दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। (फोटो सोर्स: ANI)

बंद कारोबार खोलने के अचूक उपाय और मंत्र जाने ! band karobar kholne ka wazifa ?

Band bijanes ko kaise chalaye? व्यापार में उतार चढ़ाव आना स्वाभाविक है,ऐसा नहीं है कि किसी का व्यापार हमेशा फायदे में ही चलेगा और किसी का व्यापार हमेशा घाटे में ही चलेगा, क्योंकि यह तो आप जानते ही हैं कि सुख और दुख, फायदा और नुकसान प्रकृति का नियम है ऐसा नहीं है कि कोई व्यक्ति हमेशा सुख में ही रहेगा और उसे दुख नहीं आएगा, उसी तरह ऐसा भी नहीं है कि कोई व्यक्ति हमेशा दुख में रहेगा और उसे कभी सुख की प्राप्ति नहीं होती है|Band huye bijanes ko chalane ke liye kya kare? बंद हुए बिजनेस को कैसे चलाएं ?

कभी-कभी ऐसा होता है कि हम जो भी काम करते हैं उसमें हमें फायदा होता है और अच्छे खासे चलते हुए बिजनेस में कभी-कभी हमें घाटा होने लगता है| ऐसे में हम काफी परेशान हो जाते हैं क्योंकि इंसान की मूलभूत जरूरत होती है रोटी कपड़ा और मकान और जब आदमी के पास पैसे नहीं होते हैं तब उसका दिमाग काम नहीं करता क्योंकि किसी भी आदमी की आर्थिक स्थिति खराब होती है तो उसे बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता है |

बिजनेस में लगातार घाटा होने के कारण व्यक्ति की आर्थिक स्थिति के साथ-साथ उसकी मानसिक स्थिति भी खराब होती जाती है, जिससे वह काफी परेशान रहने लगता है हालांकि कभी-कभी बिजनेस में घाटा होने के कारण व्यक्ति को समझ नहीं आता क्योंकि जो लोग तंत्र मंत्र में मानते हैं वह यह बात काफी अच्छी तरीके से जानते हैं कि हमारे प्रतिद्वंदी हमसे आगे जाने के लिए किस हद को पार कर सकते हैं |

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कभी कभी अच्छे खासे चलते हुए बिजनेस में घाटा होने का कारण काला जादू या फिर ब्लैक मैजिक भी होता है, हो सकता है कि आपका कोई प्रतियोगी आप की बढ़ोतरी ना देख पाता हो और सारे उपाय करने के बाद जब उसके पास कोई उपाय नहीं बचता तो वह आपके ऊपर काला जादू करवा देता है जिसके कारण आपका धंधा नुकसान में जाने लगता है और आपकी आर्थिक स्थिति खराब होने लगती है |

अगर आपको कभी ऐसा अंदेशा लगता है कि किसी ने आप के धंधे के ऊपर कोई गंदी तांत्रिक विधि करवा दी है या फिर किसी ने आप के धंधे के ऊपर काला जादू करवा दिया है तो आज के हमारे इस आर्टिकल को पूरा अवश्य पढ़ें | क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको बंधे हुए धंधे को वापस कैसे पटरी पर लाए,इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं, तो चलिए चलते हैं मुख्य मुद्दे पर |

Ghaziabad News: सुनो पुकार, बंद करो शिक्षा का व्यापार, सीएम को पैरेंट्स ने दिखाए पोस्टर

