अब जब आप समझ चुके है कि आपको स्टॉक मार्केट में निवेश के लिए एक स्टॉक ब्रोकर की जरुरत है, ऐसे में जब भी आप किसी स्टॉक ब्रोकर के पास जाते है, तो स्टॉक ब्रोकर के पास आपके दो अकाउंट खोले जाते है-

क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है

सा.का.नि. (अ) - सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 (1962 का 52) की धारा 50 के साथ पठित धारा 157 के तहत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए, और शिपिंग बिल (इलेक्ट्रॉनिक इंटेग्रेटेड डेक्लेरेशन ) विनियम, 2011 का अधिक्रमण करते क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है हुए, ऐसे अधिक्रमण से पूर्व की गयी अथवा न की गयी बातों को छोड़ते हुए , केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड, एतदद्वारा, निम्नलिखित विनियम बनाता है यथा : -

(1) इन विनियमों को शिपिंग बिल (इलेक्ट्रॉनिक इंटेग्रेटेड डेक्लेरेशन एंड पेपरलेस प्रोसेसिंग) रेग्युलेशनस , 2019 कहा क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है जाएगा ।

(2)ये विनियम उन सभी सीमाशुल्क स्टेशनों से माल के होने वाले निर्यात पर लागू होंगे जहां जहां इंडियन कस्टम्स इलेक्ट्रॉनिक डाटा इंटरचेंज सिस्टम चालू है।

(3) ये विनियम सरकारी राजपत्र में अपने प्रकाशन की तिथि से लागू होंगे।

परिभाषा-

इन विनियमों में, जब तक कि संदर्भ से अन्‍यथा अभिप्रेत ना हो, - -

(क) "अधिनियम" से अभिप्राय सीमा शुल्‍क अधिनियम, 1962 (1962 का 52) से है;

(ख ) "प्राधिकृत व्यक्ति" से अभिप्राय ऐसे किसी निर्यातक या उसके द्वारा प्राधिकृत ऐसे किसी व्यक्ति से है जिसके पास कस्टम्स ब्रोकर्स लाइसेंसिंग रेग्युलेशनस, 2018 के अंतर्गत वैध लाइसेंस हो और इसमें कस्टम्स ब्रोकर का ऐसा कर्मचारी भी आएगा जिसको कस्टम्स ब्रोकर्स लाइसेंसिंग रेग्युलेशनस, 2018 के अंतर्गत फार्म जी में फोटो पहचान पत्र जारी किया गया हो;

(ग ) "इलेक्ट्रॉनिक इंटेग्रेटेड डेक्लरेशन" से अभिप्राय ऐसे ब्यौरे से है जो कि उस निर्यात माल क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है से संबंधित सिस्टम प्रवेश इंडियन कस्टम्स इलेक्ट्रॉनिक डाटा इंटरचेंज सिस्टम में होता हो;

(घ) "ICEGATE" से अभिप्राय केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के कस्टम्स ऑटोमेटेड सिस्टम से है;

प्राधिकृत व्यक्ति को क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है ईलेक्ट्रोनिक इंटेग्रेटेड डेक्लेरेशन करना होगा.

प्राधिकृत व्यक्ति को–

(क) ईलेक्ट्रोनिक इंटेग्रेटेड डेक्लेरेशन करना होगा और उसे ICEGATE पर अपना डिजिटल हस्ताक्षर करके समर्थनकारी दस्तावेजों को ICEGATE पर अपलोड करना होगा; या or

(ख) ICEGATE पर ईलेक्ट्रोनिक इंटेग्रेटेड डेक्लेरेशन करना होगा और साथ में सेवा केन्द्रों कि सहायता लेकर समर्थनकारी दस्तावेज़ भी अपलोड करना होगा।

स्पष्टीकरण. इस विनियम के उद्येश्य से, अभिव्यक्ति “डिजिटल हस्ताक्षर” का वही अभिप्राय होगा जो इसके लिए सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम, 2000 (2000 का 21) में दिया गया हो;

How to Invest In Stock Market in India,

Zerodha

ये पोस्ट आप सभी के लिए है, जो स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते है, लेकिन निवेश के पूर्व अक्सर इस सवाल में उलझ जाते है कि आखिर स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरआत कैसे करे? How to Invest In Stock Market ?

