शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें जानें बिल्कुल आसान तरीका है

शेयर मार्केट में अकाउंट खोलकर क्या आप अपने पैसे Share market में अकाउंट कैसे खोलें? इन्वेस्ट करना चाहते हैं दोस्तों नमस्कार पूरा जानकारी पाने के लिए हमारे साथ बने रहिए मित्रों नमस्कार हमारे वेबसाइट में आपका स्वागत है । अगर कोई व्यक्ति अपने सपना पूरा करना चाहते हैं तो शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए शेयर मार्केट ही एक ऐसा रास्ता है जहां किसी का भी जिंदगी बदल दे सकता है । शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले पूरी जानकारी होना आवश्यकता है अगर आपको इसके विषय में जानकारी नहीं है तो शायद आपके लिए मुसीबत बन सकता है ।

शेयर मार्केट में प्रवेश करने से पहले बेसिक जानकारी होना आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है । यदि आपके पास बेसिक का नॉलेज नहीं है तो शेयर मार्केट में आप धोखा खा सकते हैं इसलिए बेसिक नॉलेज सर्वप्रथम यूट्यूब में देखकर प्राप्त करिए । यदि आपके पास बेसिक नॉलेज है ट्रेडिंग करने के लिए तब कोई बात नहीं आप आराम से शेयर मार्केट में अपने पैसा इन्वेस्ट करके ढेर सारे पैसा कमा सकते हैं । अगर आपको पता नहीं कि शेयर मार्केट मैं पैसा इन्वेस्ट करने के लिए कैसे अकाउंट खोला जाता है तो सारे डिटेल्स हम आपको बताएंगे लेकिन शेयर मार्केट का ट्रेडिंग का बेसिक जरूर करिएगा ।

दोस्तों यहां पैसे के मामले हैं इसलिए नए नए निवेशकों शेयर मार्केट का जानकारी होना बहुत ही अनिवार्य है । शेयर मार्केट में कभी फायदे होते हैं तो कभी नुकसान । यदि आप शेयर मार्केट के विषय में बिल्कुल अनजान है तो मैं आपको थोड़ा बहुत जानकारी देना चाहते हैं । किसी भी कंपनी का Share market में अकाउंट कैसे खोलें? शेयर खरीदने से पहले उस कंपनी का परिस्थिति जानकारी अवश्य करें । शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने के बाद अपना धैर्य बनाए रखें । जिस कंपनी में आप पैसा इन्वेस्ट किए हैं उसका न्यूज़ हफ्ते में एक से दो बार जरूर सुने कंपनी का क्या परिस्थिति चल रहा है।

शेयर मार्केट में प्रवेश करने के लिए सबसे पहले किसी ब्रोकर के पास डिमैट अकाउंट ओपन करना होगा । वैसे तो भारत में कई सारे कंपनियां है सबसे पहले आपको ब्रोकर कंपनियों वेबसाइट में जाकर अपना डिमैट अकाउंट ओपन करना होगा । भारत के कुछ ब्रोकर कंपनियां है जिसका नाम fisdom, zerodha, 5paisa, Paytm, वैसे बहुत सारी कंपनियां हैं जो आप इस वेबसाइट में जाकर अपना अकाउंट तैयार कर सकते हैं ।

शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोले विस्तार से जानकारी प्राप्त करें ।

यदि आप शेयर मार्केट में अकाउंट खोलना चाहते हैं तो fisdom वेबसाइट आपके Share market में अकाउंट कैसे खोलें? लिए बेहतर होगा क्योंकि इस वेबसाइट पर ना तो कोई एक्स्ट्रा चार्ज करता है और ना ही buy और sell में पैसे लेते हैं । अगर आप इस वेबसाइट में डिमैट अकाउंट खुलेंगे तो आपके लिए बहुत ही फायदे होंगे क्योंकि इस कंपनी के एडवाइजर प्रोवाइड करते हैं । आपको सजेशन करेंगे किस कंपनी का शेयर खरीदना है और बेचना है ।

डिमैट Share market में अकाउंट कैसे खोलें? अकाउंट ओपन करने के लिए आपके पास सारे डाक्यूमेंट्स होना चाहिए । नाम ,पता पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर ,पासपोर्ट साइज की फोटो एवं फोन नंबर ।

