दस्तावेज़ आवश्यक चालू खाता
चालू खाता खोलने के लिए विभिन्न प्रकार की इकाईयों द्वारा निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत किए जाना आवश्यक हैं। संदर्भ और जांच के लिए मूल दस्तावेज प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है और प्रमाणित सत्य प्रतियां बैंक के अभिलेख हेतु प्रस्तुत की जानी हैं।
स्वामित्व संस्थान
निम्नलिखित में से कोई भी दो (ये स्वामित्व संस्थान के नाम से होने चाहिए)
- नगरपालिका प्राधिकारी द्वारा शॉप्स एंड एस्टैब्लिशमेंट ऐक्ट के अंतर्गत जारी किया गया प्रमाणपत्र/ लाइसेन्स
- बिक्री तथा आय कर विवरणी
- सीएसटी/ वैट प्रमाणपत्र
- बिक्री कर/ सेवा कर/ व्यवसाय कर प्राधिकारियों द्वारा जारी किए गए प्रमाणपत्र/ पंजीकरण दस्तावेज
- भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान, इन्स्टिट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटैंट्स ऑफ इंडिया, भारतीय कंपनी सचिव संस्थान, भारतीय मेडिकल काउन्सिल, खाद्य और औषधि नियंत्रण प्राधिकारी जैसे, पंजीकरण प्राधिकारी द्वारा जारी प्रैक्टिस प्रमाणपत्र, केन्द्र सरकार करंट अकाउंट क्या होता है? या करंट अकाउंट क्या होता है? राज्य सरकार प्राधिकारी/ विभाग इत्यादि द्वारा स्वामित्व संस्थान के नाम से जारी किया गया पंजीकरण/ लाइसेन्स दस्तावेज
- डीजीएफटी कार्यालय द्वारा स्वामित्व संस्थान को जारी आईईसी (निर्यातक/आयातक कूट)
- एकल स्वामी के नाम से संपूर्ण आयकर विवरणी (मात्र पावती नहीं) जहां प्रदर्शित फर्म की आय को आयकर प्राधिकारियों द्वारा यथोचित रूप से संविक्षित किया गया हो/ पावती दी गई हो।
- स्वामित्व संस्थान के नाम से यूटिलिटी बिल जैसे कि बिजली, पानी और लैण्डलाइन टेलीफोन बिल
भागीदारी फर्म
- पंजीकरण प्रमाणपत्र
- भागीदारी विलेख
- कंपनी की ओर से व्यवसाय करने हेतु किसी भागीदार या फर्म के किसी कर्मचारी को दिया गया मुख्तारनामा
- कोई भी कार्यालयीन वैध दस्तावेज जो भागीदारों और मुख्तारनामाधारक व्यक्तियों तथा उनके पतों को अभिनिर्धारित करें।
- फर्म/ भागीदारों के नाम से टेलिफोन बिल
कंपनियाँ/एलएलपी
- निगमन प्रमाणपत्र और संस्था के अंतर्नियम व बहिर्नियम
- खाता खोलने हेतु निदेशक मंडल का प्रस्ताव और खाता परिचालित करने का प्राधिकार रखनेवाले व्यक्तियों की पहचान
- कंपनी की ओर से व्यवसाय करने हेतु इसके प्रबंधकों, अधिकारियों या कर्मचारियों को प्रदत्त मुख्तारनामा
- पैन आबंटन पत्र की प्रति
- टेलीफोन बिल की प्रति
ट्रस्ट और फाउंडेशन
- पंजीकरण प्रमाणपत्र
- इसकी ओर से व्यवसाय करने हेतु प्रदत्त मुख्तारनामा
- ट्रस्टियों, उपनिवेशों, लाभार्थियों और मुख्तारनामाधारकों, संस्थापकों/ प्रबंधकों/ निदेशकों और उनके पतों की पहचान हेतु कोई कार्यालयीन वैध दस्तावेज
- फाउंडेशन/ एसोसिएशन के प्रबंधन निकाय का प्रस्ताव
- टेलीफोन बिल
उपर्युक्त के अलावा यथोचित रूप से भरा हुआ और संविक्षित खाता खोलने का फॉर्म, ग्राहक की जानकारी का फॉर्म, भागीदारी/ स्वामित्व (यथा प्रयोज्य) का पत्र, अन्य शाखा/ बैंक इत्यादि के पास खातों/ सुविधाओं के संबंध में घोषणा प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है।
केवाईसी मानदण्डों के अंतर्गत अपेक्षित वैयक्तिक/ वैयक्तिकों जैसे कि स्वामी/ भागीदार/ निदेशक/ ट्रस्टी/ प्राधिकृत हस्ताक्षरकर्ता इत्यादि की पहचान और पते के साक्ष्य के दस्तावेज प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है।
पहचान के साक्ष्य (निम्नलिखित में से कोई एक)
- पासपोर्ट
- पैनकार्ड
- मतदाता पहचान कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेन्स
