म्यूचुअल फंड में बेहतर रिटर्न के लिए लंबे समय तक बने रहें, निवेश में बरतें सावधानी
मुंबई- अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपको बेहतर फायदे के लिए लंबे समय तक निवेश करते रहना चाहिए। किसी भी निवेश में रातों रात दोगुना का फायदा नहीं होता है। खासकर मल्टीकैप फंड में निवेश कर अच्छा मुनाफा लंबे समय के लिए प्राप्त कर सकते हैं।
फाइनेंशियल एडवाइजर सुशील कुमार जैन कहते हैं कि ध्यान रहे निवेश एक साल के भीतर अगर तोड़ना पड़ा तब शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन लगता है। अगर एक वर्ष से ज्यादा निवेश रहता है और उसके बाद जो भी नफा नुकसान होता है, वह लंबे समय के कैपिटल गेन के रूप में होता है। इस फायदा या घाटा को इनकम टैक्स के रिटर्न में बताना होता है। हालांकि निवेशकों के पास अगर मासिक निवेश के लिए रकम नहीं है NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें तो वे एकमुश्त निवेश कर सकते है। निवेश कभी भी आपकी उम्र के आधार पर होना चाहिए। हमें चाहिए हम पूरी तरह सेवा देने वाले फाइनेंशियल एडवाइजर से मदद लें और उसके बाद ही निवेश करें।
अब डिजिटल इंडिया के युग में कहां और कैसे निवेश करना चाहिए, उसके बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। इसका आंकलन करना कठिन होते जा रहा है। क्योंकि हर तरफ कई लुभावने, आकर्षक प्रजेंटेशन के साथ निवेशक को भ्रमित NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें किया जा सकता है। कई वर्षों से निरंतर सेवा देते रहने वाले संस्थान हमेशा अपने निवेशक का पूरा ख्याल रखते हैं।
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने एक मल्टीकैप फंड (NFO) लॉन्च किया है। मार्केट में लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉल कैप जैसे शेयर में यह स्कीम निवेश करती है। यह NFO मंगलवार को बंद होगा। ऐतिहासिक रूप से, अलग-अलग मार्केट कैप सेगमेंट ने विभिन्न समय में एक-दूसरे से बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछले 16 वित्तीय वर्षों (वित्त वर्ष 2006-2021)में 6 वर्षों में लार्ज कैप सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला मार्केट कैप सेगमेंट रहा है। वहीं 3 साल तक मिड कैप और सात साल तक स्मॉल कैप ने बेहतर प्रदर्शन किया। हालांकि, ज्यादातर निवेशकों के लिए लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश करना आसान नहीं होता है।
इस मल्टी कैप फंड उन निवेशकों के लिए वन स्टॉप समाधान प्रदान कर सकता है जो एक ही फंड के माध्यम से लार्ज कैप की स्थिरता, मिड कैप की वृद्धि और स्मॉल कैप की क्षमता प्राप्त करने के उद्देश्य से मार्केट कैप सेगमेंट में अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना चाहते हैं। जैन के मुताबिक, आप निवेश करने से पहले सोच समझ कर इसका फैसला करें, सही एडवाइजर से सलाह लें। आजकल म्यूचुअल फंड के ढेर सारे एनएफओ आते हैं। लोगों के पास ढेर सारे टिप्स भी आते हैं। ऐसे में आपको अपनी गाढ़ी कमाई को कहीं लगाने से पहले उसके बारे में सोच विचार करना चाहिए।
वर्तमान निवेश रणनीति के अनुसार, स्कीम कुल असेट्स का लगभग 60 से 75% लार्ज और मिड कैप में निवेश करेगी’। इसके अलावा, यह स्मॉल कैप्स में कुल असेट्स का 25 से 40 % निवेश करेगी। जैन कहते हैं कि इसका फायदा यह है कि आप एक जगह पर निवेश कर 3 सेक्टर का लाभ ले सकते हैं। इस फंड के मुख्य निवेश अधिकारी गोपाल अग्रवाल हैं, जिनके पास 19 सालों का फंड प्रबंधन का अनुभव है। यह स्कीम एक ओपन एंडेड फंड है।
Silver ETF : ICICI Prudential फंड सिल्वर ईटीएफ एनएफओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुला, क्या आपको करना चाहिए निवेश?
