डीमैट, ट्रेडिंग खाताधारकों के लिए अच्छी खबर, KYC डिटेल्स अपडेट करने के लिए मिला और वक्त; अब ये है नई डेडलाइन

खोलना चाहते हैं डीमैट अकाउंट, आइए हम बताते हैं कैसे चुने नए युग का डिस्काउंट ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म

ट्रे़डिंग पोर्टल पर इजी-टू-यूज इंटरफेस से नए निवेशकों को आसानी से सौदे डालने की सुविधा होती है। नए जमाने के डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउस इजी-टू-यूज इंटरफेज पर फोकस करते हैं

सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।

कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान तमाम नई पीढ़ी के निवेशक इक्विटी बाजार में किस्मत आजमाते दिखे हैं। सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।

कम उम्र में निवेश की शुरुआत बहुत अच्छी बात है लेकिन इसके साथ ही इस बात की भी बहुत अहमियत होती है कि आप कहां निवेश कर रहे हैं और किसके जरिए निवेश कर रहे हैं। इस समय बाजार में कई पुरानी और नई पीढ़ी के ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध है जिसमें Zerodha, Upstox, Groww, FYERS और Paytm Money जैसे नाम शामिल हैं। सही ब्रोकर का चुनाव इक्विटी इन्वेस्टमेंट में काफी अहमियत रखता है। इसको ध्यान में रखते हुए यहां हम आपको कुछ ऐसी गाइडलाइन दे रहे हैं जिसके जरिए आप डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सही ब्रोकरेज फर्म का चुनाव कर सकते हैं।

ट्रेडिशनल बनाम डिस्काउंट ब्रोकरेज

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बता दें कि ट्रेडिशनल ब्रोकरेज फर्म अपने ग्राहकों को रेगुलर ट्रेडिंग टिप्स देते हैं। उनका बिजनेस मॉडल इस सोच पर आधारित होता है कि अधिकांश लोगों को इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए ट्रेडिंग आइडियाज की जरुरत होती है जबकि डिस्काउंट ब्रोकरेज एक फिनटेक प्लेटफॉर्म होते हैं जो स्टैंडर्डाइज्ड एक्सीक्यूशन सेवाएं उपलब्ध कराते हैं लेकिन परंपरागत ब्रोकिंग फंडो की तरह अपने ग्राहको को कोई ट्रेडिंग टिप्स नहीं देते।

FYERS के Tejas Khoday का कहना है कि डिस्काउंट ब्रोकरेज भारत में उस तेजी से बढ़ते ट्रेडिंग कम्यूनिटी को अपनी सेवाएं देते हैं जो सेल्फ एजूकेटेड होते हैं और जो स्वतंत्र रुप से अपने निर्णय लेते हैं।

एक fintech consultant पारिजात गर्ग का कहना है कि अगर कोई निवेशक अपने निवेश के लिए इंस्टीट्यूशनल रिसर्च एडवाइस, ऑर्डर के लिए डेस्क सपोर्ट, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस और मार्जिन आधारित ट्रेडिंग की मांग करता है तो उसको फुल ब्रोकरेज हाउसों में अपना डीमैट अकाउंट खुलवाना चाहिए।

जानकारों का कहना है कि डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउसों का कारोबार पारदर्शी होता है और इनका फीस स्ट्रक्चर उनकी वेबसाइट पर दिया होता है। वे लगभग 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन के आधार पर अपनी फीस लेते हैं। इसके लिए ट्रेड वैल्यू की सीमा नहीं होती है। इससे ट्रेडरों और इन्वेस्टरों को लगभग 95-98 फीसदी की बचत हासिल होती है। ऐसे में जो लोग भारी मात्रा में इंट्राडे और पोजिशनल ट्रेडिंग करते हैं उनकी ब्रोकरेज फीस में काफी कटौती होती है।

इसके विपरीत ट्रेडिशनल ब्रोकरों का फीस स्ट्रक्चर एक क्लाइंट से दूसरे क्लाइंट के लिए अलग-अलग होता है और यह वॉल्यूम पर भी निर्भर करता है। कभी -कभी परंपरागत ब्रोकरेज फर्म अपने पुराने ग्राहकों 2023 में भारत में बेस्ट डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट की फीस कम कर देते हैं। इसके अलावा कुछ परंपरागत ब्रोकर फर्म मोलभाव को भी मंजूरी देते हैं। परंपरागत ब्रोकर फर्मों की फीस ट्रांजैक्शन वैल्यू के 0.3-0.5 फीसदी तक हो सकती है।

