Mutual Fund: म्यूचुअल फंड और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस में कौन सा है अच्छा? समझिए पूरा गणित

Mutual Fund: पैसे से पैसा कमाने के लिए बेहतरीन विकल्पों में एक अच्छा विकल्प म्यूचुअल फंड का भी होता है. इसमें सीधे शेयर बाजार में निवेश का जोखिम भी नहीं रहता है और फायदा भी मोटा होता है.

By: ABP Live | Updated at : 08 May 2022 11:34 AM (IST)

Mutual Fund: महंगाई दर (Inflation) को मात देने के लिए शेयर बाजार (Share Market) में निवेश अच्छे विकल्पों में से एक है. लेकिन अगर आप इक्विटी में निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो सीधे निवेश (Investment) का जोखिम नहीं उठा सकते हैं, तो आप म्यूचुअल फंड या पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस का विकल्प चुन सकते हैं.

यहां निवेश से सीधे इक्विटी में निवेश करने का जोखिम भी नहीं होता है और फायदा भी मोटा होता है. आइए आपको बताते हैं कि म्यूचुअल फंड और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस में से क्या बेहतर होता है.

जो लोग शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो खुद ट्रेडिंग (Treading) नहीं करना चाहते हैं, वह म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के जरिये सिस्टमैटिक तरीके या एकमुश्त मार्केट में निवेश कर सकते हैं. म्यूचुअल फंड में कई सारे निवेशक अपना वित्तीय लक्ष्य हासिल करने के लिए किसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी की स्कीम में निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आप किसी वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं या फिर खुद से भी फंड खरीद सकते हैं.

50 लाख रुपये का निवेश जरूरी

News Reels

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस या कहें पीएमएस एक व्यक्तिगत निवेश पोर्टफोलियो होता है, इससमें बड़े निवेशक निवेश करते हैं. यहां व्यक्ति के लक्ष्य के हिसाब से निवेश पोर्टफोलियो तैयार किया जाता है. जबकि म्युचुअल फंड में पहले से तय कंपनियों में निवेस किया जाता है.

यहां निवेश करने के लिए आपके पास कम से कम 50 लाख रुपये होने चाहिए. इसमें प्रोफेशनल मनी मैनेजर आपके लक्ष्य के हिसाब से पोर्टफोलियो बनाते हैं. आपको बता दें कि पीएमएस में निवेश करने के लिए बैंक अकाउंट और डीमैट खाता खुलवाना जरूरी होता है.

3 तरह के पीएमएस

डिस्क्रीशनरी, नॉन-डिस्क्रीशनरी, एडवाइजरी कुल मिलाकर तीन तरह की पीएमएस होती है. पीएमएस फंड को मैनेज करने के लिए आपको अपने फंड मैनेजर को पावर ऑफ अटार्नी देना होगा. इसमें आपके फंड मैनेजर को निश्चित रकम के अलावा रिटर्न पर आधारित कमीशन भी मिलता है. पीएमएस उन निवेशकों के लिए अच्छा है, जिनके पास निवेश के लिए रकम तो हो, लेकिन उन्हें मैनेज करने के लिए समय कम है.

मोटे रिटर्न पर ही फायदा

विशेषज्ञों का मानना है कि एक निवेशक को लंबी अवधि में म्यूचुअल फंड की तुलना में पीएमएस से 2 से 2.5 फीसदी अधिक रिटर्न की उम्मीद करनी चाहिए. ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर पंकज मठपाल की माने तो म्यूचुअल फंड में फंड मैनेजर एक निवेशक से योजना के व्यय अनुपात में 0.5 फीसदी से लगभग 2.5 फीसदी तक चार्ज वसूलते हैं. पीएमएस के मामले में, लेनदेन मूल्य का करीब 2 से 2.5 फीसदी चार्ज लिया जाता है, जो स्टॉक की खरीद और बिक्री यानि निवेशक के मुनाफे या घाटे के बावजूद दोनों पर लागू होता है.

