Updated on: November 13, 2022 6:54 IST
'Mutual fund'
अमूमन म्यूचुअल फंड को एक्सपर्ट ही मैनेज करते हैं. इन लोगों को फंड मैनेजर कहा जाता है. यह फंड मैनेजर यह देखते हैं कि कहां निवेश करने से निवेशकों को ज्यादा लाभ होगा यानि ज्यादा रिटर्न मिलेगा. म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए अच्छा विकल्प माना जाता है जो निवेश का जोखिम खुद उठाने में सक्षम नहीं होते. ये लोग बाजार के बारे में और कंपनियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होने के चलते ऐसे फंड मैनेजरों की राय पर काम कर सकते हैं.
Top 10 Mutual Funds To Invest: आप निवेश के लिए सही फंड को चुने. आप किसी ऐसे फंड का चुनाव करें जो बढ़ती महंगाई के दौर में आपको शानदार रिटर्न दे.
सेबी का ताजा फैसला फ्रैंकलिन टेम्पलटन मामले के बाद आया है, जिसमें फंड हाउस के कुछ अधिकारियों पर यह आरोप है कि उन्होंने छह ऋण योजनाओं पर रोक लगाए जाने से पहले उन योजनाओं में अपनी हिस्सेदारी को रिडीम किया था.
Delhi | Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Translated by: अंजलि कर्मकार |गुरुवार अक्टूबर 20, 2022 04:45 PM IST
बीएल आहूजा ने पुलिस को बताया कि वह बैंक कर्मचारी माहेश्वरी को 2013 से जानते थे, जब वह ICICI बैंक में काम करता था. आहूजा ने कहा कि माहेश्वरी ने उन्हें सलाह दी कि वह पैसे बैंक निवेश के लिए क्या करें में रखने के बजाय म्यूचुअल फंड में लगाएं. आहूजा ने 2018 में उन्हें 1 करोड़ रुपये के दो चेक दिए.
निवेशक दीर्घकाल में निवेश में वृद्धि को लेकर म्यूचुअल फंड में नियमित तौर पर राशि जमा करने की योजना (Systematic Investment Plan) पर भरोसा कर रहे हैं
Pan Aadhaar Link.सीबीडीटी ने एक अधिसूचना में कहा कि आधार की देरी से सूचना देने पर 500 रुपये का विलंब शुल्क लगेगा. यह जुर्माना शुल्क अगले तीन माह यानी 30 जून, 2022 तक के लिए होगा. उसके बाद करदाताओं को 1,000 रुपये का जुर्माना चुकाना होगा.
सेबी ने म्यूचुअल फंड निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए यह निर्णय़ किया.इसके तहत जब भी म्यूचुअल फंड के ज्यादातर ट्रस्टी किसी स्कीम को बंद करने का फैसला करते हैं, उनके लिए यूनिटधारकों की सहमति लेने को अनिवार्य करने का निर्णय किया गया है.
भारतीय कंपनियों ने वर्ष 2021 में इक्विटी और कर्ज के जरिये 9 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं. अगर ओमिक्रॉन के चलते हालात खराब नहीं हुए तो इसमें 2022 के दौरान और अधिक मजबूती आने की उम्मीद है
इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) योजनाओं को जुलाई में शुद्ध रूप से 22,583 करोड़ रुपये का निवेश मिला है. यह लगातार पांचवां महीना है जबकि इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा है. इस दौरान फ्लेक्सी-कैप श्रेणी (Flexicap Funds) को सबसे अधिक निवेश प्राप्त हुआ.
सेबी ने म्यूचुअल फंड नियमों में संशोधनों को मंजूरी दे दी. इन नियमों के तहत म्यूचुअल फंड कंपनियों को अपने नई फंड पेशकशों में जोखिम के स्तर के अनुसार अधिक निवेश करने की जरूरत होगी. इससे कोष चलाने वालों की म्यूचुफंड में खुद की भागीदारी सुनिश्चित होगी.