FYERS के तेजस खोडे (Tejas Khoday) का कहना है कि ब्रोकर का चुनाव करते हुए आपको उसके फाउंडर की विश्वनीयता को ध्यान में रखना चाहिए। अगर ब्रोकरेज फर्म की मैनेजमेंट टीम मजबूत, अनुभवशाली, ईमानदार और विश्वनीय है तो वह आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं।

इसके अलावा ट्रे़डिंग पोर्टल पर इजी-टू-यूज इंटरफेस से नए निवेशकों को आसानी से सौदे डालने की सुविधा होती है। नए जमाने के डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउस इजी-टू-यूज इंटरफेज पर फोकस करते हैं जिससे की नए निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। इसके साथ ही ब्रोकरेज फर्म का चुनाव करते समय वैल्यू एडेड सर्विसेस को भी ध्यान में रखें। इस तरह की सर्विसेज में कैपिटल गेन रिपोर्ट, ट्रेड कन्फर्मेशन की रिपोर्ट, दूसरे तरह के टूल और कैल्क्यूलेटर शामिल होते हैं।

PrimeInvestor.in. के Srikanth Meenakshi का कहना है कि कुछ डिस्काउंट ब्रोकर डोमेस्टिक और इंटरनेशनल स्टॉक मार्केट में निवेश की सुविधा देते हैं। इस तरह की वैल्यू एडेड सेवाएं उस समय काम की होती है जब कोई निवेशक विदेशी शेयरों में निवेश करना चाहता है। इसके अलावा डिस्काउंट ब्रोकर्स आपको हाई क्वालिटी रिसर्च रिपोर्ट भी उपलब्ध कराते हैं जो इनडिपेंडेंट रिसर्च संगठनों द्वारा जारी किए जाते हैं। उदाहरण के लिए FYERS ने इक्विटी रिसर्च रिपोर्ट के लिए William O'Neil के साथ करार कर रखा है जिसकी सुविधा अतरिक्त भुगतान करके ली जा सकती है। कई डिस्काउंट ब्रोकर ब्लॉग, वीडियो और पॉडकास्ट के जरिए आपको तमाम जानकारी उपलब्ध कराते हैं।

जानकारों को सलाह है कि अगर आप किसी डिस्काउंट ब्रोकर फर्म के जरिए निवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए उन लोगों से बात करें जो इस तरह के ऐप यूज करते हैं। इसके अलावा आप गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर पर जाकर ऐप की रिव्यू और रेटिंग देखें। उन पर निवेशकों के अपने अनुभव पढ़ें और उसके आधार पर अच्छे स्टॉक रेटिंग वाले ऐप का चुनाव करें। इसके अलावा सोशल मीडिया पर जाकर भी डिस्काउंट ब्रोकर से संबंधित शिकायतों, अपडेट आदि के बारे में जानकारी ली जा सकती है।

डीमैट, ट्रेडिंग खाताधारकों के लिए अच्छी खबर, KYC डिटेल्स अपडेट करने के लिए मिला और वक्त; अब ये है नई डेडलाइन

Demat, Trading Account KYC: अप्रैल 2021 में सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) और नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) ने सर्कुलर जारी कर क्लाइंट्स को 31 जुलाई 2021 से पहले कुछ KYC एट्रीब्यूट्स को अनिवार्य रूप से अपडेट करने की सूचना दी थी। अब इस अपडेशन के लिए समय सीमा बढ़ाकर 30 सितंबर 2021 कर दी गई है।

sebi extended kyc compliance deadline for trading demat account by two months to september 30

डीमैट, ट्रेडिंग खाताधारकों के लिए अच्छी खबर, KYC डिटेल्स अपडेट करने के लिए मिला और वक्त; अब ये है नई डेडलाइन

​किन KYC डिटेल्स का अपडेशन जरूरी

-kyc-

एक डीमैट, ट्रेडिंग खाता धारक को जिन KYC एट्रीब्यूट्स को अपडेट करना आवश्यक है, उनकी डिटेल्स इस तरह है-

