इसके अलावा कैलकुलेशन के लिए कंप्यूटर की जगह कॉमन सेंस का ज्यादा इस्तेमाल करें. इससे निवेश को लेकर सही फैसला ले पाएंगे.
बाजार में ग्रीडी नहीं बनें
इसके अलावा इन्वेस्टर्स को कभी भी ग्रीडी यानी भूखा नहीं होना चाहिए. कभी-कभी ज्यादा रिटर्न की भूख निवेशकों को डूबा देता है. ज्यादातर निवेशकों के साथ ऐसा होता है कि वे मनमाफिक रिटर्न पा चुके हैं, लेकिन बुल रन में और ज्यादा रिटर्न की चाहत रखते हैं. कई बार मार्केट टूट जाता है और उन्हें काफी नुकसान भी होता है. निवेशकों को यह नहीं भूलना चाहिए कि खरीदारी आंतरिक मूल्य से नीचे करें और हमेशा सेफ्टी मार्जिन लेकर चलें. इस सिद्धांत की मदद से भारी नुकसान से बचे रहेंगे.
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