सेक्टोरल फंड्स ऑटो, FMCG या IT जैसे सिंगल सेक्टर के शेयरों में निवेश करते हैं और इसलिए काफ़ी जोखिम उठाते हैं क्योंकि इंडस्ट्री को प्रभावित करने वाली कोई भी अनचाही घटना पोर्टफोलियो के सभी शेयरों पर बुरा प्रभाव डालेगी। थीमैटिक फंड्स कुछ संबंधित इंडस्ट्री के शेयरों सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? में निवेश करते हैं जो फिलहाल मांग में हैं लेकिन लंबी अवधि में आकर्षण खो सकते हैं।

शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में कैसे किसी शेयर को शामिल किया जाता है…आइए जानते हैं इसके बारे में…

शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में कैसे किसी शेयर को शामिल किया जाता है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

BSE यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 30 में सोमवार यानी 20 दिसंबर से विप्रो की एंट्री हो गई है. वहीं, देश की जानी-मानी ऑटो सेक्टर की कंपनी बजाज ऑटो सेंसेक्स से बाहर हो गई. आइए आज आपको इसके बारे में बताते हैं.

सबसे पहले सेंसेक्स और निफ्टी के बारे में जानते हैं- ये दोनों इंडेक्स है. सेंसेक्स दो शब्दों सेंसटिव और इंडेक्स से मिलकर बना है. हिंदी में इसे संवेदी सूचकांक कहते हैं. देश की टॉप 30 कंपनियों के शेयरों को इसें शामिल किया जाता है. इन 30 कंपनियों की सेहत से ही सेंसेक्स की चाल तय होती है. अगर आसान शब्दों में कहें सेंसेक्स इन कंपनियों की वित्तीय सेहत का पैमाना सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? है. ठीक, इसी तरह निफ्टी है. ये नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स है. इसमें देश की टॉप-50 कंपनियां शामिल है.

कौन सी सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? कंपनियां निफ्टी और सेंसेक्स में शामिल होंगी? कौन तय करता है

सेंसेक्स और निफ्टी में कंपनियों को शामिल करने के लिए उन्हें कई मामलों में आंका जाता है. कंपनियां हर तीन महीने में कितना मुनाफा और कितनी कमाई कर रही है. इसके अलावा कंपनियों को फ्यूचर प्लान और निवेशकों के भरोसे को भी इसका पैमाना बनाया गया है.

वीएम पोर्टफोलियो के सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? हेड विवेक मित्तल ने TV9 हिंदी को बताया कि अक्सर लोग मार्केट कैप के बारे में सवाल करते हैं. लेकिन इसे समझ नहीं पाते सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? हैं. इसे कुछ इस तरह समझा जा सकता है.

मार्केट कैप मतलब शेयर बाजार में आने के बाद कंपनी की कुल प्रॉपर्टी. मान लीजिए किसी कंपनी के पास 10 लाख रुपये की रकम है. लेकिन उसे और पैसा चाहिए. ऐसे में उसने 50 फीसदी हिस्से के शेयर जारी कर दिए.

कंपनी ने और पैसा जुटाने के लिए 1 लाख शेयर जारी किए. जिनकी कीमत प्रति शेयर 10 रुपये तय की. इस तरह कंपनी शेयर मार्केट से पैसा जुटा सकती है. हालांकि, ऐसा करने सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? के लिए कंपनी को आईपीओ लाना होगा.

बाजार में बना रहेगा उतार-चढ़ाव

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि. के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, वैश्विक संकेतों की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा. हालांकि, बाजार भागीदारों की निगाह घरेलू संकेतकों मसलन रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के नतीजों और गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर भी रहेगी. विधानसभा चुनावों के नतीजे आठ दिसंबर को आएंगे.

मीणा ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर अमेरिका में बॉन्ड पर प्रतिफल और डॉलर इंडेक्स में गिरावट आई है और आगे बाजार की इसपर भी नजर होगी. मैक्रो इकोनॉमिक मोर्चे पर सोमवार को सेवा क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (PMI)के आंकड़े आएंगे.

इन इवेंट्स पर रहेगी नजर

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा, निवेशक बेसब्री से विधानसभा चुनावों के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं. सैमको सिक्योरिटीज में मार्केट पर्सपेक्टिव हेड अपूर्व सेठ का मानना है कि इस हफ्ते शेयर बाजारों के लिए सबसे बड़ा घटनाक्रम रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा है.

कोटक सिक्योरिटीज लि. के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट-टेक्निकल रिसर्च अमोल अठावले ने कहा कि बाजार के लिए आगे दो प्रमुख घटनाक्रम रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा और दिसंबर के मध्य में होने वाली फेडरल रिजर्व की बैठक है. इनसे तय होगा कि निकट भविष्य में निवेशकों का ‘मूड’ कैसा रहने वाला है. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही ब्रेंट कच्चे तेल के दाम और रुपये का उतार-चढ़ाव भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेगा.