ये भी पढ़ें

Published at : 08 May 2022 11:34 AM (IST) Tags: Money Investment shares Mutual fund market portfolio हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

वैकल्पिक निवेश उत्‍पाद

अनुभवी निवेशकों की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (पीएमएस), वैकल्पिक निवेश उत्पाद (एआईएफ), बॉण्ड, एनसीडी आदि सहित वैकल्पिक उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला तक एक्सेस प्रदान करता है.

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) एक ऐसा निवेश माध्यम है जो निवेश नीतियों की विस्तृत श्रृंखला की सुविधा प्रदान करता है जिसे ग्राहक की ओर से योग्य और अनुभवी पोर्टफोलियो प्रबंधकों द्वारा प्रबंधित किया जाता है. बैंक ऑफ़ बड़ौदा अपने ग्राहकों की निवेश आवश्यकताओं को उपयुक्त रूप से पूरा करने के लिए प्रतिष्ठित थर्ड पार्टी पोर्टफोलियो प्रबंधकों द्वारा तैयार पीएमएस उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराता है.

संरचित उत्पाद

संरचित उत्पाद हाइब्रिड निवेश साधन हैं जिनमें इक्विटी / डेट एक घटक होता है और बेहतर जोखिम - प्रतिफल प्रोफ़ाइल और पूर्व-निर्धारित अदायगी प्रदान करने के लिए डेरिवेटिव का उपयोग करके इसका विस्तार किया जाता है. इन उत्पादों के लिए प्रतिफल (रिटर्न) अंतर्निहित बेंचमार्क जैसे कि निफ्टी, सरकारी-प्रतिभूतियां प्रतिफल, सिंगल या बास्‍केट स्टॉक के कार्यनिष्‍पादन से जुड़ा होता है. यह विशिष्ट निवेशकों के लिए तैयार किए गए हैं जो आमतौर पर पूंजी बाजार में अंशांकित जोखिम के साथ एक निश्चित अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.

प्राइवेट इक्विटी और रियल एस्टेट फंड

प्राइवेट रुप से धारित कंपनियों के विशाल और बढ़ते जगत में ग्राहकों को विशिष्ट निवेश अवसर प्रदान करता है. ये विशिष्ट उत्पाद हैं और सामान्‍यत: पारंपरिक आस्ति संवर्गों के साथ इनका कम संबंध होता है.

गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी)

गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर कंपनियों द्वारा सार्वजनिक निर्गम के रूप में जारी किए गए निश्चित आय प्रदान करने वाले साधन हैं. कुछ डिबेंचर स्वामी के विवेक पर इक्विटी में परिवर्तनीय हैं, लेकिन इन निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो डिबेंचर को इक्विटी में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है इसलिए इसका नाम 'गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर' है. किसी भी अन्य निश्चित आय साधनों की तरह ही एनसीडी की एक निश्चित परिपक्वता तिथि होती है और निवेशकों को विनिर्दिष्ट तारिखों पर ब्याज प्रदान किया जाता है. एनसीडी को या तो जारी करने वाली कंपनी की संपत्ति द्वारा प्रतिभूत किया जा सकता है या प्रतिभूति रहित भी हो सकती है.

कर मुक्त बांड

कर-मुक्त बांड सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों द्वारा निधि जुटाने के लिए जारी किए जाते हैं और कर मुक्त प्रकृति के होते हैं जैसा कि नाम से पता चलता है. अन्य बांडों के विपरीत, इन बांडों से अर्जित ब्याज कुल कर योग्य आय नहीं है और भारत के आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 10 के अनुसार कर से छूट निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो प्राप्त है. चूंकि ब्याज कर मुक्त है अत: प्रभावी प्रतिफल विशेष रूप से उच्चतम कर स्लैब वाले व्‍यक्तियों सहित निवेशकों के लिए आकर्षक है.