कीमती मेटल होने के साथ-साथ चांदी इंडस्ट्री में काफी इस्तेमाल होती है। इसलिए, इकोनॉमिक रिकवरी और ग्रोथ को देखते हुए यह अच्छा दांव हो सकती है
ICICI Prudential Mutual Fund Silver ETF NFO : आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) बुधवार यानी 5 जनवरी, 2022 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया। इसके अलावा, मार्केट रेग्युलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) द्वारा कुछ नियमों के अधीन कई म्यूचुअल फंड अपने सिल्वर ईटीएफ लाने के लिए तैयार हैं।
जानिए क्या है स्कीम?
सिल्वर ईटीएफ अपनी सिल्वर होल्डिंग्स के इनवेस्टमेंट रिटर्न को ट्रैक करेगा। सेबी नियमों के तहत सिल्वर ईटीएफ को 99.9 फीसदी शुद्धता वाली चांदी रखनी होती है। म्यूचुअल फंड्स को लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) के स्टैंडर्ड्स के तहत चांदी का मूल्यांकन करना होता है।
ईटीएफ का एक्सपेंस रेशियो 50-60 बेसिस प्वाइंट्स होगा। यह एक ईटीएफ है, इसलिए इसमें डीमैट अकाउंट रखने वाले इनवेस्टर ही निवेश करेंगे। इनवेस्टर्स को ब्रोकरेज फीस या एक्सचेंज पर ट्रांजैक्शन की दूसरी कॉस्ट चुकानी होगी। आईसीआईसीआई एमएफ 13 जनवरी, 2022 को सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड लॉन्च करेगी, जिससे इसमें वे लोग भी निवेश कर सकेंगे जिन के पास डीमैट अकाउंट नहीं है।
संबंधित खबरें
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने म्यूचुअल फंड्स द्वारा वसूले जाने वाले शुल्क और खर्च का अध्ययन शुरू किया
Stock Market Crash: शेयर बाजार में क्यों मचा हाहाकार
मार्केट में तबाही, निवेशकों के ₹19 लाख करोड़ डूबे
यह कैसे करता है काम
कीमती मेटल होने के अलावा, चांदी इंडस्ट्री में काफी इस्तेमाल होती NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें है। इसलिए, इकोनॉमिक रिकवरी और ग्रोथ को देखते हुए यह अच्छा दांव हो सकती है।
चांदी कई इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट – इलेक्ट्रिकल सर्किट्स, बैटरीज, एलईडी चिप्स और आरएफआईडी चिप्स में इस्तेमाल होती है। इसका फोटोवोल्टिक सेल्स (सोलर एनर्जी के लिए), मेडिसिन, न्यूक्लियर रिएक्टर्स, गैजेट, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स आदि में भी इस्तेमाल है।
आईसीआईसीआई म्यूचुअल फंड के हेड-प्रोडक्ट डेवलपमेंट एंड स्ट्रैटजी चिंतन हरिया ने कहा, “चांदी का इंडस्ट्री में इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। इस ट्रेंड के कारण चांदी की खपत होती है और यह रिसाइकिल नहीं होती है। इसलिए, यदि मांग बढ़ती है तो चांदी की कीमतें ऊपर जा सकती हैं।”
2020 से चांदी ने सोने की तुलना में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन 10 साल की अवधि में सोने ने अच्छा रिटर्न दिया है।
मेहता ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज) राहुल कलंत्री ने कहा, “जब सोने की कीमतें चढ़ती हैं तो चांदी में भी डिमांड बढ़ती है और फिर चांदी में मजबूती आने लगती है। इसी प्रकार, जब सोना टूटता है तो चांदी से डिमांड सोने की ओर शिफ्ट होने लगती है और फिर चांदी की कीमतें कमजोर होने लगती हैं।”
क्या नहीं होता है
भले ही सोना और चांदी की कीमतों के बीच कुछ लिंक है, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता है। उदाहरण के लिए, महामारी के दौर में मंदी के कारण सोने में सेफ हैवन डिमांड बढ़ सकती है, लेकिन इंडस्ट्री में सुस्ती के चलते चांदी में गिरावट आ सकती है।
