What is Options Trading in Hindi? ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होती है? कैसे करते हैं?

आप यहां तक आये हैं इसका मतलब है कि आप वाकई में Option Trading को लेकर सीरियस हैं। आजकल जहाँ लोग शारीरिक सुख प्राप्त करने के लिए भाग रहे हैं, आपने अपनी जिंदगी से जुड़ा अहम् फैसला लिया है, हम आपको उसकी बधाई देते हैं।

अब सवाल ये है कि क्या आप Option Trading कर सकते हैं?

जी बिलकुल कर सकते हैं पर उससे पहले आपको ऑप्शन ट्रेडिंग को समझना होगा और सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ना होगा कि ये ट्रेडिंग कैसे काम करती है ताकि आगे जाकर आपको नुकसान न हो।

ऐसे में आपके पास खोने के लिए ज्यादा कुछ नहीं होगा लेकिन पाने के लिए बहुत कुछ। इस प्रकार की ट्रेडिंग में पैसे बहुत जल्दी बढ़ते और कम होते हैं तो आपको अपने मन पर काबू पाना होगा।

Option Trading करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

आपको पहले से सचेत करना हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि इसमें आपके पैसे जा रहे हैं और आजकल पैसा ही सब कुछ है। आपको हर एक फैसला काफी सोच विचारकर करना होगा और शेयर मार्किट में अपने सफर की शुरुआत हमेशा कम से करें।

जैसे अगर आपके पास लगाने के लिए अगर ₹20,000 हैं तो उसका 25% ही लगाएं मतलब ₹5,000। ठीक वैसे ही अगर आपके पास घर के खर्चे पूरे होने के बाद ₹10,000 बचते हैं तो इसमें से केवल ₹2500 ऑप्शन ट्रेडिंग में इस्तेमाल करें।

अगर आपके पास इससे भी कम पैसे बच रहे हैं तो आप ऑप्शन ट्रेडिंग को छोड़कर Equity में इन्वेस्ट या ट्रेडिंग कर सकते हैं। ये आपको काफी सस्ता पड़ेगा और पूरी तरह टेक्निकल एनालिसिस करने के बाद आप यदि शेयर खरीदेंगे तो आपको फायदा होने के सम्भावना कई गुना बढ़ जाएगी।

Options Trading Kya Hai?

ऑप्शन ट्रेडिंग Buyer और Seller के बीच में एक ऐसा समझौता है जो Buyer को एक खास कीमत पर एक खास समय सीमा के भीतर किसी Underlying Asset को खरीदने या बेचने का अधिकार प्रदान करता है।

Option Trading kya hai

स्टॉक मार्किट में Options का काम खरीदने वाले को एक निर्धारित कीमत पर किसी निश्चित समय सीमा के लिए कोई सिक्योरिटी खरीदने का अधिकार देना है | समय कुछ मिनटों से लेकर 6 महीने तक हो सकता है लेकिन वह समय पूरा होने के बाद खरीदने वाले को पूरे पैसे चुकाने होंगे।

Option Trading में Premium क्या है?

अपना अधिकार पक्का करने के लिए buyer को कुछ मूल्य पहले से चुकाना होता है जिसे हम प्रीमियम कहते हैं। प्रीमियम की राशि उस आधार पर निर्धारित की जाती है कि और कितने लोग उस कॉन्ट्रैक्ट को खरीद रहे हैं और आगे उसके बढ़ने की कितनी सम्भावना है।

ऑप्शन कितने प्रकार के होते है?