धारा 54 ईसी-पूंजीगत लाभ बांड

पूंजीगत लाभ बांड या 54ईसी बांड निश्चित आय के साधन हैं जो निवेशकों को धारा 54ईसी के अंतर्गत पूंजीगत लाभ कर छूट प्रदान करते हैं. अचल संपत्ति की बिक्री से दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर देयता को 54ईसी बांड खरीदकर कम किया जा सकता है.

निवेश पोर्टफोलियो का गठन

What is Investment Portfolio

एक निवेश पोर्टफोलियो का मुख्य उद्देश्य सबसे विश्वसनीय और लाभदायक निवेश के चयन के माध्यम से एक विकसित निवेश नीति की प्राप्ति के दायरे में एक इष्टतम परिणाम प्राप्त करना है । एक पोर्टफोलियो निवेश आस्तियों के विभिंन प्रकार के शामिल है ।

निवेश के प्रकारों का वर्गीकरण:

  • भौतिकता की डिग्री से: गैर-सामग्री और सामग्री;
  • निवेश की परिपक्वता अवधि तक: अल्पकालिक, मध्यम अवधि और लंबी अवधि;
  • लाभप्रदता द्वारा: उच्च-उपज, मध्यम आय और लाभप्रद निवेश (सामाजिक और पर्यावरणीय परियोजनाओं में पूंजी का निवेश, जो लाभ की तलाश नहीं है);
  • निवेश में भागीदारी की विशेषता द्वारा: प्रत्यक्ष निवेश (निवेशक सीधे निवेशक के चयन में हिस्सा लेता है), अप्रत्यक्ष निवेश (निवेश निधि, सलाहकार, म्यूचुअल फंड और अन्य निर्धारित करते हैं निवेशक);
  • जोखिम की डिग्री से: उच्च जोखिम, मध्यम जोखिम, कम जोखिम और जोखिम मुक्त निवेश;
  • एक के प्रकार से: रियल (रियल कैपिटल की खरीद), वित्तीय (स्टॉक्स, बांड और अंय प्रतिभूतियों में निवेश), सट्टा (संपत्ति की खरीद ( मुद्रा जोड़े, कीमती धातुओं, स्टॉक, आदि) भविष्य में उनकी कीमतों के संभावित परिवर्तन के माध्यम से लाभ बनाने के लिए असाधारण);
  • तरलता के स्तर से: अत्यधिक तरल (समय वे नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है की एक छोटी अवधि में), औसत रूप से तरल (वे 1 से 6 महीने नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है), कम तरल (वे 6 महीने से नकदी में परिवर्तित किया जा सकता है ), तरल (वे अपने दम पर नहीं महसूस किया जा सकता है, लेकिन केवल संपत्ति के एक भाग के रूप में)

अपनी सक्रियता की प्रक्रिया में निवेशक विभिन्न विशेषताओं के साथ एक के चुनाव के संबंध में कठिनाइयों का सामना करते हैं । उनमें से ज्यादातर निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो के एक निश्चित सेट के गठन, दूसरे शब्दों में मान-एक पोर्टफोलियो का निर्माण । कई लिखत जो एक निवेश पोर्टफोलियो फार्म, लेकिन मुख्य वाले हैं: स्टॉक्स, बांड, सोना, मुद्राओं और अचल संपत्ति ।

एक निवेश पोर्टफोलियो के गठन के चरणों

  • विनिवेश नीति और पोर्टफोलियो के प्रकार का निर्धारण .
  • पोर्टफोलियो प्रबंधन की रणनीति का निर्धारण. .
  • एक पोर्टफोलियो के आस्तियों का विश्लेषण और गठन निवेश पोर्टफोलियो में संपत्ति सहित के लिए सामांय मानदंड उनकी लाभप्रदता, जोखिम और तरलता के अनुपात हैं.
  • तथ्यात्मक प्राप्त लाभप्रदता और जोखिम की तुलना के संदर्भ में पोर्टफोलियो की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना.
  • एक पोर्टफोलियो की लेखा परीक्षा आदेश में अपनी सामग्री को पहले से ही बदल आर्थिक स्थिति, प्रतिभूति के निवेश की गुणवत्ता और एक निवेशक के लक्ष्यों को नहीं बना .