आप को इस पोस्ट को पढ़ कर बिलकुल अच्छी तरह से समझ जायेंगे की स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे किया जाता है,

Stock Market में निवेश करने के लिए आपको स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनी के स्टॉक खरीदने होंते है, और कोई भी स्टॉक खरीदने या बेचने के आप डायरेक्ट स्टॉक मार्केट में नहीं जा सकते,

आपको कोई भी शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक स्टॉक ब्रोकर की जरुरत होती है, स्टॉक ब्रोकर के माध्यम से ही आप स्टॉक मार्केट से कोई भी शेयर खरीद और बेच सकते है,स्टॉक ब्रोकर वह महत्वपूर्ण कड़ी होता है, जो इन्वेस्टर को स्टॉक मार्केट तक पहुचाता है,

POINTS TO NOTE BEFORE INVESTING IN STOCK MARKET

2. आप स्टॉक मार्केट में निवेश के पीछे के investment goals को भी समझे,

3. आप अपने स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट पे रिस्क उठाने की क्षमता को समझे

4. आप अपना खुद का investing style और strategy तैयार करे

5. आप स्टॉक का वास्तविक मूल्य Fundamental की मदद से जरुर समझे

6. आप एक ऐसा स्टॉक ब्रोकर चुने, जो कम फ़ीस में बेहतर सेवा दे

7. आप उसी कंपनी का स्टॉक ख़रीदे, जिसका बिज़नस आपको समझ आता हो,

8. स्टॉक मार्केट क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है को एक बिज़नस की तरह समझे

9. स्टॉक मार्केट में निवेश करते समय भावनाओ पर नियंत्रण रखे

10. आपने जिन स्टॉक में निवेश किया है, उन पर रेगुलर नजर रखे

11. स्टॉप लोस को समझे और उसका पालन करे

12. मनी मैनेजमेंट और रिस्क और रिवॉर्ड को समझे और उसका बेहतर इस्तेमाल करे ,

आशा है आप इस पोस्ट को पढने के बाद आप समझ पाए होंगे की स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट कैसे किया जाता है,

जबलपुर में समर्थन मूल्य में हेराफेरी: मुनाफाखोरी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में फर्जीवाड़ा; किसान ने बोई मटर, दलाल ने लिखवाई धान

दलाल किसानों से कम रेट पर फसल खरीदकर सरकार को समर्थन रेट पर बेचता था- डेमो फोटो। - Dainik Bhaskar

मध्यप्रदेश के जबलपुर में धान फर्जी तरीके से मुनाफाखोरी करने का मामला सामने आया है। क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है प्रशासन ने इस मामले में एक दलाल के खिलाफ केस दर्ज कराया है। दलाल किसानों से कम रेट में धान खरीदकर सरकार को समर्थन मूल्य पर क्या ऑनलाइन ब्रोकर वैध है बेचने का काम करता था। इसके लिए आरोपी दलाल फर्जी रजिस्ट्रेशन कराने का भी काम करता था। मामले का खुलासा तब हुआ जब प्रशासन ने वेरिफिकेशन किया।

दलाल नवंबर महीने में उन छोटे किसानों से धान खरीदना शुरू कर देता था, जिन्हें रबी बोवनी के लिए तत्काल पैसा चाहिए और सरकारी खरीदी शुरू होने तक रुक नहीं सकते। दलाल ऐसे किसानों से 1200 से 1400 रु. क्विंटल का नकद भुगतान कर सस्ता धान खरीद लेता था, फिर सरकारी खरीदी शुरू होने पर 1800 रुपए से अधिक के निर्धारित दाम बेच देता था। दलाल ने एक मृत महिला के नाम से भी सोसायटी में रजिस्ट्रेशन करा दिया था। इससे सोसायटी भी संदेह के घेरे में आ गई है।

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