फैमिली फर्स्ट कैपिटल के फाउंडर और एमडी रूपेश नागड़ा कहते हैं कि चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के चलते इनवेस्टर इसे लंबी अवधि तक होल्ड करने से बच सकते हैं। हरिया ने कहा, “चांदी की कीमतों में सोने की तुलना में ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है।”
मनीकंट्रोल का रुख
डायवर्सिफिकेशन और महंगाई के खिलाफ हेजिंग को देखते हुए इनवेस्टर्स के लिए गोल्ड लिंक्ड इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट पर्याप्त होने चाहिए। यह इक्विटी से जुड़े उतार-चढ़ाव के खिलाफ भी अच्छा काम करेंगे। ज्यादा डायवर्सिफिकेशन पर विचार कर रहे इनवेस्टर्स अपने पोर्टफोलियो में से कम अलोकेशन के लिए सिल्वर ईटीएफ पर विचार कर सकते हैं। एनएफओ 19 जनवरी, 2022 तक खुला रहेगा।
MoneyControl News
First Published: Jan 06, 2022 12:51 PM
हिंदी में शेयर बाजार, Stock Tips, न्यूज, पर्सनल फाइनेंस और बिजनेस से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App डाउनलोड करें।
इस महीने बंद हो NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें रहे ये 3 NFO, क्या आप इनमें निवेश करेंगे?
एक्सिस वैल्यू फंड, HSBC मिड-कैप फंड और कोटक मल्टी-कैप फंड के NFO सितंबर में बंद हो रहे हैं. इनमें निवेश से पहले आपको कुछ बुनियादी बातें पता होनी चाहिए
- Vijay Parmar
- Updated On - September 14, 2021 / 01:02 PM IST
New Fund Offer (NFO): हर रोज किसी ना किसी कंपनी के IPO की खबर आ रही हैं, ठीक वैसे ही इस साल लगातार न्यू फंड ऑफर्स (NFO) आ रहे हैं. अब तक 2021 में 50 से ज्यादा NFO आ चुके हैं और इनमें करीब 50,000 करोड़ का निवेश NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें हुआ है. एक्सिस वैल्यू फंड, HSBC मिड-कैप फंड और कोटक मल्टी-कैप फंड के NFO सितंबर में बंद हो रहे हैं. NFO खरीदना एक सामान्य म्यूचुअल फंड खरीदने जैसा है. यदि आप इन NFO में निवेश करने बारे में सोच रहे हैं तो आपको कुछ बुनियादी बातें जाननी चाहिए.
NFO कैसे काम करते हैं यह समझें
NFOs या तो ओपन एंडेड फंड या क्लोज्ड एंडेड फंड के लिए हो सकते हैं. यदि ओपन एंडेड फंड है तो फंड या तो एक प्रारंभिक NFO से या किसी अन्य फंड की योजनाओं को प्राप्त करके बनाया जाता है. क्लोज्ड एंडेड योजनाओं के मामले में, NFO को 15-20 दिनों की अवधि के लिए खुला रखा जाता है और पूरे कोष को शेयरों में निवेश कर दिया जाता है. हालांकि, ऐसे क्लोज्ड एंडेड NFO स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते हैं और आम तौर पर NAV के मुकाबले डिस्काउंट पर ट्रेड करते हैं, जिस कारण खरीदारों और विक्रेताओं को क्लोज्ड एंडेड फंड से बाहर निकलने का रास्ता मिलता है.
NFO और IPO का अंतर जानें
आपको NFO और IPOs के बीच का अंतर समझना चाहिए. अक्सर, निवेशक इक्विटी IPOs के साथ NFO को लेकर उलझन का सामना करते हैं. IPOs का इस्तेमाल कंपनियां नए फंड जुटाने के लिए करती हैं, इसलिए आप प्रदर्शन, लाभप्रदता और प्रबंधन बैंडविड्थ के मामले में ट्रैक रिकॉर्ड और दृश्यता पर ध्यान केंद्रित करते हैं. NFO का मूल्यांकन थोड़ा अलग होता है. एक NFO आम तौर पर नकारात्मक रिटर्न के साथ शुरू होता है क्योंकि मार्केटिंग और वितरण लागत फंड में पहले से लोड हो जाएगी. NFO की NAV केवल बाजार की वास्तविकताओं को दर्शाएगी और इसलिए इस बात पर अधिक ध्यान दें कि आपको NAV में क्या मूल्यांकन मिलता है.
