बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, छोटे शेयर आमतौर पर स्थानीय निवेशकों द्वारा खरीदे जाते हैं, जबकि विदेशी निवेशक ब्लू-चिप्स पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

Mutual Funds With Bumper Returns

एफटीएसई 250 मूवर्स: बेरेनबर्ग से 'खरीदें' पर असोस फैशन में वापस आ गया

Asos शेयरों में विश्लेषकों के रूप में उछाल आया Berenberg स्टॉक पर एक 'खरीद' बनाए रखा और समूह की पूरे साल की कमाई के बाद कपड़ों के खुदरा विक्रेता के लिए अपने लक्ष्य मूल्य को 1,200.0p से घटाकर 1,800.0p कर दिया।

बेरेनबर्ग ने कहा कि असोस के पूरे साल के आंकड़ों में कुछ आश्चर्य की बात है, जो कि साल के अंत के बाद के ट्रेडिंग अपडेट को देखते हुए है। हालांकि, नए मुख्य कार्यकारी जोस एंटोनियो रामोस कैलामोंटे के व्यवसाय की मौजूदा कमियों के "स्पष्ट मूल्यांकन" ने कई मुद्दों पर प्रकाश डाला, साथ ही मध्यम अवधि के आशावाद के कारणों को भी उजागर किया।

"सीईओ के पास ग्राहक प्रस्ताव और इन्वेंट्री प्रबंधन को बढ़ाने, ऑर्डर अर्थशास्त्र में सुधार और लागत आधार को सुव्यवस्थित करने, एक मजबूत बैलेंस शीट बनाए रखने और नेतृत्व टीम और संस्कृति को ताज़ा करने के उद्देश्य से निकट-अवधि की प्राथमिकताओं का एक स्पष्ट रूप से परिभाषित सेट है," कहा हुआ। बेरेनबर्ग।

Zomato: स्‍टॉक 4% से ज्‍यादा टूटा; आगे कैसे बनाएं निवेश स्‍ट्रैटजी? इस साल 55% टूट चुका है शेयर

Zomato Share Price: जोमैटो के को-फाउंडर मोहित गुप्‍ता के इस्‍तीफे के बाद शेयर पर दबाव देखा जा रहा है. साथ ही कंपनी में 3 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी की खबर है. इस डेवलपमेंट के बाद फूड डिलिवरी प्‍लेटफॉर्म के शेयर का सेंटीमेंट कमजोर है.

Zomato Share Price: ऐप बेस्‍ड फूड डिलिवरी कंपनी Zomato और उसके स्‍टॉक में इन दिनों काफी उथल-पुथल देखी जा रही है. कंपनी का शेयर सोमवार (21 नवंबर 2022) को 4 फीसदी से ज्‍यादा टूट गया. बीते 5 ट्रेडिंग सेशन में शेयर में 8 फीसदी से ज्‍यादा की गिरावट देखने को मिली. दरअसल, जोमैटो के को-फाउंडर मोहित गुप्‍ता (Mohit Gupta) के इस्‍तीफे के बाद शेयर पर दबाव देखा जा रहा है. साथ ही कंपनी में 3 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी होने जा रही है. इससे करीब 3800 कर्मचारियों की नौकरी जा सकती है. इस डेवलपमेंट के बाद फूड डिलिवरी प्‍लेटफॉर्म के शेयर का सेंटीमेंट कमजोर है. इस अपडेट के बाद ग्‍लोबल ब्रोकरेज हाउसेस ने जोमैटो के शेयर पर निवेश की जारी की है.

Zomato: शेयर में आगे क्‍या करें?