RBI के फैसले पर नजर

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि बाजार की दिशा रिजर्व बैंक की मौद्रिक बैठक के नतीजे से तय होगी. नायर ने कहा कि हाई वैल्यूएशन, फेडरल रिजर्व की बैठक और चीन में कोविड अंकुशों की वजह से आगामी हफ्ते में बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहेगा.

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च हेड दीपक जसानी ने कहा कि सात दिसंबर को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों से पता चलेगा कि आगे देश में ब्याज दरों का रुख कैसा रहने वाला है.

Share Market News : क्या शेयर बाजार में बीत गए गिरावट के दिन? भारत और यूएस मार्केट में आई तेजी पर उठे बड़े सवाल

Share Market News

क्रिस्‍टोफर वुड ने जताया भारत और यूएस मार्केट में उछाल पर संदेह

  • अमेरिका में इस समय चल रही है बियर मार्केट रैली
  • वॉल स्ट्रीट की रैली से जुड़ी है भारतीय बाजार में आई उछाल
  • एशिया में इंडोनेशिया है बेस्ट परफॉर्मिंग मार्केट
  • लॉन्ग टर्म के लिहाज से भारतीय बाजार बेहतर

अमेरिकी बाजार की इस उछाल पर संदेह करने के कुछ कारण है। अमेरिका को इस समय दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। प्रमुख ब्याज दरों में तेजी से बढ़ोतरी और सिकुड़ती बैलेंस शीट। यह लिक्विडिटी के लिए एक नकारात्मक बात है।

RBI के फैसले से लाल हुआ शेयर मार्केट! सेंसेक्स में 1300 अंकों की बड़ी गिरावट, 56 हजार के नीचे बाजार बंद

RBI के फैसले से लाल हुआ शेयर मार्केट! सेंसेक्स में 1300 अंकों की बड़ी गिरावट, 56 हजार के नीचे बाजार बंद

Stock Market Today: रेपो रेट बढ़ने की खबर के बाद शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई है। बाजार 1300 से ज्यादा प्वाॅइंट गिरकर बंद हुआ। सेंसेक्स 1306.96 अंक यानी 2.29% की गिरावट के साथ 55,669.03 पर बंद हुआ। निफ्टी 408.45 अंक यानी 2.39% की गिरावट के साथ 16,660.65 पर सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? बंद हुआ है। एनएसई पर अपोलो हाॅस्पिटल और अडानी पाेर्ट के शेयरों में सबसे अधिक 6-6% से ज्यादा की गिरावट रही। बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व के शेयर भी टाॅप लूजर की लिस्ट में शामिल रहे। वहीं, पावर ग्रिड, NTPC और कोटक बैंक, ONGC के शेयर तेजी के साथ हरे निशान पर बंद हुए हैं। निफ्टी बैंक और निफ्टी सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? फाइनेंशियल सर्विस में बड़ी गिरावट रही। वहीं, मेटल, पावर, आईटी, Auto, बैंक लगभग सभी सेक्टर के शेयरों में भारी गिरावट रही।

किस प्रकार के इक्विटी फंड में सबसे कम और किसमें सबसे ज़्यादा जोखिम होता है?

किस प्रकार के इक्विटी फंड में सबसे कम और किसमें सबसे ज़्यादा जोखिम होता है?

म्युचुअल फंड्स में कैटिगराइजेशन और उनमें मौजूद पोर्टफोलियो के आधार पर कई तरह के जोखिमों की आशंका रहती है। इक्विटी म्युचुअल फंड्स में कई जोखिमों की आशंका रहती है लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है बाजार जोखिम। एक कैटेगरी के तौर पर इक्विटी म्युचुअल फंड्स को 'उच्च जोखिम' निवेश उत्पाद माना जाता है। जबकि सारे इक्विटी फंड्स को बाजार जोखिमों का खतरा रहता है, जोखिम की डिग्री अलग-अलग फंड में अलग-अलग होती है और इक्विटी फंड के प्रकार पर निर्भर करती है।

लार्जकैप फंड्स जो लार्जकैप कंपनी के शेयरों में निवेश करते हैं यानी अच्छी आर्थिक स्थिति वाली जानी-मानी सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? कंपनियों के शेयरों को सबसे कम जोखिम भरा माना जाता है क्योंकि इन शेयरों को मिड कैप और छोटी कंपनियों के शेयरों की तुलना में सुरक्षित माना जाता है। कम जोखिम वाले इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में आमतौर पर एक अच्छा डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो होता है जो लार्ज-कैप कैटेगरी के सारे सेक्टरों में फैला होता है। व्यापक-आधारित बाजार सूचकांक पर आधारित इंडेक्स फंड्स और ETF जो निष्क्रिय रणनीति रखते हैं, उन्हें भी कम जोखिम सबसे महत्वपूर्ण शेयर बाजार संकेतक क्या हैं? वाला माना जाता है क्योंकि वे डाइवर्सिफाइड बाजार सूचकांकों की नकल करते हैं।

रेटिंग: 4.23
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 438