  • नाम
  • पता
  • PAN
  • वैध मोबाइल नंबर
  • वैध ईमेल आईडी
  • आय सीमा

​अगर KYC डिटेल्स नहीं कीं अपडेट तो क्या होगा

-kyc-

अगर निश्चित की गई डेडलाइन तक कोई अपने डीमैट या ट्रेडिंग खाते में इन केवाईसी विवरणों को अपडेट नहीं करता है, तो खाता निष्क्रिय कर दिया जाएगा। यदि कोई खाता केवाईसी का अनुपालन नहीं करता है, तो खाताधारक शेयर बाजार में ट्रेड नहीं कर पाएगा। यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष कंपनी के शेयर खरीदता है, तो ये शेयर उसके खाते में तब तक ट्रान्सफर नहीं होंगे, जब तक कि केवाईसी डिटेल्स का अपडेशन और वेरिफिकेशन नहीं हो जाता।

​मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का वेरिफाइड होना जरूरी

डीमैट, ट्रेडिंग खातों के लिए केवाईसी की मूल समय सीमा यानी 31 जुलाई 2021 से पहले कई स्टॉक ब्रोकर्स ने अपने क्लाइंट्स को आवश्यक केवाईसी डिटेल्स को अपडेट करने के लिए कहा था ताकि डीमैट और ट्रेडिंग खाते को निष्क्रिय होने से बचाया जा सके। अब विस्तारित समय-सीमा के साथ क्लाइंट्स के पास अपने डीमैट या ट्रेडिंग खातों को केवाईसी कंप्लायंट बनाने के लिए और दो महीने का वक्त है।

याद रहे कि केवाईसी अनुपालन के लिए आपके द्वारा निर्दिष्ट मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी का वेरिफाइड होना जरूरी है। जब तक मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी वेरिफाई नहीं हो जाते, तब तक डीमैट खाता 'पेंडिंग फॉर एक्टिवेशन' के अंतर्गत रहेगा। साथ ही स्टॉक ब्रोकर डीमैट खाते को सक्रिय नहीं करेंगे।

यह नियम 1 अक्टूबर से हो रहा लागू

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डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए निवेशक को अब नॉमिनेशन (Nomination) की जानकारी भी देनी होगी। यह नियम 1 अक्टूबर से लागू होगा। अगर कोई निवेशक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलते वक्त नॉमिनेशन नहीं करना चाहता है तो उसे इसके बारे में 'डेक्लेरेशन फॉर्म' भरकर बताना होगा। सेबी ने सभी मौजूदा डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट रखने वालों के लिए भी नॉमिनेशन की सुविधा दी है। उन्हें अगले साल 22 मार्च तक इस बारे में बताना होगा। अगर वे नॉमिनेशन नहीं करना चाहते हैं तो उन्हें डेक्लेरेशन फॉर्म भरना होगा। ऐसा नहीं करने पर ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट को फ्रीज कर दिया जाएगा।

Demat Account होल्डर्स को राहत! सेबी ने Two-factor authentication की बढ़ाई डेट

डीमैट अकाउंट-होल्डर्स को राहत

सेबी ने डीमैट अकाउंट-होल्डर्स के लिए एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (two-factor authentication) क . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : October 01, 2022, 17:02 IST

नई दिल्ली. पूंजी बाजार नियामक सेबी ने डीमैट अकाउंट-होल्डर्स के लिए एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (two-factor authentication) को लागू करने की तारीख को बढ़ा दिया है. सेबी ने एक परिपत्र में कहा कि इस संबंध में नया मसौदा अगले साल 1 अप्रैल 2023 से लागू किया जाएगा. बता दें कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 14 जून, 2022 को डीमैट अकाउंट-होल्डर्स के लिए एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को लागू करने के लिए एक शेड्यूल तैयार किया गया था.

NSE ने कहा है कि डीमैट अकाउंट-होल्डर्स को 30 सितंबर 2022 तक टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल करना होगा. ऐसा नहीं करने पर आप अपने अकाउंट में लॉग-इन नहीं कर पाएंगे.

क्या होता है डीमैट अकाउंट?
कोई भी व्यक्ति जो भारत में शेयर बाजार में निवेश करना चाहता है यानी शेयर खरीदना या बेचना चाहता है, उसे डीमैट खाते की जरूरत होती है. यह निवेशकों के लिए अपने शेयरों और प्रतिभूतियों जैसे म्यूचुअल फंड, बॉन्ड आदि को डिजिटल रूप से रखने का एक प्लेटफॉर्म है. एक व्यक्ति का डीमैट खाता उसके ट्रेडिंग खाते से जुड़ा होता है.