Ghaziabad Bureau

गाजियाबाद ब्यूरो
Updated Wed, 23 Nov 2022 08:00 AM IST

ghaziabad

सुनो पुकार, बंद करो शिक्षा का व्यापार, सीएम को पैरेंट्स ने दिखाए पोस्टर
गाजियाबाद। प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भाषण शुरू होते ही एकाएक योगी जी सुनो पुकार, बंद करो शिक्षा का व्यापार के नारे गूंजने लगे। सीएम के भाषण के बीच शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) में दाखिले न होने सहित 10 सूत्रीय मांगों को उठाते हुए गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन से जुड़े 35 अभिभावकों ने कुर्सियों पर खडे़ होकर पोस्टर दिखाए। करीब दो मिनट पोस्टर दिखाने के साथ अभिभावकों ने जमकर नारेबाजी भी की।
पोस्टर पर महंगी शिक्षा, महंगा ज्ञान, कैसे बनेगा देश महान का संदेश भी लिखा हुआ था। सभा के बीच हुए हंगामे से लोगों का ध्यान कुछ देर को हंगामे की ओर चला गया। इस बीच मुख्यमंत्री का भाषण लगातार जारी रहा। पोस्टर दिखाने की घटना होते ही हरकत में आए पुलिसकर्मियों ने दौड़ते हुए पहले अभिभावकों को कुर्सियों से नीचे उतारते हुए पोस्टर छीन लिए। इस बीच एसोसिएशन पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। सभा खत्म होने के बीच विरोध करने वाले अभिभावकों को पुलिस ने छोड़ दिया।
सभा में 300 अभिभावक होने का किया दावा
गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रवक्ता विवेक त्यागी ने बताया कि मुख्यमंत्री केगाजियाबाद आगमन पर पुलिस प्रशासन की ओर से मिलना तो दूर, नजरबंद कर दिया जाता था। इस बार सभा पंडाल के बी-तीन, बी-दो और बी-एक गैलरी में 300 अभिभावक मौजूद थे। आरटीई में दाखिले न होने, सरकारी विद्यालयों का जीर्णोद्धार कराने, हर जिले में पांच सैनिक स्कूल खोलने, हर जिले में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त 10 सरकारी स्कूल खेाले जाने, प्रदेश के हर सांसद व विधायक को कम से व्यापार बंद करो कम पांच सरकारी स्कूलों को गोद लेकर दशा सुधारने, स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को सख्ती से लागू करने, निजी स्कूलों की पांच साल की बैलेंस शीट की जांच कराकर लूट बंद कराने के साथ 10 मांगों पर ज्ञापन दिया जाना था। आरटीई दाखिले और निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने में नाकाम प्रशासन के रवैए को देखते हुए विरोध करने का निर्णय लिया गया।


गाजियाबाद। प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भाषण शुरू होते ही एकाएक योगी जी सुनो पुकार, बंद करो शिक्षा का व्यापार के नारे गूंजने लगे। सीएम के भाषण के बीच शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) में दाखिले न होने सहित 10 सूत्रीय मांगों को उठाते हुए गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन से जुड़े 35 अभिभावकों ने कुर्सियों पर खडे़ होकर पोस्टर दिखाए। करीब दो मिनट पोस्टर दिखाने के साथ अभिभावकों ने जमकर नारेबाजी भी की।
पोस्टर पर महंगी शिक्षा, महंगा ज्ञान, कैसे बनेगा देश महान का संदेश भी लिखा हुआ था। सभा के बीच हुए हंगामे से लोगों का ध्यान कुछ देर को हंगामे की ओर चला गया। इस बीच मुख्यमंत्री का भाषण लगातार जारी रहा। पोस्टर दिखाने की घटना होते ही हरकत में आए पुलिसकर्मियों ने दौड़ते हुए पहले अभिभावकों को कुर्सियों से नीचे उतारते हुए पोस्टर छीन लिए। इस बीच एसोसिएशन पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। सभा खत्म होने के बीच विरोध करने वाले अभिभावकों को पुलिस ने छोड़ दिया।


सभा में 300 अभिभावक होने का किया दावा
गाजियाबाद पैरेंट्स एसोसिएशन के प्रवक्ता विवेक त्यागी ने बताया कि मुख्यमंत्री केगाजियाबाद आगमन पर पुलिस प्रशासन की ओर से मिलना तो दूर, नजरबंद कर दिया जाता था। इस बार सभा पंडाल के बी-तीन, बी-दो और बी-एक गैलरी में 300 अभिभावक मौजूद थे। आरटीई में दाखिले न होने, सरकारी विद्यालयों का जीर्णोद्धार कराने, हर जिले में पांच सैनिक स्कूल खोलने, हर जिले में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त 10 सरकारी स्कूल खेाले जाने, प्रदेश के हर सांसद व विधायक को कम से कम पांच सरकारी स्कूलों को गोद लेकर दशा सुधारने, स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को सख्ती से लागू करने, निजी स्कूलों की पांच साल की बैलेंस शीट की जांच कराकर लूट बंद कराने के साथ 10 मांगों पर ज्ञापन दिया जाना था। आरटीई दाखिले और निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम लगाने में नाकाम प्रशासन के रवैए को देखते हुए विरोध करने का निर्णय लिया गया।

ऑनलाइन व्यापार बंद करो: नारेबाजी कर सड़क पर उतरे व्यापारियों ने जताया विरोध, ऑनलाइन मार्केटिंग को बन्द करने की मांग

ऑनलाइन व्यापार बंद करो: नारेबाजी कर सड़क पर उतरे व्यापारियों ने जताया विरोध, ऑनलाइन मार्केटिंग को बन्द करने की मांग

इंग्लिशिया लाइन पर ऑनलाइन मार्केटिंग के खिलाफ विरोध जताते वाराणसी व्यापार मंडल के पदाधिकारी।