मेक इन इंडिया
भारतीय अर्थव्यवस्था देश में मजबूत विकास और व्यापार के समग्र दृष्टिकोण में सुधार और निवेश के संकेत के साथ आशावादी रुप से बढ़ रही है । सरकार के नये प्रयासों एवं पहलों की मदद से निर्माण क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है । निर्माण को बढ़ावा देने एवं संवर्धन के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितम्बर 2014 को 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम की शुरुआत की जिससे भारत को महत्वपूर्ण निवेश एवं निर्माण, संरचना तथा अभिनव प्रयोगों के वैश्विक केंद्र के रुप में बदला जा सके।
'मेक इन इंडिया' मुख्यत: निर्माण क्षेत्र पर केंद्रित है लेकिन इसका उद्देश्य देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना भी है। इसका दृष्टिकोण निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाना, आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नये क्षेत्रों को खोलना और सरकार एवं उद्योग के बीच एक साझेदारी का निर्माण करना है।
'मेक इन इंडिया' पहल के संबंध में देश एवं विदेशों से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। अभियान के शुरु होने के समय से इसकी वेबसाईट पर बारह हजार से अधिक सवाल इनवेस्ट इंडिया के निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ द्वारा प्राप्त किया गया है। जापान, चीन, निवेश के लिए क्या करें फ्रांस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों नें विभिन्न औद्योगिक और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में भारत में निवेश करने हेतु अपना समर्थन दिखाया है। 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत निम्नलिखित पचीस क्षेत्रों - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है की पहचान की गई है:
सरकार ने भारत में व्यवसाय करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं। कई नियमों एवं प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है एवं कई वस्तुओं को लाइसेंस की जरुरतों से हटाया गया है।
सरकार का लक्ष्य देश में संस्थाओं के साथ-साथ अपेक्षित सुविधाओं के विकास द्वारा व्यापार के लिए मजबूत बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना है। सरकार व्यापार संस्थाओं के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक गलियारों और स्मार्ट सिटी का विकास करना चाहती है। राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है के माध्यम से कुशल मानव शक्ति प्रदान करने के प्रयास किये जा रहे हैं। पेटेंट एवं ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रक्रिया के बेहतर प्रबंधन के माध्यम से अभिनव प्रयोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
कुछ प्रमुख क्षेत्रों को अब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए खोल दिया गया है। रक्षा क्षेत्र में नीति को उदार बनाया गया है और एफडीआई की सीमा को 26% से 49% तक बढ़ाया गया है। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के लिए रक्षा क्षेत्र में 100% एफडीआई को अनुमति दी गई है। रेल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निर्माण, संचालन और रखरखाव में स्वचालित मार्ग के तहत 100% एफडीआई की अनुमति दी गई है। बीमा और चिकित्सा उपकरणों के लिए उदारीकरण मानदंडों को भी मंजूरी दी गई है।
29 दिसंबर 2014 को आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में विभिन्न हितधारकों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद उद्योग से संबंधित मंत्रालय प्रत्येक क्षेत्र के विशिष्ट लक्ष्यों पर काम कर रहे हैं। इस पहल के तहत प्रत्येक मंत्रालय ने अगले एक एवं तीन साल के लिए कार्यवाही योजना की पहचान की है।
कार्यक्रम 'मेक इन इंडिया' निवेशकों और उनकी उम्मीदों से संबंधित भारत में एक व्यवहारगत बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। 'इनवेस्ट इंडिया' में एक निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। नये निवेशकों को सहायता प्रदान करने के लिए एक अनुभवी दल भी निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ में उपलब्ध है।
निर्माण को बढ़ावा देने के लिए लक्ष्य
