भारत में अभी नहीं है कोई नियम
Daily Top Current Affairs: यहां 02 December के करेंट अफेयर्स हिंदी में पढ़ें
Daily Top Current Affairs: अगर आप भी किसी प्रकार के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इसमें हम आज आपके लिए लाए हैं राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के करंट अफेयर। आपके प्रतियोगी परीक्षा के लिए लाभदायक हो सकता है। इस लेख का एक मात्र उद्देश्य यह है कि इस लेख से ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे छात्रों की सहायता करना है। आज के प्रमुख करंट अफेयर के विषय में पढ़ने के लिए नीचे स्क्रोल कीजिए।
विदेश मंत्रालय (MEA) भारतीय संस्कृतिक संबंध परिषद और गोवा सरकार के साथ साझेदारी में 3 दिसंबर से 6 दिसंबर तक गोवा में अंतरराष्ट्रीय लुसोफोन महोत्सव का आयोजन होगा।
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इस आयोजन समारोह का उद्घाटन गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत राजभवन के दरबार हॉल में करेंगे। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी जी होंगी।
EasyJet, Rolls-Royce Test, दुनिया का पहला हाइड्रोजन-रन विमान इंजन का सफल परीक्षण किया गया
एयरलाइन एजेंट ईजीजेट और विमान इंजन निर्माता जानें डिजिटल करेंसी की 6 प्रमुख बातें rolls-royce ने इस बात की घोषणा की है कि वह हाइड्रोजन संचालित विमानन इंजन का सफलतापूर्वक टेस्ट कर लिया है, जिसे विमानन के लिए दुनिया का पहला इंजन बताया जा जानें डिजिटल करेंसी की 6 प्रमुख बातें रहा है। इस महीने की शुरुआत में जमीन पर किए गए इस टेस्ट में हाइड्रोजन पर आधुनिक एयरो इंजन के दुनिया के पहले रन के साथ एक नया विमानन मील का पत्थर स्थापित किया है।
सुप्रीम कोर्ट वैवाहिक विवादों एवं जमानत के केस की सुनवाई करने के लिए बेंच में केवल महिला जजों को बैठाई गई है। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने इस सुनवाई के लिए जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी के पीठ का गठन किया गया है। महिला जजों को पीठ में वैवाहिक विवादों एवं जमानत के हस्तांतरित मामलों की सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में यह तीसरा मौका है जब सिर्फ महिला न्यायधीशों की पीठ सुनवाई करेंगे, दोनों महिला जजों की पीठ की सुनवाई फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के में जारी है। केवल महिला जजों को इस पीठ के समक्ष 32 मामले के लिस्ट किए गए हैं, जिनकी सुनवाई उन्हें करना है।
Digital E-Rupee Pilot Project, डिजिटल रुपये का पयलेट प्रोजेक्ट क्या है जानें विस्तार से
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 1 दिसंबर साल 2022 रिटेल डिजिटल रुपये का पायलेट प्रोजेक्ट लांच कर दिया है। रिजर्व बैंक इस डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी सीबीडीसी का नाम दिया है। करेंसी को डिजिटल बनाने एवं कैशलेस पेमेंट के गति को बढ़ाने के लिए केंद्रीय बैंक ने यह तरीका अपनाया है। इस पायलट प्रोजेक्ट को लेकर बहुत से सवाल उठते हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं, क्या पेमेंट का यह नया तरीका यूपीआई और मोबाइल वायलेट वॉलेट जैसे पेटीएम, गूगल पे, फोन पे का डायरेक्ट कंपीटीटर होगा? आइए जानते हैं कि एक्सपर्ट्स डिजिटल करेंसी को लेकर क्या कह रहे हैं।
