बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न समझाया। # 1 तेजी और मंदी की विविधताओं को खोजने के लिए सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शिका
मूल्य बार चार्ट पर अक्सर दोहराए जाने वाले पैटर्न बनाते हैं। व्यापारी उन्हें अंतर्निहित परिसंपत्ति के भविष्य की कीमत का अनुमान लगाने के लिए उपयोग करते हैं ताकि वे लाभदायक ट्रेडों को खोल सकें। कुछ पैटर्न दूसरों की तुलना में अधिक जटिल हैं। आज, मैं उस पैटर्न की व्याख्या तेजी और अन्य पैटर्न करूंगा जिसमें सिर्फ एक कैंडलस्टिक शामिल है। इसे बेल्ट होल्ड कहा जाता है। इसे जापानी से योरिकिरी के रूप में भी जाना जाता है।
बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?
कैंडलस्टिक पैटर्न जिसे बेल्ट होल्ड के रूप में जाना जाता है, एक एकल जापानी कैंडलस्टिक द्वारा बनाया गया है। यह अपट्रेंड और डाउनट्रेंड के दौरान पाया जा सकता है। यह वर्तमान प्रवृत्ति के संभावित उलट के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
जब अलग-अलग रंग की मोमबत्ती विकसित होती है तो बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न को पहचाना जा सकता है। हालाँकि, यह बहुत बार हो सकता है मूल्य चार्ट और इसलिए इसे अत्यधिक विश्वसनीय नहीं माना जाता है। रुझानों के बारे में भविष्यवाणी करने में सक्षम होने के लिए आपको कम से कम कुछ दिनों तक अभ्यास करना चाहिए।
पैटर्न पिछली कैंडल की बॉडी के अंदर क्लोज़ हो जाता है जैसे कि कीमत को आगे जाने से रोक रहा हो। यहीं से पैटर्न का नाम निकला है।
हम बेल्ट होल्ड पैटर्न को दो प्रकारों में विभजित कर सकते हैं। वे हैं बुलिश और बियरिश बेल्ट।
बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक पैटर्न
बेयरिश बेल्ट होल्ड पैटर्न क्या है?
मंदी की बेल्ट पकड़ कैंडलस्टिक पैटर्न प्रकट होता है जब मूल्य चार्ट पर ऊपर की ओर गति होती है।
बियरिश बेल्ट होल्ड पैटर्न के वैध होने की शर्तें इस प्रकार हैं:
- बियरिश कैंडलस्टिक कई बुलिश बारों के बाद दिखाई देती है;
- कैंडल की ओपेनिंग पिछले बार की क्लोजिंग की तुलना में ऊपर है। इंट्राडे चार्ट पर, शुरुआती कीमत पिछली समापन कीमत के समान हो सकती है;
- बेल्ट होल्ड कैंडल का शरीर लंबा होता है, निचली बाती छोटी होती है और कोई ऊपरी बाती नहीं होती या बहुत छोटी होती है।
बेयरिश बेल्ट होल्ड पैटर्न ट्रेंड रिवर्सल की भविष्यवाणी करता है। मूल्य चार्ट में नोटिस करना काफी आसान है लेकिन ध्यान रखें कि यह एक है लगातार पैटर्न और इसे विचार के साथ कारोबार किया जाना चाहिए। पिछली मोमबत्ती को देखकर पैटर्न की पुष्टि करें। यह एक तेजी और अन्य पैटर्न लंबी तेजी वाला होना चाहिए। बेल्ट होल्ड बार को एक लंबा लाल होना चाहिए। और मोमबत्ती के ठीक बाद विकसित होने वाली मोमबत्ती भी संकेत की पुष्टि करने के लिए मंदी की होनी चाहिए।
बुलिश बेल्ट होल्ड पैटर्न क्या है?
बुलिश बेल्ट होल्ड पैटर्न तब बनता है जब अंतर्निहित परिसंपत्ति की कीमत नीचे की ओर बढ़ रही होती है। इससे पता चलता है कि ट्रेंड रिवर्सल हो सकता है।
इसकी पहचान किसी भी समय की जा सकती है समय-सीमा हालांकि यह दैनिक या साप्ताहिक चार्ट पर अधिक महत्वपूर्ण है।
आप बुलिश बेल्ट होल्ड पैटर्न कैसे पहचान सकते हैं?