ऑप्शन दो प्रकार के होते हैं: कॉल और पुट जिन्हें ब्रोकर्स द्वारा CE और PE से दर्शाया जाता है। यदि आपको आने वाले समय में शेयर की कीमत बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं तो आप कॉल ऑप्शन खरीदेंगे वहीँ दूसरी ओर अगर आपको लग रहा है कि ये शेयर डूबने वाला है तो पुट विकल्प खरीदना फायदेमंद हो सकता है।

CE and PE in share market

फायदा तभी होगा जब ऑप्शन का मूल्य आपके चुकाए गए प्रीमियम से ज्यादा होगा। अब शेयर मार्किट में कुछ भी काम करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरुरत तो पड़ती ही है इसलिए एक अच्छा सा ब्रोकर ढूंढ़कर अपना डीमैट अकाउंट अवश्य खुलवाएं तभी आप Option Trading की शुरुआत कर पाएंगे।

1. Call Option(CE)

मान लीजिये अभी बैंकनिफ़्टी 31900 चल रहा है और आपने Bank Nifty की 32000 की कॉल वाला एक lot (group of share) ख़रीदा जिसमे हर एक शेयर की कीमत 28 रूपये थी।

अब अगर बैंक निफ़्टी 32000 के पास जायेगा जैसे 31930, 31940 आदि तो लोट में ख़रीदे गए हर एक शेयर की कीमत में वृद्धि होगी। अब Bank Nifty आपके बताये गए मूल्य के जितना पास पहुंचेगा आपको उतना ज्यादा ही लाभ होगा।

वहीँ अगर BankNifty बढ़ने की बजाए घट गया, जैसा की अधिकतर लोगों के साथ होता है, तो आपको बहुत नुकसान होगा। उसके लिए भी तैयार रहना अनिवार्य है क्योंकि यही Option Trading की डार्क साइड है।

2. Put Option(PE)

वहीँ दूसरी तरफ पुट ऑप्शन आपको शेयर बेचने का अधिकार देता है जैसे कि आप एक बियर बन गए हैं | आपको बता दें बियर वे लोग होते हैं जो शेयर को शार्ट करके पैसे बनाते हैं।

जैसे कि BankNifty का CMP अभी 31000 चल रहा है और आपने बैंक निफ़्टी का 30900 की पुट वाला एक lot ख़रीदा और उसके बाद BankNifty अगर 31000 चला गया तो आपकी बल्ले बल्ले हो जाएगी।

अगर आपने पुट ऑप्शन ख़रीदा और शेयर उस ऑप्शन की कीमत आपकी बताई गयी कीमत मुताबिक गिर गयी तो आपको बहुत फायदा होगा पर अगर विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है कीमत गिरते गिरते उछल गयी और आप अपने ऑप्शन को बेचने से चूक गए तो भारी घाटा करने के लिए तैयार रहिये।

क्या Option Trading बेकार है?

दुनिया के बड़े इन्वेस्टर जैसे वारेन बुफेट, चार्ली मंगर, राकेश झुनझुनवाला, राधाकिसन दमानी आदि सब Option Trading छोड़कर स्टॉक्स में इन्वेस्ट करने का मौका ढूंढते हैं। क्योंकि वे जानते है कि ट्रेडिंग करके कुछ समय के लिए अमीर बना जा सकता है लेकिन इन्वेस्टिंग करके उम्र भर।

इसका ये मतलब नहीं है कि आप Option Trading को लात मार दें। यह भी एक विकल्प है और लोग इससे भी अमीर बनते हैं। लेकिन अगर आपने स्टॉक मार्किट के बारे अभी पढ़ना शुरू किया है और आप इस विकल्प से शुरुआत करना चाहते हैं तो शायद आप गलत हों।

Best book for trading psychology in hindi

आपको कम से कम 1 से 3 साल का समय देना होगा, Trading psychology books पढ़नी होंगी और मार्किट को समझना होगा। उदाहरण के लिए जब हम स्कूल जाते है तो पहले जमकर पढाई करते हैं और उसके बाद एग्जाम देते हैं।

यदि बिना पढ़ें परीक्षा देने जायेंगे तो जानते हैना आपका हाल कैसा होगा। ठीक वैसा ही तब होगा अगर आप इक्विटी से शुरुआत न करके सीधा ऑप्शन में घुस जायेंगे इसलिए पहले पढाई करिये और फिर Option Trading में शुरुआत कीजिये।

5 मिनट में जानिये कमोडिटी मार्केट में कैसे करें ऑप्शन ट्रेडिंग

ऑप्शन ट्रेडिंग है क्या? क्या हैं इसके फायदें? कौन कर सकता है ऑप्शन ट्रेडिंग? क्या हैं इसकी जरूरी शर्तें? इन सवालों के सभी जबाव 5 मिनट में .

