मृदा नमी संकेतक यंत्र का क्या है फायदा?

rsi indicator in hindi / rsi indicator kya hota hai

Soil Moisture Indicator: खेत को कब और कितनी सिंचाई की जरूरत? बताएगा ये यंत्र, कीमत मात्र 1500 रुपये

Soil moisture indicator

  • नई दिल्ली,
  • 02 अगस्त 2021,
  • (अपडेटेड 02 अगस्त 2021, 1:08 PM IST)
  • खेतों में नमी की जानकारी देगा ये यंत्र
  • Indicators के फायदे
  • इस यंत्र की कीमत मात्र 1500 रुपये

किसान फसलों की सिंचाई (Crop Irrigation) और खेती में पानी की मात्रा को लेकर अक्सर संशय में रहते हैं. जागरूकता की कमी की वजह से कई बार फसलों की देखभाल सही तरीके से नहीं कर पाते तो कभी कम सिंचाई (Irrigation) की वजह से फसल का उत्पादन इतना अच्छा नहीं हो पाता है, जितने की उम्मीद रहती है. कई बार ऐसा भी होता है कि पानी की अधिक मात्रा और ज्यादा सिंचाई की वजह से खेतों में ही फसल सड़ जाती है.

क्या आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही दुनिया? अर्थव्यवस्था Indicators के फायदे की चाल बताने वाले ये पांच इंडिकेटर्स कर रहे इशारा

Edited by: Alok Kumar @alocksone
Updated on: May 19, 2022 15:11 IST

Economic Slowdown- India TV Hindi

Photo:INDIA TV

Economic Slowdown: क्या एक बार फिर से दुनिया आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है? दुनियाभर के देशों में आसमान छूती महंगाई, कच्चे तेल में उबाल, जरूरी समानों की सुस्त मांग, बढ़ता वैश्विक तनाव और महंगा होता कर्ज तो कुछ इसी ओर इशारा कर रहे हैं। हाल के दिनों में जिस तरह से महंगाई ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में लिया है और उससे विकास की रफ्तार धीमी हुई यह अच्छे संकेत तो नहीं हो सकते। हमारे अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के आर्थिक हालात किसी से छिपे नहीं हैं। श्रीलंका दिवालिया हो गया है और पाकिस्तान उसी के रास्ते पर है। अर्थशास्त्रियों की माने तो कोरोना ने 2008 की आर्थिक मंदी से बुरे हालात पैदा कर दिए हैं। ऐसे में समय रहते अगर चेता नहीं गया तो इसके गंभीर परिणाम उठाने होंगे। भाारत भी इससे अछूता नहीं रहेगा। हालात, यहां भी बहुत अच्छे नहीं है।

कोरोना से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्था की चूलें ढीली, इसलिए सुस्ती के संकेत

Economic Slowdown1

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Economic Slowdown2

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rsi indicator कैसे काम करता है

rsi indicator ० ते १०० के बिच में ट्रेंड दिखने के कारन ये कभी ० के निचे और १०० के ऊपर नही जाता। इसके में तीन स्तर होते है। जैसे की ३०,५०,और ७० ये इसके महत्वपूर्ण स्तर है। इनका मतलब होता है की। अगर rsi अगर ५० से १०० के बिच है मतलब स्टॉक का मोमेंटम अभी पॉजिटिव यानि की बुलिश है। और अगर rsi का स्तर ० से लेकर ५० के बिच होता है तो इसका मतलब स्टॉक का मोमेंटम नेगेटिव यानि की बेयरिश है।

rsi indicaor १४ दिनों का average निकाल के आपको स्टॉक की strength बताता है। हलाकि हम उसका average चेंज भी कर सकते है। जाइए की हम 20 दिनों का भी average निकल सकते है। या आप अपने हिसाब से इसका average निकल सकते है। लेकिन डिफ़ॉल्ट १४ दिनों का average निकलने ये सही होता है। ये इंडिकेटर ज्यादातर technical analysis में इस्तेमाल किया जाता है।

अगर rsi ५० के ऊपर जा रहा है इसका मतलब शेयर में तेजी आने की संभवना होती है। या स्टॉक की प्राइज भी ऊपर जाने लगाती है। लेकिन अगर rsi ५०के निचे अपना ट्रेंड बना रहा होता है ,यानि की शेयर में बिकवाली होना शुरू हुआ है ,यानि स्टॉक निचे जाने की संभावना होती है।

