पहले महापुरुषों के विषय में विवादित बयान और अब निर्भया फंड के गलत इस्तेमाल की वजह से महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार विवादों में घिर गयी है। दरअसल महिलाओं के खिलाफ अपराध से लड़ने के लिए निर्भया फंड के तहत इस साल की शुरुआत में मुंबई पुलिस द्वारा खरीदे गए कुछ वाहनों का उपयोग वर्तमान में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के विधायकों और सांसदों को ‘वाई-प्लस’ सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी रविवार को दी। इस साल शहर पुलिस ने जून में ‘निर्भया कोष’ के तहत प्राप्त 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से 220 बोलेरो, 35 एर्टिगा, 313 पल्सर बाइक और 200 एक्टिवा खरीदे गए थे। विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी (NCP) ने शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि क्या सत्तारूढ़ विधायकों की सुरक्षा महिलाओं की सुरक्षा से अधिक महत्वपूर्ण है। डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन परिचय एवं उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

इस अध्याय के माध्यम से हम जानेंगे डॉ. मनमोहन सिंह (Dr Manmohan Singh) से जुड़े महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य जैसे उनकी व्यक्तिगत जानकारी, शिक्षा तथा करियर, उपलब्धि तथा सम्मानित पुरस्कार और भी अन्य जानकारियाँ। इस विषय में दिए गए डॉ. मनमोहन सिंह से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों को एकत्रित किया गया है जिसे पढ़कर आपको प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में मदद मिलेगी। Dr Manmohan Singh Biography and Interesting Facts in Hindi.

डॉ. मनमोहन सिंह का संक्षिप्त सामान्य ज्ञान

नामडॉ. मनमोहन सिंह (Dr Manmohan Singh)
जन्म की तारीख26 सितंबर 1932
जन्म स्थानगाह, पंजाब
माता व पिता का नामअमृत कौर / गुरुमुख सिंह
उपलब्धि2004 - भारत के प्रथम सिख प्रधानमंत्री
पेशा / देशपुरुष / राजनीतिज्ञ / भारत

डॉ. मनमोहन सिंह (Dr Manmohan Singh)

डॉ. मनमोहन सिंह भारत के 13वें प्रधानमंत्री के रूप में प्रसिद्ध है। वह अपनी नम्रता, कर्मठता और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं। वे एक अर्थशास्त्री भी हैं। डॉ. मनमोहन सिंह ने 2004 के आम चुनाव के बाद 22 मई 2004 को प्रधानमंत्री के रूप के शपथ ली और 22 मई 2009 को दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने। मनमोहन सिंह की पत्नी का नाम श्रीमती गुरशरण कौर है। मनमोहन सिंह और अमृत कौर की 3 बेटियां हैं।

डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म

डॉ मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रान्त के एक गाँव में हुआ था। इनके माता का नाम अमृत कौर और पिता का नाम गुरुमुख सिंह था| इन्होने अपनी माता का बचपन में ही खो दिया था माता की मृतु के बाद इनका लालन पालन इनकी दादी ने किया था जो एक गरीब परिवार से थी|

डॉ. मनमोहन सिंह की शिक्षा

भारत देश के विभाजन के बाद मनमोहन सिंह का परिवार भारत चला आया। यहाँ पंजाब विश्वविद्यालय से उन्होंने स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई पूरी की। बाद में वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय गये। जहाँ से उन्होंने पीएच. डी. की डिग्री हासिल की। तत्पश्चात् उन्होंने आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी. फिल. भी किया। उनकी पुस्तक इंडियाज़ एक्सपोर्ट ट्रेंड्स एंड प्रोस्पेक्ट्स फॉर सेल्फ सस्टेंड ग्रोथ भारत की अन्तर्मुखी व्यापार नीति की पहली और सटीक आलोचना मानी जाती है।

