चूंकि भारत अपनी आवश्यकताओं का 90 प्रतिशत तेल और गैस आयात करता है, मुद्रा का व्यापार कैसे करें इसलिए रुपये में व्यापार से भारत लाभ की स्थिति में होगा। कुल मिलाकर आरबीआइ के इस निर्णय से भारत की बढ़ती वैश्विक स्वीकार्यता और लगातार बढ़ रहे कद के कारण रुपये को अंतरराष्ट्रीय करेंसी के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी।
कावेरी ग्रामीण बैंक मुद्रा लोन
कावेरी ग्रामीण बैंक मुद्रा लोन 2020 | |
कावेरी ग्रामीण बैंक मुद्रा लोन की राशि | अधिकतम 10 लाख रु |
कावेरी ग्रामीण बैंक मुद्रा ऋण ब्याज दर | 8.05% |
मुद्रा लोन राशि: शिशु योजना | रुपये 50,000 तक |
मुद्रा लोन राशि: किशोर योजना | 50,000 रुपये से 5 लाख रुपये के बीच |
मुद्रा लोन राशि: तरुण योजना | 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये के बीच |
कावेरी ग्रामीण बैंक मुद्रा लोन प्रयोजन
निम्नलिखित गतिविधियों की एक सूची है जो मुद्रा ऋण के तहत कवर की जा सकती है:
- परिवहन वाहन: माल और मुद्रा का व्यापार कैसे करें मुद्रा का व्यापार कैसे करें यात्रियों के परिवहन के लिए परिवहन वाहनों की खरीद जैसे कि ऑटो-रिक्शा, छोटे माल परिवहन वाहन, तिपहिया वाहन, ई-रिक्शा, टैक्सी, आदि। ट्रैक्टर / ट्रैक्टर ट्रॉलियों / बिजली टिलर केवल वाणिज्यिक मुद्रा का व्यापार कैसे करें प्रयोजनों के लिए उपयोग किए जाने योग्य हैं। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई ) के तहत सहायता के लिए। वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले दूपहिया वाहन भी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत कवरेज के लिए पात्र हैं।
- सामुदायिक, सामाजिक और व्यक्तिगत सेवा गतिविधियाँ: सैलून, ब्यूटी पार्लर, व्यायामशाला, बुटीक, सिलाई की दुकानें, ड्राई क्लीनिंग, साइकिल, और मोटर साइकिल की मरम्मत की दुकानें, डेस्कटॉप प्रकाशन और फोटोकॉपी सुविधा, चिकित्सा दुकानें, कूरियर एजेंट, आदि।
- खाद्य उत्पाद क्षेत्र: पापड़ बनाना, आचार बनाना, जैम / जेली बनाना, ग्रामीण स्तर पर कृषि उपज संरक्षण, मिठाई की दुकानें, छोटी-छोटी सेवा के खाने के स्टॉल और दिन में खानपान / कैंटीन सेवा, कोल्ड चेन वाहन, शीतगृह, बर्फ बनाने वाली इकाइयाँ , आइसक्रीम बनाने की इकाइयाँ, बिस्किट, ब्रेड और बन बनाना इत्यादि।
- कपड़ा उत्पाद क्षेत्र / गतिविधि: हथकरघा, बिजली करघा, खादी गतिविधि, चिकन काम, जरी और जरदोजी का काम, पारंपरिक कढ़ाई और हाथ का काम, पारंपरिक रंगाई और छपाई, परिधान डिजाइन, बुनाई, सूती बुनाई, कम्प्यूटरीकृत कढ़ाई, सिलाई और अन्य कपड़ा गैर- परिधान उत्पाद जैसे बैग, वाहन सामान, प्रस्तुत सामान, आदि।
- व्यापारियों और दुकानदारों के लिए व्यावसायिक ऋण: अपनी दुकानों / व्यापारिक और व्यापारिक गतिविधियों / सेवा उद्यमों और गैर-कृषि आय-उत्पादक गतिविधियों को चलाने के लिए व्यक्तियों को ऋण देने पर वित्तीय सहायता, जिसमें प्रति उद्यम / उधारकर्ता 10 लाख तक का लाभार्थी ऋण आकार है।
कावेरी ग्रामीण बैंक मुद्रा लोन प्रकार
शिशु योजना