केवल वंशावली ना देखें
NFO का कोई ट्रैक रिकॉर्ड नहीं होता है. आपको पता नहीं है कि बिना ट्रैक रिकॉर्ड वाला फंड कैसा प्रदर्शन करेगा. वहीं, अगर मौजूदा फंड की बात करें तो उसके परफार्मेंस का रिकॉर्ड देख पाएंगे. इसलिए सिर्फ वंशावली के कारण NFO को खरीदना एक अच्छा विचार नहीं हो सकता है.
कुल लोडिंग कितनी है ये देखें
NFO में कुल लोडिंग कितना है ये देखें क्योंकि NFO सभी लागतों को आपके NAV से डेबिट कर देगा. यदि आपका 10 रुपये का NFO विपणन, वितरण और वैधानिक लागतों के समायोजन के बाद 9.70 रुपये पर नया NAV जारी करना शुरू करता है, तो आपको NFO पर सकारात्मक रिटर्न अर्जित करने से पहले शॉर्टफॉल को ठीक करना होगा. उस दृष्टिकोण से, आप मौजूदा फंड को खरीदना बेहतर समझते हैं. इसलिए यदि आप अपने NAV को अंकित मूल्य से कम पाते हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं हैं, क्योंकि सभी NFO के साथ ऐसा ही होता है.
NAV से जुडा भ्रम दूर करें
कम कीमत में मिल रहा NFO खरीदने में कुछ भी आकर्षक नहीं है. यह सिर्फ निवेशकों के बीच मूल्य भ्रम पैदा करता है. यह वही तर्क है जो कई निवेशक पेनी NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें स्टॉक खरीदने के लिए इस्तेमाल करते हैं. वास्तव में, NAV केवल पोर्टफोलियो के यूनिट मूल्य को दर्शाता है.
अपना पोर्टफोलियो चेक करें
NFO में निवेश करने से पहले चेक करे कि आपके पोर्टफोलियो में नये फंड के लिए जगह है? यदि आपके पास उस तरह की स्कीम नहीं हैं और उसे शामिल करने से फायदा हो सकता हैं तो उसे शामिल करें. SAMCO Securities के Mutual Fund हेड ओमकेशवर सिंह के मुताबिक, क्या NFO कोई ऐसी थीम दे रही है जो पहले से बाजार में मौजूद नहीं है? ऐसी नई थीम जो अब तक बाजार में नहीं है वैसे नए फंड में निवेश कर सकते हैं. जब तक फंड ङाउस कुछ अलग न ले कर आएं तब तक निवेशक नए फंड में निवेश करने की जल्दबाजी न करें.
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट कैसे करे – आसान हिन्दी में बेहतरीन आर्टिकल्स की एक शुरुआती गाइड
म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट हर एक इन्वेस्टर के बीच काफ़ी लोकप्रिय हैं । जिसका कारण है इससे मिलने वाले फायदे। इसके कईं फायदों में से कुछ सबसे महत्वपूर्ण फ़ायदे नीचे दिए हैं, जो इन्वेस्टर्स को अपनी ओर खींचते है और जिसकी वजह से –
- इन्वेस्टर्स कितनी भी राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं ( 500 जितना कम भी )
- इन्वेस्टर्स, अलग-अलग स्टॉक्स और डेट,गोल्ड जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं
- हर महीने ऑटोमेटेड इन्वेस्मेंट्स शुरू कर सकते हैं (SIP)
- डीमैट अकाउंट खोले बिना भी इन्वेस्ट कर सकते हैं
शुरुआती इन्वेस्टर्स के लिए इस म्युचुअल फंड इन्वेस्टमेंट गाइड में हमने कुछ आर्टिकल्स को आपके लिए चुना है। जो म्युचुअल फंड को समझने में और कैसे इन्वेस्ट करना शुरू करें, इसमें आपकी मदद करेंगे। हम सुझाव देंगे कि आप इस पेज को बुकमार्क कर लें ताकि आप इन आर्टिकल्स को अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी पढ़ सकें।
1.म्युचुअल फंड्स की जानकारी
अगर आप म्युचुअल फंड्स और उसके प्रकारों के बारे में पहले से जानते हैं, तो आप सीधे अगले सेक्शन पर जा सकते है । ये 5 आर्टिकल्स, म्युचुअल फंड्स और उसके प्रकारों के बारे में सारी ज़रूरी जानकारी देंगे । हम टैक्स सेविंग फंड्स पर भी एक विशेष आर्टिकल दे रहे हैं।
-
और ये कैसे काम करते हैं?