शेयर मार्केट में अकाउंट खोलने के लिए नीचे एक लिंक दिया गया है । लिंक पर क्लिक करने के बाद एक पेज ओपन होगा जहां आप अपने नाम ,फोन नंबर ,ईमेल एड्रेस और पिन कोड नंबर देकर आगे की प्रोसेस करना होगा । दोबारा पेज ओपन होने के बाद एक एप्लीकेशन आएगा जहां आप को इंस्टॉल करने के लिए बोलेगा और वह एप्लीकेशन Fisdom कंपनी का है । एप्लीकेशन डाउनलोड करने के बाद फिर से रजिस्ट्रेशन करना होगा ।

Fisdom वेबसाइट का एप्लीकेशन अपने मोबाइल पर डाउनलोड करें । एप्लीकेशन इंस्टॉल करने के बाद नाम, पता ,फोन नंबर, ईमेल एड्रेस ,पैन कार्ड नंबर और आधार नंबर सबमिट कर के रजिस्ट्रेशन करना होगा

शेयर मार्केट में अकाउंट कैसे खोलें

शेयर मार्केट के फायदे

शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए निम्न औपचारिकताओं को पूर्ण करना होता है:

स्टॉक ब्रोकर के साथ पंजीकरण

भारत में ट्रेडिंग के लिए मुख्यतः दो प्लेटफार्म बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) एवं एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) उपलब्ध है। परंतु निवेशक सीधे तौर पर उपलब्ध प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं। ट्रेडिंग आरंभ करने से पूर्व निवेशकों को स्टॉक ब्रोकर्स के साथ पंजीकरण करना अनिवार्य होता है। स्टॉक ब्रोकर्स निवेशक के प्रतिनिधि के रूप में सभी प्रकार की खरीद-फरोख्त करते हैं। स्टॉक ब्रोकर्स मुख्यतः दो प्रकार के Share market में अकाउंट कैसे खोलें? होते हैं:

डिस्काउंट ब्रोकर्स: डिस्काउंट ब्रोकर्स जैसे कि जीरोधा, एंजल ब्रोकिंग का उपयोग निवेशकों द्वारा उस स्थिति में किया जाता है Share market में अकाउंट कैसे खोलें? जब वे स्वयं ट्रेडिंग करना चाहते हैं जिसके कारण स्टॉक ब्रोकर्स निवेशकों पर बहुत कम ट्रांजैक्शन शुल्क एवं वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क लागू करते हैं।

फुल सर्विस ब्रोकर्स: फुल सर्विस ब्रोकर्स अपने अनुभव एवं विश्लेषण के आधार पर निवेशकों को संपूर्ण सेवाएं प्रदान करते हैं। उदाहरण के तौर पर उचित स्टॉक उचित समय पर चुनाव करना एवं चुने गए स्टॉक में निवेश की जाने वाली राशि को सुनिश्चित करना। फुल सर्विस ब्रोकर निवेशकों को और भी सेवाएं प्रदान करते हैं उदाहरण के तौर पर टैक्स संबंधी सुझाव, एस्टेट प्लैनिंग, कंस्ट्रक्शन, इनिशियल पब्लिक आफरिंग आदि। फुल सर्विस ब्रोकर निवेशकों के पोर्टफोलियो में निरंतर सुधार भी करते रहते हैं। इसी कारण फुल सर्विस ब्रोकर्स निवेशकों पर सामान्य से अधिक शुल्क लागू करते हैं।

आवेदन: उचित स्टॉक ब्रोकर के चुनाव के बाद निवेशक द्वारा स्टॉक ब्रोकर को संपूर्ण व्यक्तिगत जानकारी प्रदान की जाती है जिसके आधार पर निवेशक की सरकारी विनियमन के अंतर्गत जांच की जाती है एवं पंजीकरण किया जाता है। आज के समय में ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन सिर्फ 15 Share market में अकाउंट कैसे खोलें? मिनट में ही खो जाते हैं और उसके बाद आप अपनी ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करना अनिवार्य है। ट्रेडिंग अकाउंट निवेशक द्वारा की गई सभी प्रकार की खरीद-फरोख्त को दर्शाता है। ट्रेडिंग अकाउंट निवेशक के बैंक अकाउंट एवं डीमैट अकाउंट के मध्य संपर्क स्थापित करता है।