5 मिनट में जानिये कमोडिटी मार्केट में कैसे करें ऑप्शन ट्रेडिंग

इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है. वायदा कारोबार में आप 30 हजार के भाव पर गोल्ड की एक लॉट खरीदते हैं. लेकिन सोने का भाव 1000 रुपये टूट जाता है और 29 हजार तक आ जाता है तो एक लॉट पर आपको एक लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं, ऑप्शन ट्रेडिंग में अगर आपने कॉल ऑप्शन खरीदा है तो 50 रुपये प्रति दस ग्राम प्रीमियम चुकाकर यह नुकसान घटकर सिर्फ 5000 रुपये रह जाता है.

फ्यूचर ट्रेडिंग से कैसे अलग है ऑप्शन ट्रेडिंग
फ्यूचर बाज़ार में हेजिंग का टूल नहीं है यानी इसमें सौदे को ओपन (खुला) छोड़ते हैं या फिर स्टॉपलॉस लगाते हैं . अगर स्टॉपलॉस लगाने पर उस स्तर पर सौदा खुद ही कट जाता है लेकिन नुकसान जरूर होता है. स्टॉपलॉस न लगाया तो नुकसान ज्यादा होता है. जबकि पुट ऑप्शन में खरीदे हुए सौदे को हेज कर सकते हैं. इसी तरह बिके हुए सौदे को कॉल ऑप्शन के जरिये नुकसान की सीमा को बांध सकते हैं.

क्या है कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन
कॉल ऑप्शन तब इस्तेमाल होता है जब आपको लगता है कि किसी कमोडिटी में आप तेजी पर दांव लगाते हैं. काल ऑप्शन में आपको प्रीमियम भरना होता वहीं आपका अधिकतम नुकसान होता है. दूसरी ओर पुट ऑप्शन का इस्तेमाल तब होता है जब आपको लगता है कि बाज़ार में आगे मंदी के आसार है.

कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट में ऑप्शंस कैसे चलेगा?
एंजेल कमोडिटी के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि जो ऑप्शंस एक्सपायरी पर आउट ऑफ द मनी रह जाएंगे वे लॉस में कटेंगे. जिन विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है ऑप्शन होल्डर्स के ऑप्शंस इन द मनी रहेंगे उनको अपनी पोजिशन प्रॉफिट में काटने या फिर उनको फ्यूचर्स पोजिशन में कनवर्ट करने की सहूलियत होगी.

सेबी ने यूरोपियन स्टाइल के ऑप्शंस लॉन्च को मंजूरी दी है
इक्विटी मार्केट के उलट कमोडिटी मार्केट में ऑप्शंस एक्सपायरी पर फ्यूचर्स प्राइस पर सेटल होंगे और ऑप्शन होल्डर को अपनी पोजिशन फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स में कनवर्ट करने का ऑप्शन होगा. इक्विटी मार्केट में एक्सपायरी पर ऑप्शन का सेटलमेंट स्टॉक या इंडेक्स के कैश यानी स्पॉट मार्केट रेट पर होता है. इक्विटी मार्केट में सेबी कैश मार्केट को रेगुलेट करता है जबकि एग्री कमोडिटी में सेबी कैश नहीं सिर्फ फ्यूचर्स को रेगुलेट करता है. यहां का कैश वाला कमोडिटी मार्केट राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है.

ट्रेडिंग अकाउंट होना है जरूरी
कमोडिटी मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है. अगर आपका पहले से फ्यूचर बाजार में खाता है तो अपने ब्रोकर को ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सहमति पत्र देना होगा. इस अकाउंट के जरिये ही आप कमोडिटी एक्सचेंज में फ्यूचर या ऑप्शन में किसी सौदे की ख़रीद या बिक्री कर सकते हैं. अगर आप नया खाता खुलवा रहे हैं तो फ्यूचर की तरह ऑप्शन में कारोबार के लिए अलग से फार्म भरना पड़ेगा.