- बाजार में तेजी और अन्य पैटर्न गिरावट आई और कुछ बियरिश कैंडल्स के बाद एक बुलिश कैंडल विकसित हुई;
- इस बुलिश कैंडल की ओपेनिंग पिछले बार की तुलना में नीचे है (या वे इंट्राडे चार्ट पर समान हैं);
- हरे रंग की कैंडल का शरीर शीर्ष पर एक छोटी बाती के साथ लंबा होना चाहिए और तल पर कोई बाती नहीं (या नाममात्र की बाती) होनी चाहिए।
EURUSD चार्ट पर बुलिश बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक
समर्थन स्तर पर दिखाई देने पर बुलिश बेल्ट होल्ड पैटर्न अधिक मजबूत होता है।
समर्थन-प्रतिरोध स्तर पर बेल्ट होल्ड दिखाई दे तो बेहतर है
यदि आप स्थानीय टॉप देखते हैं जो एक बेल्ट होल्ड पैटर्न था, तो आप इसे भविष्य में प्रतिरोध स्तर के रूप में उपयोग कर सकते हैं। नीचे तस्वीर देखें। बेशक, बेल्ट पैटर्न के साथ स्थानीय बॉटम्स पर एक ही नियम लागू होता है। उनका उपयोग भविष्य के समर्थन स्तरों के रूप में किया जा सकता है।
एक मौजूदा बेल्ट होल्ड का इस्तेमाल भविष्य में प्राइस पिवोट्स की खोज के लिए किया जा सकता है
बेल्ट होल्ड कैंडल पैटर्न कितना विश्वसनीय है?तेजी और अन्य पैटर्न
बेल्ट होल्ड पैटर्न एकल द्वारा बनता है जापानी कैंडलस्टिक। यह ऊपर की ओर आंदोलन के दौरान दिखाई देता है और फिर इसे एक मंदी पैटर्न कहा जाता है और एक तेज बेल्ट होल्ड पैटर्न के नाम के साथ डाउनट्रेंड के दौरान।
बेल्ट होल्ड एक रिवर्सल पैटर्न है जिसका मतलब है कि आप उम्मीद कर सकते हैं कि इसकी उपस्थिति के बाद कीमत की दिशा बदल जाएगी।
यह कैंडलस्टिक पैटर्न काफी बार होता है इसलिए विश्वसनीयता उतनी अधिक नहीं होती है। अतिरिक्त तकनीकी संकेतक या अन्य मूल्य पैटर्न का उपयोग करना अच्छा है।
में अभ्यास करें IQ Option डेमो खाता. आप अपने खुद के पैसे को जोखिम में डाले बिना पैटर्न के विकास और बाद में कीमत के उतार-चढ़ाव का निरीक्षण कर सकते हैं। एक बार जब आप बेल्ट होल्ड कैंडलस्टिक का उपयोग करना जानते हैं व्यापार में पैटर्न, आप लाइव खाते में स्विच कर सकते हैं।
IPO ने किया कमाल: 10 महीने में ही पैसे लगाने वाले हुए मालामाल, 585 रुपये से बढ़कर ₹1400 पर पहुंचा भाव
डेटा पैटर्न (इंडिया) के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। यह डिफेंस स्टॉक मंगलवार के इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 9 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,400 रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया।
Data Patterns Share: डेटा पैटर्न (इंडिया) के शेयरों (Data Patterns (India) Ltd) में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। यह डिफेंस स्टॉक मंगलवार के इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 9 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,400 रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया। बता दें कि कंपनी का दस महीने पहले ही आईपीओ आया था। डेटा पैटर्न (इंडिया) के शेयरों की लिस्टिंग 24 दिसंबर, 2021 को शेयर बाजार में हुई थी। बता दें कि कंपनी का इश्यू 13 दिसंबर को खुल कर 16 दिसंबर को बंद हुआ था।
तीन महीने में 95% तक की तेजी