लाभ पैदा करने की विधि द्वारा और जोखिम के स्तर से, निवेश पोर्टफोलियो निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किए जाते हैं: रूढ़िवादी, उदारवादी और आक्रामक.

  • रूढ़िवादी पोर्टफोलियो एक मामूली जोखिम भरा है और इसलिए, कम मुनाफे अल्पकालिक ऋण, बांड और एक ंयूनतम जोखिम के साथ अंय उपकरणों से मिलकर पोर्टफोलियो है.
  • आक्रामक पोर्टफोलियो एक बेहद जोखिम भरा और एक बेहद लाभदायक पोर्टफोलियो है, जो मुख्य रूप से शेयरों के होते हैं । इस तरह के पोर्टफोलियो सामान्यतः निवेशक , जो जोखिम लेने के लिए तैयार हैं और जो मनोवैज्ञानिक रूप से बड़े उतार-चढ़ाव के लिए प्रतिरोधी निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो हैं, द्वारा प्रबंधित किए जाते हैं .
  • मॉडरेट पोर्टफोलियो एक संतुलित पोर्टफोलियो है और, एक नियम के रूप में, यह दोनों उच्च उपज और कम आय के शामिल है, लेकिन एक ही समय में विश्वसनीय संपत्ति.

पोर्टफोलियो निवेश का मुख्य कार्य निवेश आस्तियों के सेट से प्राप्त करना है ऐसी विशेषताएँ, जो किसी पृथक रूप से ली गई वस्तु में धन निवेश करने के मामले में अप्राप्य हैं. पोर्टफोलियो बनाने का अंतिम लक्ष्य जोखिम और लाभप्रदता के अधिक इष्टतम संयोजन को प्राप्त करना है । जोखिम ज्यादातर कम है, जब विभिंन गैर संबंधित संपत्ति एक पोर्टफोलियो में शामिल हैं । दूसरे शब्दों में, विविधीकरण समग्र पोर्टफोलियो मूल्य के सप्ताह की कमी को जंम देना चाहिए, जब किसी भी परिसंपत्ति का मूल्य तेजी से गिरता है.

वित्तीय बाजारों में पोर्टफोलियो ट्रेडिंग

पर्सनल कम्पोजिट इंस्ट्रूमेंट्स के विकास के साथ PCI( geworko तरीका ), वहां व्यापार के बजाय वित्तीय बाजारों में आस्तियों के विभिंन विभागों के व्यापार के पोर्टफोलियो का एक सुविधाजनक अवसर दिखाई निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो अलग से उपकरणों लिया । के माध्यम से इस प्रौद्योगिकी पोर्टफोलियो व्यापार अलग से लिया वित्तीय साधनों के व्यापार के समान दो विभागों के आधार पर महसूस किया है, जब एक परिसंपत्ति (बेस पोर्टफोलियो) आधार भाग के रूप में कार्य करता है, और अंय परिसंपत्ति (बोली पोर्टफोलियो) के रूप में कार्य करता है उद्धृत भाग. इसके अलावा, एक व्यापारी अपने अनूठे उपकरणों, जो बाजार में अस्थिरता के लिए प्रतिरोधी रहे हैं, लाभप्रदता और जोखिम के इष्टतम संयोजन की भविष्यवाणी और ऐतिहासिक डेटा के आधार पर अपने उपकरणों के व्यवहार का विश्लेषण के व्यापार का अवसर मिलता है . इस तकनीक के जरिए पोर्टफोलियो ट्रेडिंग केवल प्रोफेशनल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ही संभव है nettradex .

क्या आपका इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो भविष्य के लिए तैयार है?

