ED searches the Director of WazirX Crypto-Currency Exchange & freezes its Bank assets worth Rs 64.67 Crore for assisting accused Instant Loan APP Companies in laundering of fraud money via purchase & transfer of virtual crypto assets. — ED (@dir_ed) August 5, 2022

चीन की कंपनियों पर बढ़ता ही जा रहा है ED का शिकंजा, क्रिप्टोकरेंसी से मुनाफा दिलाने की आड़ में ऐसे चल रहा है पूरा गेम

चीन की कंपनियां भारत के अंदर अपनी आर्थिक व्यवस्था से जुड़ी कंपनियों का जाल फैलाकर एक बड़े साजिश का नेटवर्क तैयार करने की कोशिश कर रही थीं। ED इसमें बड़ा खुलासा किया है

रिपोर्ट - शंकर आनंद

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चीन समर्थित कई कंपनियों (Chinese Companies) के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए कई लोकेशन पर छापेमारी (Search Operation) को अंजाम दिया। इस दौरान कई बैंक अकाउंट से करीब 9 करोड़ 82 लाख रुपए को फ्रीज कर दिया है। अब ये कंपनियां इन पैसों का इस्तेमाल नहीं कर सकती है।

दरअसल चीन की कंपनियां भारत के अंदर अपनी आर्थिक व्यवस्था से जुड़ी कंपनियों का जाल फैलाकर एक बड़े साजिश का नेटवर्क तैयार करने की कोशिश कर रही थीं। ED ने इस मामले में एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि कैसे बिटकॉइन (Bitcoin) और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज करने के एवज में बड़ा मुनाफा कमाने का लालच दिया जा रहा था।

Crypto-Currency Exchange WazirX के डायरेक्टर पर ईडी का शिकंजा, 64.67 करोड़ रुपए की बैंक संपत्ति जब्त

ED ने जैनमाई लैब प्राइवेट लिमिटेड (Zanmai Lab Pvt Ltd) के एक डायरेक्टर के ठिकानों की तलाशी ली है. ईडी ने कंपनी के जिस डायरेक्टर के यहां तलाशी ली है, वह WazirX नाम की मशहूर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का मालिक है.

WazirX क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED की बड़ी कार्रवाई (PTI)

WazirX Crypto-Currency Exchange: प्रवर्तन निदेशालय ने जैनमाई लैब प्राइवेट लिमिटेड (Zanmai Lab Pvt Ltd) के एक डायरेक्टर के ठिकानों की तलाशी ली है. ईडी (Enforcement Directorate) ने कंपनी के जिस डायरेक्टर के यहां तलाशी ली है, वह WazirX नाम की मशहूर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का मालिक है. ईडी ने डायरेक्टर के बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश भी दे दिए हैं, जिसमें 64.67 करोड़ रुपये जमा हैं. आरोप है कि वजीरएक्स क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के निदेशक ने वर्चुअल क्रिप्टो एसेट्स की खरीद और ट्रांसफर के माध्यम से धोखाधड़ी के पैसों की लॉन्ड्रिंग में आरोपी इंस्टेंट लोन ऐप कंपनियों की मदद की है.

3 अगस्त को हैदराबाद में हुई थी छापेमारी

जांच एजेंसी ने कहा कि उन्होंने 3 अगस्त को हैदराबाद में जानमाई लैब प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर और वजीरएक्स के मालिक के खिलाफ छापेमारी की थी. ईडी ने बताया कि डायरेक्टर ने पूछताछ के दौरान जांच में मदद नहीं की थी. बता दें कि क्रिप्टो एक्सचेंज के खिलाफ ईडी की ये जांच भारत में काम कर रहे तमाम करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज चीनी लोन ऐप (मोबाइल एप्लिकेशन) के खिलाफ चल रही जांच से जुड़ी है. एजेंसी ने वजीरएक्स पर पिछले साल विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया था.

डेटाबेस का एक्सेस होने के बावजूद समीर म्हात्रे ने नहीं करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज की ईडी की मदद

ईडी ने कहा कि वजीरएक्स के निदेशक समीर म्हात्रे के पास वजीरएक्स के डेटाबेस का पूरा रिमोट एक्सेस है, इसके बावजूद वह क्रिप्टो एसेट्स से संबंधित लेनदेन का ब्यौरा नहीं दे रहा है जो कि इंस्टेंट लोन ऐप द्वारा धोखाधड़ी की आय से खरीदा गया है.

