8. सक्रिय रूप से प्रबंधित ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) निवेश फंड हैं जो अपने पोर्टफोलियो के लिए स्टॉक और अन्य निवेशों को सक्रिय रूप से चुनने के लिए पेशेवर प्रबंधन तकनीकों का उपयोग करते हैं। निष्क्रिय रूप से प्रबंधित ईटीएफ के विपरीत, जो केवल एक सूचकांक या बेंचमार्क को ट्रैक करते हैं, सक्रिय रूप से प्रबंधित ईटीएफ अनुभवी पोर्टफोलियो प्रबंधकों को नियुक्त करते हैं जो फंड के घोषित उद्देश्यों के आधार पर सक्रिय रूप से शोध करने और निवेश का चयन करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।

क्या है चांदी का ETF, कब-कौन और कैसे लगा सकता है इसमें पैसा, जानिए इससे जुड़ी सभी काम की बातें

ETF (ईटीएफ) Meaning In English

ईटीएफ (ETF) = ETF
ETF के पर्यायवाची:

गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडिड ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है फंड एक प्रकार की व्यापारिक निधि होते हैं, जिन्हें व्यापार में क्रय-विक्रय किया जा सकता है। ये अन्य कमोडिटी के समान ही प्रयोग किए जाते हैं। इनमें स्वर्ण का मूल्य केवल शेयरों की तरह ही दर्शाया गया होता है। गोल्ड ईटीएफ ओपन एंडिड म्यूचुअल फंड स्कीम है जो निवेशकों द्वारा एकत्र किए गए पैसे से गोल्ड बुलियन (०.९९५% शुद्धता) में निवेश करती हैं। गोल्ड ईटीएफ की नेट एसेट वैल्यू का निर्धारण सोने की कीमत के आधार पर होता है। अमेरिका का सबसे बड़ा गोल्ड ईटीएफ स्ट्रीट ट्रैक्स ग्राहकों की होल्डिंग के बराबर सोना बैंक के वाल्ट में सुरक्षित रखता है। गोल्ड ईटीएफ में खरीदने और बेचने की छूट दी जाती है और यही इसका सबसे बड़ा लाभ होता है। गोल्ड एक्स्चेंज ट्रेडिंग विश्व के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज जैसे मुंबई, लंदन, ज़्यूरिख, पैरिस, न्यूयॉर्क में की जाती है। एक्सचेंज ट्रेडिड फंड का आरंभ १९९० के दशक के प्रारम्भिक दौर में हुआ था। इसे पहली ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है बार टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज में प्रतुत किया गया था और इसी दशाक में अमेरिका और अन्य बाजारों में इसे आरंभ किया गया। भारत में इसकी स्थापना काफ़ी बाद में २००० के दशक के उत्तरार्ध में हुई थी। २००७ में पहले गोल्ड ईटीएफ की स्थापना हुई और उसके बाद यूटीआई, कोटक और प्रूडेंशियल और रिलायंस ने गोल्ड ईटीएफ को बाजार में निकाले। गोल्ड ईटीएफ के माध्यम से निवेशक सोने को डीमैट फॉर्म में खरीद सकते हैं और इससे भौतिक रूप में सोने को खरीदने से जुड़े खतरे कम हो जाते हैं। इसके भंडारण और सुरक्षा से जुड़े बिन्दु निवेश की होल्डिंग यूनिट्स में दिखाई जाती है जो स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होती हैं। यह पूर्णतया संचालित निधि होती हैं जिनमें स्पॉट मार्केट में सोने के मूल्य के सूचकांक के अनुसार क्रय-विक्रय किया जाता है।
Hindi Dictionary. Devnagari to roman Dictionary. हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा शब्दकोष। देवनागरी और रोमन लिपि में। एक लाख शब्दों का संकलन। स्थानीय और सरल भाषा में व्याख्या।

ईटीएफ का पर्यायवाची, synonym of ETF in Hindi

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ईटीएफ और इंडेक्स फंड के बीच अंतर

कई निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय संदेह हैं, कि एक्सचेंज ट्रेडेड ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है फंड (ईटीएफ) और इंडेक्स फंड में क्या अंतर है? जैसा कि दोनों उपकरण सूचकांक(index) में निवेश करने का एक स्रोत हैं, सवाल यह है कि कौन सा बेहतर है? इस लेख में, हम देखेंगे कि दोनों में क्या समानताएँ और अंतर हैं, और कौन सा अधिक अनुकूल है। लेकिन इससे पहले, आइए संक्षेप में समझें कि ईटीएफ और इंडेक्स फंड्स क्या हैं।

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF)

ईटीएफ मूल रूप से प्रतिभूतियों की एक टोकरी है जिसकी प्रायोजित निधि (आमतौर पर बड़े संस्थानों जैसे- एचडीएफसी सिक्योरिटीज) द्वारा आयोजित की जाती है, जो प्रतिभूतियों की उस टोकरी को अंतर्निहित(Inherent) रखने के साथ निधियों के शेयरों को जारी करती है। सरल भाषा में कहे तो, एक बड़ी संस्था कुछ विशिष्ट प्रतिभूतियों को एक विशिष्ट अनुपात में खरीदती है,और इन प्रतिभूतियों की एक टोकरी बनाती है। बाद में वह संस्था व्यापार निवेश के उद्देश्य ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है से खुले बाजार में अपनी इकाइयाँ जारी करती है, ओर उन प्रतिभूतियों की टोकरी को अंतर्निहित (Inherent) रखती हैं। प्रतिभूतियों की यह टोकरी आम तौर पर एक सूचकांक(index) का प्रतिनिधित्व करती है लेकिन कभी-कभी अलग भी होती है।

Exchange traded funds, it's types, how it works and it's benefits. (Etf क्या है, यह कैसे काम करता है?)


एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) एक प्रकार का निवेश फंड है जो अंतर्निहित परिसंपत्ति, जैसे स्टॉक, बॉन्ड, कमोडिटीज या मार्केट इंडेक्स के प्रदर्शन को ट्रैक करता है। ईटीएफ को स्टॉक की तरह ही एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है और निवेशकों को बाजारों की एक विस्तृत श्रृंखला तक आसान पहुंच प्रदान करता है

Types of ETFs (ETF ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है के प्रकार)

एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के प्रकारों में इंडेक्स-आधारित ईटीएफ, सेक्टर और उद्योग ईटीएफ, कमोडिटी ईटीएफ, मुद्रा ईटीएफ, बॉन्ड ईटीएफ, लीवरेज्ड ईटीएफ, व्युत्क्रम ईटीएफ और सक्रिय रूप से प्रबंधित ईटीएफ शामिल हैं।

1. इंडेक्स-आधारित ईटीएफ एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) हैं जो किसी विशेष स्टॉक इंडेक्स या मार्केट सेक्टर को ट्रैक करते हैं। वे निवेशकों को एक विविध पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं, क्योंकि उनके पास इंडेक्स के भीतर कई स्टॉक और अन्य निवेश होते हैं। इंडेक्स-आधारित ईटीएफ को आम तौर पर विभिन्न बाजारों में एक्सपोजर हासिल करने के आसान तरीके के रूप में देखा जाता है।

ETF में invest करने की क्या शर्तें है ?

ETF में निवेश करने के लिए demat के साथ trading account अकाउंट का होना compulsory है। इसमें थ्री इन वन अकाउंट खोलने का option भी चुना जा सकता है।

इसमें किसी व्यक्ति के बैंक अकाउंट के साथ ट्रेडिंग अकाउंट और demat account की facility भी मिलती है। इससे सबसे ज्यादा सुविधाएं यह की होती है, कि आप एक ही जगह पर अपने इन्वेस्टमेंट को मैनेज कर पाते हैं।

इसमें Account खोलने के लिए फॉर्म भरना पड़ता है और अब अपनी KYC documentation कंप्लीट करनी पड़ती है।

ETF के Benefits

ऊपर के लेख में आपने जाना कि ईटीएफ क्या होता है। आइए, अब इसके बेनिफिट्स के बारे में चर्चा करते हैं:-

  • इस तरह की funds को बहुत ही आसानी से स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएससी या एनएससी पर खरीद सकते हैं या बेच सकते हैं।
  • यदि ETFs को खरीदने के बाद बहुत थोड़े समय में ही आपको अच्छा प्रॉफिट दे रहा है, तो उसे बेचकर आप ट्रेडिंग भी कर सकते हैं।
  • इनका expansion ratio म्युचुअल फंड के एक्सपेंशन रेशों से बहुत ही कम होता है, क्योंकि यह passive managed funds होते हैं।
ETF के नुकसान

ETF का सबसे बड़ा नुकसान यही है, कि इसका ट्रेडिंग वॉल्यूम काफी कम हो सकता है। मान लीजिए, आपने कुछ समय पहले किसी ETFs को खरीद रखा है, परंतु अब आपको पैसों की जरूरत है और आप उस ETFs को बेचने के लिए स्टॉक एक्सचेंज पर आर्डर लगाते हैं।

अब गोल्ड ईटीएफ की तरह सिल्वर यानी चांदी से जुडे़ ETF आ रहे है…

सिल्वर ईटीएफ का सीधा मतलब है कि जैसे लोग स्टॉक को खरीदते और बेचते हैं, वैसे ही सिल्वर ईटीएफ की खरीद-बिक्री भी हो सकेगी. इससे सिल्वर में कमाई के मौके बढ़ जाएंगे. शेयर या स्टॉक में भी यही होता है कि कोई निवेशक जैसे फायदे का सौदा देखता है, वह बेचकर मुनाफा कमा लेता है. सिल्वर ईटीएफ के साथ भी ऐसा ही होगा.

(1) सिल्वर ईटीएफ लांच होने के बाद लोगों को इन तमाम चिंताओं से मुक्ति मिल जाएगी. इससे गोल्ड ईटीएफ की तरह चांदी में भी निवेश का मौका मिलेगा. खास बात यह है कि चांदी खरीदने के लिए लोगों को बड़ी रकम की जरूरत ईटीएफ ट्रेडिंग क्या है नहीं पड़ेगी. ईटीएफ के जरिए एक ग्राम चांदी भी खरीदी जा सकती है.

(2) इसका मतलब यह हुआ कि यदि चांदी का हाजिर भाव 66,000 रुपए प्रति किलोग्राम है. ऐसे में आप महज 66 रुपए से भी चांदी में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं. जब भी कुछ रकम जुड़े उससे चांदी खरीद लें. इस तरह थोड़ा-थोड़ा करके बड़ी मात्रा में चांदी जोड़ सकते हैं. ईटीएफ में निवेश का एक और बड़ा फायदा यह है कि इसमें चांदी के रखरखाव और सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है.

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