ट्रेडिंग अकाउंट के उपयोग द्वारा स्टॉक्स खरीदे जाने पर संबंधित राशि बैंक अकाउंट से डेबिट हो जाती है एवं इसके विपरीत स्टॉक्स के बेचे जाने पर जाने पर संबंधित राशि बैंक अकाउंट में क्रेडिट हो जाती है।

ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के Share market में अकाउंट कैसे खोलें? लिए केवाईसी फॉर्म के साथ निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • वर्तमान बैंक अकाउंट से संबंधित कैंसल्ड चेक
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

डीमैट अकाउंट ओपन करना

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए स्टॉक ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट ओपन करना भी अनिवार्य है। डिमैट अकाउंट निवेशक द्वारा संग्रहित सभी प्रकार की सिक्योरिटी को दर्शाता है। डीमैट अकाउंट का उपयोग निवेशक द्वारा खरीदे गई सभी प्रकार की सिक्योरिटी को संग्रहित करने के लिए किया जाता है।

ट्रेडिंग अकाउंट के उपयोग द्वारा शेयर खरीदे जाने पर संबंधित शेयर की संख्या डिमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाती है एवं इसके विपरीत शेयर के बेचे जाने पर संबंधित शेयर की संख्या डीमैट अकाउंट से डेबिट हो जाती है।

डिमैट अकाउंट ओपन करने के लिए केवाईसी फॉर्म के साथ निम्न दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • आधार कार्ड
  • पैन कार्ड
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ

बैंक अकाउंट लिंक करना

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग आरंभ करने के लिए बैंक अकाउंट का ट्रेडिंग अकाउंट के साथ लिंक होना अनिवार्य है। ट्रेडिंग अकाउंट का बैंक अकाउंट के साथ लिंक होना स्टॉक मार्केट में होने वाली खरीद-फरोख्त को सहज बनाता है।

ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट के सक्रिय होने एवं ट्रेडिंग अकाउंट एवं बैंक अकाउंट लिंक होने के बाद निवेशक ट्रेडिंग आरंभ कर सकते हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश एक लाभप्रद विकल्प है एवं इसके पोर्टफोलियो को विविधीकरण प्रदान कर इसे अधिक लाभप्रद बनाया जा सकता है।

ध्यान दें बैंक अकाउंट लिंक करने के लिए आपको कुछ अलग से नहीं करना पड़ता है। ट्रेडिंग अकाउंट खोलते वक्त आपका बैंक अकाउंट खुद ब खुद आपके ट्रेडिंग अकाउंट के साथ लिंक कर दिया जाता है।

डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो ये बातें जान लें

अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.

डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो ये बातें जान लें

अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.

जानिए कैसे खुलेगा यह अकाउंट:

ब्रोकरेज कंपनियां खोलती हैं यह अकाउंट

ऑनलाइन निवेश करने के लिए ब्रोकिंग खाते की जरूरत होती है. इसे एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एक्सिस डायरेक्ट, फेयर्स और जेरोधा जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है.

ट्रेडिंग के लिए डीमैट काफी नहीं

शेयरों में सीधे निवेश करने के लिए आपके पास तीन खाते होने चाहिए. इनमें बैंक खाता, ट्रेडिंग खाता और डीमैट खाता शामिल हैं. ट्रेडिंग Share market में अकाउंट कैसे खोलें? खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है. डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं.

जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, आर्इपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं.

डीमैट में शेयरों के रखरखाव का काम डेपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) करते हैं. इनमें नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) और सेंट्रल डिपॉजटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) शामिल हैं.

एक से दूसरे खाते में इस तरह जाती है रकम

-पहले आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में रकम आती है.

-ट्रेडिंग अकाउंट की अपनी खास आर्इडी होती है. इस खाते की मदद से शेयरों की खरीद-फरोख्त की जा सकती है.

-जितने शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं, यह डीमैट खाते में दिखता है. डीमैट खाते का इस्तेमाल बैंक की तरह होता है जहां शेयरों को जमा किया जाता है.