ईडी ने कहा कि क्रिप्टो-एक्सचेंज ने अस्पष्टता को प्रोत्साहित करके और एंटी मनी लॉन्ड्रिंग नॉर्म्स को कमजोर बनाकर करीब 16 आरोपी फिनटेक कंपनियों की क्रिप्टो रूट के माध्यम से गलत तरीके से कमाई गई रकम को वैध बनाने में सक्रिय रूप से मदद की है. इसलिए, धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत वजीरएक्स के पास पड़ी 64.67 करोड़ रुपये की बराबर चल संपत्ति को जब्त कर लिया गया है.

बताते चलें कि भारतीय जांच एजेंसी ईडी, देश में काम करने वाली तमाम NBFC कंपनियों और उनके फिनटेक पार्टनर्स के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने और निजी डेटा का दुरुपयोग करने वालों के लिए खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच कर रही है.

चीनी फंड द्वारा समर्थित फिनटेक कंपनियों को नहीं मिला था एनबीएफसी लाइसेंस

चीनी फंड द्वारा समर्थित विभिन्न फिनटेक कंपनियों को उधार कारोबार करने के लिए आरबीआई से एनबीएफसी लाइसेंस नहीं मिल सका था. इसलिए उन्होंने बंद हो चुकी एनबीएफसी कंपनियों के साथ एमओयू का रास्ता तैयार किया ताकि उनके लाइसेंस के जरिए कारोबार किया जा सके. आपराधिक जांच शुरू होने के बाद इनमें से कई फिनटेक ऐप ने अपना बोरिया-बिस्तर बांध लिया और गलत तरीके से कमाई गई रकम को छिपा लिया.

ED searches the Director of WazirX Crypto-Currency Exchange & freezes its Bank assets worth Rs 64.67 Crore for assisting accused Instant Loan APP Companies in laundering of fraud money via purchase & transfer of virtual crypto assets.

— ED (@dir_ed) August 5, 2022

क्रिप्टो एसेट्स खरीदने के लिए खर्च की गई मोटी रकम

फंड ट्रेल की जांच करते हुए ईडी ने पाया कि फिनटेक कंपनियों ने क्रिप्टो एसेट्स खरीदने में मोटा पैसा खर्च किया और फिर उन्हें विदेशों में ट्रांसफर कर दिया. इन कंपनियों और इनके वर्चुअल एसेट्स को फिलहाल ट्रेस नहीं किया जा सकता. क्रिप्टो-एक्सचेंज को समन जारी कर दिया गया है.

जांच में पाया गया कि अधिकतम रकम को वजीरएक्स एक्सचेंज को भेज दिया गया था और इस तरह खरीदे गए क्रिप्टो-एसेट्स को अज्ञात विदेशी वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया गया था.

Crypto News: कॉइन स्विच कुबेर में आप रुपए जमा कर खरीद सकते हैं क्रिप्टो, जानिए दो हफ्ते बाद शुरू हुई सेवा के बारे में

CryptoCurrancy: कॉइनस्विच कुबेर के ऐप में अब एनईएफटी, आरटीजीएस और आईएमपीएस के जरिए रुपए में फंड ट्रांसफर का विकल्प इनेबल हो गया है. आप ₹100 की रकम भी कॉइन स्विच कुबेर में क्रिप्टो करेंसी खरीदने के लिए भेज सकते हैं. ​​कॉइनस्विच कुबेर के इस कदम से देश के लाखों Crypto निवेशकों को राहत मिल सकती है.

Crypto exchange

कॉइनस्विच कुबेर के इस कदम से देश के लाखों Crypto निवेशकों को राहत मिल सकती है. भारत में 15 मिलियन यूजर के साथ कॉइनस्विच कुबेर देश का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है. फंड ट्रांसफर की व्यवस्था को रोक देने की वजह से बहुत से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.

