उदाहरण के लिए, ऑटो विनिर्माण के लिए स्तंभ ऑटोमोबाइल के निर्माण के लिए आवश्यक संसाधनों (जैसे, स्टील, एल्यूमीनियम, प्लास्टिक, इलेक्ट्रॉनिक्स और इसी तरह की राशि) को दर्शाता है। IO मॉडल में आम तौर पर निवेश या उत्पादन के प्रति डॉलर यूनिट की आवश्यकता श्रम की मात्रा को दर्शाने वाली अलग-अलग तालिकाएँ शामिल होती हैं।

basic gross net salary kya hai

Types of Sentences in Hindi (वाक्य-विश्लेषण), Format, Examples

Types of sentences in Hindi – Vakya Vishleshan (वाक्य-विश्लेषण): इस लेख में हम वाक्य-विश्लेषण की सम्पूर्ण जानकारी हासिल करेंगे। वाक्य-विश्लेषण की परिभाषा, वाक्य के दो प्रमुख खण्ड, सरल/साधारण वाक्य का विश्लेषण, मिश्र या मिश्रित वाक्य का विश्लेषण, संयुक्त वाक्य का वाक्य विश्लेषण इन सभी के बारे में विस्तार पूर्वक जानेंगे –

  1. सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि वाक्य क्या है।
  2. एक विचार को पूर्ण रूप से प्रकट करने वाला शब्द-समूह वाक्य कहलाता है।

जैसे-
मैं दो दिन से बीमार हूँ।
इसी तरह, किसी वाक्य के विभिन्न घटकों (पदों या पदबंधों) को अलग-अलग करके उनके परस्पर संबंध को बताना वाक्य विश्लेषण कहा जाता है। इस प्रक्रिया को वाक्य विग्रह भी कहते हैं।
दूसरे शब्दों में – रचना के आधार पर बने वाक्यों को उनके अंगों सहित अलग कर उनका परस्पर आधारभूत विश्लेषण क्या है सम्बन्ध बताना वाक्य विश्लेषण कहलाता है।

सरल/साधारण वाक्य का विश्लेषण

जिस वाक्य में केवल एक ही उद्देश्य (कर्ता) और एक ही समापिका क्रिया हो, वह साधारण वाक्य कहलाता है।
जैसे –

  1. लड़का आधारभूत विश्लेषण क्या है खेलता है।
  2. इसमें ‘लड़का’ उद्देश्य है और ‘खेलता है’ विधेय।

इसमें कर्ता के साथ उसके विस्तारक विशेषण और क्रिया के साथ विस्तारक सहित कर्म एवं क्रिया-विशेषण आ सकते हैं।
जैसे –

  1. अच्छे लड़के अच्छी तरह खेलते हैं।
  2. यह भी साधारण वाक्य है।

Basic Salary Gross Salary Net Salary क्या है?

आज भी कई जगह जहां ओउटसोर्सिंग या ठेका पर काम करवाया जाता, वहां तो शायद ही किसी को अकाउंट में सैलरी दी जाती हो। मगर कानून के अनुसार अकाउंट नहीं तो चेक से सैलरी भुगतान का नियम है. अगर आपको सैलरी स्लिप नहीं देते तो आप मांग कर सकते हैं। आज इस लेख की माध्यम से हम उसी Salary Structure के अवयव (Component) की बात करने जा रहें हैं। उम्मीद करूंगा कि इसको पूरा पढ़कर लाभ उठायेंगे।

सभी नौकरी पेशा लोगों ने Salary Slip देखा ही होगा। ऊपर दिए गए सैलरी के नमूना से सैलरी Structure को समझने में आसानी होगी। इस सैलरी स्लिप से बहुत से हेड नहीं है। आजकल ठेका या आउटसोर्स वर्कर को इसी तरह का सैलरी स्लिप देने का चलन है। हम सैलरी के मुख्य सभी Components के बारे में चर्चा करेंगे, तो आइये एक-एक कर जानते हैं।

‘वेतन’ का मतलब क्या है? (What does ‘Salary’ Mean?)

हम Salary (वेतन) उस राशि को कहते है जो किसी भी कंपनी द्वारा उसके कर्मचारी को काम के बदले दिया जाता है। इस वेतन की राशि में सैलरी के सारे Components मौजूए होते हैं। कम्पनी अपने इंटरव्यू और टेस्ट के माध्यम से आधारभूत विश्लेषण क्या है अलग-अलग पद के लिए योग्यता के अनुसार कर्मचारियों की नियुक्ति करता है। इसके साथ ही उनको उनके काम और योग्यता के आधार पर तय राशि सैलरी के रूप में देता है।

