ऑनलाइन प्रक्रिया:- Online Process to Transfer shares from One Demat Account to another Demat Account
डीमैट अकाउंट के नुकसान।
अक्सर डीमैट अकाउंट की बाते एक दूसरे व्यक्तियों के बीच हो रहती है इसके बहुत सारे फायदे बताये जाते है डीमैट अकाउंट के लाभ ये है वो है आज के इस लेख में हम आपको डीमैट अकाउंट के नुकसान। के बारे में जानंगे और इससे जुडी जानकारी हम लोग इसमें कवर करेंगे इसके लिए आप इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़े ताकि आपको डीमैट अकाउंट से सम्बंधित जानकारी प्राप्त हो जाये।
डीमैट अकाउंट को स्टॉक ट्रेडिंग, शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट, म्यूच्यूअल फण्ड प्लान, डिजिटल गोल्ड, खरीदने के लिए इस्तेमाल किया जाता है यहाँ से किसी स्टॉक में इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते है साथ ही Long-Term के लिए Mutual Fund Plan में भी निवेश कर सकते है और ऑनलाइन स्टॉक डीमैट खाते और ट्रेडिंग खाते के बीच का अंतर ट्रेडिंग करके अच्छे पैसे भी कमा सकते है।
डीमैट अकाउंट की आवश्यकता उन्ही लोगो को पड़ती है जो स्टॉक मार्किट में पैसा इन्वेस्ट करना चाहते है स्टॉक ट्रेडिंग करना चाहते है म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है या डिजिटल गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है और यहाँ से अच्छा मुनाफा कामना चाहते है उन्हें डीमैट ओपन करना होता है डीमैट खाता शुल्क भी देना होता है।
डीमैट अकाउंट के नुकसान।
अब आपके मन में ये सवाल ज़रूर होगा की डीमैट अकाउंट के क्या नुकसान हो सकते है क्योकि अधिकतर डीमैट अकाउंट यूजर इस पर गौर नहीं करते है यूजर यही जानते है की डीमैट अकाउंट से स्टॉक ट्रेडिंग करने में आसानी हो गयी है पहले डीमैट अकाउंट नहीं हुआ करते थे तब शेयर मार्किट में निवेश करना काफी कठिन हुआ करता था जोकि आज डीमैट अकाउंट ने उसे आसान बना दिया है एक जगह बैठकर आप शेयर मार्केट में निवेश करना शुरू कर सकते है।
जहा कई फायदे होते है वही नुकसान भी काफी होते है उसी पर हम लोग चर्चा करेंगे और जानेगे की डीमैट अकाउंट के नुकसान क्या है।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का उपयोग।
स्टॉक ट्रेडिंग वर्तमान समय मे इलेक्ट्रॉनिक हो गया है इसके लिए आपको इलेक्ट्रोनिक गैजेट का इस्तेमाल करना आना चाहिए जैसे स्मार्ट फ़ोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट, चलाने की अच्छी जानकारी होनी ज़रूरी है उसके साथ आपको शेयर चुनना पोर्टफोलिओ चेक करना टेक्निकल एनालिसिस फ़ण्डामेंट एनालिसिस करना आना ज़रूरी है।
डीमैट खाता के लाभ।
जहा डीमैट खाता के कई नुकसान है वही पर डीमैट खाते के कई फायदे भी है आइये एक नजर इस पर भी डालते है।
कुछ समय पहले शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट करना बहुत भारी काम होता था यदि आप किसी तरह से इन्वेस्टमेन्ट कर भी ले तो सेल करने में काफी टाइम लगता है ट्रांसक्शन में काफी में समय लग जाता था लेकिन अभी आप अपने स्टॉक को मिंटो डीमैट खाते और ट्रेडिंग खाते के बीच का अंतर में बेच और खरीद सकते है यह बहुत बड़ा फायदा निवेशक के लिए है।
चोरी होने के चान्सेस कम हो गए है क्योकि डीमैट अकाउंट में स्टॉक को डिजिटल रूप में प्रदर्शित किये जाते है जिसे कोई चोरी नहीं कर सकता है यदि कोई कर भी लेता है तो उसके द्वारा सेल नहीं किया जा सकता है उससे वह खुद फायदा नहीं ले सकता है इसलिए आप निश्चिन्त होकर इन्वेस्टमेंट कर सकते है।
शेयर मार्किट में आपको ज्यादा समय देनी की आवश्यकता नहीं है अब कुछ ही क्लिक में depository, participants, प्राप्त कर सकते है इसके लिए पहले काफी समय लग जाता था यह सारी सुविधाएं डीमैट खाता प्रदान करता है।
ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की तुलना
मेटा ट्रेडर 4, मेटा ट्रेडर 5 और एचएफएम प्लेटफॉर्म शक्तिशाली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं जो ट्रेडरों को वित्तीय बाजारों तक पहुंचने की अनुमति देते हैं, और HFM ने सही ट्रेडिंग वातावरण प्रदान करने के लिए प्रत्येक की सर्वोत्तम सुविधाओं का लाभ उठाना सुनिश्चित किया है।
एमटी4, एमटी5 और एचएफएम प्लेटफॉर्म के बीच अंतर के बारे में अधिक जानने के लिए, और यह तय करने के लिए कि आपके लिए कौन सा सबसे अच्छा है, नीचे दी गई तालिका पर एक नज़र डालें:
त्वरित दृश्य — HFM प्लेटफ़ॉर्म, MT4 और MT5
क्या मैं MT5 प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपने MT4 खाते पर ट्रेडिंग कर सकता हूँ?