- नरेगा द्वारा जारी जॉबकार्ड (राज्य सरकार के किसी अधिकारी द्वारा यथोचित रूप से हस्ताक्षरित)
- भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी पत्र जिसमें नाम, पते और आधार क्रमांक के ब्योरे शामिल हों।
- पहचानपत्र (बैंक की संतुष्टि के अधीन)
- बैंक की संतुष्टि के लिए प्रतिष्ठित सार्वजनिक प्राधिकारी या लोक सेवक का पत्र जो ग्राहक की पहचान और पते की पुष्टि करता हो।
पते के साक्ष्य (निम्नलिखित में से कोई एक)
- टेलीफोन बिल
- बैंक अकाउंट विवरण
- किसी प्रतिष्ठित सार्वजनिक प्राधिकारी का पत्र
- बिजली का बिल
- राशन कार्ड
- नियोक्ता का पत्र (बैंक की संतुष्टि के अधीन)
- राज्य सरकार या समकक्ष पंजीकरण प्राधिकारी के पास यथोचित रूप से पंजीकृत किराया करार जो ग्राहक का पता प्रदर्शित करता हो।
यदि कोई एकल दस्तावेज पहचान और पते, दोनों के उद्देश्यों को पूर्ण करता हो तो इसके लिए कोई अलग दस्तावेज आवश्यक नहीं है।
Current Account क्या हैं? व्यवसाय के लिए चालू खाता कैसे खुलवाएं
Current Account – चालू खाता क्या है
Current Account एक बैंक खाता होता है, जो Saving Account से भिन्न होता है| Current Account का प्रयोग बड़े बड़े लेनदेनो के लिए किया जाता है इसलिए जिन लोगों को एक ही दिन में बैंक से अनेक लेन-देन करने पड़ते है, उन्हें एक Current Account की आवश्यकता होती है|
Current Account में ब्याज (Interest) नही दिया जाता है, क्योंकि इसमें लगातार लेन-देन होती रहती है| Current Account में लेन-देन करने की कोई सीमा नहीं होती है, इसलिए इसका प्रयोग व्यवसायों (Businesses) द्वारा किया जाता है| Current Account में Bank द्वारा खाता धारक को Bank Overdraft की भी सुविधा दी जाती है, जिसके फलस्वरूप खाता धारक अपने Account में जमा राशी से अधिक राशी निकाल सकता है|
पढ़ें:
Why Current Account – चालू खाते की आवश्यकता
जैसा की हमने आपको बताया कि यदि आप एक व्यवसायी (Businessmen) है, जिसके फलस्वरूप आपको एक दिन में अनेक बार पैसों की लेन-देन करने की आवश्यकता होती है, तो आपके पास एक Current Account होना चाहिए| किसी साधारण व्यक्ति को कभी Current Account नहीं Open करवाना चाहिए क्योंकि उन्हें Current Account से कोई फायदा नहीं मिलता है|
Minimum Balance
आपको अपना Current Account खोलने के लिए एक निश्चित राशि अपने Account में रखनी अनिवार्य है| यह राशि ₹5000 से ₹25000 रूपए तक हो सकती है| यह निश्चित राशि सभी बैंको द्वारा अपने-अपने नियमो के अनुसार अलग-अलग होती है| आपको अपने अकाउंट में Minimum Limit के बराबर Quarterly Average Balance बनाए रखना होता है| यदि बैंक द्वारा यह निर्धारित राशि आपके Account में न हुई तो बैंक द्वारा इसके लिए अतिरिक्त चार्ज लगाया जाता है|
Benefits of Current Account – चालू खाते के लाभ
Current Account ने एक तरह से व्यापारियों को बहुत बड़ा लाभ पहुँचाया है| Current Account से व्यवसाय के लेन-देन को व्यक्तिगत लेन देनों से अलग रखा जा सकता हैं जिससे कि व्यावसायिक खातों, टैक्स रिटर्न और अन्य Compliance में आसानी रहती हैं| इसके अलावा Current Account से अनेक लाभ है –
- Bank Overdraft – Current Account से खाता धारको को अपने Account में जमा राशी से अधिक राशि निकालने की सुविधा मिलती है|
- लेन-देन सुविधा – Current Account से सबसे बड़ा लाभ तो यही है कि इससे एक दिन में कितने भी लेन-देन किए जा सकते है| Current Account में अधिक बार लेन-देन करने के लिए कोई अतिरिक्त Charge नही देना पड़ता है|
- Net Banking – Saving Account की तरह Current Account में भी Net Banking एवं ATM की Free Service दी जाती है|