डॉ. मनमोहन सिंह का करियर

डॉ. मनमोहन सिंह ने पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में शिक्षक के रूप में कार्य किया जो उनकी अकादमिक श्रेष्ठता दिखाता है। इसी बीच में कुछ वर्षों के लिए उन्होंने यूएनसीटीएडी सचिवालय के लिए भी कार्य किया। इसी के आधार पर उन्हें 1987 और 1990 में जिनेवा में दक्षिण आयोग के महासचिव के रूप में नियुक्ति किया गया। डॉ॰ सिंह ने अर्थशास्त्र के अध्यापक के तौर पर काफी ख्याति अर्जित की। वे पंजाब विश्वविद्यालय और बाद में प्रतिष्ठित दिल्ली स्कूल ऑफ इकनामिक्स में प्राध्यापक रहे। इसी बीच वे संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन सचिवालय में सलाहकार भी रहे और 1987 तथा 1990 में जेनेवा में साउथ कमीशन में सचिव भी रहे। प्रधानमन्त्री के आर्थिक सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं। साल 1971 में मनमोहन सिंह भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर नियुक्त किये गये थे। साल 1972 में वित्‍त मंत्रालय में मुख्‍य आर्थिक सलाहकार के रूप में उनकी नियुक्ति हुई। नमोहन सिंह 16 सितम्बर 1982 से 14 जनवरी 1985 तक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद पर भी कार्यरत रहे है। 1985 में राजीव गांधी के शासन काल में मनमोहन सिंह को भारतीय योजना आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था इसके अतिरिक्त उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और एशियाई विकास बैंक के लिये भी काफी महत्वपूर्ण काम किया है। साल 2002 में मनमोहन सिंह को सर्वश्रेष्ठ सांसद के सम्मान से सम्मानित किया गया था। मनमोहन सिंह ने 22 मई 2004 को देश के पहले सिख प्रधानमंत्री के रूप के शपथ ली। जिसके बाद वे भारत के पहले ऐसे व्यक्ति बन गए जिन्होंमे भारत सरकार के लिए गवर्नर और प्रधानमंत्री के पद पर कार्य किया। लोकसभा चुनाव 2009 में मिली जीत के बाद मनमोहन सिंह जवाहरलाल नेहरू के बाद भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हेडगे कोष क्या है? बने, जिनको 5 सालों का कार्यकाल सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला। इसके अतिरिक्त उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और एशियाई विकास बैंक के लिये भी काफी महत्वपूर्ण काम किया है।

डॉ. मनमोहन सिंह के पुरस्कार और सम्मान

डॉ. मनमोहन को मार्च 1983 में, पंजाब हेडगे कोष क्या है? यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टर ऑफ लेटर्स से सम्मानित किया गया 1997 में, अल्बर्टा विश्वविद्यालय ने उन्हें मानद डॉक्टर ऑफ लॉ की डिग्री से सम्मानित किया। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने उन्हें जुलाई 2005 में डॉक्टर ऑफ सिविल लॉ की मानद उपाधि से सम्मानित किया, और अक्टूबर 2006 में, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने भी उसी सम्मान के साथ पालन किया। डॉ. मनमोहन सिंह छात्रवृत्ति के बाद सेंट जॉन्स कॉलेज ने उन्हें पीएचडी छात्रवृत्ति का नाम देकर सम्मानित किया। 2008 में, उन्हें बनारस हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया या और बाद में उसी वर्ष उन्हें मद्रास विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की हेडगे कोष क्या है? मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। 2010 में, उन्हें राजा सऊद विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था 2013 में, उन्हें मास्को स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था। 2017 में शांति, निरस्त्रीकरण और विकास के लिए इंदिरा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

Coronavirus: ‘बाहुबली’ एक्टर प्रभाष ने बढ़ाया मदद का हाथ, डोनेट किए 4 करोड़ रुपए

प्रभास (Prabhas) से पहले तेलुगू अभिनेता पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने 2 करोड़ रुपये और उनके भतीजे रामचरण 70 लाख रुपये राहत कोष में दान कर चुके हैं.