नहीं। MT5 प्लेटफॉर्म केवल MT5 खातों के साथ काम करता है, और MT4 प्लेटफॉर्म MT4 खातों के साथ काम करता है। MT5 पर ट्रेड करने के लिए, आपको यहाँ एक MT5 खाता खोलना होगा।
क्या मैं MT5 को डेमो खाते के साथ परख सकता हूँ?
क्या मैं समानांतर में MT4 और MT5 दोनों पर ट्रेड कर सकता हूँ?
हाँ। अगर आपके पास MT4 और MT5 खाता है, तो आप दोनों प्लेटफॉर्म पर ट्रेड कर सकते हैं, बशर्ते आपने कोई भी आवश्यक डाउनलोड और इंस्टॉलेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया हो।
मेरे पास एचएफएम प्लेटफॉर्म पर एक प्रीमियम ट्रेडिंग खाता है। क्या मैं इस खाते के साथ एमटी4/एमटी5 प्लेटफॉर्म पर ट्रेड कर सकता हूं?
HFM प्रीमियम ट्रेडिंग अकाउंट भी MT5 प्लेटफॉर्म पर समर्थित है। इसका मतलब है, आप लॉग इन करने और दोनों प्लेटफॉर्म, एचएफएम प्लेटफॉर्म या एमटी5 (डेस्कटॉप, मोबाइल, वेब) पर ट्रेड करने के लिए एक ही ट्रेडिंग खाते का उपयोग कर सकते हैं।
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क़ानूनी: HF Markets (SV) Ltd को सेंट विंसेंट और ग्रेनाडाइन में पंजीकरण संख्या 22747 IBC 2015 के साथ एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कंपनी के रूप में सम्मिलित किया गया है।
डिमैट अकाउंट क्या है ? (What Is Demat Account ?)
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के लिए डिमैट अकाउंट जरूरी होता है। भारत में डिमैट अकाउंट सिस्टम 1996 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में शुरू हुई थी। डिमैट अकाउंट सिस्टम को 1996 में ही सेबी द्वारा शुरू किया गया था। डिमैट अकाउंट में आप ने खरीदे हुए शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किए जाते हैं। भारत में डिमैट अकाउंट सिस्टम आने से पहले पेपर वर्क के द्वारा शेयर को बेंचा या खरीदा जाता था। डीमैट खाते और ट्रेडिंग खाते के बीच का अंतर उसमें शेयर धारकों को शेयर सर्टिफिकेट बांटा जाता था।
डिमैट अकाउंट का पूरा नाम Dematerialisation होता है। डिमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है, जहां हमने खरीदकर होल्ड किए हुए शेयर्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में संग्रहित किया जाता है। आपने अगले कुछ सालों के लिए ख़रीदे हुए शेयर यहां पर संग्रहित होते हैं।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है ? (What Is Trading Account ?)
शेयर मार्केट में व्यापार (Trade) करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट का होना जरूरी होता है। शेयर की लेन-देन करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट जरूरी होता है। ट्रेडिंग अकाउंट आपके डिमैट अकाउंट और बैंक के बीच एक कड़ी का काम करता है। ट्रेडिंग अकाउंट आपके वित्तीय साधनों (Financial Instruments) में ट्रेड करने के लिए होता है।
यह बिलकुल संभव है।यदि आप IPO के लिए अप्लाई करते हैं, तो आवंटन (Allotment) किये हुए शेयर्स को रखने के लिए आपको केवल डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है। यदि आप इस शेयर्स को बेचना नहीं चाहते, सिर्फ Hold करते हो तो, डिमैट अकाउंट ही पर्याप्त है। यदि आप इस शेयर्स को बेचना चाहते हो तो, आपको ट्रेडिंग अकाउंट खोलना होगा।
क्या हम बिना डिमैट अकाउंट के ट्रेडिंग अकाउंट को रख सकते हैं ?