एनएसई ने अपने सर्कुलर में कहा है कि यूजर्स को बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन को नॉलेज फैक्टर या पजेशन फैक्टर के साथ ऑथेंटिकेशन फैक्टर में से किसी एक को सिलेक्ट करना होगा.

जानें कैसे करें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को इनेबल
सर्कुलर के मुताबिक बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का उपयोग पासवर्ड/पिन या ओटीपी/सिक्योरिटी टोकन के साथ किया जाएगा. अगर बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन संभव न हो, तो ओटीपी/सिक्योरिटी टोकन के साथ पासवर्ड/पिन के कॉम्बिनेशन का उपयोग करके डीमैट अकाउंट में लॉगिन की अनुमति दी जानी चाहिए.

NSE के अनुसार टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन एक बार का काम है. एक बार जब आप इसे पूरा कर लेते हैं, तो आप अपनी लॉग-इन आईडी, पासवर्ड और एक जरूरी सिक्योरिटी इमेज का उपयोग करके अपने अकाउंट में लॉग-इन कर सकते हैं. इसके साथ ही आपके डिपॉजिटरी को किसी भी अतिरिक्त जानकारी की आवश्यकता हो सकती है.

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इनकम टैक्स कैलकुलेटर

इनकम टैक्स कैलकुलेटर आपको संबंधित टैक्स कानूनों के अनुसार, आपकी टैक्स योग्य इनकम, खर्च, आयु, इन्वेस्टमेंट और आपके होम लोन के लिए भुगतान किए गए ब्याज के आधार पर देय कुल टैक्स को कैलकुलेट करने में मदद करता है.

टैक्स व्यवस्था के आधार पर, टैक्स स्लैब और कारक अलग-अलग होंगे. ऑनलाइन टैक्स कैलकुलेटर मुफ्त है, उपयोग में आसान है और तुरंत सटीक परिणाम देता है. मौजूदा फाइनेंशियल वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स कैलकुलेटर का उपयोग करने के चरण इस प्रकार हैं.

FY 2022-23 के लिए इनकम टैक्स कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें? (एवाय 2023-24)? (एवाय 2023-24)?((एवाय 2023-24)?(एवाय 2023-24)?)(एवाय 2023-24)??(एवाय 2023-24)?

इनकम टैक्स कैलकुलेटर का उपयोग करके अपनी टैक्स देयता जानने के लिए, बस नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:

1. अपना आयु वर्ग चुनें
2. अपनी वार्षिक आय दर्ज करें
3. निम्न सेक्शन के तहत इन्वेस्टमेंट और पात्र कटौतियां दर्शाएं:

  • 80C (ELSS फंड, PPF, हाउस लोन के मूलधनका भुगतान आदि)
  • 80CCD(1B) (नेशनल पेंशन सिस्टम)
  • 24B (होम लोन के ब्याज़ का पुनर्भुगतान)
  • 80E (एज़ूकेशन लोन के ब्याज़ का पुनर्भुगतान)
  • 80G (चैरिटेबल संस्थानों को दान)

4. HRA, LTA छूट दर्ज़ करें

जो लागू नहीं है, वहां '0' दर्ज़ करें. इन चरणों का पालन करने के बाद, आप AY 2023-24 (FY 2022-23) के लिए पुरानी और नई व्यवस्थाओं के तहत भुगतान योग्य टैक्स देख सकेंगे.

वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए इनकम टैक्स की गणना

इनकम टैक्स की गणना आपकी टैक्स योग्य इनकम पर लागू टैक्स स्लैब के आधार पर की जाती है. आपकी टैक्स योग्य आय की जानकारी प्राप्त करने के लिए, आपकी आय के सभी स्रोतों (सैलरी, किराया, पूंजीगत लाभ आदि) से कुल आय की जानकारी ली जाती है और इसमें से उन कटौतियों और छूटों को घटाया जाता है, जिनके लिए आप पात्र हैं. इसके अलावा, आप हमारे इनकम टैक्स कैलकुलेटर का उपयोग करके यह कैलकुलेट कर सकते हैं कि आपको कितनी टैक्स राशि का भुगतान करना होगा. इनकम टैक्स की गणना करते समय, TDS या एडवांस टैक्स के रूप में पहले किए गए भुगतान पर विचार किया जाता है.