Coronavirus:

कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ पूरा देश एकजुट हो गया है. इस लड़ाई में कई नामी हस्तियों ने अपना सहयोग दिया. अनिल अंबानी, जैक मा जैसे कई उद्योगपतियों ने हेडगे कोष क्या है? सरकार हेडगे कोष क्या है? के राहत कोष में रुपये दान किए हैं.

इस बीच साउथ इंडस्ट्री के कई सुपरस्टार ने इस मुश्किल घंड़ी में मदद के लिए हाथ बढ़ाया, जिसमें पवन कल्याण, रामचरण, चिरंजीवी और मेहश बाबू जैसे तमाम कलाकारों का नाम शामिल है. अब इस लिस्ट में ‘बाहुबली’ फेम एक्टर प्रभास का नाम भी जुड़ गया है.

प्रभास ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए 4 करोड़ रुपये का दान किया है. प्रभास ने गुरुवार को हेडगे कोष क्या है? 3 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में और 50-50 लाख रुपये आंध्र प्रदेश और तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए.

प्रभास हाल ही में जॉर्जिया से लौटे हैं, जहां उनकी अगली फिल्म ‘प्रभास 20’ की शूटिंग चल रही थी. वहां उनके साथ पूजा हेगड़े भी थीं. वहां से लौटने के बाद दोनों ने अहतियातन खुद को 14 दिनों तक के लिए आइसोलेट कर लिया है.

प्रभास से पहले तेलुगू अभिनेता पवन कल्याण ने 2 करोड़ रुपये, उनके भतीजे रामचरण 70 लाख रुपये, चिरंजीवी 1 करोड़ रुपये और युवा सुपर स्टार महेश बाबू 1 करोड़ रुपये राहत कोष में दान कर चुके हैं.

महिलाओं की नहीं MP और MLA की सुरक्षा में लगी हैं निर्भया फंड की गाड़ियां, शिंदे सरकार पर आरोप

पहले महापुरुषों के विषय में विवादित बयान और अब निर्भया फंड के गलत इस्तेमाल की वजह से महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार विवादों में घिर गयी है। दरअसल महिलाओं के खिलाफ अपराध से लड़ने के लिए निर्भया फंड के तहत इस साल की शुरुआत में मुंबई पुलिस द्वारा खरीदे गए कुछ वाहनों का उपयोग वर्तमान में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के विधायकों और सांसदों को ‘वाई-प्लस’ सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी रविवार को दी। इस साल शहर पुलिस ने जून में ‘निर्भया कोष’ के तहत प्राप्त 30 करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत से 220 बोलेरो, 35 एर्टिगा, 313 पल्सर बाइक और 200 एक्टिवा खरीदे गए थे। विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी (NCP) ने शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करते हुए पूछा कि क्या सत्तारूढ़ विधायकों की सुरक्षा महिलाओं की सुरक्षा से अधिक महत्वपूर्ण है।

सांसदों और विधायकों की सुरक्षा में निर्भया फंड की गाड़ियां
महिला सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को लागू करने के लिए केंद्र द्वारा 2013 से राज्य सरकारों को ‘निर्भया कोष’ के जरिए धन दिया जा रहा है। अधिकारी ने कहा, “जून में वाहनों की खरीद के बाद, उन्हें जुलाई में सभी 97 पुलिस थानों, हेडगे कोष क्या है? साइबर, यातायात और तटीय पुलिस इकाइयों को वितरित कर दिया गया।” उन्होंने कहा, “इन वाहनों में से, 47 बोलेरो, मुंबई पुलिस के मोटर परिवहन विभाग हेडगे कोष क्या है? द्वारा राज्य पुलिस के वीआईपी सुरक्षा अनुभाग के एक आदेश के बाद कई पुलिस थानों से मांगे गए थे, जिसमें कहा गया था कि शिंदे गुट के सांसदों और विधायकों की ‘वाई-प्लस’ सुरक्षा मुहैया कराने के लिए इन वाहनों की आवश्यकता है।”

साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि, इन सांसदों की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए गए वाहनों में से 17 वाहनों को आवश्यकता पूरी होने के बाद पुलिस थानों में वापस कर दिया गया। अधिकारी ने कहा, “लेकिन 30 बोलेरो अभी तक वापस नहीं आई हैं, जिससे संबंधित थानों के अधिकार क्षेत्र में पुलिस गश्त प्रभावित हुई है।”कांग्रेस और एनसीपी ने सत्तारूढ़ दल के सांसदों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए वाहनों को इस्तेमाल करने के लिए शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की।

विपक्ष ने उठाये सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने पूछा, “क्या सत्तारूढ़ विधायकों की सुरक्षा महिलाओं को दुर्व्यवहार से बचाने से ज्यादा महत्त्वपूर्ण है?”उन्होंने कहा कि निर्भया कोष का इस्तेमाल विधायकों की सुरक्षा के लिए किया जाना भयावह और अपमानजनक है। एनसीपी प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा, “निर्भया कोष से खरीदी गई एसयूवी को शिंदे विधायकों को वाई-प्लस सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया गया। शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा सत्ता का शर्मनाक दुरुपयोग। एकनाथ शिंदे के विधायकों को शर्म से मर जाना चाहिए।” एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार द्वारा निर्भया कोष की स्थापना की गई थी।

उन्होंने कहा, “यह चौंकाने वाली बात है कि महिलाओं की सुरक्षा के अपने कर्तव्यों को पूरा करने में पुलिस की मदद के लिए खरीदे गए वाहनों का दुरुपयोग विधायकों की सुरक्षा के लिए किया जा रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री जनता का समर्थन करने का दावा करते हैं तो दूसरी तरफ पाला बदलने वाले विधायकों और सांसदों को वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है जिसमें 5 पुलिसकर्मी शामिल हैं।”उन्होंने पूछा, “अगर लोग आपके साथ हैं, तो आपको क्या डर है?” पाटिल ने मांग की कि वाहनों को संबंधित थानों में वापस भेजा जाए । साथ ही कहा कि महिलाओं की सुरक्षा दल बदलू विधायकों की सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

Coronavirus: ‘बाहुबली’ एक्टर प्रभाष ने बढ़ाया मदद का हाथ, डोनेट किए 4 करोड़ रुपए

प्रभास (Prabhas) से पहले तेलुगू अभिनेता पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने 2 करोड़ रुपये और उनके भतीजे रामचरण 70 लाख रुपये राहत कोष में दान कर चुके हैं.

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कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ पूरा देश एकजुट हो गया है. इस लड़ाई में कई नामी हस्तियों ने अपना सहयोग दिया. अनिल अंबानी, जैक मा जैसे कई उद्योगपतियों ने सरकार के राहत कोष में रुपये दान किए हैं.

इस बीच साउथ इंडस्ट्री के कई सुपरस्टार ने इस मुश्किल घंड़ी में मदद के लिए हाथ बढ़ाया, जिसमें पवन कल्याण, रामचरण, चिरंजीवी और मेहश बाबू जैसे तमाम कलाकारों का नाम शामिल है. अब इस लिस्ट में ‘बाहुबली’ फेम एक्टर प्रभास का नाम भी जुड़ गया है.

प्रभास ने कोरोना महामारी से लड़ने के लिए 4 करोड़ रुपये का दान किया है. प्रभास ने गुरुवार को 3 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में और 50-50 लाख रुपये आंध्र प्रदेश और तेलंगाना मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए.

प्रभास हाल ही में जॉर्जिया से लौटे हैं, जहां उनकी अगली फिल्म ‘प्रभास 20’ की शूटिंग चल रही थी. वहां उनके साथ पूजा हेगड़े भी थीं. वहां से लौटने के बाद दोनों ने अहतियातन खुद को 14 दिनों तक के लिए आइसोलेट कर लिया है.