ग्‍लोबल ब्रोकरेज जेफरीज (Jefferies) ने जोमैटो पर खरीदारी की सलाह बरकरार रखी निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल है. प्रति शेयर टारगेट प्राइस 100 रुपये रखा है. ब्रोकरेज का कहना है कि को-फाउंडर मोहित गुप्‍ता कंपनी छोड़ने जा रहे हैं. कंपनी के फाउंडर एवं सीईओ दीपेंदर गोयल फूड डिलिवरी बिजनेस को लीड कर सकते हैं. इससे लीडरशिप की चिंताओं दूर हो सकती है. कंपनी का फोकस ग्रोथ को रफ्तार देने पर हो सकता है. इनमें से कुछ दिखाई दे रहा है. मैनेजमेंट अब ग्रोथ और मार्जिन में संतुलन बनाएगा.

मॉर्गन स्‍टैनली (Morgan Stanley) ने जोमैटो पर 'ओवरवेट' की राय बरकरार रखी है. टारगेट प्रति शेयर 92 रुपये रखा है. मैक्‍वायरी (निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल Macquarie) ने जोमैटो पर 'न्‍यूट्रल' की रेटिंग बनाए रखी है. प्रति शेयर टारगेट 60 रुपये रखा है. 18 नवंबर 2022 को स्‍टॉक का भाव 67 रुपये पर बंद हुआ था.

CEO से को-फाउंडर बने थे मोहित

Zomato ने रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया कि कंपनी के को-फाउंडर मोहित गुप्ता (Mohit Gupta) ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. गुप्ता करीब साढ़े चार साल पहले जोमैटो में शामिल हुए थे. उन्हें फूड डिलीवरी बिजनेस के CEO पोस्ट से आगे बढ़ाकर को-फाउंडर तक प्रमोट किया गया था. कंपनी की ओर से एक्‍सचेंज को दी गई जानकारी गुप्ता का लेटर शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा, "Zomato से आगे बढ़ने का फैसला कर रहे हैं, ताकि अन्य अज्ञात मौकों की तलाश कर सकें, जो उन्हें जिंदगी में मिलती है."

Zomato लिमिटेड के स्टॉक की शेयर बाजार में लिस्टिंग 23 जुलाई 2021 को हुई थी. आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 76 रुपये था, जबकि यह 115 रुपये पर लिस्ट हुआ. वहीं, निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल लिस्टिंग के दिन यह 66 फीसदी प्रीमियम के साथ 126 रुपये के भाव पर बंद हुआ. लिस्ट होने के बाद 16 नवंबर 2021 में यह शेयर 169 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया. हालांकि, उसके बाद से इसमें करेक्शन है. NSE पर 27 जुलाई 2022 को स्‍टॉक 40.60 रुपये के ऑल निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल टाइम लो बनाया. इस साल अब तक शेयर करीब 55 फीसदी टूट चुका है.

फिलहाल बाजार में बरकरार रहेगी सीमित गिरावट

कैलेंडर वर्ष 2018 अब तक बाजार के लिए खासा अनिश्चितताओं भरा रहा है। बीच-बीच में सुधार और उथल-पुथल के साथ सेंसेक्स 29 जनवरी 2018 को कारोबार के दौरान पहुंचे 36,444 के स्तर से करीब 10 प्रतिशत तक नीचे आ चुका है। मझोले एवं छोटे शेयरों के खंड में गिरावट अधिक चिंताजनक रही है। एसऐंडपी बीएसई मिड-कैप और एसऐंडपी बीएसई स्मॉल कैप सूचकांक कैलेंडर वर्ष 2018 के अपने शुरुआती स्तर से लगभग 15 फीसदी नीचे आ गए हैं। सवाल है कि क्या बाजार गिरावट के आखिरी मुकाम पर है? क्या इससे अधिक गिरावट होगी? या यह सिलसिला अब थमने वाला है? जब बाजार अपने सर्वोच्च स्तर से 20 प्रतिशत से अधिक लुढ़क जाता है तो बाजार को गिरावट की चपेट में माना जाता है। इस लिहाज से भारतीय बाजार फिलहाल लगभग आधी गिरावट के शिकार हुए हैं।