रोजाना 200 रुपये के निवेश कर बना जाएंगे 14 लाख रुपए के मालिक, जानिए स्कीम

निवेशकों को निवेश से जोखिम कैसे खत्म करना चाहिए? तथ्य यह है कि जोखिम को समाप्त नहीं किया जा सकता है लेकिन विविधीकरण द्व . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 31, 2020, 18:22 IST

नई दिल्ली. हम तेजी के साथ ग्लोब्लाइज्ड दुनिया की तरफ आगे बढ़ रहे हैं. एक भारतीय उपभोक्ता के रूप में हम भारत के बाहर बनने वाली विभिन्न प्रकार की उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और सेवाओं का लाभ ले रहे है, लेकिन घरेलू स्तर पर उनका उत्पादन नहीं होता है. मोबाइल से लेकर लग्जरी कारें तमाम ऐसे उदाहरण हैं, जो हम बाहर से ही इंपोर्ट करते हैं. दुनिया के किसी भी कोने में एक में एक से अधिक देशों या विश्व स्तर पर इस्तेमाल होने वाली कमोडिटी में अस्थिरता हमारे घरेलू पोर्टफोलियो में अस्थिरता लाती है. वह भू राजनीतिक जोखिम हो या पूरी तरह से अकल्पनीय कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप. एक सवाल जो मुझसे बहुत बार पूछा जाता है कि निवेशकों को निवेश से जोखिम कैसे खत्म करना चाहिए? तथ्य यह है कि जोखिम को समाप्त नहीं किया जा सकता है लेकिन विविधीकरण द्वारा कम किया जा सकता है. एसेट्स क्लास में निवेश विविधता और इसके भीतर के जोखिम का प्रबंधन भी महत्वपूर्ण है. एक निवेशक के रूप में आप सोच रहे होंगे कि आपके इक्विटी (Equity) निवेश जैसे म्यूचुअल फंड, स्टॉक, पीएमएस भी काफी विविधतापूर्ण हैं .

लेकिन क्या आपने इस बात पर विचार किया है कि भारत का बाजार पूंजीकरण 2 ट्रिलियन डॉलर है जबकि शेष विश्व का बाजार पूंजीकरण 87 ट्रिलियन डॉलर है. इसलिए यदि आप भारत के बाहर वैश्विक बाजारों में निवेश नहीं करते हैं, तो आप एक ऐसे अवसर की अनदेखी कर रहे हैं, जो लगभग 43 गुना बड़ा है.

इसके अलावा, विश्व स्तर पर कई तरह के इनोवेशन यानी नवाचार हो रहे हैं जो विभिन्न उद्योगों को बाधित कर हमारे जीवन को रोज प्रभावित कर रहे हैं और निवेश के लिहाज से काफी निहितार्थ होंगे. कुछ ऐसे ही ट्रेंड सामने उभरकर सामने आए निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो हैं.

>> मोबाइल फोन के प्रवेश के साथ मांग अर्थव्यवस्था में वृद्धि. आज अपने मोबाइल का उपयोग करके आप कैब चला सकते हैं या नेटफ्लिक्स पर पसंदीदा शो देख सकते हैं या अपनी सुविधानुसार खाना ऑर्डर कर कर सकते हैं. यह होटल, कंटेंट प्रोवाइडर्स और दूसरे सर्विस प्रोवाइडर्स के बिजनेस मॉडल में बदलाव ला रहा है.

>> ई-कॉमर्स और ग्लोबल ब्रांड का उदय. ऑनलाइन शॉपिंग एक उभरता हुआ ट्रेंड है. इसके साथ ही ग्लोबल ब्रांड्स का भी उदय हुआ है. एक संपन्न परिवार का व्यक्ति के घरेलू ब्रांड की जगह नाइक या एडिडास जैसे ग्लोबल ब्रांड की ओर आकर्षित ज्यादा होने की संभावना है.