पिछले तीन महीनों में एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स में 8 प्रतिशत की तेजी के इस स्टॉक में 95 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। पिछले कुछ महीनों में तेज रैली के बाद, कंपनी के शेयर की कीमत बीएसई पर इसके इश्यू प्राइस 585 रुपये प्रति शेयर से 139 प्रतिशत चढ़ गए।
कंपनी का कारोबार
Data Patterns एक इंटिग्रेटेड डिफेंस और एयरोस्पेस इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशंस प्रोवाइडर कंपनी है। कंपनी इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, फर्मवेयर, मैकेनिकल, प्रोडक्ट प्रोटोटाइप के डिजाइन, डिवलपमेंट के साथ टेस्टिंग, वैलिडेशन और वेरिफिकेशन का काम भी करती है।
स्कूली पाठ्यक्रम को नए ढांचे में गढ़ने की तैयारी तेज, 10 प्लस तेजी और अन्य पैटर्न टू की जगह फाइव प्लस थ्री का पैटर्न होगा लागू
शिक्षा मंत्रालय का इसी साल से नया पैटर्न लागू करने का लक्ष्य के तहत नए पाठ्यक्रम में रटने और रटाने का खेल खत्म करने की कवायद तेज है। मंत्रालय ने नेशनल कैरीकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के लिए जो विशेषज्ञ टीम बनाई है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिये स्कूली शिक्षा के ढांचे में बदलाव की जो सिफारिशें की गई थीं, उन सभी पर अमल तेजी से शुरू हो गया है। इनमें जो अहम बदलाव है, वह स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम को 10 प्लस टू के पैटर्न से निकालकर फाइव प्लस थ्री प्लस थ्री प्लस फोर के पैटर्न पर ले जाने का है। शिक्षा मंत्रालय ने इस काम में ज्यादा देरी न करते हुए इसे इसी साल पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। इसे लेकर गठित टीम को तेजी से इस दिशा में काम आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।शिक्षा मंत्रालय ने इसके साथ ही स्कूली पाठ्यक्रम को नए सिरे से गढ़ने पर भी जोर दिया है जिससे स्कूलों से रटने और रटाने का पूरा खेल खत्म हो जाए। साथ ही ऐसे पाठ्यक्रम का विकास हो, जिसमें सीखने की समग्र प्रक्रिया हो।
स्कूली शिक्षा के नए ढांचे पर ध्यान देने की जरूरत
मंत्रालय ने स्कूली शिक्षा के नए ढांचे में इन पहलुओं पर ध्यान देने की जरूरत बताई है। मंत्रालय ने नेशनल कैरीकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) के लिए जो विशेषज्ञ टीम बनाई है, उसके मुखिया भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख और देश के वरिष्ठ विज्ञानी के. कस्तूरीरंगन को बनाया है। बता दें कि यह वही कस्तूरीरंगन हैं जिनकी अगुआई में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भी तैयार की गई है। मंत्रालय का मानना है कि यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि नीति के जरिये बदलाव के जो सपने देखें गए हैं वे पूरी तरह से ढांचे में आ सकें। शिक्षा मंत्रालय ने इसके साथ ही स्कूली ढांचा तैयार करने में जिन मूलभूत विषयों पर ध्यान देने पर जोर दिया है, उनमें 21वीं सदी की जरूरत को ध्यान में रखते हुए सोच आधारित विषयवस्तु को प्रमुखता देने, वैज्ञानिक सोच, समस्या समाधान, सहयोग और डिजिटल शिक्षा से जुड़े विषय शामिल हैं। साथ ही स्थानीय विषयवस्तु और भाषा को प्रमुखता से शामिल करने का सुझाव दिया गया है।
स्कूली शिक्षा के नए स्वरूप का काम पूरा
मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, स्कूली शिक्षा के ढांचे को तैयार करने का ज्यादातर काम पूरा तेजी और अन्य पैटर्न हो चुका है। अब गठित की गई उच्चस्तरीय कमेटी इसकी समीक्षा करेगी। साथ ही यह परखेगी कि बदलाव नीति की अहम सिफारिशों के अनुरूप ही किया गया है या नहीं। साथ ही कोई अहम विषय छूट तो नहीं रहा है। मालूम हो कि शिक्षा मंत्रालय ने नेशनल कैरीकुलम फ्रेमवर्क को लेकर कस्तूरीरंगन की अगुआई में 12 सदस्यीय टीम का गठन सितंबर के अंतिम हफ्ते में ही कर दिया था।
ऐसा है स्कूली शिक्षा का नया ढांचा
मौजूदा समय में 10 प्लस टू वाले स्कूली शिक्षा ढांचे में तीन से छह वर्ष की उम्र के बच्चे शामिल हैं क्योंकि अभी छह तेजी और अन्य पैटर्न वर्ष की उम्र में बच्चों को सीधे कक्षा एक में प्रवेश दिया जाता है। लेकिन नए फाइव प्लस थ्री प्लस थ्री प्लस फोर के ढांचे में तीन साल की उम्र से ही बच्चों को शिक्षा से जोड़ा जाएगा। यानी अब जैसे ही बच्चा तीन साल का होगा, उसे आंगनवाड़ी तेजी और अन्य पैटर्न तेजी और अन्य पैटर्न या बालवाटिका में प्रवेश दिया जाएगा। जहां वह छह साल की उम्र तक पढ़ेगा। इसके बाद उसे पहली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। स्कूली शिक्षा के नए ढांचे में पहला चरण फाउंडेशनल है, जो पांच साल का होगा। इसमें बच्चा तीन साल की उम्र से आठ साल की उम्र तक पढ़ाई करेगा। दूसरा चरण प्राथमिक चरण होगा, जो तीन साल का होगा। इसमें कक्षा तीन से कक्षा पांच तक की पढ़ाई होगी। तीसरा चरण मिडिल होगा और यह भी तीन साल का होगा। इनमें कक्षा छह से कक्षा आठ तक की पढ़ाई होगी। चौथा चरण सेकेंडरी होगा, जो चार साल का होगा और उनमें कक्षा नौ से बारहवीं तक की पढ़ाई होगी।
अब गंजे पुरुषों के सिर पर भी आएंगे बाल! वैज्ञानिकों ने खोज निकाला तरीका
गंजापन (Baldness) और सिर के बाल तेजी से झड़ना पुरुषों में होने वाली सबसे आम समस्या है. आज के समय में हर युवा बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या से परेशान हैं. लेकिन हालही में वैज्ञानिकों द्वारा की गई स्टडी में कुछ सकारात्मक रिजल्ट सामने आए हैं.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 31 दिसंबर 2021,
- (अपडेटेड 31 दिसंबर 2021, 8:19 PM IST)
- गंजापन, आज के समय में आम समस्या है
- पुरुषों के भी समय से पहले बाल झड़ रहे हैं
- बाल झड़ने के कई कारण होते हैं
महिला हो या पुरुष, आज के समय में हर कोई बालों के झड़ने (Hair Loss) और गंजेपन (Baldness) से परेशान है. 2018 की एक रिसर्च के मुताबिक, इंडिया में 18-35 साल की उम्र वाले 47.6 प्रतिशत पुरुषों में बालों का झड़ना या गंजेपन की समस्या है.
पुरुषों में भी गंजेपन या मेल पैटर्न बाल्डनेस (Male Pattern Baldness) की बढ़ी हुई समस्या को खत्म करने के लिए वे लोग तरह तरह के शैंपू, कंडीशनर, सीरम आदि लगाते हैं और तरह-तरह की दवाओं का भी सेवन करते हैं. कुछ लोगों को रिजल्ट मिल जाते हैं लेकिन अधिकतर लोगों को कोई अंतर नहीं पड़ता. हालांकि बालों का झड़ना कई बातों पर निर्भर करता है जैसे जेनेटिक (Genetic), लाइफ स्टाइल (Life style), खान-पान (Diet), कैमिकल वाले शैंपू-कंडीशनर का अधिक प्रयोग (Excessive use of chemical shampoos ) आदि.
इस समस्या के ऊपर दुनिया भर में रिसर्च चल रही हैं. हाल ही में एक रिसर्च के रिजल्ट तेजी और अन्य पैटर्न सामने आए हैं, जिसके मुताबिक पुरुषों में गंजेपन को दूर किया जा सकता है.