डिमैट अकाउंट की जरूरत तभी होती है, जब आप शेयर्स होल्ड कर के संग्रहीत करके रखना चाहते हैं। इसलिए अगर आप शेयर मार्केट में सिर्फ व्यापार करना चाहते हैं, तो आप फ्यूचर और ऑप्शंस करने के लिए सिर्फ एक ट्रेडिंग अकाउंट भी खोल सकते हैं। यदि आप इक्विटी में व्यापार करना चाहते हैं तो आपको डिमैट अकाउंट खोलना जरूरी होता है। सेबी के नियम आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट के साथ डिमैट अकाउंट को खोलने पर जोर देते हैं।
- पहचान का सबूत (Proof of Identity) निम्नलिखित में से कोई एक
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
- वोटर आइडेंटिटी कार्ड
- पते का प्रमाण (Proof of Address) निम्नलिखित में से कोई एक
- आधार कार्ड
- रेशन कार्ड
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- बैंक पासबुक
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्यूमेंट:
- पहचान का सबूत (Proof of Identity) निम्नलिखित में से कोई एक
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
- वोटर आईडेंटिटी कार्ड
- पते का प्रमाण (Proof of Address) निम्नलिखित में से कोई एक
- आधार कार्ड
- रेशन कार्ड
- पासपोर्ट
- वोटर आईडी कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- बैंक पासबुक
- आय का प्रमाण (Proof of Income) निम्नलिखित में से कोई एक
-
डीमैट खाते और ट्रेडिंग खाते के बीच का अंतर
- ITR (Acknowledgement Copy)
- सैलरी स्लिप
- स्टेटमेंट ऑफ डिमैट अकाउंट होल्डिंग
- करंट बैंक अकाउंट स्टेटमेंट (6 महीने तक)
- बैंक अकाउंट का प्रमाण (Proof of Bank Account)
स्टॉक मार्केट के निवेशकों के लिए बड़ी खबर, 1 जुलाई से डीमैट खातों में होगा बड़ा बदलाव, ब्रोकर्स को करना होगा ये काम
शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वालों के लिए बड़ी खबर है. कैपिटल मार्केट रेग्युलेटर सेबी (Sebi) ने कहा है कि स्टॉक ब्रोकरों के सभी डीमैट खाते (Demat Account), जो बिना टैग के हैं, उन्हें जून के अंत तक उचित रूप से टैग करने की जरूरत है. 1 जुलाई से बिना टैग वाले किसी भी डीमैट खाते में सिक्योरिटीज को जमा करने की अनुमति नहीं होगी. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक सर्कुलर में कहा, हालांकि, कॉरपोरेट कार्यों के कारण क्रेडिट की अनुमति होगी.बैंक और डीमैट खातों की टैगिंग उस उद्देश्य को दर्शाती है जिसके लिए उन बैंक/डीमैट खातों का रखरखाव किया जा रहा है और ऐसे खातों की स्टॉक एक्सचेंजों/डिपॉजिटरी को रिपोर्ट करना.
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डीमैट अकाउंट ट्रांसफर करने के कारण- Reasons to transfer Demat Account
1. आपके पास कई डीमैट खाते हो सकते हैं और आप सभी शेयरों को एक ही खाते में समेकित करना चाहेंगे।
2. यह बिल्कुल विपरीत हो सकता है: आप अलग-अलग खातों में शेयरों को अलग करना चाह सकते हैं। यह आमतौर पर सेवानिवृत्ति या बच्चों की शिक्षा या शादी जैसी लंबी अवधि की योजनाओं के लिए किया जाता है।
3. आप अपनी वर्तमान ब्रोकरेज राशि को बचाने के लिए अपने वर्तमान ब्रोकर से डिस्काउंट ब्रोकर में स्विच करना चाह सकते हैं।
4. आप अपनी ट्रेडिंग राशि को बढ़ाने के लिए दैनिक आधार पर अधिक रिपोर्ट और सुझाव प्राप्त करने के लिए एक पूर्ण सेवा दलाल के पास स्विच करना चाह सकते हैं।
हमें पहले भारत में दो राष्ट्रीय डिपॉजिटरी के आधार पर दो प्रकार के ट्रांसफर के बीच अंतर करना चाहिए: एनएसडीएल और सीडीएसएल।
1. इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: अगर ट्रांसफर डिपॉजिटरी के भीतर ही होता है, तो इसे इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर कहा जाता है।
2. इंटर-डिपॉजिटरी ट्रांसफर: यह तब मान्य होता है जब ट्रांसफर एक डिपॉजिटरी से दूसरे डिपॉजिटरी में होता है।
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