सर्दियों के मौसम आते ही भारत में हर साल वायु प्रदूषण चिंताजनक स्थिति हो जाती है, हर साल 2 तारीख को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है। पॉल्यूशन कंट्रोल डे मनाने के पीछे 1984 में हुए औद्योगिक हादसा है, जो कि 2-3 दिसंबर की रात को भोपाल में एक जहरीली गैस का रिसाव हुआ था। प्रदूषण नियंत्रण के लिए भोपाल गैस त्रासदी वाले दिन को चुना गया। वायु प्रदूषण की बात कहें तो इस गैस त्रासदी कांड के अलावा, फैक्ट्री के चिमनियों से निकले वाली धुंआ, व्हीकल्स इंजन के धुआं, फसल काटने के बाद खेत में बचे हुए अवशेष भी है, ऐसे में वायु प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए हर साल प्रदूषण कंट्रोल दिवस मनाया जाता है।
Cryptocurrency: भारत सरकार की बैन की तैयारी का असर, ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी क्रैश
भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी पर शिकंजा कसने की तैयारी में जुटी है। सभी निजी क्रिप्टोकरेंसीज पर पाबंदी लगाई जा सकती है. सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में इसे लेकर बिल ला रही है. ऐसी खबरें सामने आते ही मंगलवार को सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी क्रैश हो गईं. ज्यादातर में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट को दर्ज किया गया. बिटकॉइन (Bitcoin) में करीब 15 फीसदी, Ethereum में 12 फीसदी, Tether में करीब 6 फीसदी और यूएसडी कॉइन में लगभग 8 फीसदी की गिरावट देखी गई. भारत में बिटकॉइन की कीमत गिरकर 40,28,000 रुपये, एथरम की कीमत 3,05,114 रुपये, टीथर की कीमत करीब 76 रुपये, कारडानो की कीमत करीब 137 रुपये तक पहुंच गई है.
क्रिप्टोकरेंसी करेंसी को बैन करने की तैयारी में मोदी सरकार, बिटक्वाइन इंवेस्टर जान लें यह जरूरी बातें
भारत सहित दुनिया में इस समय क्रिप्टोकरेंसी पर जितनी चर्चा हो रही है शायद ही और किसी करेंसी पर हो रही हो। इसके पीछे की असली वजह है क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में तेजी आना। लेकिन अब भारत में डिजिटल करेंसी (क्रिप्टोकरेंसी) को बैन करने की तैयारी हो रही है। पहले कहा जा रहा था कि इसी बजट सत्र में सरकार बिल लाएगी, लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से इस मसले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन शनिवार को अपने सभी रिकाॅर्ड तोड़ते हुए 60 हजार डाॅलर का लाइफ टाइम हाई बनाया है। दुनिया के कई बड़े इंवेस्टर इस क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्ट किए हुए हैं। भारत में करीब 80 लाख लोग इस डिजिटल करेंसी में पैसा लगाए हुए हैं। एक बिटक्वाइन की कीमत अगर रुपये में देखें तो यह 43 लाख के पार पहुंच गई है।
फेसबुक ने अपनी खुद की क्रिप्टोकरंसी 'Libra' का किया ऐलान, 2020 में होगी लॉन्च, जानें 10 बड़ी बातें
सोशल मीडिया वेबसाइट चलाने वाली कंपनी फेसबुक (Facebook) ने ऐलान किया है कि वह अपनी खुद की आभासी मुद्रा (Cryptocurrency) शुरू करने जा रही है जिसे ‘लिब्रा’ (Libra) के नाम से जाना जाएगा. इस कदम का मकसद मौजूदा उपलब्ध स्मार्ट साधनों के जरिए कम लागत वाली ग्लोबल भुगतान प्रणाली तैयार करना है. लिब्रा को 'एक नई वैश्विक मुद्रा' करार दिया जा रहा है. माना जा रहा है कि अगले छह से 12 महीनों में लिब्रा की लॉन्चिंग हो जाएगी. इस नई क्रिप्टोकरंसी को उसके मूल्य के मुताबिक वास्तविक संपत्ति का समर्थन प्राप्त होगा और यह नियमन के दायरे में होगी. आइए 10 प्वाइंट्स में जानते हैं क्रिप्टोकरंसी लिब्रा से जुड़ी प्रमुख बातें.
