दरअसल, चीन के खराब आर्थिक आंकड़े मांग में हुई कमी के संकेत देते हैं। चीन का रिफाइनरी आउटपुट मार्च 2020 के निचले स्तर पर है। इसके अलावा डॉलर इंडेक्स में रिकवरी से कीमतों पर दोहरा दबाव पड़ा है। वहीं, संभावना जताई जा रही है कि US शेल ऑयल बेसिन में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट उत्पादन 2.5 साल के उच्चतम स्तर पर जा सकता है। सितंबर में कुल उत्पादन 90 लाख बैरल/दिन के पार जा सकते हैं।

'कच्चे तेल की कीमत'

Petrol Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के दामों की समीक्षा रोज तेल कंपनियों द्वारा की जाती है और इसके आधार पर नए दाम हर सुबह 6 बजे जारी होते हैं.

Petrol-Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल के दामों की समीक्षा रोज तेल कंपनियों द्वारा की जाती है और इसके आधार पर नए दाम हर सुबह 6 बजे जारी होते हैं.

Business | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: अंजलि कर्मकार |बुधवार नवम्बर 2, 2022 04:08 PM IST

पिछले तीन महीनें में कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट देखने को मिली है. इस अवधि में कच्चे तेल की कीमत 120 डॉलर प्रति बैरल से घटकर 90 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. पिछले महीने भी OPEC ने कच्चे तेल के उत्पादन में कुछ कमी की थी. OPEC का मानना है कि वैश्विक आर्थिक स्थिति और कच्चे तेल के बाजार को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.

अर्थशास्त्री वेद जैन कहते हैं कि 7 फ़ीसदी की खुदरा महंगाई दर आम आदमी के लिए काफी ज्यादा है. जुलाई में जब महंगाई दर नीचे आयी तो लगा कि सरकार ने कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट जो कदम उठाये हैं वो कामयाब होंगे.

पेट्रोल-डीजल के दाम घटेंगे? क्रूड ऑयल की कीमतों में आई है भारी गिरावट

पेट्रोल-डीजल के दाम घटेंगे? क्रूड ऑयल की कीमतों में आई है भारी गिरावट

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें सात महीने के निचले स्तर पर आ गई हैं, लेकिन भारत में पेट्रोल और डीजल के खुदरा बिक्री मूल्य में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसकी वजह यह है कि सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने लागत में बढ़ोतरी की बावजूद करीब पांच माह तक नुकसान झेलते हुए पेट्रोल, डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की थी।

मंदी की आशंका के बीच फरवरी की शुरुआत के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड पिछले सप्ताह 90 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया। उसके बाद से यह कुछ सुधार के साथ 92.84 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है, जो छह महीने का निचला स्तर है। रूस द्वारा नॉर्थ स्ट्रीम पाइपलाइन को बंद रखने और कच्चे तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और उसके सहयोगियों (ओपेक +) के उत्पादन में कटौती जैसे कदमों के बावजूद कीमतों में गिरावट आई है। हालांकि, इससे भारत में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। रिकॉर्ड 158 दिन से पेट्रोल और डीजल कीमतों में बदलाव (फ्रीज) नहीं हुआ है।

कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट, तेल कंपनियों ने जारी किए नए प्राइस

Crude Oil (International Market)

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बावजूद देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रविवार को भी कोई बदलाव नहीं हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में लंदन ब्रेंट क्रूड आज 83.63 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 1.78 प्रतिशत गिरकर 76.55 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। घरेलू स्तर पर तेल विपणन कंपनी भारत पेट्रोलियम के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज भी टिकाव रहा।

दिल्ली में पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट 89.62 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। देश में पांच महीने से अधिक समय से ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। मुंबई में पेट्रोल के दाम 106.31 रुपये प्रति लीटर और और डीजल की कीमत 94.27 रुपये प्रति लीटर है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें मूल्य वर्धित कर (वैट) और माल ढुलाई शुल्क के आधार पर कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट सभी राज्यों में अलग-अलग हैं। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की प्रतिदिन समीक्षा की जाती है।

देश के चार बड़े महानगरों में आज पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार रहे:-

महानगर…………पेट्रोल………….डीजल

  • दिल्ली…………..96.72……..89.62
  • मुंबई …………..106.31…….94.27
  • कोलकाता …….106.03…….92.76
  • चेन्नई…………..102.63…….कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट 94.24

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Crude Oil Price: कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट, इतने कम हुए रेट हो सकता है पेट्रोल-डीजल सस्ता

नई दिल्ली: कच्चे तेल की कीमतें हर थोड़े दिनों में गिरावट दर्ज कर रही हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में बुधवार को कच्चा तेल अपने छह महीनों के सबसे निचले स्तर के करीब दिखा। हालांकि, घरेलू बाजार में देखें तो ईंधन के रिटेल दाम पहले के जैसे ही बने हुए हैं। घटते कच्चे तेल के दामों से उम्मीद लगाई जा सकती है कि पेट्रोल-डीजल के दाम भी कम हो सकते हैं।

पिछले कुछ महीने पहले एक समय था जब कच्चे तेल ने 120 डॉलर तक का स्तर देखा। हालांकि, पिछले कुछ वक्त से इसमें गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार को इसमें तेज गिरावट आई थी, जिससे अपने छह महीनों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था। आज ब्रेंट क्रूड में बढ़त देखने को मिल रही है, लेकिन बढ़त के बाद भी कीमतें 93 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के करीब ही बनी हुई हैं।

'Crude oil'

भारत फिलहाल कुल कच्चा तेल आयात का 10 फीसदी हिस्सा रूस से मंगवा रहा है. यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से महज 0.2 फीसदी आयात करता था.

कच्चे तेल की कीमतों और डॉलर (Dollar) सूचकांक में मजबूती से अमेरिकी मुद्रा (American ) के मुकाबले रुपया गुरुवार को 55 पैसे गिरकर 82.17 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया.

देश में सबसे महंगा फ्यूल (Fuel) राजस्थान के श्रीगंगानगर में है. श्रीगंगानगर की तुलना में पोर्टब्लेयर (Port Blair) में पेट्रोल 29.39 रुपये सस्ता है, वहीं डीजल भी 18.50 रुपये सस्ता है. बता दें पोर्ट ब्लेयर में 84.10 रुपये है और डीजल ₹79.74 लीटर है.

भारत (India) ने डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के शासन काल में 2019 में ईरान से कच्चे तेल (Crude oil) का आयात बंद कर दिया था.

Petrol Diesel Price 24 September : आज दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के लिए 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये हैं. महाराष्ट्र और मेघायलय को छोड़ राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश समेत सभी राज्यों में लगातार 126वें दिन से कोई बदलाव नहीं हुआ है.

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