क्रिप्टोकरेंसी क्या है…? :Cryptocurrencies में invest कैसे करें?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है…? ,क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास,क्रिप्टोकरेंसी के फायदे,Cryptocurrency के नुकसान,Cryptocurrency खरीद ने के लिए आवश्यक Documents,Cryptocurrencies में invest कैसे करें?,क्रिप्टोकॉइन के प्रकार

क्रिप्टोकरेंसी क्या है…?:-
क्रिप्टो करेंसी एक ऐसी मुद्रा है, जो कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है | यह एक ऐसी मुद्रा है, जिसे किसी भी देश की सरकार लागू नहीं करती है | इस मुद्रा पर किसी देश, राज्य या किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है अर्थात यह एक स्वतंत्र मुद्रा है, जो डिजिटल रूप में होती है इसके लिए क्रिप्टोग्राफी का प्रयोग किया जाता है। क्रिप्टो करेंसी द्वारा आप किसी भी तरह की वस्तु या सेवाएं खरीद या बेच सकते हैं।
Crypto currency को digital money भी कहा जा सकता है क्यूंकि ये केवल Online ही उपलब्ध है और इसे हम physically लेन देन नहीं कर सकते ,दुसरे currencies जैसे की भारत में Rupees, USA में Dollar, Europe में Euro इत्यादि को सरकारें पुरे देश में लागु करते हैं और इस्तमाल में लाये जाते हैं ठीक वैसे ही इन currency को भी पुरे दुनिया में इस्तमाल में लाया जाता है. लेकिन यहाँ समझने वाली यह बात है की इन Cryptocurrencies के ऊपर Government का कोई भी हाथ नहीं होता है क्यूंकि ये Decentrallized Currency होती हैं इसलिए इनके ऊपर कोई भी agency या सरकार या कोई board का अधिकार नहीं होता, जिसके चलते इसके मूल्य को regulate नहीं किया जा सकता |

क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास :- (History of cryptocurrency in Hindi)
सबसे पहली क्रिप्टोकरंसी 2009 में लांच की गयी या कह सकते है की बनाई गई थी। जो की बिटकॉइन थी। इसको सतोशी नाकामोतो द्वारा लॉन्च किया गया था। सतोशी नाकामोतो के बारे में किसी को भी ज्यादा नहीं पता है। बस यह कहा जाता है कि वह एक Developer थे।
लेकिन कई लोगों का मानना यह भी है, कि वह कोई संस्था थी जिसने बिटकॉइन को बनाया और उस संस्था का नाम सतोशी नाकामोतो था। अब इसमें कितनी सच्चाई है यह तो कोई नहीं जानता है।और इसका कारण यह है की सतोशी नाकामोतो के बारे में कुछ भी नहीं पता चला क्योंकि बिटकॉइन को लांच करने के कुछ समय बाद ही वह गायब हो गए थे। और उसके बाद उनका कोई भी पता नहीं लगा पाया।

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे:- (Crypto Currecy Benefits)
1.क्रिप्टोकरेंसी में किये जानें वाले सभी प्रकार के लेनदेन ऑनलाइन मोड में होते हैं, साथ ही इसकी सिक्यूरिटी बहुत ही स्ट्रोंग होती है, क्योंकि इसमें के विशेष प्रकार की सुरक्षा वाली टेक्निक का प्रोयग किया जाता है | जिसके कारण इसमें किसी भी तरह से फ्राड या धोखाधड़ी की संभावनाएं न के बराबर होती है |
2.क्रिप्टो करेंसी पर किसी अथॉरिटी का नियंत्रण नहीं होता है, जिससे नोटबंदी और करेंसी का मूल्य घटने जैसा खतरे की संभावना नहीं होती है।
3.साधारण लेन-देन और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से होनें वाले लेनदेन में अन्तर होता है, क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी में किया जाने वाला लेनदेन बहुत ही कड़ी निगरानी में एवं सुरक्षित तरीके से किया जाता है |
4.धन छुपाकर रखनें वाले लोगो के लिए क्रिप्टो करेंसी सबसे अच्छा माध्यम है, जिसके कारण क्रिप्टो करेंसी पैसे छुपाकर रखने का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है |