ब्रोकरेज फर्म की फीस देख लें

किसी भी वित्तीय सेवा की तरह डीमैट खाते के साथ भी चार्ज जुड़े होते हैं. इसमें ब्रोकर को चुनने में खास ध्यान देना चाहिए. खाता खोलने की फीस और ब्रोकिंग चार्ज के अलावा ट्रांजैक्शन चार्ज को भी देख लेना चाहिए.

यह छोटा सा काम करके शेयर बाजार से कमा सकते हैं करोड़ों

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नोएडा. हर शख्स की कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की चाहत होती है। अगर आप भी कम समय में ज्यादा पैसा कामाना चाहते हैं तो आप की यह चाहत शेयर बाजार (Share market) से पूरी हो सकती है। अब सवाल पैदा होता है कि शेयर बेजार में काम कैसे शुरू की जाए। यानी शेयर बाजार में निवेश और ड्रेडिंग (Trading and Investment Share market में अकाउंट कैसे खोलें? in stock market) के करने से पहले क्या करना पड़ता है। आइए आज हम आपके इन ही उलझनों को दूर कर ये बताएंगे कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश कैसे कर सकते हैं।

शेयरों में निवेश शुरू करना चाहते हैं? जानिए कैसे खोलें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट

अब आप फिजिकल डॉक्‍यूमेंट जमा किए बगैर ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. शेयरों में निवेश के लिए इन्‍हें खुलवाना जरूरी है.

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क्‍या है पात्रता?
18 साल की उम्र से ज्‍यादा का कोई भी व्‍यक्ति डिजिटल तरीके से डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोल सकता है. इसके लिए पैन, बैंक अकाउंट, पहचान और पते का प्रूफ अनिवार्य दस्‍तावेज हैं.

डिजिटल फॉर्म भरें
पहले ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं. फिर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें. इसमें आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डीटेल्‍स भरनी होंगी जिन्‍हें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ना है. साथ ही सबसे उपयुक्‍त ब्रोकरेज प्‍लान को सेलेक्‍ट करने की जरूरत होती है.

डॉक्‍यूमेंट अपलोड करें
आधार, पैन, कैंसिल्‍ड चेक जैसे डॉक्‍यूमेंट की स्‍कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. निवेशक की तस्‍वीर के साथ स्‍कैन किए हुए सिग्‍नेचर की भी जरूरत हो सकती है.

इन-पर्सन वेरिफिकेशन
इन-पर्सन वेरिफिकेशन ब्रोकर करते हैं. इसे डिजिटल कॉल या व्‍यक्ति की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्‍यम से किया जाता है. इसके लिए निवेशकों को स्‍क्रीन पर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है.

आधार ई-वेरिफिकेशन
व्‍यक्ति अब दोबारा फॉर्म चेक करके उसे जमा कर सकता है. इस फॉर्म को ओटीपी के जरिये आधार ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया का इस्‍तेमाल करते हुए इलेक्‍ट्रॉनिक तरीके से साइन किया जा सकता है. एक बार जमा की गई जानकारी, स्‍कैंन्‍ड दस्‍तावेज और आईपीवी हो जाने पर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खुल जाता है. आप ट्रेडिंग अकाउंट में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं और किसी अन्‍य डीमैट अकाउंट में रखी गई प्रतिभूतियों को नए अकाउंट में ला सकते हैं.

किन बातों का रखें ध्‍यान
- ब्रोकरेज फर्मों के अलग-अलग प्‍लानों का अध्‍ययन करें और तुलना करें कि कौन सबसे अच्‍छे रेट और सर्विस ऑफर कर रहा है.

- डिस्‍काउंट ब्रोकर्स के ब्रोकरेज चार्ज फुल सर्विस ब्रोकरों के मुकाबले कम होते हैं. फुल सर्विस ब्रोकर्स तमाम तरह की ऐड-ऑन सर्विस भी देते हैं. इनमें एडवाइजरी, ट्रेडिंग प्‍लेटफॉर्म इत्‍यादि शामिल हैं.

इस पेज की सामग्री सेंटर फॉर इंवेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) के सौजन्य से. गिरिजा गादरे, आरती भार्गव और लब्धि मेहता का योगदान.

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