यह ट्रेडिंग खुलवाते समय जिस ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट खोल रहे है वह मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) और नेशनल डेरेवेटिव्स एक्सचेंज (एनसीडीईक्स) का सदस्य जरूर हो. साथ ही बाज़ार में इस ब्रोकर की ठीक-ठीक पहचान हो. इसके लिए आप इन दोनों एक्सचेंज की बेवसाइट पर जाकर इन ब्रोकर्स के बारे जानकारी जुटा सकते हैं.

ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ये हैं जरूरी कागजात
ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ और बैंक खाता होना जरूरी है. जब आप किसी ब्रोकर के यहां ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कराते हैं तो यह ब्रोकर आपको एक अकउंट की आईडी मुहैया कराता. इस आईडी के जरिये आप खुद भी ट्रेड कर सकते हैं. इसके लिए आपके मोबाइल, पीसी, टेबलेट में इंटरनेट की सुविधा होनी जरूरी है. इस अकाउंट के जरिये ब्रोकर को निश्चित शुल्क चुकाना होता है. अगर आप खुद से सौदे नहीं करना चाहते तो आप अपने ब्रोकर को फोन के जरिये सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं.

ऑप्शन ट्रेडिंग के 5 बड़े फायदे

1-वायदा के मुकाबले कम रिस्क, रिटर्न ज्यादा

2- प्रीमियम पर टैक्स लगेगा इसलिए वायदा के मुकाबले टैक्स कम

3-हेजिंग का टूल होने से निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी

4-कमोडिटी में छोटे निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी, कमोडिटी बाज़ार को बूस्टर मिलेगा

घर बैठे फ्री ऑनलाइन ट्रेडिंग टूर्नामेंट अब है मुमकिन! जानें कैसे?

अगर आप भी ऑनलाइन ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं या एडिशनल कमाई का जरिया ढूंढ रहे हैं, तो इसके बारे में पूरी जानकारी लेना बहुत जरुरी है. ट्रेडिंग के लिए एक ऐसे प्लेटफॉर्म को चुनना जरुरी है जो न केवल आपको सुरक्षा का भरोसा दे, विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है बल्कि आपको ट्रेड करने के लिए सही जानकारी और टूल देने के साथ-साथ प्रैक्टिस भी करवाए.

Binomo

aajtak.in

  • 16 मार्च 2021,
  • (अपडेटेड 17 मार्च 2021, 3:07 PM IST)

लाइफ में अच्छी नौकरी और बैंक बैलेंस हर कोई चाहता है इसलिए अपनी लाइफ सिक्योर करने के लिए लोग सेविंग्स भी करते हैं. बैंक बाजार एस्पिरेशन इंडेक्स 2019 के मुताबिक 24 से 27 साल के बीच के ज्यादातर फीसदी नौजवान अपनी इनकम का 40 फीसदी बचा लेते हैं. लेकिन क्या बचत करना ही काफी है? हम में से कई लोग इस बात को नहीं समझ पाते कि सिर्फ बचत करना ही काफी नहीं है. बल्कि बचत को सही तरह से निवेश करना भी जरूरी है.

निवेश करना क्यों है जरुरी?

बचत की रकम को बढ़ाने के लिए निवेश करना जरूरी है. फंड का अपनी सूझबूझ से सही जगह निवेश करना कई बार फायदेमंद भी हो सकता है, लेकिन ये फायदे बाज़ार जोखिमों के आधीन होते है. साथ ही फिजूल खर्च से बचने के लिए विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है अपनी सूझबूझ से सही जगह निवेश युवाओं के लिए एक बेहतर विकल्प है जो एडिशनल इनकम का नया जरिया बन चुका है.