Cryptocurrency के नुकसान:-
1.Cryptocurrency में एक बार transaction पूर्ण हो जाने पर उसे reverse कर पाना असंभव होता है क्यूंकि इसमें वैसे कोई options ही नहीं होती है.
2.अगर आपका Wallet के ID खो जाती है तब वो हमेशा के लिए खो जाती है क्यूंकि इसे दुबारा प्राप्त करना संभव नहीं है. ऐसे में आपके जो भी पैसे आपके wallet में स्तिथ होते हैं वो सदा के लिए खो जाते है|

Cryptocurrency खरीद ने के लिए आवश्यक Documents :-
1.आधार कार्ड
2.पेन कार्ड
3.वोटर आईडी कार्ड
4. फ़ोन नंबर
5.बैंक एकाउंट्स डिटेल

Cryptocurrencies में invest कैसे करें?:-
Cryptocurrencies में invest करने के लिए आपको सही प्लाट्फ़ोर्म का चुनाव करना होगा। क्यूँकि यदि सही प्लाट्फ़ोर्म न चुना जाए तब आपको ज़्यादा फ़ीस देनी पड़ सकती है ट्रेडिंग करते वक्त। ऐसे ही भारत में अभी के समय में सबसे पोपुलर Cryptocurrency प्लाट्फ़ोर्म है “Wazirx“।
इसमें investment करना और ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान है और इसके फ़ाउंडर भी एक भारतीय ही हैं। मैंने भी इसमें investment किया है और कई वर्षों से किया है। आप भी चाहें तो इसमें अपना पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं।

क्रिप्टोकॉइन के प्रकार:- (How Many Types of Cryptography)
तात्कालिक समय में लगभग 1000 क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं, किन्तु इसमें से कुछ ऐसे हैं, जिसका प्रयोग बहुत अधिक होता है.
1.ईथर और ईथरम : इसका प्रयोग इंटरचेंज करेंसी के रूप में किया जाता है. ईथर एक तरह का टोकन होता है. इसका प्रयोग ईथरम ब्लाक चैन के अंतर्गत लेनदेन के लिए किया जाता है.
2.लाइटकॉइन : इसका अविष्कार वर्ष 2011 में हुआ था. यह भी नामित कॉइन की ही तरह डीसेंट्रलाइज्ड तकनीक की सहायता से कार्य करता है. इसकी सहायता से बिटकॉइन अधिक तेज़ कार्य होता है.
3.डैश : वर्ष 2014 में डैश क्रिप्टोकरेंसी का आविष्कार हुआ था. इसके आरम्भ में इसे डार्क कॉइन के नाम से जाना जाता था. यह ‘मास्टरनोड’ नामक नेटवर्क की सहायता से कार्य करता है. यह नेटवर्क बिटकॉइन से अधिक तेज़ और प्रभावशाली है.
4.जेड कैश : इसका आविर्भाव अक्टूबर 2016 में हुआ था. यह इस क्षेत्र में एक नयी तरह की करेंसी है. इसके प्रयोग के दौरान सारे इनफार्मेशन एन्क्रिप्ट हो जाते है, फिर भी इसका प्रयोग ‘डबल स्पेंड’ के लिए नहीं किया जा सकता है.
5.मोनेरो : यह भी एक विशेष तरह की क्रिप्टोकरेंसी है. इसमें विशेष तरह की सिक्यूरिटी का प्रयोग किया जाता है, जिसका नाम रिंग सिग्नेचर होता है. यह ‘डार्क वेब ब्लैक मार्केट’ में बहुत अधिक होता है. इसकी सहयता से स्मग्लिंग की जाती है. अतः इसके प्रयोग से कालाबाजारी आसान हो जाती है.