सफल या असफल की बहस के बीच नोटबंदी को 6 साल पूरे- जानें आखिर कितना क्या दिखा बदलाव
नोटबंदी (Demonetisation) की 6वीं वर्षगांठ पर जानें एक नजर हमारे इस लेख पर भी डालें और जानें कि, आखिर नोटबंदी के बाद कितना बदलाव देखने को मिला या नहीं.
Priyanka Sahu
Demonetisation: आज की तारीख 8 नवंबर शायद ही कोई भूला होगा, क्योंकि यह वही तारीख है जब 5 साल पहले केंद्र की मोदी सरकार ने काले धन के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए देशवासियों को तगड़ा झटका दिया था और आज तक नाेटबंदी को लेकर सरकार की आलाेचना होती रहती है। देखते ही देखते इसे पूरे 6 साल होने को है। तो चलिए अब हम अहम जानें डिजिटल करेंसी की 6 प्रमुख बातें मुद्दे पर बात करते है कि, आखिर नोटबंदी के बाद कितना क्या बदलाव देखा गया एवं नोटबंदी का फैसला अपना लक्ष्य हासिल कर पाया है या नहीं, नोटबंदी सफल या असफल कई सवाल उठते है। नोटबंदी की वर्षगांठ पर एक नजर हमारे इस लेख पर भी.
सरकार इस फैसले को मानती है सफल :
आज नोटबंदी की 6वीं वर्षगांठ है, ऐसे में मोदी सरकार अभी तक अपने इस Demonetisation के फैसले को सफल ही करार बताई आई है, लेकिन विपक्ष अभी तक नोटबंदी के फैसले को पूरी तरह असफल करार बताते हुए आज तक उन्हें (मोदी सरकार) कोसता नजर आता है। नोटबंदी पर बहसबाजी आज भी होती रहती है। दरअसल, 8 नवंबर, 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक रातों-रात देश को संबोधित किया गया, इस दौरान पहले तो सभी को यह लगा था कि, कोई सामान्य संबोधन ही होगा, लेकिन उनका यह सामान्य संबोधन नहीं बल्कि बेहद ही खास और महत्तपूर्ण था, क्योंकि इस दौरान उन्होंने 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद कर करने का ऐलान किया था, यह वो समय था जब लोग 1000 और 500 के नोटों की काफी अहमियत देने के अलावा अपनी तिजारियों में बंद करके रखते थे, लेकिन PM मोदी की घोषणा के बाद यह सब रद्दी हो गए थे। देश में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लोग पुराने नोट को बैंक में जमा करने और नए नोट हासिल करने के लिए लंबी कतारों में घटों तक खंड़े हुए और कफी परेशानी का सामना कर रहे थे।
पुराने नोट बंद होने के बाद नए नोट नोटों का चलन :
तो वहीं, मोदी सरकार द्वारा पुराने नोटों का चलन बंद किए जानें के कुछ दिनों बाद ही सरकार ने 500 का नया नोट एवं 1000 के पुराने नोट की जगह 2000 रुपये का जानें डिजिटल करेंसी की 6 प्रमुख बातें नया नोट जारी किया था।
देश में करेंसी नोटों यानी नकदी का चलन बढ़ता ही जा रहा है।
डिजिटल पेमेंट भी तेजी से लगातार बढ़ रहा है।
लोग कैशलेस पेमेंट मोड को अपनाते जा रहे हैं।
डिजिटल ट्रांजैक्शन में भी वृद्धि हुई है।
क्रेडिट-डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) सभी तरीकों से डिजिटल भुगतान में भी बड़ी वृद्धि हुई है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) का UPI देश में भुगतान के एक प्रमुख माध्यम के रूप में तेजी से उभर रहा है।
इन सबके बावजूद चलन में नोटों का बढ़ना धीमी गति से ही सही, लेकिन जारी है।
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