वाराणसी,भदैनी मिरर। हर हाथ में स्मार्ट फोन होने से बढ़ रही ऑनलाइन मार्केटिंग के क्रेज से छोटे और मझौले व्यापारी बुरी तरह प्रभावित है। इसको लेकर अब व्यापारियों ने विरोध करना शुरु कर दिया है, शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक फैले ऑनलाइन शॉपिंग के जाल को तोड़ने की मांग को लेकर रविवार को वाराणसी व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने इंग्लिशिया लाइन पर जमकर नारेबाजी की।

वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजित सिंह बग्गा ने कहा कि त्यौहारों के मौसम में छोटे व्यापारी कुछ कमा पाते थे जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण होता था। लेकिन अमेजन जैसे ऑनलाइन मार्केटिंग ने व्यापारियों की कमर तोड़ दी है। हर त्यौहार पर लुभावने ऑफर देकर छोटे व्यापार को खत्म करने की साजिश कर रहे है। उनकी वजह से त्यौहारों के मौसम में भी छोटे दुकानों पर ग्राहक नजर नहीं आते।

इंग्लिशिया लाइन के पास ऑनलाइन मार्केटिंग के विरोध में चाय पर चर्चा करते हुए व्यापार मंडल अध्यक्ष अजित सिंह बग्गा ने मीडिया से कहा कि हम सरकार से यह मांग करते है कि सभी ऑनलाइन कंपनी पर कार्यवाही करें, अगर सरकार ने इस पर कोई कार्यवाही नही की तो हमारा विरोध आगे भी चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि जनता को जागरूक होना होगा, ऑनलाइन मार्केटिंग में समान की गुणवत्ता भी काफी खराब है, इसलिए जनता को भी ऑनलाइन मार्केटिंग का बहिष्कार करना होगा।

Tawang Clash: हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद करते? तनाव के बीच अरविंद केजरीवाल ने किया ट्वीट तो मिले ऐसे जवाब

Tawang Clash: दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि चीन के साथ अपना व्यापार बंद क्यों नहीं करते?

Tawang Clash: हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद करते? तनाव के बीच अरविंद केजरीवाल ने किया ट्वीट तो मिले ऐसे जवाब

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। (फोटो सोर्स: ANI)

तवांग में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों (Indian Army and Chinese soldiers in Tawang) के बीच हुई झड़प पर जमकर राजनीति हो रही है। संसद के दोनों सदनों में चर्चा की मांग हो रही है। इसी बीच चीन के साथ रिश्तों को लेकर सरकार पर तंज भी कसे जा रहे हैं। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister and Aam Aadmi Party founder Arvind Kejriwal) ने कहा है कि चीन के साथ व्यापार बंद क्यों नहीं कर देते? सोशल मीडिया पर लोग अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने ट्वीट कर लिखा है कि हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद करते? चीन से आयात की जाने वाली अधिकतर वस्तुयें भारत में बनती हैं। इस से चीन को सबक़ मिलेगा और भारत में रोज़गार! दिल्ली सीएम के इस ट्वीट पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

@Sunitkrsrivasta यूजर ने लिखा कि ऐसा 1 दिन में नहीं होता इसके लिए प्रॉपर प्लानिंग करनी होती है, व्यापार बंद करते हैं लाखों लोग भारत में बेरोजगार हो जाएंगे। @Rana_chahal_ यूजर ने लिखा कि अगर चीन से निर्यात की जाने वाली अधिकतर वस्तुएं भारत में बनती हैं तो आपने दिल्ली में 1.4 लाख से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चीनी सरकार की कंपनी हिकविजन के क्यों लगवा दिए? @VikasGoelAAP यूजर ने लिखा कि कुछ मोबाइल एप्लीकेशन बंद करने से कुछ नही होगा अगर बंद करना है तो चीन से व्यापार बंद करो।

Gujarat: AAP सिर्फ वोट कटवा बनकर रह गई- आप विधायक ने BJP को दिया समर्थन तो सोशल मीडिया पर केजरीवाल पर व्यापार बंद करो ऐसे कसे गए तंज

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@minakshi_25 यूजर ने लिखा कि दिल्ली के जिस भी प्रसिद्ध बाजार में जाओ, वो चाहे सरोजिनी नगर, लाजपत नगर, चांदनी चौक हो या लक्ष्मी नगर सभी जगहों चाइनीज सामान की भरमार मिलेगी, त्यौहारों पर तो इन सामानों की तादाद और बढ़ जाती है तो सरजी शुरुआत अपनी सल्तनत से कीजिये। @pinky_hind यूजर ने लिखा कि अरे महराज पहले ये बताइए कि आज तक कभी विपक्ष पाकिस्तान या चीन के खिलाफ कभी भी सरकार का समर्थन किया है। वैसे आप भी तो सबूत मांगने लगते हैं।

