Pips या Tick– पेयर्स में प्राइस की सबसे छोटी movment को pip या tick कहते है। भारत में 1 Pip = 0.0025 होता है।
आपके क्रिप्टो एसेन्ट के लिए टूल्स
AscendEX निवेश क्रिप्टो में पैर जमाने का एक आसान, सुरक्षित तरीका है। 0% फीस के साथ Bitcoin, Ethereum और Dogecoin जैसी क्रिप्टोकरंसी खरीदें या मुख्यधारा में आने से पहले नए क्रिप्टो में इन्वेस्ट करके अपने पोर्टफोलियो को अगले स्तर तक ले जाएं।
अपने पैसों को काम पर लगाना बहुत अच्छा है, लेकिन अपने पैसे को काम में लाना और भी बेहतर है। AscendEX से मार्जिन ट्रेडिंग के साथ ज्यादा एडवांस्ड रणनीतियों के लिए ग्रेजुएट होने से पहले बेसिक्स पर स्विंग ट्रेड करें। हाई रिस्क वाले सपनों को हाई रिवॉर्ड वाली सच्चाईयों में बदलने के लिए $100 से 800,500 मूल्य की बाइंग पावर को लेवरेज करें।
Forex Trading Kya होती Hai ? हिंदी में जाने
आइए दोस्तो! क्या आप फॉरेक्स मार्केट या Forex Trading के बारे में जानना चाहते तो आप सही पोस्ट पर आए है और मैं खुद एक ट्रेडर हूं इसके बारे में आप को बेहतर तरीके से बता सकता हु। आइए जानते इस दुनिया की सबसे बड़ी मार्केट बारे में।
फॉरेक्स पेयर ट्रेडिंग क्या है? क्या अर्थ होता है = foreion+exchange इस मार्केट में एक करेंसी को दूसरी करेंसी में बदला जाता है। यह दुनिया को सबसे बड़ी मार्केट है इसका रोज का लेनदेन 5 या 6 ट्रिलियन का होता है। यह 24×5 खुली रहती है और Suterday,Sunday बंद रहती है।
Forex Trading क्या होती है – FOREX TRADING IN HINDI
जिस तरह से लोग शेयर मार्केट में Profit यानी पेयर ट्रेडिंग क्या है? पैसा कमाने के लिए शेयरों की खरीदी बेचा करते है। इसी तरह इस forex market में किसी करेंसी को कम दाम में खरीद कर ज्यादा दाम में बेचने को ही फॉरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है। जिस तरह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने पर high या medium रिस्क होता है। इस मार्केट में ट्रेडिंग करने पर medium या low रिस्क होता है। इसमें ट्रेड करने पर मार्जिन काम देना पड़ता है। आगे हम मार्जिन और जो भी फॉरेक्स मार्केट में concept है उसको पेयर ट्रेडिंग क्या है? जानेंगे।
भारत में यह दो तरीके से हो सकती है
- इंडियन ब्रोकर अकाउंट जैसे – Zerodha,Upstox Etc.
- International ब्रोकर अकाउंट जैसे – Octafx, Exness,Tickmill Etc.
फॉरेक्स मार्केट को इफेक्ट करने वाले कारक
USD/INR का प्राइस कम को एप्रीसिएशन कहते है और प्राइस बढ़ने को डिप्रीशिएशन कहते है। प्राइस कम होने का मतलब है भारतीय रुपया मजबूत होता है।जब प्राइस बढ़ता है तो भारतीय रुपया कमजोर होता है।
- इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) – जब महगाई की दर यानी महंगाई कम होती है तब INR एप्रीसिएशन होता है
- इंटरेस्ट रेट्स (ब्याज दर) – जब rbi रेट्स बढ़ाता है तब भी INR एप्रीसिएशन होता है।
- RBI का USD/INR का बेचना – जब INR का प्राइस बढ़ने लगता है।इससे एक्सपोर्ट व इंपोर्ट करने में परेशानी होने लगती है तो RBI USD/INR बेचने लगता है इससे मार्केट स्थिर हो जाता है और एप्रेशियट होने लगता है।
- निर्यात – जब एक्सपोर्ट या निर्यात बढ़ने लगता है।तब INR एप्रीसिएशन होता है।
- राजनीतिक स्थिरता – भारत में जब सरकार बार – बार नही बदलती है और एक सरकार पूरे पांच साल तक रहती है तो भी INR एप्रीसिएशन होता है