माइक्रो या छोटे व्यवसाय के मालिक मुद्रा ऋण की इस श्रेणी का विकल्प चुन सकते हैं। विशेष व्यवसाय ऋण राशि में 50,000 रुपये तक आवेदन कर सकता है। यह योजना विशेष रूप से उन लोगों के लिए अनुकूलित है, जिन्हें अपना नया व्यवसाय स्थापित करने के लिए एक छोटी पूंजी की आवश्यकता होती है। इस ऋण का लाभ उठाने के लिए, आवेदकों को अपने व्यावसायिक विचारों को प्रस्तुत करना होगा।
किशोर योजना
वे व्यवसाय स्वामी जिनके पास एक व्यवसाय चल रहा है और इसे अधिक व्यवहार्य उद्यम के रूप में विस्तारित करना चाहते हैं, वे मुद्रा ऋण की इस श्रेणी का विकल्प चुन सकते हैं। विशेष व्यवसाय ऋण राशि में 50,000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक की ऋण राशि में आवेदन कर सकता है। इस ऋण का लाभ उठाने के लिए, व्यवसाय को ऋण आवेदन भरना चाहिए और बाजार में व्यवसाय की वर्तमान स्थिति को प्रदर्शित करने के लिए उचित व्यावसायिक दस्तावेज पेश करने चाहिए।
रुपये को वैश्विक मुद्रा बनाने का मौका, व्यापार के लिए नहीं रहेगी डालर की अनिवार्यता
आरबीआइ ने भारत के मौद्रिक इतिहास का एक साहसिक निर्णय लेते हुए घोषणा की कि भारत मुद्रा का व्यापार कैसे करें का अंतरराष्ट्रीय व्यापार भारतीय रुपये में भी होगा। हालांकि इंटरनेशनल स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन लिस्ट के अनुसार दुनिया भर में कुल 185 मुद्राएं हैं लेकिन सभी देशों के केंद्रीय बैंकों में 64 प्रतिशत अमेरिकी डालर है।
मुनि शंकर पांडेय: पिछले दिनों आरबीआइ ने भारत के मौद्रिक इतिहास का एक साहसिक निर्णय लेते हुए घोषणा की कि भारत का अंतरराष्ट्रीय व्यापार भारतीय रुपये में भी होगा। इसके अनुसार भारतीय निर्यातकों और आयातकों को अब व्यापार के लिए डालर की अनिवार्यता नहीं रहेगी। अब दुनिया का कोई भी देश भारत से सीधे बिना अमेरिकी डालर के व्यापार कर सकता है। आरबीआइ के इस कदम से भारतीय रुपये को अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एक करेंसी के लिए स्वीकार करवाने की दिशा में मदद मिलेगी। यह निर्णय भारतीय विदेश व्यापार को बढ़ाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अभिलाषा के भी अनुरूप है। इससे भारत के वैश्विक उद्देश्यों को साधने के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक मजबूती मिलेगी। हालांकि इसके तात्कालिक प्रभाव का भी आकलन करना होगा।
सिर्फ 1 से 2 लाख रुपए में शुरू करें ये 5 छोटे बिजनेस, हो सकती है बढ़िया कमाई
अपना बिजनेस कौन शुरू नहीं करना चाहता, लेकिन पैसा न होने के कारण बहुत से लोग बिजनेस शुरू नहीं कर पाते. साथ ही यह भी संशय रहता है कि कौन सा बिजनेस उनके लिए सही साबित होगा.
यह ऐसे बिजनेस हैं, जिनके लिए मोदी सरकार की तरफ से मुद्रा स्कीम के तहत लोन मिलता है. (प्रतीकात्मक)
अपना बिजनेस कौन शुरू नहीं करना चाहता, लेकिन पैसा न होने के कारण बहुत से लोग बिजनेस शुरू नहीं कर पाते. साथ ही यह भी संशय रहता है कि कौन सा बिजनेस उनके लिए सही साबित होगा. लेकिन, कई ऐसे छोटे बिजनेस हैं, जिन्हें शुरू करके आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. साथ ही इसमें सिर्फ 1-2 लाख रुपए तक का खर्च आएगा. आज हम आपको ऐसे ही पांच बिजनेस की जानकारी दे रहे हैं, जो सिर्फ 2 लाख रुपए तक की पूंजी से शुरू किए जा सकते हैं.