- मध्यम अवधि में निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर में प्रति वर्ष 12-14% वृद्धि करने का उद्देश्य
- 2022 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण की हिस्सेदारी में 16% से 25% की वृद्धि
- विनिर्माण क्षेत्र में वर्ष 2022 तक 100 मिलियन अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा करना
- समावेशी विकास के लिए ग्रामीण प्रवासियों और शहरी गरीबों के बीच उचित कौशल का निर्माण
- घरेलू मूल्य संवर्धन और निर्माण में तकनीकी गहराई में वृद्धि
- भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ाना
- विशेष रूप से पर्यावरण के संबंध में विकास की स्थिरता सुनिश्चित करना
- भारत ने अपनी उपस्थिति दुनिया की सबसे तेजी से निवेश के लिए क्या करें बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप दर्ज करायी है
- 2020 तक इसे दुनिया की शीर्ष तीन विकास अर्थव्यवस्थाओं और शीर्ष तीन निर्माण स्थलों में गिने जाने की उम्मीद है
- अगले 2-3 दशकों के लिए अनुकूल जनसांख्यिकीय लाभांश। गुणवत्तापूर्ण कर्मचारियों की निरंतर उपलब्धता।
- जनशक्ति की लागत अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है
- विश्वसनीयता और व्यावसायिकता के साथ संचालित जिम्मेदार व्यावसायिक घराने
- घरेलू बाजार में मजबूत उपभोक्तावाद
- शीर्ष वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थानों द्वारा समर्थित मजबूत तकनीकी और इंजीनियरिंग क्षमतायें
- विदेशी निवेशकों के लिए खुले अच्छी तरह विनियमित और स्थिर वित्तीय बाजार
भारत में परेशानी मुक्त व्यापार
'मेक इन इंडिया' इंडिया' एक क्रांतिकारी विचार है जिसने निवेश एवं नवाचार को बढ़ावा देने, बौद्धिक संपदा की रक्षा करने और देश में विश्व स्तरीय विनिर्माण बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के लिए प्रमुख नई पहलों की शुरूआत की है। इस पहल नें भारत में कारोबार करने निवेश के लिए क्या करें की पूरी प्रक्रिया को आसान बना दिया है। नयी डी-लाइसेंसिंग और ढील के उपायों से जटिलता को कम करने और समग्र प्रक्रिया में गति और पारदर्शिता काफी बढ़ी हैं।
अब जब व्यापार करने की बात आती है तो भारत काफी कुछ प्रदान करता है। अब यह ऐसे सभी निवेशकों के लिए आसान और पारदर्शी प्रणाली प्रदान करता है जो स्थिर अर्थव्यवस्था और आकर्षक व्यवसाय के अवसरों की तलाश कर रहे हैं। भारत में निवेश करने के लिए यह सही समय है जब यह देश सभी को विकास और समृद्धि के मामले में बहुत कुछ प्रदान कर रहा है।
Personal Finances: इस उम्र में जोखिम लेने की क्षमता होती हैं अधिक, निवेश के लिए ऐसे करें मैनेज
Bank Bazaar CEO आदिल शेट्टी का कहना हैं कि जब आप 30 की उम्र में होते हैं, तो आपके पक्ष में कई फैक्टर होते हैं. उम्र के इस पड़ाव पर युवा होने के साथ आप दुरूस्त और सेहतमंद होते हैं.
By: ABP Live | Updated at : 27 Sep 2022 06:27 AM (IST)
Edited By: Sandeep
Personal Finance Management India: अगर आप 30 साल की उम्र में हैं, और आप निवेश के लिए विचार बना रहे हैं. ये खबर आपके काम की साबित होगी. इस खबर में आपको पर्सनल फाइनेंस (Personal Finance) के लिए बेहतर तरीके से मैनेजमेंट के बारे में बताने जा रहे हैं. आप अपनी और अपने परिवार की अच्छी तरह से मदद कर पाने में सक्षम बनना चाहते हैं, तो आपको इसके बारे में एक बार जरूर जान लेना चाहिए.
जानकारों की क्या हैं राय
आपको बता दे कि बैंक बाजार के सीईओ (Bank Bazaar CEO) आदिल शेट्टी (Adhil Shetty) का कहना हैं कि जब आप 30 की उम्र में होते हैं, तो आपके पक्ष में कई फैक्टर होते हैं. उम्र के इस पड़ाव पर युवा होने के साथ आप दुरूस्त और सेहतमंद होते हैं. आप में जोखिम लेने क्षमता की अधिक होती है और तो और बाकी बचे 30 साल आपके नौकरीपेशे के लिए होते हैं. ये समय आपके लिए सबसे अहम है. आपके पास निवेश करने के लिए 360 महीने बचे होते हैं.
कंपाउंडिंग इंटरेस्ट का फायदा लें
अपनी इस सेविंग पर आप कंपाउंडिंग इंटरेस्ट (Compounding Interest) का फायदा ले सकते हैं. इन फैक्टर को जब बेहतर तरीके से इस्तेमाल करेंगे तो निश्चित रूप से आपकी फाइनेंशियल स्थिति सुधरेगी. आप 30 साल की उम्र में हैं तो अभी बिल्कुल भी देरी नहीं हुई है. इस उम्र में आप हाई पोटेंशियल है पैसे कमा सकते हैं. आप रेगुलर इनवेस्टमेंट भी कर सकते हैं.