How To Open a Current Account – चालू खाता कैसे खुलवाएं
यदि आप अपना Current Account खुलवाना चाहते है, तो इसके लिए आप अपने किसी नजदीकी Bank शाखा में जाकर Account खुलवा सकते है| Current Account के लिए आपको Bank से Form भरना होगा तथा नीचे बताए गए सभी आवश्यक दस्तावेज को जमा करने होंगे| Current Account खुलवाने के लिए आप Online आवेदन भी कर सकते है|
Documents Required – चालू खाता खुलवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
यदि आप एक Current Account खुलवाना चाहते है तो आपको निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होगी –
- पैन कार्ड
- पासपोर्ट साइज की फोटो
- व्यवसाय का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट – GST Registratio/Shop Establishment Registration (For Proprietorship), Partnership Deed (For Partnership), Incorporation Certificate (For Company)
- व्यवसाय का एड्रेस प्रूफ (Address Proof of the Proprietorship/Firm/ Company/HUF)
- पार्टनर्स और डायरेक्टर्स का आईडी और एड्रेस प्रूफ (पार्टनरशिप या कंपनी के करंट अकाउंट के लिए)
Posted by Abhishek
अभिषेक राजस्थान से हैं और वे हैप्पीहिंदी.कॉम पर बिज़नेस, इन्वेस्टमेंट और पर्सनल फाइनेंस के विषयों पर पिछले 4 वर्षों से लिख रहे हैं| उनसे [email protected] पर संपर्क किया जा सकता हैं|
8 Comments
Cancel reply
बहुत ही शानदार आर्टिकल …. Thanks for sharing this!! 🙂
hame apke dwara btai gayi Current Account ki post bhut achchhi lagi or hme Current Account ke bare bhut jankariya mili or in ka hum jrur upyog krege
आप की रचना पढ कर मुझे बेहद खुशी महिुशश होती है और आप की रचना से मुझे काफी कुछ सीखने को मिलता है। भगवान आप को इस काम को सफलता दे
करंट अकाउंट क्या होता है?
आपके नाम और फ़ोटो जैसी जो जानकारी आप Google सेवाओं में इस्तेमाल करती हैं, उसमें बदलाव करने के लिए अपने खाते में साइन इन करें. आप यह भी चुन सकती हैं कि Google सेवाओं पर दूसरों से बातचीत करते समय आपकी कौनसी निजी जानकारी दिखाई दे.
RBI ने बदले चालू खाते के नियम, 15 दिसंबर से माननी होंगी ये शर्तें
नई दिल्ली। करंट बैंक खाते से जुड़े नियमों को लेकर आरबीआई (RBI) ने बड़ा ऐलान किया है। अब कंपनियों को उस बैंक में करंट अकाउंट (Current Account) या ओवरड्राफ्ट अकाउंट (Overdraft Account) खुलवाना अनिवार्य होगा, जिससे वे कर्ज ले रही हैं। इससे बैंक कंपनी के कैश फ्लो और ट्रांजैक्शन पर नजर रख सकेंगी। जिससे घपलेबाजी की आशंका नहीं रहेगी। पहले ये नियम 5 नवंबर से लागू होने वाले थे, लेकिन अब ये 15 दिसंबर से प्रभावी होंगे।
CIBIL Score Update: लोन लेने में हो रही मुश्किल, पहले जान लें सिबिल रिकॉर्ड का हिसाब-किताब
Reported By: |नेहा दुबे | Updated: Dec 20, 2022, 09:21 PM IST
डीएनए हिंदी: जो लोग लोन लेना चाहते हैं उनके लिए CIBIL स्कोर (CIBIL Score) काफी अहमियत रखती है. इससे बैंकों को आपके विश्वसनीयता का पता चलता है. क्रेडिट स्कोर के अलावा, CIBIL रिपोर्ट में किसी व्यक्ति के क्रेडिट इतिहास के बारे में बहुत सी अन्य जानकारी शामिल होती है, जिसमें उनके लेंडर, पिछले लोंस, बकाया क्रेडिट, ब्याज भुगतान, लोंस का पीरियड जैसी चीजों के डिटेल्स होते हैं. अपनी क्रेडिट विश्वसनीयता के बारे में जानने और लोन के लिए आवेदन करने से पहले अच्छी तरह से तैयारी करने के लिए, CIBIL रिपोर्ट या क्रेडिट सूचना रिपोर्ट को पूरी तरह से समझना बहुत जरूरी है. इसे खासकर छह भागों में बांटा गया है.