Salary शब्द लैटिन शब्द ‘Salarium’ से उत्पन्न हुआ है। पहले रोमन सैनिक को उनके काम के बदले नमक दिया जाता था।मगर जब अधिकारियों को नमक के परिवहन और संरक्षित करने में दिक्कत आने लगी तो वो वस्तु के बदले पैसे की पेशकश करने लगे। काम के बदले प्राप्त धन को ‘Salarium’ या नमक-धन के रूप में संदर्भित किया गया। जिसे आधुनिक अंग्रेजी में ‘वेतन’ के रूप में जाना जाने लगा।

बेसिक सैलरी यानी मूल वेतन क्या है? (What is Basic Salary)

आपकी असली आय मूल वेतन (Basic Salary) ही है। यह वह वेतन है जो किसी भी कर्मचारी को उसके योग्यता और काम के आधार पर कम्पनी द्वारा दिया जाता है। दूसरे शब्दों में बेसिक वेतन एक नियत राशि है जो किसी भी कम्पनी द्वारा कर्मचारियों द्वारा किये गए कार्य के लिए भुगतान किया जाता है। Basic Salary कम्पनी द्वारा दिए गए बोनस, लाभ या किसी भी अन्य मुआवजे में शामिल नहीं है।

मूल वेतन (Basic Salary) कम्पनी द्वारा दिए गए बोनस, लाभ या किसी भी अन्य मुआवजे में शामिल नहीं होता है। बेसिक वेतन सालाना इंक्रीमेंट देकर कई कंपनियों द्वारा बढ़ाया भी जाता है मगर ऐसा जरुरी नहीं है। कोई भी कम्पनी अपने एम्प्लाइज को पद के अनुरूप ही वेतन या बेसिक वेतन तय करती है। अब जैसा कि नाम से पता चलता है, Basic Salary (बेसिक वेतन) एक कर्मचारी का मूल वेतन ही है। विशेषज्ञों के अनुसार, मूल वेतन उद्योग के प्रकार के अनुसार अलग-अलग होता है। ऊपर के सैलरी स्लिप में एम्प्लोयी का बेसिक सैलरी यानी मूल वेतन 18,000 मासिक दिखाया गया है।

आर्थिक प्रभाव के तीन प्रकार

IO मॉडल तीन प्रकार के प्रभाव का अनुमान लगाते हैं: प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष और प्रेरित। ये शब्द प्रारंभिक, द्वितीयक, और तृतीयक को संदर्भित करने का एक और तरीका है जो किसी दिए गए इनपुट स्तर में परिवर्तन किए जाने पर पूरी अर्थव्यवस्था में तरंगित करता है। IO मॉडल का उपयोग करके, अर्थशास्त्री एक या अधिक विशिष्ट उद्योगों में इनपुट में बदलाव के कारण उद्योगों में उत्पादन में बदलाव का अनुमान लगा सकते हैं।

  • आर्थिक आघात का प्रत्यक्ष प्रभाव व्यय में प्रारंभिक परिवर्तन है। उदाहरण के लिए, एक पुल के निर्माण में सीमेंट, स्टील, निर्माण उपकरण, श्रम और आधारभूत विश्लेषण क्या है अन्य इनपुट पर खर्च करने की आवश्यकता होती है।
  • अप्रत्यक्ष, या माध्यमिक, प्रभाव मांग को पूरा करने के लिए काम पर रखने वाले इनपुट के आपूर्तिकर्ताओं के कारण होगा।
  • प्रेरित, या तृतीयक, प्रभाव व्यक्तिगत उपभोग के लिए अधिक सामान और सेवाओं की खरीद करने वाले आपूर्तिकर्ताओं के श्रमिकों के परिणामस्वरूप होगा । इस विश्लेषण को रिवर्स में भी चलाया जा सकता है, यह देखते हुए कि इनपुट पर क्या प्रभाव संभावित रूप से आउटपुट में मनाया परिवर्तनों का कारण था।

इनपुट-आउटपुट विश्लेषण का उदाहरण

यहाँ एक उदाहरण है कि IO विश्लेषण कैसे काम करता है। एक स्थानीय सरकार आधारभूत विश्लेषण क्या है एक नया पुल बनाना चाहती है और निवेश की लागत को उचित ठहराने की जरूरत है। ऐसा करने के लिए, यह एक अर्थशास्त्री को IO अध्ययन करने के लिए काम पर रखता है।

अर्थशास्त्री यह अनुमान लगाने के लिए इंजीनियरों और निर्माण कंपनियों से बात करता है कि पुल की लागत कितनी होगी, आपूर्ति की आवश्यकता होगी और निर्माण कंपनी द्वारा कितने श्रमिकों को काम पर रखा जाएगा।

अर्थशास्त्री इस जानकारी को डॉलर के आंकड़ों में परिवर्तित करता है और एक IO मॉडल के माध्यम से नंबर चलाता है, जो तीन स्तरों के प्रभाव पैदा करता है। प्रत्यक्ष प्रभाव बस मॉडल में डाली गई मूल संख्या है, उदाहरण के लिए, कच्चे आदानों (सीमेंट, स्टील, आदि) का मूल्य।