ज्यादातर विश्लेषकों को लगता है कि बाजार में अनिश्चितता बनी रहेगी और संभवत: भविष्य में होने वाली घटनाओं के कारण निकट से मध्यम अवधि तक गिरावट जारी रह सकती है। हालांकि उनका मानना है कि फिलहाल तेज गिरावट आने का अंदेशा नहीं दिख रहा है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मोतीलाल ओसवाल कहते हैं, 'जनवरी में बाजार में जबरदस्त तेजी दिखी थी और किसी ने इसकी उम्मीद नहीं की थी। इस तरह की स्थितियां काफी हलचल पैदा करती हैं। ऊंचे स्तर से गिरावट की कोई न कोई वजह होती है। पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) में हुआ फर्जीवाड़ा अचानक सुर्खियों में आया और बाजार की तेजी को खा गया। हमें लगता है कि स्थिति और बिगड़ी तो निफ्टी 50 मौजूदा स्तर से 3 से 4 प्रतिशत और नीचे आ सकता है। हालांकि इसमें थोड़ा समय लग सकता है और इस दौरान निवेशकों के धैर्य की परख भी हो जाएगी।'

जानिए बंपर रिटर्न वाला म्यूचुअल फंड

आजकल काफी तेजी से निवेशक म्यूचुअल फंड को एक अच्छे विकल्प के तौर पर देख रहे है. यह एक प्रकार का उपकरण है जहां निवेशक अपनी पसंदीदा निवेश पसंद चुन सकता है. वह मासिक निवेश या एकमुश्त जमा (एसआईपी) करने के लिए एक व्यवस्थित निवेश योजना का उपयोग कर सकता है

SIP का फायदा यह है कि आप हर महीने कम से कम 100 रुपये का निवेश कर सकते हैं और आप अपना निवेश बढ़ाने के लिए हमेशा स्वतंत्र हैं और बाजार की उथल-पुथल म्यूचुअल फंड निवेश को प्रभावित करती है, दूसरे शब्दों में, निवेश में जोखिम शामिल है. इसके बावजूद, अभी भी बहुत सारे लाभ हैं जो अन्य निवेश विकल्पों द्वारा पेश नहीं किए जाते हैं

एक लक्ष्य स्थापित करना: म्यूचुअल फंड योजना में नामांकन करने से पहले आपका वित्तीय उद्देश्य स्थापित होना चाहिए, जहां आप किस उद्देश्य के लिए वित्त देना चाहते हैं, जैसे वाहन खरीदना, बच्चे की शिक्षा, शादी आदि?

शेयर बाजार पिछड़ा हुआ है, ब्लू-चिप्स से बड़ा हिट लें

इस साल अब तक 13 फीसदी तक की गिरावट के साथ, बीएसई के स्मॉलकैप और मिडकैप शेयर बेंचमार्क सेंसेक्स से पिछड़ गए हैं क्योंकि विशेषज्ञों का कहना है कि निकट से मध्यम अवधि में शेयर बाजार में उथल ये सूचकांक "अच्छे समय" के दौरान फ्रंटलाइन इंडेक्स से अधिक चढ़ गए थे और मौजूदा उथल-पुथल में गहरा सुधार स्वाभाविक है। बार। भू-राजनीतिक तनाव, मुद्रास्फीति की चिंताओं और विदेशी फंडों द्वारा बेरोकटोक बिक्री के उद्भव के साथ इस साल इक्विटी बाजारों को कई विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा है। विशेषज्ञों ने कहा कि मुख्य रूप से इन चुनौतियों से प्रेरित घरेलू और वैश्विक स्तर पर पूंजी बाजार में घबराहट है।

बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स इस साल अब तक 3,816.95 अंक यानी 12.95 फीसदी और मिडकैप इंडेक्स 2,314.51 अंक यानी 9.26 फीसदी टूट चुका है. इसकी तुलना में इस साल 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 3,771.98 अंक या 6.47 फीसदी गिरा है।

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