सिबिल रिपोर्ट क्या होता है?
किसी व्यक्ति की CIBIL रिपोर्ट में उसके पिछले क्रेडिट के बारे में सभी जानकारी होती है जिसमें लोन, क्रेडिट कार्ड, EMI, आदि शामिल होते हैं. इसे CIBIL, क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो लिमिटेड द्वारा बनाए रखा जाता है. यह एक क्रेडिट सूचना कंपनी है जो सभी लेनदारों का रिकॉर्ड ट्रैक रखने के लिए सभी वित्तीय संस्थानों के साथ मिलकर काम करती है. इसमें व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी भी होती है.
सिबिल रिपोर्ट कैसे पढ़ें?
CIBIL रिपोर्ट, जिसे क्रेडिट रिपोर्ट के रूप में भी जाना जाता है, वित्तीय संस्थानों को कार लोन, होम लोन, क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन, आदि जैसे उनके पिछले लोंस के बारे में विस्तृत जानकारी देकर उधारकर्ता के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद करती है.
CIBIL रिपोर्ट को प्रमुख वर्गों में बांटा गया है जो व्यक्तिगत जानकारी, संपर्क जानकारी, क्रेडिट जानकारी आदि प्रदान करते हैं.
सिबिल स्कोर
CIBIL रिपोर्ट का टॉप सेक्शन व्यक्ति के CIBIL स्कोर को दर्शाता है. यह रिपोर्ट का पूरा एक सार है, जिसमें लोन का पूरा ब्यौरा शामिल होता है. किसी व्यक्ति का CIBIL स्कोर 300 से 900 के बीच होता है. कई मामलों में, CIBIL स्कोर रिपोर्ट में 'NA' या 'NH' प्रदर्शित करता है. उस स्थिति में, रिपोर्ट डाउनलोड करंट अकाउंट क्या होता है? करने के समय तक व्यक्ति ने कोई ऋण या क्रेडिट नहीं लिया होगा. यह उन लोगों के साथ भी होता है जिनका कोई क्रेडिट इतिहास नहीं है या जो क्रेडिट सिस्टम के लिए नए हैं.
व्यक्तिगत जानकारी
इसमें किसी व्यक्ति के बारे में बुनियादी जानकारी जैसे उसका नाम, जन्म तिथि, लिंग आदि शामिल होता है. इसमें आपकी आयकर आईडी (PAN), पासपोर्ट नंबर, ड्राइविंग का लाइसेंस आदि की डिटेल होती है.
कांटेक्ट इनफार्मेशन
इस सेक्शन में आवेदक का पता, फोन और ईमेल आईडी शामिल है. साथ ही इसमें आधिकारिक और स्थायी पता भी मांगा जाता है. इस खंड में एक व्यक्ति के चार पते और ईमेल एड्रेस शामिल हैं.
रोजगार की जानकारी
इस सेक्शन में किसी व्यक्ति के व्यवसाय और आय के बारे में डिटेल होता है.
खाते की जानकारी
अब, यहां आपकी सिबिल रिपोर्ट का एक और महत्वपूर्ण सेक्शन आता है. लोग इस सेक्शन में अपने लोन और क्रेडिट कार्ड खातों की डिटेल पा सकते हैं. यह अकाउंट नंबर, लोन की रकम, लेटेस्ट पेमेंट, अकाउंट टाइप, लोन अमाउंट, करंट बैलेंस, बैलेंस ओवरड्यू आदि के बारे में भी सूचित करता है.
खाता विवरण के ऊपर एक लाल बॉक्स दिखने का क्या मतलब है?
CIBIL रिपोर्ट पर खाता विवरण के ऊपर एक लाल बॉक्स का अर्थ है कि दी गई जानकारी में समस्या है और इसके समाधान के बाद हटा दी जाएगी.
पूछताछ की जानकारी
इसमें ऋणदाता द्वारा ऋण आवेदनों के लिए की गई सभी पूछताछों की जानकारी होती है. इसमें आम तौर पर ऋणदाता का नाम, करंट अकाउंट क्या होता है? आवेदन की तिथि, ऋण का प्रकार और उसका आकार शामिल होता है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 188