Cryptocurrency Price: क्या बिटकॉइन खरीदने का है अच्छा समय? क्रिप्टोकरेंसी में आई गिरावट

बिटकॉइन की कीमत आज दो सप्ताह में पहली बार 39,000 डॉलर के स्तर को तोड़ने के बाद 37,000 डॉलर से नीचे चली गई

Cryptocurrency Price: क्रिप्टोकरेंसी में दो हफ्ते तेजी के बाद आज गिरावट नजर आई। बिटकॉइन की कीमत आज दो सप्ताह में पहली बार 39,000 डॉलर के स्तर को तोड़ने के बाद 37,000 डॉलर से नीचे चली गई। मार्केट कैप के हिसाब से दुनिया की सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी 4% गिरकर 36,861 डॉलर पर आ गई। CoinGecko के अनुसार वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आज 4% से अधिक 1.79 ट्रिलियन डॉलर तक गिर गया, जो आज क्रिप्टो कीमत में गिरावट के बाद हो गया।

कॉइनडेस्क के अनुसार ईथर, एथेरियम ब्लॉकचेन से जुड़ा सिक्का और दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी 3% से अधिक गिरकर 2,677 डॉलर हो गया। इसी तरह Binance Coin भी 4% गिरकर 366 डॉलर पर था।

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डॉगकोइन की कीमत भी लगभग 4% गिरकर 0.13 हो गई, जबकि शीबा इनु 5% से अधिक 0.000021 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। अन्य क्रिप्टो का प्रदर्शन भी एक्सआरपी, स्टेलर, एवलॉन्च, कार्डानो, सोलाना, पॉलीगॉन, टेरा में भी गिरावट का दौर रहा। बीते 24 घंटों में यह 4-9% के दायरे में कारोबार करते नजर आए।

इस साल की शुरुआत (year-to-date or YTD) के बाद से बिटकॉइन 20% से अधिक फिसल गया है, जबकि यह नवंबर 2021 में अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 69,000 के हिट से लगभग आधा हो गया है। मौद्रिक नीति को कड़ा करने की उम्मीदों ने एक को बढ़ावा देने में मदद की क्रिप्टोकरेंसी एसेट्स में मंदी बनी हुई है।

मीडिया रिपोर्ट्स मुताबिक भारत के वित्त सचिव ने कहा कि क्रिप्टो कभी भी कानूनी टेंडर नहीं बन सकता। केवल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किया गया डिजिटल रुपया ही कानूनी टेंडर होगा। डिजिटल रुपया आरबीआई द्वारा लाया गया, कभी भी डिफॉल्ट नहीं होगा। बाकी सभी कानूनी टेंडर नहीं हैं, नहीं होंगे, कभी कानूनी निविदा नहीं बनेंगे। बिटकॉइन, एथेरियम या अभिनेता की एनएफटी बनने वाली कोई भी तस्वीर कभी भी कानूनी टेंडर नहीं बन जाएगी।

MoneyControl News

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First Published: Feb 03, 2022 10:53 AM

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Crypto currency kya hai जाने | digital currency kya hota hai in hindi.

Crypto currency kya hai जाने | digital currency kya hota hai in hindi.

crypto currency kya hai, क्रिप्टो करेंसी क्या है in hindi.

Crypto currency एक digital करेंसी होता है। जिसे आप छू नही सकते। यह एक वित्तीय लेन देन का जरिया है। क्रिप्टो करेंसी बी भरिये रूपये और अमेरिकी डॉलर क़े सामान है।

फर्क सिर्फ इतना है की crypto currency आभासी है। और यह दिखाई नहीं देती और न ही आप क्रिप्टोकरेंसी को छू सकते है।

इसे केवल महसूस किया जा सकता है। ये केवल ऑनलाइन ही उपलब्ध होते है। इसलिए crypto currency का सारा कारोबार online ही होते है।

और इसलिए crypto currency को digital करेंसी क़े नाम से क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है भी जाना जाता है।

Type of crypto currency in hindi .

दोस्तों पुरे विश्व मे आज क्रिप्टो करेंसी मशहूर हो चूका है। शायद आप भी इसके बारे मे पहले से जानते भी होंगे। पर सारे cryptocurrency मे आज सबसे ऊपर स्थित है bitcoin.