बता दें कि 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग क्षेत्र में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इस झड़प की जानकारी देते हुए लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने बताया कि भारतीय सेना ने बहादुरी से PLA को हमारे क्षेत्र में अतिक्रमण करने से रोका और उन्हें उनकी केंद्र पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया। उन्होंने बताया कि इस झड़प में भारतीय सेना (Indian Army) का एक भी जवाब शहीद नहीं हुआ और ना ही गंभीर रूप से घायल है।

हम चीन से व्यापार बंद क्यों नहीं करते. तवांग झड़प के बाद केजरीवाल ने कर दी बड़ी मांग

अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीनी सैनिकों ने जो हरकत की, उसके खिलाफ भारत में गुस्सा देखा जा रहा है। लोग एक तरफ सेना के शौर्य की सराहना कर रहे हैं तो वहीं, चीन को सबक सिखाने की भी मांग हो रही है। दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने चीन से व्यापार बंद करने की मांग कर दी है।

india china news

वायरल वीडियो से ली गई तस्वीर।

हाइलाइट्स

  • अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन का दुस्साहस
  • केजरीवाल ने चीन से व्यापार बंद करने की मांग की
  • पिछले कुछ दशकों में चीनी आयात लगातार बढ़ा है

केजरीवाल का चीन पर आया ट्वीट

आज एक ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा, 'हम चीन से अपना व्यापार क्यों नहीं बंद करते? चीन से आयात की जाने वाली अधिकतर वस्तुएं भारत में बनती हैं। इससे चीन को सबक मिलेगा और भारत में रोजगार।' दिल्ली के एक व्यापारी ने कनॉट प्लेस में एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि भारत चीनी सामानों का सबसे बड़ा बाजार है और भारत 14 प्रतिशत सामान चीन से खरीदता है। एक तरफ चीन हमसे अरबों डॉलर कमा रहा है और उसी पैसे का दुरुपयोग हमारी सेना के खिलाफ बॉर्डर पर कर रहा है। उन्होंने कहा, 'हम भारत सरकार से कहना चाहते हैं कि एकदम से चीन से व्यापार बंद नहीं हो सकता है, ऐसे में सरकार दीर्घकालिक योजना बनाए।'

जैसे ही केजरीवाल का ट्वीट आया, लोग प्रतिक्रिया देने लगे। कुछ लोगों ने लिखा कि पिछली सरकारों ने चीन से व्यापार बढ़ाया था जो मोदी सरकार ने काफी हद तक कम किया है। निशांत ने लिखा है कि मेक इन इंडिया जैसी पहल देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए है। बाकी हमारी सेना करारा जवाब दे रही है।

India China व्यापार बंद करो News : 3500 से ज्यादा भारतीय कंपनियों में बैठे चीनी डायरेक्टर, सरकार ने संसद में किया बड़ा खुलासा
हालांकि भारत में चीनियों की घुसपैठ किस कदर है यह ऐसे समझिए 2003-04 में चीन से भारत का आयात करीब 5 अरब डॉलर का था। 2013-14 में बढ़कर 51 अरब डॉलर और 2021-22 में 94 अरब डॉलर का आयात किया गया। ये सरकारी आंकड़े अपने आप में बता रहे हैं कि चीन से आयात किस तरह बढ़ता जा रहा है।

यह आंकड़े भी देख लीजिए

जिस दिन तवांग में झड़प की खबर आई, उसी दिन सरकार ने संसद में बताया कि भारत में 3560 कंपनियां ऐसी हैं, जिनमें चीनी निदेशक हैं। कंपनी मामलों के राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने लोकसभा में कहा कि देश में 174 चीनी कंपनियां हैं, जो भारत में काम करने के लिहाज से मंत्रालय में विदेशी कंपनियों के रूप में पंजीकृत हैं। उन्होंने कहा, ‘कॉर्पोरेट डाटा प्रबंधन के आंकड़ों के अनुसार भारत में 3560 कंपनियां हैं जिनमें चीनी डायरेक्टर हैं।’

India China Clash: सीमा पर वार और देश में कारोबार, भारत में चाइनीज कंपनियों को लेकर बड़ा खुलासा
पूर्वी लद्दाख गतिरोध के बाद भारत लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी LAC के पास बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी ला रहा है। अमेरिका के साथ भारत की बढ़ती नजदीकी से भी चीन बौखलाया हुआ है। तवांग झड़प में दोनों पक्षों के जवान घायल हुए थे। सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हमारे जवान देश का गौरव हैं। उन्होंने कहा, ‘हमारे जवान देश की शान हैं। उनके शौर्य को मैं सलाम करता हूं और ईश्वर से उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’

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