>> कैशलेस सोसाइटी की ओर बढ़े. कई तरह के ट्रांजेक्शंस ऑप्शन उभरकर सामने आए हैं. जैसे क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, पर्स, नेट बैंकिंग, विश्व स्तर पर नकदी का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में कम हो रहा है.

>> आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स का विकास तीव्र गति से हो रहा है. कंप्यूटर में शतरंज खेलने लेकर ड्राइवरलेस निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो कार और सर्जरी करने वाले रोबोट तक ग्लोबल लेवल पर कुछ आकर्षक काम किए जा रहे हैं. अगर आपको लगता है कि आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं तो दोबारा विचार करें गूगल मैप्स आपके सामने हैं, जोकि एक जीता जागता उदाहरण हैं, जिसे आप दैनिक जीवन में रोज इस्तेमाल कर रहे हैं.

>> हेल्थकेयर और थेरेप्युटिक्स: इस सेक्टर में प्रमुख इनोवेशन बीमारियों का पता लगाने और प्रबंधन को अधिक से अधिक सरल बना रहे हैं. हाल ही में एक चिप लांच की गई जो पेशेंट ब्लड शुगर लेवल 24X7 मॉनिटर करती रहती है. उसे जांचने की आवश्यकता को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है.

>> डाटा: जैसे ही कोई व्यक्ति डिजिटल दुनिया से जुड़ता है, वह मेल, ट्वीट, मैसेज, ऑनलाइन सर्फिंग के माध्यम से डाटा जेनरेट करना शुरू कर देता है. इस विशाल डाटा के स्टोर करने की काफी जरुरत है. इसलिए क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे न्यू ऐरा सॉल्यूशन सामने आ रहे हैं.

इस समय भारतीय शेयर बाजारों में बहुत कम विघटनकारी इनोवेटर्स लिस्टेड हैं. यह भी नहीं है कि सभी काम अमेरिका में हो रहे हैं, चीन, यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका और लताम की कंपनियां कुछ अत्याधुनिक काम कर रही हैं. इसलिए यदि आप भविष्य के लिए रोमांचक विषयों में भाग लेना चाहते हैं तो वैश्विक फंड के माध्यम से निवेश करने का एकमात्र विकल्प है.

वैश्विक फंडों में निवेश करने से आपको रुपए में गिरावट का लाभ लेने में मदद मिलती है. पिछले 35 वर्षों में रुपए में औसतन 6 फीसदी की गिरावट आई है. इसलिए अगर आप विदेश में अपनी बेटियों या बेटों की शिक्षा के लिए योजना बना रहे हैं, तो आपको आने वाले कुछ वर्षों में अपने अकाउंट को बढ़ाना होगा. विदेशों में एजुकेशन फीसदी में इजाफा देखने को मिल रहा है साथ रुपए में गिरावट भी देखने को मिल रही है. यह बात ध्यान देने वाली है कि रुपए में गिरावट आपके पक्ष में काम करती है, वहीं निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो रुपए में बढ़ोतरी रिटर्न का एक हिस्से को हटा देती है.

इसके अलावा वैश्विक फंड लोन कराधान के अधीन हैं, लाभ पर कर अधिक हो सकता है. आपको दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ लेने के लिए 3 साल तक लगातार निवेश करने की जरुरत है.जैसा कि आप जोखिम को कम करने के बारे में सोचते हैं, आपका ध्यान मुख्य रूप से विविधीकरण पर होना चाहिए और अपने पोर्टफोलियो में वैश्विक फंड निश्चित रूप से जोड़ सकते हैं. (अजीत मेनन, सीईओ, पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड)

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

वैकल्पिक निवेश उत्‍पाद

अनुभवी निवेशकों की आवश्‍यकताओं को पूरा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं (पीएमएस), वैकल्पिक निवेश उत्पाद (एआईएफ), बॉण्ड, एनसीडी आदि सहित वैकल्पिक उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला तक एक्सेस प्रदान करता है.