- म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करना बनाम डायरेक्ट इक्विटी
- . म्युचुअल फंड्स के फायदे और नुकसान
- टैक्स सेविंग(ईएलएसएस) फंड्स
2.म्युचुअल फंड्स का एक पोर्टफ़ोलियो बनाना
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने का सही तरीका है – सबसे पहले इसका पोर्टफोलियो बनाना । एक पोर्टफोलियो, म्युचुअल फंड का एक समूह होता है। यह आपको अपने इन्वेस्टमेंट के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। आपका सारा रिटर्न् आपके पूरे पोर्टफोलियो पर टिका होता है, ना कि किसी एक विशेष फंड पर। इस सेक्शन में, हम यह सीखेंगे कि म्युचुअल फंड पोर्टफोलियो कैसे तैयार किया जाता है।
- पोर्टफोलियो इन्वेस्टिंग क्या NFO क्या होता है और उसमें कैसे निवेश करें है कैसे तैयार किया जाए
- अपने पोर्टफोलियो के लिए सही म्युचुअल फंड चुनना
- म्युचुअल फंड को कब बेचें
3.म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करना
कईं शुरुआती इन्वेस्टर्स म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने की प्रक्रिया को मुश्किल मानकर उसमें इन्वेस्ट करने से कतराते हैं। ये आर्टिकल्स ऐसे ही शुरुआती इन्वेस्टर्स को म्युचुअल फंड को समझने में और इन्वेस्टमेंट शुरू करने में मदद करेंगे।
-
और ये म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करने के लिए ज़रूरी क्यों है (SIP) के द्वारा इन्वेस्ट करना
4.कुछ और महत्वपूर्ण जानकारियाँ
म्युचुअल फंड्स में इन्वेस्ट करते समय कुछ ज़रूरी बातें है, जिनकी जानकारी हर शुरुआती इन्वेस्टर को होनी चाहिए । इन बातों को समझे बिना इन्वेस्ट करने से, रिटर्न्स पर काफ़ी बुरा असर पड़ सकता है।
- म्युचुअल फंड्स पर टैक्स
- म्युचुअल फंड्स से पैसे निकालने पर एग्ज़िट लोड
- म्युचुअल फंड्स का एक्सपेंस रेशो
- इन्वेस्टमेंट से जुड़ी भाषा की जानकारी
जहाँ म्युचुअल फंड्स की बात आती है वहाँ आमतौर पर लिस्ट में दिए गए इन शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है । हालाँकि शुरुआती इन्वेस्टर्स को इन सभी शब्दों को याद रखने की ज़रूरत नहीं है, आप किसी भी शब्द को सीखने के लिए, ग्लोसरी (डिक्शनरी) के तौर पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
Category: Mutualfund
Open A Demat Account With Zerodha
Open A Demat Account With Groww
700 Rupees only Contact us [email protected]
मेरी तरह आप भी करो खाली समय का स्मार्ट उपयोग । सुनिए अपनी मन पसंद ऑडियो बुक्स kuku Fm के साथ और पाएं 60 % डिस्काउंट सब्क्रिप्शन पर। हमारा प्रोमो कोड है -GLBUE68
Download & On your first payment, Just send ₹1 to me (Investmentadda@apl ) and get upto ₹100 cashback. Hurry
koo पर हमें फॉलो करें
Download the app with my link . On your first payment, you will get a cashback of ₹21.
मेरे रिफरेन्स से sbi क्रेडिट कार्ड लेने के लिए यहां क्लिक करें।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 614