करें ज्यादा सेविंग
आपको सबसे पहले सेविंग करना काफी जरूरी है. मंथली कमाई का कम से कम 25 फीसदी भाग इसके लिए बचाकर रखना चाहिए. आप हर महीने 40,000 रुपये कमाते हैं और उसमें से 10,000 रुपये बचाते हैं तो आने वाले 360 महीने में आप इस हिसाब से कुल 360,00,000 रुपये सेंविग कर पाते हैं. इस सेविंग को बेहतर स्कीम में निवेश कर आप अच्छी इंटरेस्ट इनकम हासिल कर सकते हैं. मंथली इनकम में ग्रोथ के साथ आप अपनी सेविंग में इजाफा भी कर सकते हैं.
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मंथली बचत का ध्यान रखें
आप महीने में बचत जरूर करें. आप अपने सेविंग बैंक अकाउंट में उस पैसे को बेकार न होने दें. उस पर इंटरेस्ट इनकम का लाभ पाने के लिए अलग-अलग स्कीम में निवेश करें. जिससे मैच्योरिटी पूरी होने के बाद आपको बेहतर रिटर्न का फायदा मिल सके.
खरीदें इंश्योरेंस पॉलिसी
इंश्योरेंस पॉलिसी आपको वित्तीय संकटों से बचाने में मददगार होता है. इसलिए आप खुद के लिए और फैमिली के लोगों के लिए ऊचित बीमा कवर खरीदें. उदाहरण के तौर अगर आप हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते हैं तो गंभीर बीमारियों के समय होने वाले चिकित्सकीय खर्चों से आप पर ज्यादा प्रभावित नहीं होते हैं.
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Published at : 27 Sep 2022 01:32 AM (IST) Tags: Savings saving Bank Bazaar Personal Finances Personal Finance Management Investment Fund Tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से निवेश के लिए क्या करें जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Investment Tips: पांच साल में 5 लाख जमा करना चाहते हैं, हर महीने SIP में करें इतना निवेश
Investment Tips: आप म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए पैसा लगा सकते हैं। आजकल लोगों में SIP करने का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। इसमें आप साप्ताहिक, मासिक या तिमाही आधार पर पैसा लगा सकते हैं। निवेश करने से पहले उसके प्लान की जानकारी लें।
Investment Tips: अगर आप पांच साल में बड़ी रकम जमा करना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। आप हर महीने सिर्फ 6500 रुपये की बचत करके 5 साल में पांच लाख रुपये से ज्यादा जमा कर सकते हैं। एक व्यवस्थित निवेश योजना आपको अपना सपना पूरा करने में मदद कर सकती है। इसमें आप नियमित अंतराल पर छोटी रकम निवेश कर सकते हैं। यदि आप पांच वर्ष में लाखों रुपये जमा करना चाहते हैं तो आइए जानते हैं एसआईपी कैलकुलेटर (SIP Calculator) की मदद से इस निवेश के बारे में।
पांच साल में 5 लाख कैसे जमा करें?
अगर आप 5 साल के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan) में हर महीने 6500 रुपये का निवेश करते हैं, तो आपका कुल निवेश 3,90,000 रुपये होगा। इस तरह 12 फीसदी ब्याज दर पर आपको रिटर्न के तौर पर 1,46,161 रुपये मिलेंगे। ऐसे में पांच साल बाद कुल राशि 5,31,161 हो निवेश के लिए क्या करें जाएगी।
एसआईपी क्या है?
आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में एसआईपी (SIP) के जरिए पैसा लगा सकते हैं। आजकल लोगों में SIP करने का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। निवेश के लिए क्या करें इसमें आप साप्ताहिक, मासिक या तिमाही आधार पर पैसा लगा सकते हैं। इसकी सबसे खास बात यह है कि आप इसमें 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते निवेश के लिए क्या करें हैं। हालांकि किसी भी एसआईपी या म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले उसके प्लान की जानकारी लें।
होम लोन में होगा सहायक
मान लीजिए आप 50 लाख रुपये का होम लोन लेते हैं। 20 साल में 1 करोड़ रुपये ब्याज सहित बैंक को देते हैं। अब आप सोच रहे हैं कि इसे कैसे चुकाएं। SIP इसमें आपकी मदद कर निवेश के लिए क्या करें सकता है। आइए इसे आंकड़ों से समझते हैं।
अगर आपने 8 फीसदी सालाना ब्याज दर पर 50 लाख रुपये का होम लोन लिया है, तो आपकी EMI 41,822 रुपये होगी। यदि आपका लोन 20 वर्ष के लिए है, तो आपको ब्याज के तौर पर 50.37 लाख रुपये देने होंगे। मकान की कीमत 50 लाख रुपये है। इसके लिए आपने 1 करोड़ 37 हजार रुपये ब्याज सहित खर्च किए। मान लीजिए कि आप ईएमआई का सिर्फ 25 फीसदी यानी 10,912 रुपये निवेश करना शुरू कर देते हैं। आप इस पर करीब 12 फीसदी वार्षिक रिटर्न कमा सकते हैं। इस तरह आपके पास 20 साल में 1.1 करोड़ रुपये का फंड होगा।
Mutual Funds के निवेश पर बंपर रिटर्न चाहिए तो जानें कम से कम कितने साल तक SIP जारी रखें
WhiteOak Capital Mutual Fund की SIP Analysis Report से पता चला है कि किसी भी निवेशक को कम से कम तीन साल के लिए एसआईपी के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करनी चाहिए।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: November 13, 2022 6:54 IST
Photo:INDIA TV म्यूचुअल फंड
Mutual Funds निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। बीते तीन साल में देश के छोटे- छोटे शहर और यहां तक की गांवों से म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले तेजी से बढ़े हैं। इसकी वजह है परंपरागत निवेश माध्यम जैसे एफडी और छोटी बचत योजनओं पर ब्याज दर का निवेश के लिए क्या करें घटना। लोग महंगाई को मात देकर बंपर रिटर्न के लिए म्यूचुअल फंड की ओर रुख कर रहे हैं। हालांकि, बहुत सारे लोग म्यूचुअल फंड में निवेश तो कर रहे हैं लेकिन बंपर रिटर्न नहीं ले पा रहे हैं। इसकी वजह है कि उन्हें पता नहीं है कि कम से कम कितने साल तक म्यूचुअल फंड में निवेश करना फायदेमंद या शानदार रिटर्न के लिए जरूरी है। अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं और यह पता नहीं कि कम से कम कितने साल तक सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) को जारी रखना चाहिए तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम आपको बता रहे हैं कि म्यूचुअल फंड में कितने साल के निवेश पर आप जबरदस्त रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
कम से कम तीन साल के लिए निवेश करें
WhiteOak Capital Mutual Fund की SIP Analysis Report से पता चला है कि किसी भी निवेशक को कम से कम तीन साल के लिए एसआईपी के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश करनी चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, तीन साल के निवेश पर निवेश के लिए क्या करें औसत रिटर्न 11.9% रहा। वहीं 5 साल के निवेश पर 13% का रिटर्न मिला। 8 और 10 साल तक म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों को क्रमश: 14.1% और 14.2% की दर से औसत रिटर्न मिला। वहीं, 13 तक लगातार निवेश करने वाले निवेशकों को 13.9% की दर से रिटर्न मिला। सबसे निवेश के लिए क्या करें अधिक 14.9% की दर से रिटर्न 15 साल तक निवेश करने वाले निवेशकों को मिला। इस रिपार्ट की एनालिसिस से पता चलता है कि अगर आप 15 साल तक म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आप सबसे बेहतर रिटर्न पा सकते हैं। वहीं, कम से कम तीन साल तक निवेश करना सही होगा।
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लार्ज कैप, मिड कैप या स्मैल कैप में निवेश पर ज्यादा रिटर्न?
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि लार्ज कैप में उतार- चढ़ाव का कम सामना करना पड़ता है लेकिन रिटर्न देने के मामले में सबसे बेहतर प्रदर्शन मिड कैप फंड का रहा है। नीचे दिए गए चार्ज से आप यह समझ सकते हैं।
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