मेल पैटर्न बाल्डनेस को समझें
पुरुषों में बाल झड़ने को एंड्रोजेनिक एलोपेसिया (Androgenic Alopecia) या मेल पैटर्न बाल्डनेस कहते हैं. इसमें खोपड़ी की कोशिकाएं खत्म हो जाती हैं, जिससे नए बालों की ग्रोथ नहीं होती. ऐसा बालों के रोम के पास की ब्लड वेसिल्स (रक्त वाहिकाओं) की कमी के कारण होता है. दरअसल, रोम छिद्र के पास रक्त वाहिकाओं की कमी हो जाती है, जिससे बालों की ग्रोथ के लिए जरूरी और पर्याप्त न्यूट्रिशन बालों तक नहीं पहुंच पाते और बालों की ग्रोथ नहीं होती.
ऐसे की गई रिसर्च
इस स्टडी में वैज्ञानिकों ने बाल उगाने के अन्य इलाजों की तुलना में तेजी से चूहों पर बाल उगाए थे. इस रिसर्च में माइक्रोनीडल पैच (Microneedle patch) में सेरियम नैनोपार्टिकल्स (Cerium nanoparticles) शामिल थे, जो बालों के झड़ने का कारण बनने वाले दो कारण, शरीर की कोशिकाओं के बीच पोषक तत्वों का यातायात न होना (Improper circulation) और ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) से निपटने में कारगर थे.
वैज्ञानिकों ने सेरियम नैनोपार्टिकल्स को बायोडिग्रेडेबल पॉलीथीन ग्लाइकोल-लिपिड कंपाउंड में लपेट दिया. इसके बाद हाइल्यूरोनिक एसिड (Hyaluronic acid) (स्किन पर पर पाया जाने वाला एक एसिड) का प्रयोग करके एक घुलनशील माइक्रोनीडल पैच (Microneedle patch) बनाया. पैच यानी आर्टीफिशियल हेयर या प्रॉस्थेटिक विग.
इसके बाद नैनोपार्टिकल्स को कंपाउंड में जोड़ा, ताकि एक सांचा (Mould) तैयार किया जा सके. टेस्ट करने के लिए वैज्ञानिकों ने सबसे पहले चूहों के बाल हटाने के लिए उनके शरीर पर जगह-जगह हेयर रिमूवर क्रीम (Hair removal cream) लगाई, जिससे चूहों के उतने हिस्से के बाल निकल गए. फिर उन्होंने बाल हटने वाली जगह पर पैच लगाए. इसका इस्तेमाल साधारण पैच बनाने के साथ साथ विशेष पैच बनाने में भी होता है, जो कि नई रक्त वाहिकाओं की तेजी से ग्रोथ में काम आते हैं।
सामने आए ये रिजल्ट
रिसर्चर्स ने पाया कि विशेष रूप से तैयार किए गए पैच जिन चूहों में इस्तेमाल किए गए, उनमें अधिक अंतर देखने मिला. उन चूहों ने कई ऐसे संकेत दिए जो नए बालों के उगने की निशानी थे. विशेष पैच वाले चूहों में किसी तेजी और अन्य पैटर्न अन्य उपचार की अपेक्षा तेजी से बालों की ग्रोथ हुई थी.
इस रिसर्च के मुताबिक, चूहों पर यह रिसर्च काम करती है और उसके रिजल्ट भी अच्छे मिले. अब इसे इंसानों पर टेस्ट करने की आवश्यकता है. अगर यह इंसानों पर भी काम करता है तो निश्चित ही पुरुषों को गंजेपन से मुक्ति मिल सकती है.
UPPSC Prelims 2022: यूपी पीसीएस प्रीलिम्स भर्ती का सिलेबस, पैटर्न और अन्य जानकारी यहां देखें
UPPSC Prelims 2022: यूपी पीसीएस प्रीलिम्स भर्ती का सिलेबस, पैटर्न और अन्य जानकारी यहां देखें
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- नई दिल्ली,
- 09 फरवरी 2022,
- अपडेटेड 6:14 PM IST
UPPSC Prelims 2022: यूपी पीसीएस प्रीलिम्स भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए सिलेबस, पैटर्न, निर्धारित योग्यता, फीस समेत अन्य जानकारियां करना जरूरी हैं. इस वीडियो में जानें आवेदन, चयन और भर्ती से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां. वीडियो को तेजी से देखा और शेयर किया जा रहा है.
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