निवेश करने के तरीके

‘सेविंग अकाउंट’ या ‘फिक्स्ड डिपॉज़िट’: बैंक के ‘सेविंग अकाउंट’ या ‘फिक्स्ड डिपॉज़िट’ कम समय के लिए अच्छा निवेश माना जाता है. इनमें आपको कम समय में ही आपके पैसे के साथ ब्याज भी मिल जाता है. इसमें निवेश करने के दौरान विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है आपको बैंक के द्वारा 100 % सुरक्षा दी जाती है.

रियल एस्टेट में निवेश: मार्केट में निवेश के कई सारे विकल्प मौजूद हैं लेकिन रियल एस्टेट यानी प्रॉपर्टी में निवेश करना लोगों की पहली पसंद होती है. आमतौर पर लोग घर और निवेश के लिए ली गयी प्रॉपर्टी में अंतर नहीं कर पाते. हालाँकि दोनों की जरूरतें और प्राथमिकताएं अलग- अलग होती है. इसलिए प्रॉपर्टी में निवेश करने से पहले इन चीज़ों पर ध्यान देना बहुत जरुरी है.

गोल्ड में निवेश: गोल्ड को भारतीय संस्कृति का हिस्सा माना जाता है साथ ही निवेश करने का एक सुरक्षित माध्यम भी. गोल्ड में निवेश करने वालों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स और गोल्ड ईटीएफ जैसे माध्यम भी हैं, जो अतिरिक्त आय और सुरक्षित धन के रूप में काम आता हैं. यही कारण है कि फिजिकल गोल्ड के साथ लोग अब लिक्विड गोल्ड में भी निवेश करने लगे हैं.

ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश

ट्रेडिंग किसी भी सामान या सेवाओं को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है, साथ ही किसी विशेष परिसंपत्तियों की कीमत पर पूर्वानुमान लगाने के लिए उसके ग्राफ का विश्लेषण करना भी ट्रेडिंग का एक हिस्सा है. ये मुख्य रूप से अतिरिक्त आय और लाभ कमाने की आशा से की जाती है. लेकिन क्‍या आपकी कंपनी को अच्‍छा करेगी, शेयर के दाम ऊपर जाएंगे और क्‍या आपको फायदा होगा? इन सभी बातों को ध्यान में रखना भी बहुत जरूरी है. अगर अपनी समझदारी और सतर्कता से निवेश न किया जाये तो ये घाटे का सौदा भी हो सकता है.

अगर आप भी ऑनलाइन ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं या एडिशनल कमाई का जरिया ढूंढ रहे हैं तो इसके बारे में पूरी जानकारी लेना बहुत जरुरी है. ट्रेडिंग के लिए एक ऐसे प्लेटफॉर्म को चुनना जरुरी है, जो न केवल आपको सुरक्षा का भरोसा दे बल्कि आपको ट्रेड करने के लिए सही जानकारी, टूल और प्रैक्टिस भी करवाए. ऐसे में Binomo आपके लिए एक अलग और बेहतर प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है. जो कुछ परिसंपत्तियों पर डील्स खोलने और इसकी कीमत पर एक पूर्वानुमान लगाने का अवसर देता है, चाहे वह ऊपर या नीचे जाए.

घर बैठे ट्रेडिंग अब है सुविधाजनक

अगर आप अपनी सूझभूझ से काम लें तो Binomo ट्रेडिंग के लिए एक सुविधाजनक और यूज़र फ्रेंडली प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है. लेकिन ऑनलाइन ट्रेडिंग करना कोई बच्चों का खेल नहीं है यहाँ बड़े- बड़े अनुभवी ट्रेडर्स भी मात खा जाते हैं. इसलिए ट्रेडिंग की शुरुआत करने से पहले इसकी हर बारीकी को समझना बहुत जरूरी है ताकि आने वाले जोखिमों से कुछ हद तक बचा जा सके. ऐसे में Binomo ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्षेत्र में यूजर्स को ट्रेनिंग देने पर फोकस करता है और दूसरी तरफ ऑनलाइन ट्रेडिंग में अनुभवी ट्रेडर्स को इस क्षेत्र मेंविशेषज्ञ बनने में मदद करता है.