Bitcoin को साल 2009 मे Satoshi Nakamoto ने बनाया था। जोअभी बिटकॉइन सारे crypto करेंसी मे सबसे ज्यादा पॉपुलर है।

और आज 1000 से भी ज्यादा crypto currency का चलन है। आप top 10 popular crypto currency list निचे देख सकते है।

Top 10 popular crypto currency list in hindi

अभी आपने Top 10 popular crypto currency list को देखा। अब जान लेते है crypto currency ke fayde और नुकसान क़े बारे मे।

Crypto currency क़े फायदे क्या है?

  1. Crypto currency खरीदना और बेचना काफ़ी आसान है।
  2. इसके लिए बहुत सारे digital wallet उपलब्ध होते है।
  3. क्रिप्टोकरेंसी invest क़े लिए अच्छा विकल्प है।
  4. क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है
  5. क्रिप्टो करेंसी मे किसी बैंक की जरूरत नहीं होती।
  6. cryptocurrency काफ़ी secure है।
  7. इससे बैंक की तरह ऑनलाइन कोई भी सामान order किया जा सकता है

दोस्तों crypto currency क़े और भी कई फायदे है। पर इसका कुछ नुकसान भी है। आप खुद भी जानते होंगे की किसी चीज से हमें फायदे होते है तों उससे कुछ नुकसान भी होते है। तों चलिए जान लेते है। Cryptocurrency से हमें नुकसान kya hai क़े बारे मे।

cryptocurrency क़े नुकसान क्या है।

दोस्तों जैसे की क्रिप्टो करेंसी की कीमत साल 2010 मे cryptocurrency एक बिटकॉइन ( Bitcoin ) की कीमत सिर्फ 22 पैसे थी पर आज वही एक बिटकॉइन की कीमत सुनकर आप दंग रह जायेंगे।

इससे भी आप क्रिप्टो करेंसी क़े नुकसान का अंदाज लगा सकते है। निचे और भी कुछ भी है उसे पढ़ ले।

  1. यदि आप आपने crypto currency wallet’s क़े यूजर id और पासवर्ड खो जाने पर आपकी सारी cryptocurrency डूब जाएगी।
  2. क्रिप्टो करेंसी मे मूल्य गिरने से भी आपका भारी नुकसान हो सकता है।
  3. यदि आपके साथ कोई धोखाधड़ी हो जाती है तों आप कही कालेम नहीं कर सकते।
  4. cryptocurrency मे रिवर्स का ऑप्शन नहीं है। इसलिय यदि आपसे कोई गलत ट्रांजेक्शन हो जाता है तों आपको काफ़ी भारी नुकसान हो सकता है।
  5. क्रिप्टो करेंसी को कोई देश, संस्था, कम्पनी, मालिक या सरकार क़े द्वारा संचालित नहीं किया जाता जो इसका सबसे बड़ा disadvantage है।

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Kya भारत मे crypto currency बैन hai

दोस्तों crypto currency को RBI क़े द्वारा भारत मे साल 2018 मे बन किया गया था। पर मामला कोर्ट मे जाने पर कोट ने मार्च 2020 cryptocurrency पर से बैन हटा दिया।

इसलिए कुछ कहा नहीं जा सकता पर जल्द ही क्रिप्टो करेंसी बिल सांसद मे पेश होने वाला है। उसके बाद ही पता चल पायेगा की crypto currency को भारत सरकार मान्यता देती है। या इसपर सदा क़े लिए बैन लगाती है।

मुझे उम्मीद है की अब आपको digital currency kya hota hai और क्रिप्टो करेंसी क्या है in hindi मे आपको अच्छे से समझ मे आ गया होगा। फिर भी आपको कोई दिकत है तों हमें जरूर बताए।

आज का लेख Crypto currency kya hai जाने, digital currency kya hota hai in hindi mein आपको पसंद आया हो तों इसे आपने दोस्तों क़े साथ और सोशल मीडिया साइट जैसे फेसबुक, ट्विटर पर शेयर जरूर कर दे और फेसबुक पेज लाइक करें।

