अब जब आपको मुहूर्त ट्रेडिंग की बुनियादी समझ हो गई है, तो आइए निवेश के इस उपयोगी समय के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें।
सेवाएं शोध एवं विश्लेषण
एक्ज़िम बैंक का शोध एवं विश्लेषण समूह अनुभवी अर्थशास्त्रियों और रणनीतिकारों की एक टीम से मिलकर बना है| यह टीम गुणात्मक और मात्रात्मक शोध तकनीकों के जरिए अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र, व्यापार और निवेश की गहरी समझ रखती है| यह समूह वैश्विक और घरेलू अर्थव्यवस्थाओं के ट्रेंड पर कुशलतापूर्वक निगाह रखता है और विश्लेषण करता है कि भारतीय और दूसरी विकासशील अर्थव्यवस्थाओं पर इसका क्या असर पड़ेगा| यह समूह बैंक के साथ-साथ भारत सरकार, भारतीय रिज़र्व बैंक, निर्यातकों/आयातकों, व्यापार व उद्योग संघों, बाह्य ऋण प्रदाता एजेंसियों, शैक्षिक संस्थानों और शोधकर्ताओं के संपर्क में रहता है|
समूह भारत के अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाने के लिए संभावनाएं तलाशता है| इसके लिए मुख्य रूप से क्षेत्रवार, उद्योग खंडवार और नीति संबंधी अध्ययन निवेश विश्लेषण करना किए जाते हैं| फिर इन्हें प्रासंगिक आलेखों (ओकेज़नल पेपर), कार्यकारी आलेखों (वर्किंग पेपर) और पुस्तक आदि के रूप में प्रकाशित किया जाता है|
समूह निम्न उद्देश्यों से विभिन्न देशों की प्रोफाइल भी तैयार निवेश विश्लेषण करना करता है,
उस देश की आर्थिक, राजनीतिक, मौद्रिक और ऋण जोखिम स्थिति के विश्लेषण के लिए
संबंधित देश में निर्यात के अवसर तलाशने के लिए
किसी देश की अल्पावधि या मध्यावधि में आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए
देशों के साथ कारोबार में आर्थिक जोखिमों पता लगाने के लिए
इसके अलावा, समूह ऐसे देशों के लिए एक्सपोज़र (ऋण) सीमा भी तय करता है, जिनके साथ बैंक कारोबार करना निवेश विश्लेषण करना चाहता है| साथ ही बैंक के व्यापार एक्सपोजर के लिए इन देशों के प्रमुख उद्योगों में हो रहे विकास पर भी नजर रखता है।
बैंक कंपनियों के विशेष आग्रह पर किसी देश में खास उस कंपनी के लिए बाजार की संभावनाओं, मार्केटिंग के तमाम पहलुओं और वितरण चैनलों पर केंद्रित शोध भी करता है| शोध के आधार पर उन कंपनियों को निर्यात बाजार में कदम रखने की योजना बनाने में भी सहयोग करता है| भारतीय व्यापारियों और निवेशकों को ताजातरीन जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से समूह नियमित रूप से विभिन्न बुलेटिन प्रकाशित करता रहता है| इसमें निर्यात अवसरों और भारतीय निर्यात से हुए विकास के प्रमुख बिंदुओं की सूचना होती है| ये प्रकाशन निम्नलिखित हैं :-
'एक्ज़िमिअस निर्यात लाभ' – तिमाही बुलेटिन
इस न्यूज़लेटर के जरिए क्षेत्रीय और उद्योग जगत की स्थिति, बैंक की गतिविधियां, बहुपक्षीय निधिक परियोजनाओं में अवसरों की जानकारी प्रदान की जाती है| साथ ही इसमें भारतीय कंपनियों द्वारा प्राप्त की गई संविदाओं, कारोबार के लिए चुनिंदा देशों और मुद्राओं की समीक्षा सहित तिमाही के घटनाक्रम भी होते हैं। यह एक नि:शुल्क प्रकाशन है, जिसे शोधार्थियों, अर्थशास्त्रियों, संस्थानों, भारत सरकार के कार्यालयों और निर्यात को बढ़ावा देने वाले संगठनों को वितरित किया जाता है|
यह न्यूज़लेटर भारतीय कृषि व्यवसाय से जुड़े लोगों को वैश्विक कृषि-पर्यावरण और बाजारों के साथ भारतीय कृषि व्यवसाय के संबंध में नवीनतम सूचनाएं प्रदान करता है| इसमें कृषि-जिंसों, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, कृषि व्यवसाय के भावी क्षेत्रों, कृषि व्यापार और व्यापार नीतियों, अंतरराष्ट्रीय व्यापार में विनियामक मुद्दों, विश्व निवेश विश्लेषण करना व्यापार संगठन, सरकारी योजनाओं और सहायता, नवीनतम अंतरराष्ट्रीय समाचार और भारत से कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बैंक की गतिविधियों से संबंधित मुद्दों पर शोध रिपोर्ट होती हैं| यह अंग्रेजी, हिन्दी और दस क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित किया जाता है, जिनमें असमी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, मलयालम, उड़िया, पंजाबी, तमिल, और तेलुगु शामिल हैं|