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (पीएमएस) एक ऐसा निवेश माध्यम है जो निवेश नीतियों की विस्तृत निवेश करने के लिए तैयार पोर्टफोलियो श्रृंखला की सुविधा प्रदान करता है जिसे ग्राहक की ओर से योग्य और अनुभवी पोर्टफोलियो प्रबंधकों द्वारा प्रबंधित किया जाता है. बैंक ऑफ़ बड़ौदा अपने ग्राहकों की निवेश आवश्यकताओं को उपयुक्त रूप से पूरा करने के लिए प्रतिष्ठित थर्ड पार्टी पोर्टफोलियो प्रबंधकों द्वारा तैयार पीएमएस उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध कराता है.

संरचित उत्पाद

संरचित उत्पाद हाइब्रिड निवेश साधन हैं जिनमें इक्विटी / डेट एक घटक होता है और बेहतर जोखिम - प्रतिफल प्रोफ़ाइल और पूर्व-निर्धारित अदायगी प्रदान करने के लिए डेरिवेटिव का उपयोग करके इसका विस्तार किया जाता है. इन उत्पादों के लिए प्रतिफल (रिटर्न) अंतर्निहित बेंचमार्क जैसे कि निफ्टी, सरकारी-प्रतिभूतियां प्रतिफल, सिंगल या बास्‍केट स्टॉक के कार्यनिष्‍पादन से जुड़ा होता है. यह विशिष्ट निवेशकों के लिए तैयार किए गए हैं जो आमतौर पर पूंजी बाजार में अंशांकित जोखिम के साथ एक निश्चित अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं.

प्राइवेट इक्विटी और रियल एस्टेट फंड

प्राइवेट रुप से धारित कंपनियों के विशाल और बढ़ते जगत में ग्राहकों को विशिष्ट निवेश अवसर प्रदान करता है. ये विशिष्ट उत्पाद हैं और सामान्‍यत: पारंपरिक आस्ति संवर्गों के साथ इनका कम संबंध होता है.

गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी)

गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर कंपनियों द्वारा सार्वजनिक निर्गम के रूप में जारी किए गए निश्चित आय प्रदान करने वाले साधन हैं. कुछ डिबेंचर स्वामी के विवेक पर इक्विटी में परिवर्तनीय हैं, लेकिन इन डिबेंचर को इक्विटी में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है इसलिए इसका नाम 'गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर' है. किसी भी अन्य निश्चित आय साधनों की तरह ही एनसीडी की एक निश्चित परिपक्वता तिथि होती है और निवेशकों को विनिर्दिष्ट तारिखों पर ब्याज प्रदान किया जाता है. एनसीडी को या तो जारी करने वाली कंपनी की संपत्ति द्वारा प्रतिभूत किया जा सकता है या प्रतिभूति रहित भी हो सकती है.

कर मुक्त बांड

कर-मुक्त बांड सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों द्वारा निधि जुटाने के लिए जारी किए जाते हैं और कर मुक्त प्रकृति के होते हैं जैसा कि नाम से पता चलता है. अन्य बांडों के विपरीत, इन बांडों से अर्जित ब्याज कुल कर योग्य आय नहीं है और भारत के आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 10 के अनुसार कर से छूट प्राप्त है. चूंकि ब्याज कर मुक्त है अत: प्रभावी प्रतिफल विशेष रूप से उच्चतम कर स्लैब वाले व्‍यक्तियों सहित निवेशकों के लिए आकर्षक है.

धारा 54 ईसी-पूंजीगत लाभ बांड

पूंजीगत लाभ बांड या 54ईसी बांड निश्चित आय के साधन हैं जो निवेशकों को धारा 54ईसी के अंतर्गत पूंजीगत लाभ कर छूट प्रदान करते हैं. अचल संपत्ति की बिक्री से दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर देयता को 54ईसी बांड खरीदकर कम किया जा सकता है.

रेटिंग: 4.15
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 157