Cryptocurrency vs Digital Currency: RBI ने लांच की डिजिटल करेंसी, जानें क्रिप्टोकरेंसी से कैसे है अलग और क्या हैं इसके फायदे

Cryptocurrency vs Digital Currency

Cryptocurrency vs Digital Currency: क्रिप्टोकरेंसी और केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) दोनों ने पूरे भारत में लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। डिजिटल एसेट्स के रूप में सामान्य स्थिति के बावजूद दोनों में काफी अंतर है। पूर्व वित्त सचिव एससी गर्ग का मानना है कि सीबीडीसी डीमैटरियलाइज्ड बैंक नोट की तरह होता है, और उसका क्रिप्टोकरेंसी से कोई लेना-देना नहीं है।

बता दें कि देश में पहले ही बहुत से ऑनलाइन पेमेंट के ऑप्शन मौजूद है।ऐसे में अहम सवाल यह है कि जब इतने सारे ऑनलाइन पेमेंट के विकल्प मौजूद हैं और क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है वो बेहतर काम भी कर रहे हैं तो फिर डिजिटल रुपया लाने की जरूरत ही क्यों पड़ी। क्यों खास है डिजिटल करेंसी (Digital Currency) और यह Cryptocurrency से कितनी अलग है।

सीबीडीसी डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य

क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया मुद्रा के रूप में स्वीकार नहीं कर सकती है। हालांकि, सीबीडीसी जैसे रेगुलेटेड डिजिटल कॉइन क्रिप्टो का भविष्य हो सकते हैं। मैकिन्से ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्टेबल कॉइन के प्रचलन में तेजी से वृद्धि के साथ केंद्रीय बैंकों ने अपनी स्टेबल डिजिटल करेंसी का पता क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है लगाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

Cryptocurrency vs Digital Currency

आरबीआई द्वारा जारी किया गया डिजिटल टोकन

सीबीडीसी या भारतीय ई-रुपया आरबीआई द्वारा जारी किया गया एक डिजिटल टोकन है और यह देश की फिएट करेंसी से जुड़ा हुआ है। ब्लॉकचैन विशेषज्ञों के एक समूह ब्लॉकचैन काउंसिल का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के विकास ने कैशलेस सोसाइटी और डिजिटल करेंसी में रुचि बढ़ा दी है, जिसके चलते दुनिया भर की सरकारें और केंद्रीय बैंक सरकार समर्थित डिजिटल करेंसी के उपयोग पर विचार कर रहे हैं।

सीबीडीसी के ये हैं बड़े फायदे

सीबीडीसी का प्राथमिक उद्देश्य कंपनियों और उपभोक्ताओं को गोपनीयता, हस्तांतरणीयता, सुगमता और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। काउंसिल का कहना है, सीबीडीसी एक जटिल वित्तीय प्रणाली के लिए आवश्यक रखरखाव को भी कम करता है, सीमा पार लेनदेन लागत में कटौती करता है और उन लोगों को कम लागत वाले विकल्प देता है जो अब दूसरे धन हस्तांतरण विधियों का उपयोग करते हैं।

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले जान लें ये बातें, वरना लालच के चक्कर होगा भारी नुकसान

जब तक आपको क्रिप्टो की पूरी जानकारी न हो आप क्रिप्टों करेंसी (Cryptocurrency) में पैसा न लगाएं. बिना रिसर्च और जानकारी के इसमें निवेश करने पर आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले जान लें ये बातें, वरना लालच के चक्कर होगा भारी नुकसान