अगर बात देश में डिजिटल पेमेंट के सबसे बड़े माध्यम यूपीआई या यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस की बात करें तो कॉइनस्विच कुबेर ऐप पर अभी यह डिसेबल दिखाई करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज देता है. इसके साथ ही अन्य प्लेटफार्म पर भी यूपीआई के जरिए पेमेंट ट्रांसफर करने का विकल्प ऑन नहीं हुआ है. इस महीने की शुरुआत में नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया या एनपीसीआई के एक बयान के बाद से क्रिप्टो एक्सचेंज ने यूपीआई में पेमेंट लेना बंद कर दिया था.

एनपीसीआई ने कहा था कि उसे इस बारे में जानकारी नहीं है कि कोई डिजिटल प्लेटफॉर्म उनकी यूपीआई सेवाओं का इस्तेमाल कर रहा है. इसके बाद क्रिप्टो एक्सचेंज को यूपीआई के लिए सपोर्ट करना बंद कर दिया गया था.

भारत में काम कर रहे बहुत से क्रिप्टो एक्सचेंज यूपीआई से पेमेंट ट्रांसफर करने के लिए मोबिक्विक की सेवाएं लेते हैं. भारत में क्रिप्टो में निवेश करने वाले इन्वेस्टर के लिए यह एक बहुत बड़े झटके की तरह था. यूपीआई की मदद से फंड ट्रांसफर करना अधिकतर भारतीयों के लिए आसान है और इससे भी वे क्रिप्टो करेंसी की खरीदारी कर पा रहे थे.

इस बीच एक और क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX ने बैंक ट्रांसफर के जरिए स्वीकार किए जाने वाले रकम को ₹3000 से घटाकर ₹750 कर दिया है. उसने इस बारे में सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर लिखा, "हमारी टीम पेमेंट पार्टनर के साथ लगातार काम कर रही है जिससे कि कम से कम पैसे का यूज कर लोग क्रिप्टो में निवेश कर सके. इस बारे में जो भी जानकारी आएगी उसके बारे में हम आपको समय-समय पर सूचित करते रहेंगे."

उद्योग जगत के मुताबिक बैंकों के साथ भी क्रिप्टो एक्सचेंज इस बारे में बातचीत करने में जुटे हैं. यह अभी निश्चित नहीं है कि क्रिप्टो करेंसी इंडस्ट्री को बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल करने की अनुमति मिल सकती है या नहीं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने हाल में ही कहा था कि वर्चुअल डिजिटल करेंसी के नियमन के बारे में भारत जल्द ही कोई फैसला ले सकता है.

E-nuggets केस में ED न फ्रीज किए 77 बिटकॉइन, कीमत है 12 करोड़ रुपये, Gaming App की मनी लॉन्ड्रिंग पर वार

E-nuggets केस में ED न फ्रीज किए 77 बिटकॉइन, कीमत है 12 करोड़ रुपये, Gaming App की मनी लॉन्ड्रिंग पर वार

डीएनए हिंदी: देश में बिना कोई टैक्स चुकाए बड़े पैमाने पर पैसा बटोर रहीं मोबाइल गेमिंग ऐप्स (Mobile Gaming Apps) पर शिकंजा कसा जा रहा है. प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बुधवार को गेमिंग ऐप ई-नगेट्स (E-nuggets) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 12.83 करोड़ रुपये के 77.62710139 बिटकॉइन (Bitcoin) जब्त कर लिए. आमिर करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज खान नाम के एक व्यक्ति और एक अन्य के क्रिप्टो अकाउंट्स में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) पर यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के प्रावधानों के तहत की गई है. आमिर खान कोलकाता का रहने वाला है और उसने ही ई-नगेट्स मोबाइल गेमिंग ऐप शुरू की थी. उस पर आरोप है कि उसने इस मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए करोड़ों रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम दिया है.

आमिर के घर से पहले मिले थे 17 करोड़ रुपये

आमिर के खिलाफ ED पिछले कुछ समय से छानबीन कर रही थी. इसी दौरान उसके कोलकाता स्थित घर पर छापा मारा गया था, जहां से 17.32 करोड़ रुपये की रकम जब्त की गई थी. इस कार्रवाई के बाद ED ने आमिर को यूपी के गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया था. कोर्ट ने 24 सितंबर को उसे 14 दिन के पुलिस रिमांड पर दिया था. पूछताछ के दौरान उससे मिली जानकारी के आधार पर ही बुधवार को बिटकॉइन्स जब्त करने की कार्रवाई की गई है.

