शेयर बाजार से अपडेट रहें: अपको डे ट्रेडिंग करते समय शेयर बाजार से अपडेट रहना जरूरी है. जानना जरूरी है कि बाजार को लेकर किस तरह कीर खबरें चल रही हैं. इससे आपको सही शेयर चुनने में मदद मिलेगी और आपद जोखिम से बच जाएंंगे.
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और इंट्राडे ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम कैसे करें (Intraday Trading in Hindi)
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है हिंदी में: आज के समय में ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे एप्प मौजूद हैं जिनकी मदद से लोग आसानी से ट्रेडिंग कर सकते हैं. मोबाइल एप्प के द्वारा ट्रेडिंग करने के कारण भारत में भी ट्रेडिंग धीरे – धीरे लोकप्रिय होती जा रही है. ट्रेडिंग के द्वारा बहुत सारे लोग पैसे कमाकर अमीर बन रहे हैं.
लेकिन जो लोग ट्रेडिंग में अभी नए हैं या फिर ट्रेडिंग सीख रहें हैं तो उन्हें ट्रेडिंग के बारे में अधिक इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम जानकारी नहीं होती है. ट्रेडिंग भी अनेक प्रकार के होती है जिसमें से एक सबसे लोकप्रिय ट्रेडिंग का प्रकार है Intraday Trading.
यदि आपको पैसे से पैसे कमाना है तो इंट्राडे ट्रेडिंग एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
अगर जो लोग नहीं जानते हैं Intraday Trading क्या है, Intraday Trading किसमें की जाती है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाए और Intraday Trading के फायदे तथा नुकसान क्या है, उनके लिए इस लेख से बहुत मदद मिलने वाली है.
- ट्रेडिंग FAQs
- Kite
- मार्जिन्स
- प्रोडक्ट और आर्डर
- कॉर्पोरेट एक्शन्स
- दूसरे प्लेटफॉर्म्स
- Kite फीचर्स
एक्सचेंज से पूछे जाने वाले इन FAQs और SEBI के इस सर्कुलर के अनुसार , 1 सितंबर, 2020 से शुरू होने वाले सभी ट्रेड्स के लिए अपफ्रंट मार्जिन जरुरी है। नीचे दिए गए इसके प्रभाव हैं:
1. होल्डिंग को बेचने के बाद मिलने वाला अमाउंट नई पोजीशन लेने के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता है -
जैसे ही आप शेयर्स अपनी होल्डिंग्स से बेचते हैं ,उस स्टॉक होल्डिंग्स से बेचे गए सेल वैल्यू का 80% अमाउंट का उपयोग किसी नई पोजीशन को लेने में कर सकते हैं - कोई दूसरा स्टॉक या F&O पोजीशन।
नए पीक मार्जिन नियम के अनुसार , इंट्राडे ट्रेडिंग में मिलने वाली लिवरेज पर कैप लगा दी गयी हैं और होल्डिंग्स से शेयर बेचने के बाद इस अमाउंट का 80% ही नए ट्रेड्स के लिए उपलब्ध होगा। शेयर बेचने के बाद का पूरा पैसा T+1 दिन से उपलब्ध होगा। ज्यादा जानकारी के लिए Z- कनेक्ट के इस पोस्ट को देख सकते हैं।
Intraday Trading Tips: क्या होती है डे ट्रेडिंग? कुछ घंटों में ही मिल सकता है मोटा मुनाफा, ध्यान रखें जरूरी टिप्स
How to do Intraday Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है.
How to start Day Trading or Intraday Trading: इंटरनेट और इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है. हालांकि निवेशकों की सोच अलग अलग होती है. कुछ निवेशकों का लक्ष्य लंबी अवधि का होता है और वे अपना पैसा अलग अलग लक्ष्य पूरा करने के लिए लांग टर्म के लिए निवेश करते हैं. वहीं, कुछ निवेशक शॉर्ट टर्म गोल लेकर बाजार में पैसा लगाते हैं. इन्हीं में से कुछ इंट्राडे इन्वेस्टर्स या डे ट्रेडर्स होते हैं. इंट्राडे ट्रेड में अगर सही स्टॉक की पहचान हो जाए तो शेयर बाजार में डेली बेसिस पर पैसा लगाकर मुनाफा कमाया जा सकता है.
क्या है इंट्राडे ट्रेडिंग
असल में बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. इसमें सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम कमाई की जा सकती है. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. ध्यान रहे कि इसमें जरूरी नहीं है कि आपको फायदा ही हो. डे-ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.
चुनें सही स्टॉक: ऐसे शेयर चुनें, जिन्हें बेचना भी आसान हो. जिन शेयरों में हाई लिक्विडिटी हो और आप उन्हें आसानी से सेल कर सकें. क्यों कि अगर आपके शेयर का कोई बॉयर नहीं होगा तो आप नुकसान में पड़ जाएंगे. लेकिन लिक्विड स्टॉक में भी 2 या 3 ही स्टॉक चुनेंं.
कितने पैसों की पड़ती है जरूरत
इंट्रा डे में आप किसी शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हें. शेयर बाजार में नियम है कि जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उस दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के तहत जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद पूरा भुगतान करना होता है. फिर भी आपको शेयर के भाव का शुरू में 30 फीसदी रकम निवेश करना होता है.
इसका उदाहरण 1 अगस्त के कारोबार में देख सकते हैं. आज एयरटेल में निवेश करने वालों की चांदी रही है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है. असल में आज एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है. जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी तेजी आ गई. ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना डे ट्रेडर्स के लिए जरूरी है.
एक्सपर्ट का मानना है कि शेयर बाजार का अधिकांश कारोबार डे ट्रेडिंग का ही होता है, लेकिन फिर भी सावधानी के साथ कारोबार करना चाहिए. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम जरूर देखना चाहिए. मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं. शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.
इंट्राडे इंट्राडे ट्रेडिंग के नियम ट्रेडिंग पर बैंकों की सख्ती मामले में SEBI से गुहार लगाएंगे ब्रोकर्स
Intraday Funding norms:: हाल ही में एक निजी बैंक पर पेनल्टी के बाद इंट्राडे फंडिंग को बैंकों ने सख्त कर दिया है. नियम कड़े होने से इंस्टीट्यूशनल सौदों की लागत में इजाफा हो सकता है.
Intraday Funding norms: इंट्रा डे ट्रेडिंग पर बैंकों की सख्ती के मामले पर अब ब्रोकर्स रेगुलेटर्स से गुहार लगाने की तैयारी कर रहे हैं. ब्रोकर्स के मुताबिक सेबी के जरिए अगर रिजर्व बैंक तक बात पहुंचाई जाएगी तो मुमकिन है कि उनकी दिक्कतों को गंभीरता से लिया जाए. ब्रोकर्स की सेबी के जरिए RBI तक बात पहुंचाने की तैयारी है. हाल ही में एक निजी बैंक पर पेनल्टी के बाद इंट्राडे फंडिंग को बैंकों ने सख्त कर दिया है. नियम कड़े होने से इंस्टीट्यूशनल सौदों की लागत में इजाफा हो सकता है.
एंजल ब्रोकिंग में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें
आप ना केवल मूल्य में वृद्धि होने पर अभी तो मूल्य में गिरावट आने पर भी कमा सकते हैं। यदि शेयर का प्राइस गिर रहा है और आपको लगता है कि यह और गिरेगा तो इस स्थिति में आप शेयर बेचकर करके पैसे कमा सकते हैं।
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