अप्रत्यक्ष प्रभाव आपूर्ति कंपनियों द्वारा बनाई गई नौकरियों, इसलिए सीमेंट और स्टील कंपनियां हैं। इन कंपनियों को परियोजना को पूरा करने के लिए श्रमिकों को नियुक्त करने की आवश्यकता है। उनके पास ऐसा करने के लिए या तो धनराशि है या ऐसा करने के लिए धन उधार लेना होगा, जिसका बैंकों पर एक और प्रभाव पड़ेगा।

Contractual staff with salary

G20

Ans: The monthly payment towards the contractual teachers and the pro rata payment to the teachers may be regulated as follows.

आधारभूत विश्लेषण क्या है
SI. No Designation Station Consolidated Pay
1 PGT All Subject Normal Rs. 27500/-
2 Hard Rs. 32500/-
3 Very Hard Rs. 35000/-
4 TGT All Subject Normal Rs. 26250/-
5 Hard Rs. 31250/-
6 Very Hard Rs. 33750/-
7 PRT Normal Rs.2,1250/-
8 Hard Rs. 26250/-
9 Very Hard Rs. 28750/-
10 Computer Instructor (Teaching in classes Ill to V) Normal Rs. 21250/-
11 Hard Rs. 26250/-
12 . Very Hard Rs. 28750/-
13 Computer Instructor (teaching classes VI onwards) Normal Rs. 26250/-
14 Hard Rs. 31250/-
15 Very Hard Rs. 33750/-
16 Vocational Instructor for craft/dance musk/art/sports etc. Normal Rs. 21250/-
17 HardRs. 26250/-
18 Very Hard Rs. 28750/-
19 Spoken English Teacher Normal Rs.18750/-
20 Hard Rs. 23750/-
21 Very Hard Rs. 26250/-

Basic Salary (मूल वेतन) की गणना कैसे करें?

अगर आप अपने सैलरी स्लिप (वेतन पर्ची) में देखेंगे तो आपको दो कॉलम मिलेंगे। एक Payment तो दूसरा Deduction. इसमें Payment का मतलब कम्पनी से जो राशि आपके लिए तय की गई है और Deduction का मतलब, आपके पेमेंट से की गई कटौती जैसे पीएफ, ईएसआई, टैक्स इत्यादि है।

आपके वेतन के Payment ऑप्शन में मुख्य रूप से तीन मद होते हैं-

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1. मूल वेतन (Basic Pay)
2. ग्रेड वेतन (Grade Pay)
3. महंगाई भत्ता (D.A.)

मगर इसके आलावा वेतन में कुछ अतिरिक्त मद भी शामिल हो सकते हैं –

6. विकलांग भत्ता ( Handicapped Allowance) ( निशक्त कर्मचारियों के लिए )
7. Etc.Basic Salary आपके Monthly CTC के लगभग 30-40% हो सकता है.

ऊपर जो उदहारण के लिए जो सैलरी स्लिप दिया है। उसमें Basic में ही DA (महंगाई भत्ता) जोड़ा हुआ है।

आपके वेतन से DA और HRA का फार्मूला –

Basic Salary और Gross Salary में क्या अंतर है?

Basic Salary किसी कम्पनी या नियोक्ता द्वारा कर्मचारी को दिया गया वह वेतन दर है। जिसमे ओवरटाइम या किसी भी अन्य प्रकार का अतिरिक्त क्षतिपूर्ति राशि शामिल नहीं है। जबकि Gross Salary (सकल वेतन) कर्मचारी के हरेक तरह के कर या अन्य कटौती से पहले की राशि आधारभूत विश्लेषण क्या है है और इसमें ओवरटाइम वेतन और बोनस शामिल है। उदाहरण के लिए अगर किसी कर्मचारी का के पास रुपये का Gross Salary (सकल वेतन) 40,000 है। जिसमे उसका Basic Pay (बुनियादी वेतन) 18,000 रुपये है। इसमें उसको अन्य भत्तों जैसे हाउस किराया भत्ता, वाहन,के अतिरिक्त 18,000 रुपये का वेतन मिलेगा।

Net Salary/ In hand Salary क्या है?

कर्मचारी के Gross Salary (सकल वेतन) से पीएफ, ईएसआई, टेक्स व् अन्य वैधानिक कटौती के बाद जो शुद्ध वेतन शेष बचता है। उनको ही Net Salary/ In hand Salary कहते हैं। Net Salary ही कर्मचारी का Take Home Salary है। जो कि कम्पनी द्वारा हर महीने कर्मचारी के अकाउंट में क्रेडिट किया जाता है।

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