ग्राहकों के पैसे चुराने का है आमिर पर आरोप

आरोप है कि आमिर ने ई-नगेट्स मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन की शुरुआत लोगों को ठगने के लिए की थी. ED अधिकारियों के मुताबिक, शुरुआत में उसने इस मोबाइल ऐप पर जीतने वालों को पैसा दिया, लेकिन बड़ी रकम जमा हो जाने के बाद उसने इस रकम को अचानक अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया. साथ ही ऐप सर्वर से लोगों के प्रोफाइल की जानकारी समेत पूरा डाटा मिटा दिया. इससे लोग अपनी रकम को क्लेम नहीं कर पाए.

कोलकाता में दर्ज FIR के आधार पर शुरू हुई थी ED जांच

ED ने 15 फरवरी, 2021 को दर्ज एक FIR के आधार पर जांच शुरू की थी. यह FIR आमिर खान व कई अन्य के खिलाफ कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में IPC की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई थी. इस FIR को फेडरल बैंक अथॉरिटीज की तरफ से कलकत्ता चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में की गई शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था.

क्रिप्टो एक्सचेंज पर नकली अकाउंट बनाकर विदेश भेजी रकम

जांच में सामने आया कि आरोपी आमिर ने ई-नगेट्स के जरिए कमाई गई इस रकम का एक बड़ा हिस्सा क्रिप्टो करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज करेंसी एक्सचेंज के जरिए विदेश में ट्रांसफर कर दिया है. ED अधिकारियों के मुताबिक, इसके लिए वजीरएक्स (WazirX) क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज पर पिक्सल डिजाइन की सिमा नास्कर के नाम से एक नकली अकाउंट खुलवाया गया. इसके जरिए क्रिप्टोकरेंसी की खरीद की गई. इसके बाद उसने यह क्रिप्टोकरेंसी एक अन्य क्रिप्टो एक्सचेंज बिनान्स (Binance) पर ट्रांसफर कर दिया.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Breaking: क्रिप्टो-करेंसी एक्सचेंज वज़ीरएक्स के निदेशक ED की रडार पर, करोड़ों की संपत्ति दर्ज़

Uttar Pradesh, UP News, Road Accident, Lakhimpur Kheri, Road Accident in Lakhimpur Kheri

नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को वज़ीरएक्स क्रिप्टो-करेंसी एक्सचेंज के निदेशक के परिसरों की तलाशी ली। केंद्रीय जांच एजेंसी ने आभासी क्रिप्टो संपत्तियों की खरीद और हस्तांतरण के माध्यम से धोखाधड़ी के पैसे की लॉन्ड्रिंग में आरोपी इंस्टेंट लोन एपीपी कंपनियों की सहायता के लिए 64.67 करोड़ रुपये की बैंक संपत्ति को भी फ्रीज कर दिया।

  • ईडी ने वजीरएक्स की 64.67 करोड़ रुपये की करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज बैंक संपत्ति जब्त की।
  • ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (फेमा) के प्रावधानों के तहत वज़ीरएक्स के खिलाफ क्रिप्टो-मुद्रा से संबंधित दो मामलों की जांच कर रहा है।
  • प्रारंभ में, वज़ीरएक्स को अज्ञात स्रोतों को 2,790 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी के हस्तांतरण की अनुमति देने के लिए विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के उल्लंघन से संबंधित कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
  • वज़ीरएक्स 70 से अधिक स्थानों में कर्मचारियों के साथ भारत के अग्रणी क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज में से एक है।
  • इस साल की शुरुआत में, रिपोर्टों में दावा किया गया था कि वज़ीरएक्स के सह-संस्थापक निश्चल शेट्टी और सिद्धार्थ मेनन ने अपना आधार भारत से दुबई में स्थानांतरित कर दिया था।

देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले न्यूज़ 24 पर फॉलो करें करोड़ों रुपए की क्रिप्टोकरेंसी फ्रीज न्यूज़ 24 को और डाउनलोड करे - न्यूज़ 24 की एंड्राइड एप्लिकेशन. फॉलो करें न्यूज़ 24 को फेसबुक, टेलीग्राम, गूगल न्यूज़.

रेटिंग: 4.45
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 396