प्रभास से पहले तेलुगू अभिनेता पवन कल्याण ने 2 करोड़ रुपये, उनके भतीजे रामचरण 70 लाख रुपये, चिरंजीवी 1 करोड़ रुपये और युवा सुपर स्टार महेश बाबू 1 करोड़ रुपये राहत कोष में दान कर चुके हैं.

SSC/UP Police/UPSSSC PET 2022 : 15 अक्टूबर महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स प्रश्नोत्तरी

SSC CGL/UP Police/UPSSSC PET Exam Current Affairs 15 October 2022 : इस लेख में हम हेडगे कोष क्या है? आपको 15 अक्टूबर 2022 के दैनिक करेंट अफेयर्स के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर के संग्रह को लेकर आए हैं। आप सभी लोगों को ये पता ही हो होगा कि भविष्य में UP POLICE, UPSSSC PET एवं SSC CGL एवं विभिन्न पदों के लिए परीक्षाएं होने वाली हैं। इन परीक्षाओं में करेंट अफेयर्स का बहुत ही अहम योगदान होता है। इसके साथ ही जो भी अभ्यर्थी अन्य सरकारी भर्ती की तैयारी में जुटे हुए है तो करेंट हेडगे कोष क्या है? अफेयर्स हेडगे कोष क्या है? के इन महत्वपूर्ण प्रश्नों को नियमित तौर पर जरूर पढ़ें।

यहां 15 अक्टूबर 2022 के करेंट अफेयर्स के कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों को उनके उत्तर के हेडगे कोष क्या है? साथ दिया गया है जो कि आपकी आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा सकते हैं। अतः इनको अच्छी प्रकार से पढ़ कर याद कर लें।

SSC CGL/UP Police/UPSSSC PET Exam Current Affairs 15 October 2022

SSC/UP POLICE/UPSSSC PET Exam 2022 : 15 अक्टूबर 2022 के महत्वपूर्ण करेंट अफेयर्स

प्रश्न. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की संशोधित रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में भारत की अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि दर क्या है?

प्रश्न. निम्नलिखित में से किसने जापान ओपन टेनिस चैंपियनशिप पुरुष एकल का खिताब जीता है?

  • फ्रांसिस टियाफ
  • टेलर फ्रिट्ज
  • राफेल नडाल
  • नोवाक जोकोविच

प्रश्न. किसने भारत में फ्लेक्सी फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों पर टोयोटा की अपनी तरह की पहली पायलट परियोजना शुरू की?

  • अनुराग ठाकुर
  • स्मृति ईरानी
  • पीयूष गोयल
  • नितिन गडकरी

प्रश्न. इजराइल ने भूमध्यसागरीय जल पर लंबे समय से चल रहे समुद्री सीमा विवाद को हल करने के लिए. के साथ एक “ऐतिहासिक” समझौते की घोषणा की।

प्रश्न. विश्व गठिया दिवस (डब्ल्यूएडी) के रूप में किस दिन मनाया जाता है?

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  • 12 October
  • 13 October
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प्रश्न. हाल ही में देश के अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?

  • लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत
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प्रश्न. राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में किसे नियुक्त किया गया है?

  • केएस हेगड़े
  • एचआर खन्ना
  • पंकज मिथाल
  • पीबी वराले

प्रश्न. बांग्लादेश के सिविल सेवको के लिए53वें क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्घाटन किस शहर के राष्ट्रीय सुशासन केंद्र में किया गया था?

प्रश्न. अंतरिक्ष में शूटिंग करने वाले पहले अभिनेता कौन बनेंगे?

  • माइल्स टेलर
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  • ग्लेन पॉवेल
  • टौम क्रूज़

प्रश्न. मीराबाई चानू किस राज्य से है?

नोट – इस प्रश्न का उत्तर क्या होगा अपना जवाब कमेंट करके बताएं।

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