- करेंट अकाउंट डेफिसिट – करेंट अकाउंट डेफिसिट होता है तो भी INR का प्राइस कम होने लगता है
Forex Trading में जरुरी टिप्स
- ट्रेडिंग करने के लिए सबसे जरूरी है सही ब्रोकर को चुनना।कुछ ब्रोकर hidden चार्जेस लेने लगते है।
- ट्रेडिंग करते समय जरूरी है आप इमोशन पर काबू करे नही तो ट्रेडिंग आपकी दुश्मन बन जायेगी। जिसने भी इमोशन को कंट्रोल कर लिया वह ट्रेडर बन गया। ट्रेडिंग में 90% साइकोलॉजी यानी इमोशन और 10% स्किल important है।
- आप हमेशा सीखते रहे और प्रैक्टिस करते है इससे आपकी स्किल improve होगी आप और भी अच्छे ट्रेडर बन पायेंगे।
- एक अच्छा ट्रेडर मार्केट की साइकोलॉजी को समझता है वह यह जानता है अब मार्केट ओवरबॉट या ओवरसेल हो चुका है
- जो ट्रेडर रिस्क नहीं लेता वह ट्रेडर पेयर ट्रेडिंग क्या है? नही होता है ।बिना रिस्क लिए आप प्रॉफिट नहीं कमा सकते है।वो डायलॉग सुना है रिस्क है तो इश्क है।
- टेक्निकल एनालिसिस करे! और उसे ज्यादा से ज्यादा सीखे और चार्ट पैटर्न को देख कर ट्रेड करने का निर्णय लीजिए ।
- स्टॉप लॉस ट्रेडिंग सबसे जरूरी हिस्सा है ।जब भी आप ट्रेड में एंटर हो पहले आप अपना स्टॉप लॉस सेट करने के बाद ही किसी ट्रेड में एंटर करे।
क्या होता है हॉर्स ट्रेडिंग का मतलब? कहां से आया? समझें राजनीति में मायने
- नई दिल्ली,
- 18 मई 2018,
- (अपडेटेड 18 मई 2018, 11:31 AM IST)
हॉर्स ट्रेडिंग. ये वो शब्द है जिसे आपने पिछले कुछ दिनों में टीवी पर बहस के दौरान सुना होगा, अखबार में किसी खबर के हेडलाइन में पढ़ा भी होगा. पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से कर्नाटक में सरकार गठन को लेकर सियासी उठापटक मची है, इस शब्द का उपयोग बढ़ गया है. लेकिन इसका मतलब क्या होता है और पेयर ट्रेडिंग क्या है? राजनीति से इसका आखिर क्या लेना-देना है. यहां समझिए.
आखिर इसका मतलब क्या है.
दरअसल, हॉर्स ट्रेडिंग का मतलब 'घोड़ों की बिक्री' से है. असल में इस शब्द की शुरुआत कैंम्ब्रिज डिक्शनरी से हुई थी. करीब 18वीं शताब्दी में इस शब्द का इस्तेमाल घोड़ों की बिक्री के दौरान व्यापारी करने लगे, लेकिन इसके साथ किस्से जुड़े कि इसके राजनीतिक मायने भी निकाले जाने लगे.
निष्कर्ष
जब आप किसी चीज़ को सच होने के लिए बहुत अच्छा पाते हैं, तो कभी-कभी, उस पर विश्वास करने से आपको काफी नुकसान नहीं होता। हालांकि, जहां तक इंट्राडे ट्रेडिंग का सवाल है, बेहद सतर्क और जानकार होने से चीजें आपके लिए कारगर हो जाती हैं।
ध्यान रखें कि यदि आप पहले घंटे में प्रभावशाली परिणाम प्राप्त करने में सफल रहे, तो लंबे समय तक अपनी किस्मत आजमाने से पीछे हटें। अपने लाभ प्राप्त करें और वहां से निकल जाएं; अन्यथा आपने जो कमाया है उसे खोने का जोखिम हो सकता है।
अपने आप को अच्छे और बुरे के लिए तैयार करें। जानें, ज्ञान प्राप्त करें, भारत पेयर ट्रेडिंग क्या है? में अधिक इंट्राडे ट्रेडिंग युक्तियों का पता लगाएं और विशेषज्ञ बनने के लिए हर गुजरते दिन के साथ आगे बढ़ें।
ट्रेडिंग करने पेयर ट्रेडिंग क्या है? केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?
बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।
1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक
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