नई दिल्ली,14 जनवरी: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)वर्चुअल करेंसी है. आप इसे आम करेंसी की तरह अपने पास नहीं रख सकते हैं. क्रिप्टो करेंसी की तरफ लोगों का काफी रुझान दिखा रहा हैं. पिछले कुछ वर्षों में बिटकॉइन (Bitcoin), ईथर (Ether), डॉगकोइन (Dogecoin), शीबा इनु (Shiba Inu) और अन्य क्रिप्टो करेंसी बाजार में काफी लोकप्रिय हुए हैं. क्रिप्टो करेंसी ने वैश्विक स्तर पर व्यापारिक लेनदेन के मामले में एक नए युग की स्थापना की है. एलन मस्क जैसे लोकप्रिय लोग भी क्रिप्टो करेंसी का समर्थन करते हैं, हालांकि, क्रिप्टो करेंसी की प्रकृति में अस्थिरता हैं जो बाजार जोखिमों के अधीन हैं. Bitcoin Crisis in 2022: क्या इस साल क्रैश हो सकती है क्रिप्टोकरेंसी? जानें विशेषज्ञों ने क्या दी सलाह

उदाहरण के तौर पर क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन ने पिछले साल $ 69,000 को छूने का रिकॉर्ड बनाया, लेकिन सिर्फ तीन महीने के भीतर ही यह $ 40,000 के निशान से नीचे गिर गया. इसलिए क्रिप्टोकरेंसी को जोखिम भरी संपत्ति के तौर पर देखा जाता है. निवेशकों को पता होना चाहिए कि इनमें निवेश से जुड़ी अस्थिरताएं हैं.

क्रिप्टो करेंसी में निवेश से पहले इससे जुड़ी कुछ बुनियादी बातों को ध्यान में रखना जरुरी है. क्रिप्टो मैनेजिंग प्लेटफॉर्म, कासा के संस्थापक और सीईओ कुमार गौरव के अनुसार, सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक यह समझना है कि आप क्रिप्टो में कितना निवेश करते हैं. "आपको समझना चाहिए कि क्रिप्टो करेंसी बेहद अस्थिर है. बाजार हमेशा खुला रहता है और वैश्विक मांग और आपूर्ति कारकों के आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है. एक संपत्ति के रूप में क्रिप्टो करेंसी अन्य निवेश परिसंपत्तियों की तुलना में थोड़ा जोखिम भरा है"

वौल्ड के सह-संस्थापक और सीईओ और ब्लॉकचैन और क्रिप्टो एसेट्स काउंसिल (बीएसीसी) के एक सदस्य, दर्शन बथिजा ने बिटकॉइन को थोड़ा जोखिम-मुक्त बनाने के लिए एक समाधान की पेशकश की. उन्होंने कहा, "क्रिप्टो करेंसी अस्थिरता और अटकलों से भरी हुई है. यदि आप बिटकॉइन में निवेश करना चाहते हैं, तो छोटे लाभ के चक्कर में ना रहें, या छोटे नुकसान से निराश न हो. कभी-कभार अल्पकालिक गिरावट का भी आपको सामना करना पड़ सकता है. यदि आप अस्थिरता से निपटना चाहते हैं, तो इसका समाधान यह है कि आप अपने बिटकॉइन को फिक्स डिपॉडिट कर दें.

क्रिप्टो मैनेजिंग प्लेटफॉर्म, कासा के संस्थापक और सीईओ कुमार गौरव ने बताया कि निवेश करने के लिए कौन सी क्रिप्टो करेंसी को चुनना चाहिए उन्होंने कहा "11,000 से अधिक क्रिप्टो परियोजनाएं हैं जो अब CoinMarketCap पर सूचीबद्ध हैं. 11,000 टोकन में से सिर्फ कुछ में ही निवेश करने लायक हैं. हर निवेशक के लिए परियोजना को समझना बेहद जरुरी है.

हमेशा किसी ऑथेन्टिक या किसी नामी प्लेटफॉर्म के जरिए ही क्रिप्टो में क्रिप्टो करेंसी के फायदे क्या है पैसा लगाएं. इसका सही चुनाव करना बहुत जरूरी है. बिना सोचे-समझे कभी भी निवेश न करें. जब तक आपको क्रिप्टो की पूरी जानकारी न हो आप इसमें पैसा न लगाएं. हमेशा ट्रांजैक्शन करने के लिए क्रिप्टो के पूरे ब्लॉकचेन को समझना पड़ता है. बिना रिसर्च और जानकारी के इसमें निवेश करने पर आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

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