Earn reward points on मुद्रा का व्यापार कैसे करें transactions made at POS and e-commerce outlets
डॉलर की जगह भारतीय रुपये में व्यापार करना चाहते हैं कई देश
भारत के रुपये में अंतरराष्ट्रीय कारोबार करने की प्रक्रिया यानी डॉलर और अन्य बड़ी मुद्राओं की जगह रुपया इस्तेमाल करने का तरीका अन्य कई देशों को भा रहा है. दुनिया के कई देशों ने इस संबंध में भारत से संपर्क किया है.
ताजिकिस्तान, क्यूबा, लग्जमबर्ग और सूडान समेत कई देशों ने भारत से यह जानने के लिए बातचीत शुरू की है कि वह डॉलर या दूसरी बड़ी मुद्राओं को छोड़ भारतीय करंसी में अंतरराष्ट्रीय लेनदेन कैसे कर रहा है. समाचार एजेंस रॉयटर्स ने कम से कम दो आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है. जब यूक्रेन युद्ध शुरू होने पर रूस पर वित्तीय प्रतिबंध लगे थे, तब रूस और भारत ने इस प्रक्रिया से ही कारोबार शुरू किया था.
भारतीय रिजर्व बैंक ने जुलाई में यह प्रक्रिया शुरू की थी. उद्योग जगत की एक हस्ती के हवाले से रॉयटर्स ने लिखा है कि अब भारत सरकार ऐसे देशों को भी इस प्रक्रिया के तहत लाने की कोशिश कर रही है जिनके पास डॉलर यानी अमेरिकी मुद्रा की कमी है. इस व्यक्ति ने अपना नाम प्रकाशित ना करने के आग्रह पर यह सूचना दी क्योंकि मामला अभी गोपनीय है. भारतीय वित्त मंत्रालय और आरबीआई ने इस संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दिए.
कई और देश इच्छुक
मॉरिशस और श्रीलंका ने भी इस प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखाई है. उनके वोस्तरो खातों को तो रिजर्व बैंक ने मंजूरी भी दे दी है. दस्तावेजों के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक ने 12 वोस्तरो खाते मंजूर किए हैं, जो रूस के साथ रुपये में कारोबार के लिए खोले गये हैं. छह अन्य खाते श्रीलंका और मॉरिशस के लिए हैं. इनमें से श्रीलंका के लिए पांच खाते हैं.
भारत कई अन्य बड़े व्यापारिक साझीदारों के साथ भी डॉलर की जगह रुपये में व्यापार करने की कोशिश कर रहा है. इनमें सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश शामिल हैं जिनसे भारत बड़ी मात्रा में तेल आयात करता है. एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक यूएई और भारत के केंद्रीय बैंक रुपया-दिरहम व्यापार व्यवस्था के लिए प्रक्रिया स्थापित करने पर बातचीत कर रहे हैं. सऊदी अरब के साथ रुपया-रियाल व्यापार प्रक्रिया की भी तैयारी की जा रही मुद्रा का व्यापार कैसे करें है.
कैसे काम करती है व्यवस्था
इसी साल भारतीय रिजर्व बैंक ने भारतीय मुद्रा में उपलब्ध किसी भी संपत्ति को सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करने की इजाजत दे दी थी. आरबीआई ने मार्च में ही भारतीय व्यापारियों को रूस के साथ रुपये में कारोबार करने की इजाजत दे दी थी. भारतीय मुद्रा में अंतरराष्ट्रीय व्यापार करने से भारत को अपना निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी और वह उन देशों के साथ भी व्यापार कर सकता है जिन पर अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रतिबंध लगे हैं. मसलन, रूस से तेल खरीदने के लिए भारतीय व्यापारियों ने रुपये में भुगतान किया. इससे भारत कम दाम में तेल खरीद पाया.
इस व्यवस्था के तहत आयात और निर्यात करने वाले व्यापारी एक विशेष वोस्तरो खाता खोलते हैं, जो साझीदार देश के किसी बैंक के साथ जुड़ा होता है. वोस्तरो खाता साझीदार देश का बैंक भारत में किसी बैंक में खोलता है. व्यापारी को जितना भुगतान करना होता है, वह इस खाते में रुपयों में जमा कर देता है. उस रुपये मुद्रा का व्यापार कैसे करें को साझीदार देश किसी से भी रुपये में कारोबार करने में इस्तेमाल कर सकता है.
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