किसे कहते हैं आईपीओ, कैसे होता है निवेश, किन बातों का रखें का ध्यान, जानिए यहां
कोविड -19 महामारी के प्रभाव के बावजूद, ऐसा लगता है कि देश में इस साल रिकॉर्ड संख्या में आईपीओ आएंगे। (Photo By Financial Express Archive)
इस मानसून भारत में आईपीओ की बारिश हो रही है। पिछले सात महीनों में 40 आईपीओ पहले ही आ चुके हैं। वहीं कई आईपीओ कतार में लगे हुए हैं। जबकि पूरे 2020 में 33 और 2019 में 49 आईपीओ आए थे। कोविड -19 महामारी के प्रभाव के बावजूद, ऐसा लगता है कि देश में इस साल रिकॉर्ड संख्या में आईपीओ आएंगे। जिससे निवेशकों को भी कमाई करने का भरपूर मौका मिलेगा। पहले यह समझना काफी जरूरी है कि आखिर आईपीओ है क्या और यह काम कैसे करता है। साथ ही निवेशकों को आईपीओ में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना काफी जरूरी है।
Mutual Funds स्कीम में निवेश से पहले रखे इन 4 बातों का ख्याल, मिलेगा बंपर रिटर्न
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: August 09, 2022 13:28 IST
Photo:INDIA TV Mutual Funds
Highlights
- किसी भी म्यूचुअल फंड को समझने के लिए उस फंड के पिछले दो-तीन साल के प्रदर्शन को देखें
- म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले उसका पोर्टफोलियो चेक जरूर करें
- बड़े ब्रांड के नाम पर म्यूचुअल फंड में निवेश एक मात्र मापदंड नहीं होना चाहिए
Mutual Funds में किए हुए निवेश पर बैंक एफडी और पोस्टल स्कीम से ज्यादा रिटर्न मिलता है। इसके चलते निवेशकों का रुझान तेजी से म्यूचुअल फंड स्कीम की ओर बढ़ा है। लेकिन, ऐसा नहीं है कि सभी निवेशकों को मोटा रिटर्न ही मिला है। बिना सोचे-समझे किए निवेश विश्लेषण करना हुए निवेश पर उम्मीद के अनुरूप रिटर्न नहीं मिलता है और अक्सर घाटा भी उठाना पड़ा है। एक्सपर्ट का कहाना है कि इसकी वजह निवेशक को फंड के बारे में सही जानकारी नहीं होना है। हम आज आपको बता रहा है कि किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले निवेशकों को किन-किन बातों की जानकारी जरूर लेनी चाहिए।
1. फंड का पिछला प्रदर्शन देखें
किसी भी म्यूचुअल फंड को समझने के लिए उस फंड के पिछले दो-तीन साल के प्रदर्शन को देखें। हालांकि, पिछला प्रदर्शन भविष्य के प्रदर्शन का आधार नहीं हो सकता है। लेकिन, इससे आपको यह पता चल जाएगा कि यह फंड कैसा प्रदर्शन कर रहा है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई फंड तीन साल से मार्केट में है और उसमें 10,000 रुपए का निवेश किया गया है तो यह देखना होगा कि आज के समय में 10,000 रुपए की वैल्यू क्या है और उस पर कितना फीसदी रिटर्न साल दर साल मिला है।
पोर्टफोलिओ निवेशक म्यूचुअल फंड में इसलिए निवेश करता है कि इसमें शेयर मार्केट से कम रिस्क होता है। शेयर मार्केट में कोई निवेशक खुद से शेयर का चुनाव करने में असमर्थ होता है, जबकि म्यूचुअल फंड का चुनाव वह कर सकता है। इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले उसका पोर्टफोलियो चेक करना बहुत जरूरी होता है। अगर, आप डेट फंड में निवेश करते हैं तो उसका क्रेडिट प्रोफाइल जरूर चेक कर लें।
3. एक्सपेन्सेज रेशियो को जरूर चेक करें
म्यूचुअल फंड में निवेश से पहले एक्सपेन्सेज रेशियो को जरूर चेक करें। अगर, डेट फंड में निवेश करने जा रहे हो तो एक्सपेन्स रेशियो देखना अनिवार्य हो जाता है। अगर डेट फंड में एक्सपेन्स रेशियो कम है तो इसमें निवेश करना ज्यादा फायदेमंद होगा। इसके साथ ही फंड का कार्पस भी चेक करें। कार्पस में तेजी से गिरना भी खतरे की घंटी होता है।
कभी भी बड़े ब्रांड के नाम पर म्यूचुअल फंड में निवेश एक मात्र मापदंड नहीं होना चाहिए। किसी भी म्यूचुअल फंड में निवेश से निवेश विश्लेषण करना पहले उसके विषय में रिसर्च और डेटा विश्लेषण करना चाहिए। व्यक्तिगत सुझाव, विज्ञापन और ब्रांड नामों निवेश विश्लेषण करना को ज्यादा महत्व न दें। निवेश करने से पहले फंड का ट्रैक रिकॉर्ड देखें और फिर निवेश करने का फैसला करें।
मुहूर्त ट्रेडिंग भाग्यशाली क्यों है?