इसके अलावा डेमो अकाउंट में Binomo ट्रेडिंग ऐप आपको $1000 के साथ शुरू करने का अवसर देता है. डेमो अकाउंट पर $1000 वर्चुअल होता है, जो निकालना मुमकिन नहीं है. लेकिन ट्रेड्स में नुकसान होने पर ये वर्चुअल अमाउंट वापस हो जाता है. ये केवल प्रैक्टिस के उद्देश्य के लिए है, जिसकी मदद से आप अपनी ट्रेडिंग स्किल्‍स को बेहतर और तेज कर सकते हैं.

सिर्फ कुछ स्टेप्स में घर से शुरू करें ट्रेडिंग

Binomo.com की वेबसाइट पर जाकर ग्राहकों को रजिस्टर करने के बाद रियल अकाउंट पर ट्रेडिंग करने के लिए डिपॉजिट करने की जरूरत होगी. फंड विथड्रॉ करने की स्थिति में वेरिफिकेशन की जरुरत पड़ती है. 350 रुपये की न्यूनतम रकम के साथ आप अपने अकाउंट को शुरू भी कर सकते हैं, जिसमें ट्रेड की न्यूनतम कीमत 70 रुपये होगी. जबकि ट्रेड्स के नंबर पर कोई पाबंदी नहीं है.

हालाँकि निवेश करना अच्छी बात है लेकिन ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले उससे जुड़े जोखिमों को जानना और समझना बहुत जरुरी है. इसके साथ ही घर की सभी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही फंड का निवेश करना चाहिए. ट्रेडिंग किसी भी प्लेटफॉर्म पर की जाए इस क्षेत्र में अनुभव और जानकारी होना बहुत जरूरी है. अपनी सूझबूझ से किया गया निवेश आपको समय आने पर फायदा भी विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है दिला सकता है.

तेज ऑनलाइन ट्रेडिंग

कंपनी संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय आर्थिक क्षेत्र, स्विट्जरलैंड, इजरायल, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, उत्तर कोरिया, प्यूर्टो रिको, सिंगापुर, इंडोनेशिया, रूस, ईरान और यमन के नागरिकों और निवासियों को सेवाएं प्रदान नहीं करती है।

भुगतान विधियाँ

इस साइट द्वारा प्रदान किए गए प्रचालन जोखिम के उच्च स्तर वाले प्रचालन हो सकते हैं, तथा उनका कार्यान्वयन बहुत जोखिमपूर्ण हो सकता है। वेवसाइट तथा सर्विसिज द्वारा पेश किए गए वित्तीय साधनों की खरीद के मामलों में, आपको निवेश पर उल्लेखनीय मात्रा में नुकसान हो सकता है अथवा यहां तक कि आपके अकाउंट के सभी फंड का नुकसान हो सकता है। आपको केवल वैयक्तिक, गैर-व्यावसायिक, गैर-हस्तान्तरणीय प्रयोग के लिए साइट पर उपलब्ध करायी गयीं सेवाओं के संबंध में प्रयोग के लिए इस साइट में निहित आईपी के प्रयोग करने के लिए सीमित गैर-अनन्य अधिकार दिए जाते हैं।

ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट

इंटरनेट ट्रेडिंग के उद्भव और विकास के साथ किया जा रहा में आया इंटरनेट, जो लोगों की एक बहुत व्यापक समूह के लिए व्यापक पहुँच प्रदान की है, जो सक्रिय रूप से व्यापार में रुचि रखते थे. वास्तव में, ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से विभिन्न मुद्रा जोड़े और अन्य वित्तीय साधनों की खरीद और बिक्री के अधिनियम के रूप में वर्णित किया जा विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है सकता है ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अलग से प्रदान की ब्रोकरेज कंपनियों । आजकल, इंटरनेट ऐसी कंपनियों के साथ बह निकला है और प्रत्येक दलाल अपनी ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट के माध्यम से अपने स्वयं के व्यापार सेवाओं और शर्तों की पेशकश करने की कोशिश करता है । दरअसल, एक ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट का सही विकल्प काफी मुश्किल हो गया है, के बाद से, ऑनलाइन ट्रेडिंग की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, ब्रोकरेज कंपनियों की संख्या के रूप में अच्छी तरह से बढ़ जाती है और दिन के दिनों में यह निर्धारित करने के लिए और अधिक जटिल हो जाता है जहां विदेशी मुद्रा या किसी अंय वित्तीय परिसंपत्ति व्यापार के लिए ।

ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट और इसकी विशिष्ट विशेषताएं

आम तौर पर जब भी कई विकल्प उपलब्ध होते हैं, तो उचित विकल्प बनाने से कभी-कभार भ्रमित और कड़क हो सकते हैं । हालांकि, नीचे प्रस्तुत सुविधाओं, कि एक अच्छा ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट , निश्चित रूप से आप अपने आप को ओरिएंट और सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी चाहिए.

  • सरल और अच्छी तरह से संरचित मेनू
  • कंपनी की मुख्य विशेषताओं के साथ आधुनिक और आकर्षक डिजाइन पर प्रकाश डाला
  • तेज और उच्च कार्यक्षमता
  • एकाधिक भाषाएँ
  • सभी आवश्यक वर्गों कि ब्याज प्रत्येक व्यापारी:

"हमारे विकल्प ट्रेडिंग कैसे काम करता है बारे में"-यह कंपनी का चेहरा है, यह जानकारी जो इसे आगंतुक को प्रस्तुत करती है;

"ट्रेडिंग"-यह वह सेक्शन है जिसमें ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, ट्रेडिंग की स्थिति, की सूची के बारे में जानकारी शामिल है ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स द्यावे, etc.;

"एनालिटिक्स" – एक सेक्शन, जहां बाजार का विश्लेषण (market सिंहावलोकन, टेक्निकल एनालिसिस , मार्केट सेंटीमेंट) प्रस्तुत किए गए हैं;

"शिक्षा"-यह कोई ऐसा तबका नहीं है जो सभी कंपनियों की वेबसाइट्स में पाया जा सके । इस खंड में विभिंन शैक्षिक सामग्री और विदेशी मुद्रा व्यापार किताबें ज्ञान के विभिंन स्तरों के साथ व्यापारियों के लिए पेशकश कर रहे हैं;

"पार्टनरशिप"-एक सेक्शन जो उन लोगों के लिए सभी जरूरी जानकारी प्रदान करता है, जो ब्रोकर के साथ काम करना चाहते हैं;

"समर्थन"-इस सेक्शन में एक में उनके सभी सवालों के पूरे जवाब मिल जाएंगे ।

सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट: IFC मार्केट

IFC मार्केट्स एक प्रमुख विदेशी मुद्रा है और CFD ब्रोकर , जो २००६ के बाद से बाजार में तेजी से परिचालन कर रहा है । अपने अद्वितीय उत्पादों और फायदों के कारण, IFC मार्केट्स अन्य दलालों के बीच में बाहर खड़ा है: तंग निश्चित प्रसार, अप करने के लिए 1:400 मुद्रा जोड़े और शेयरों के लिए 1:40 के लिए का लाभ उठाने, प्रसिद्ध MetaTrader 4 व्यापार सॉफ्टवेयर, एक अद्वितीय व्यापार-विश्लेषणात्मक मंच के साथ साथ साथ NetTradeX IFC मार्केट्स द्वारा ही विकसित, सबसे लोकप्रिय स्टॉक एक्सचेंज बाजार के लिए एक का उपयोग होने का अवसर: ंयूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज, लंदन स्टॉक एक्सचेंज, NASDAQ, ऑस्ट्रेलियाई शेयर बाजार, हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज, टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज, Xetra ड्यूश Boerse और ये केवल लाभ कंपनी अपने ग्राहकों के लिए प्रदान करता है की एक जोड़ी हैं । IFC मार्केट्स के साथ आप आसानी से व्यापार ही लाभप्रद नहीं हो सकता है कि पता चलता है, लेकिन यह भी सुखद और आरामदायक होगा.

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