नतीजा ये हुआ कि खरीफ में तिलहन और दलहन फसलों की बुवाई में कमी देखी गई। जबकि कपास की बुवाई को एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है लेकर उत्साह रहा क्योंकि कपास में वायदा कारोबार जारी है। किसानों को अच्छे दाम मिलते रहे। ऐसे में आगे रबी में किसान सरसों की बुवाई करने की बजाय गेहूं का विकल्प चुन सकते हैं। लिहाजा खाद्य तेल की जरुरतों को देखते हुए और किसान व व्यापारियों के हित में तिलहन वायदा कारोबार शुरू करने की अनुमति दी जाना चाहिए। मोपा ने दावा किया है कि देश में अभी 85 से 90 लाख टन एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है तिलहन का स्टाक उपलब्ध है।
मेड़ता शहर में जीरे ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, उंझा जीरा बाजार से 800 रु
नागौर। नागौर मेड़ता मंडी में जीरे ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। लगातार चौथे दिन अपना ही रिकॉर्ड तोड़ यह मंडी देशभर के अनाज व्यापारियों के बीच सुर्खियां बटोर रही है। इस मंडी में एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है जीरे के भाव रिकॉर्ड 28,500 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गए। यह भाव एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है देश के सबसे बड़े जीरा बाजार उंझा-गुजरात से 800 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है। मंडी के जीरा व्यापारी सुमेरचंद जैन ने बताया कि एक दिन पहले मंडी में जीरा 28 हजार रुपए प्रति क्विंटल बिका था और अब इसकी कीमत 28 हजार 500 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है.
ऐसे में इस बाजार ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इससे पहले एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है जीरा कभी भी इस भाव पर नहीं बिका। मेड़ता क्षेत्र के गांव नाथावाड़ा एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है के किसान भंवरम टाडा का जीरा मंडी की फर्म राजस्थान ट्रेडिंग कंपनी के यहां 28500 रुपये प्रति क्विंटल बिका. यह कीमत पाकर किसान की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। देश में जीरे की कीमतों में सबसे ज्यादा तेजी मेड़ता मंडी में देखने को मिली। यहां जीरा 28,500 रुपये प्रति क्विंटल बिका, जबकि गुजरात की उंझा मंडी दूसरे नंबर पर रही, जहां जीरे की अधिकतम दर 27,700 रुपये प्रति क्विंटल रही. जोधपुर मंडी में 27,111, नागौर व बिलाड़ा मंडी में जीरे की अधिकतम दर 27,500 रुपये प्रति क्विंटल रही.
Cooking Oil Price Indore: एनसीडीईएक्स पर शुरू नहीं हुआ कारोबार, उत्पादकों ने तिलहन में वायदा कारोबार शुरू करने की मांग
Cooking Oil Price Indore: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। खरीफ की फसलों की कटाई शुरू हो चुकी है। रबी की बुवाई दीवाली के बाद शुरू हो जाएगी। इस बीच सरसों तेल उत्पादक संघ (मोपा) ने सरकार से कृषि जिंसों के वायदा कारोबार लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग की है। असल में बीते दिनों वायदा एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है कारोबार फिर शुरू होने की चर्चा बाजार में चली थी। हालांकि एनसीडीईएक्स ने ऐसे किसी भी तरह के निर्णय की पुष्टी नहीं की थी। अब मोपा की ओर से सेबी को पत्र लिखकर किसान और छोटे उद्योग, एनसीडीईएक्स मार्केट क्या है व्यापारियों के हित में वायदा कारोबार पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग की है।
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