RSI indicator के फायदे

ये एक मोमेंटम indicator होने के कारन ये आपको स्टॉक के चार्ट का मोमेंटम बताता है। और अगर मार्केटover bought (औसत से ज्यादा खरीद ) हे तो ये आपको outbought का सिग्नल पहले ही दे देता है। इससे आप पहल की स्टॉक का रिवर्सल पता करके के स्टॉक में short selling भी कर सकते है। आपको अच्छ मुनाफा कमाने का मौका ये इंडिकेटर देता है।

और अगर मार्केट over sold यानि की औसत से ज्यादा बिकवाली स्टॉक में है तो ये इंडिकेटर आपको over sold का सिग्नल पहले ही दे देता है। और ऐसा मन जाता है की स्टॉक जब भी over bought होता है। या फिर over sold होता है। तो मार्केट में रिवर्सल जरूर आता है। तो इसी रिवर्सल को पहलेही पहनके आप इसमें अच्छा मुनाफा काम सकते है।

निष्कर्ष

rsi indicator एक ऐसा इंडिकेटर हे जो आपको मार्किट की ताकत बुलिश है या फिर बेयरिश है ये दर्शाता है। फिर उसके हिसाब से आप अपना ट्रेड ले सकते है। लेकिन इसे समझने के लिए आपको इसे candle stick chart पर लगाना जरुरी है। उससे ही आपको इसका अंदाजा हो जायेगा की ये काम कैसे करता है।

क्या आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही दुनिया? अर्थव्यवस्था की चाल बताने वाले ये पांच इंडिकेटर्स कर रहे इशारा

Edited by: Alok Kumar @alocksone
Updated on: May 19, 2022 15:11 IST

Economic Slowdown- India TV Hindi

Photo:INDIA TV

Economic Slowdown: क्या एक बार फिर से दुनिया आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रही है? दुनियाभर के देशों में आसमान छूती महंगाई, कच्चे तेल में उबाल, जरूरी समानों की सुस्त मांग, बढ़ता वैश्विक तनाव और महंगा होता कर्ज तो कुछ इसी ओर इशारा कर रहे हैं। हाल के दिनों में जिस तरह से महंगाई ने पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में लिया है और उससे विकास की रफ्तार धीमी हुई यह अच्छे संकेत तो नहीं हो सकते। हमारे अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के आर्थिक हालात किसी से छिपे नहीं हैं। श्रीलंका दिवालिया हो गया है और पाकिस्तान उसी के रास्ते पर है। अर्थशास्त्रियों की माने तो कोरोना ने 2008 की आर्थिक मंदी से बुरे हालात पैदा कर दिए हैं। ऐसे में समय रहते अगर चेता नहीं गया तो इसके गंभीर परिणाम उठाने होंगे। भाारत भी इससे अछूता नहीं रहेगा। हालात, यहां भी बहुत अच्छे नहीं है।

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Economic Slowdown1

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Soil Moisture Indicator: खेत को कब और कितनी सिंचाई की जरूरत? बताएगा ये यंत्र, कीमत मात्र 1500 रुपये

Soil moisture indicator

  • नई दिल्ली,
  • 02 अगस्त 2021,
  • (अपडेटेड 02 अगस्त 2021, 1:08 PM IST)
  • खेतों में नमी की जानकारी देगा ये यंत्र
  • इस यंत्र की कीमत मात्र 1500 रुपये

किसान फसलों की सिंचाई (Crop Irrigation) और खेती में पानी की मात्रा को लेकर अक्सर संशय में रहते हैं. जागरूकता की कमी की वजह से कई बार फसलों की देखभाल सही तरीके से नहीं कर पाते तो कभी कम Indicators के फायदे सिंचाई (Irrigation) की वजह से फसल का उत्पादन इतना अच्छा नहीं हो पाता है, जितने की उम्मीद रहती है. कई बार ऐसा भी होता है कि पानी की अधिक मात्रा और ज्यादा सिंचाई की वजह से खेतों में ही फसल सड़ जाती है.

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