इस ट्रेडिंग सेशन को भाग्यशाली माना जाता निवेश विश्लेषण करना है क्योंकि देश भर के निवेशक इस एक घंटे की अवधि में, दीवाली जैसे त्योहार के दौरान पैसा निवेश करने की आस्था से प्रेरित होते हैं। यह बहुत समय पहले हि एक परंपरा बन गई थी क्योंकि व्यापारी धन की देवी लक्ष्मी जी को अपनी शुभकामनाएं देकर एक नए सेशन की शुरुआत करते थे।
मुहूर्त ट्रेडिंग तब होती है जब लोग दीवाली के दिन सामूहिक सद्भावना साझा करने के लिए एक साथ आते हैं। शेयर बाजार में नए खिलाड़ी धमाकेदार एंट्री करते हैं। हर निवेशक की निगाहें बाजार में होने वाले घटनाक्रम पर होती हैं, एक् उम्मीद में कि इस दौरान निवेश करने से उन्हें मुनाफा होगा। हालांकि, हमेशा की तरह, आपको निवेश करते समय सावधान रहना चाहिए। दीवाली के रुझानों का आँख बंद करके पालन करने के बजाय, जो कि केवल अटकलें हो सकती हैं, अपना शोध करना और उसके अनुसार निवेश करना सबसे बेहतर होता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग में अपनी निवेश यात्रा कैसे शुरू करें?
आरंभ करने में आपकी सहायता करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
चरण 1: एक डीमैट खाता खोलें। यह आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से संग्रहीत करता है।
चरण 2: अपने बैंक खाते से अपने डीमैट खाते में धनराशि जोड़ें।
चरण 3: जिन शेयरों में आप निवेश करना चाहते हैं, उन पर थोड़ा शोध करें। इसमें स्टॉक की अतीत की कीमतों को देखना, कंपनी के निवेश विश्लेषण करना वित्तीय विवरणों का विश्लेषण करना, तुलना करना और बहुत कुछ शामिल होता है। इस तक आसान पहुंच के लिए, आप टिकरटेप पर जा सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों को चुनें ताकि वे लंबे समय में बाजार में गिरावट का सामना कर सकें और अच्छा रिटर्न दे सकें।
चरण 4: अपने शोध के बाद, आप शेयरों में निवेश शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले कुछ् ध्यान रखने योग्य बातें
ट्रेडिंग से पहले कुछ पहलुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए, जो इस प्रकार हैं:
- सभी खुली पोजीशनें सेशन के अंत में सेटलमेंट ऑब्लिगेशन (Settlement Obligations) के रूप में होंगी।
- मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के लिए, बाजार केवल एक घंटे के लिए खुला रहेगा।
- इस सेशन के दौरान बाजार अस्थिर हो सकता है इसिलिये बाजार पर नजर रखें ताकि आप समझदारी से निर्णय ले सकें।
- लंबी अवधि के लिए किसी शेयर में निवेश करने से पहले सुनिश्चित करें कि आप कंपनी के मूल सिद्धांतों पर बरकरार हैं। पिछले मुहूर्त ट्रेडिंग सेशनों में यह देखा गया है कि सेशन के दौरान उत्साह के कारण अफवाहें तेजी से फैलती हैं।
- यदि आप बाजार में उतार-चढ़ाव को भुनाने की योजना बना रहे हैं, तो ऐसे शेयरों का चयन करना सुनिश्चित करें, जिनमें ट्रेडिंग वॉल्यूम अच्छा हो।
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