होम लोन से अपने इनकम टैक्स लाभों की गणना करने के चरण

होम लोन से अपने टैक्स लाभ जानने के लिए, आप अपनी देय इनकम टैक्स राशि की गणना करने के लिए हमारे आसान इनकम टैक्स कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं. ध्यान दें कि यह गणना पूरी तरह से आपके होम लोन पर आधारित है और इसमें कोई अन्य कारक शामिल नहीं हैं.

टैक्स कैलकुलेटर का उपयोग करने के चरण इस प्रकार हैं:

  1. बजाज फिनसर्व की वेबसाइट पर इनकम टैक्स कैलकुलेटर पेज पर जाएं
  2. अपना लिंग चुनें
  3. रुपयों में अपनी वार्षिक आय दर्ज करें
  4. आईटी गणना के वर्ष में आपके द्वारा भुगतान किए गए ब्याज दर्ज करें
  5. आईटी गणना के वर्ष में होम लोन पर भुगतान की गई मूल राशि दर्ज करें

कैलकुलेटर के दाईं ओर आपके लाभ दिखाई देंगे.

इनकम टैक्स की गणना करने के उदाहरण:

आपकी टैक्स योग्य आय की जानकारी प्राप्त करने के लिए, आपकी आय के सभी स्रोतों (सैलरी, किराया, पूंजीगत लाभ आदि) से कुल आय की जानकारी ली जाती है और इसमें से उन कटौतियों और छूटों को घटाया जाता है, जिनके लिए आप पात्र हैं. अगर आपको एचआरए प्राप्त होता है और किराए पर रहते हैं, तो आप एचआरए पर छूट का क्लेम कर सकते हैं.

मुंबई में एमएनसी में काम करने वाली 30 वर्षीय समायरा, प्रति वर्ष 12,50,000 कमाती हैं. 50,000 की मानक कटौती के साथ, उसकी कुल आय 12,00,000 हो जाती है. सेक्शन 80c के तहत, उसे 1,50,000 की कटौती मिलती है, जिससे उसकी कुल आय 10,50,000 होती है. उसका टैक्स कैलकुलेशन नीचे दिखाए गए दोनों व्यवस्था के लिए काम करेगा:

फाइनेंशियल वर्ष 2022-23 तक, भारत में दो टैक्स व्यवस्थाएं हैं - पुरानी और नई. टैक्सपेयर के रूप में, आप किसी एक्सपर्ट से बात करके एक फाइनेंशियल वर्ष के लिए कोई एक व्यवस्था चुन सकते हैं. अगर आप अपनी व्यवस्था बदलना चाहते हैं, तो आप अगले फाइनेंशियल वर्ष के दौरान ऐसा कर सकते हैं.

इनकम टैक्स गणना की पुरानी व्यवस्था:

नई व्यवस्था के अनुसार इनकम टैक्स 4% के अतिरिक्त एजुकेशन सेस के साथ 1,27,500 होती है, जिससे कुल देय टैक्स राशि 1,32,600 होती है.

इनकम टैक्स की गणना की नई व्यवस्था:

नई व्यवस्था के अनुसार इनकम टैक्स 4% के अतिरिक्त एजुकेशन सेस के साथ 1,25,000 होती है, जिससे कुल देय टैक्स राशि 1,30,000 होती है.

Top 10 Best Online Trading Apps of India

Top 10 Best Online Trading Apps :- अगर आप भी चाहते हैं Share Market में पैसे Investment कर लाखों रुपये Online Earn करना तो फिर सबसे पहले आपको Best Online Trading Apps के बारे में जानना जरुरी है। क्योंकि Share Market में पैसे लगाने से पहले Securities and Exchange Board of India ( SEBI ) द्वारा Registered किसी एक अच्छे Stock Broker के पास Demat Account and Trading Account खुलवाना होगा। तभी आप किसी Stock में Share खरीद या बेच सकते हैं।

Demat Account and Trading Account खुलवाने में ये Top 10 Best Trading Apps आपकी मदद कर सकते हैं , इन Trading Apps की मदद से आप Demat Account Open और Shares की खरीद – बिक्री आसानी से कर सकते हैं और इस तरह घर बैठे लाखों रूपये कमा सकते हैं।

आज के Article में जानेंगे :-

  • What is Trading ?
  • What is Demat Account ?
  • Top 10 Best Trading App in India
  • Top 10 Best Trading App in India Links

Table of Contents

Trading क्या है ? | What is Trading ?

किसी भी व्यापार (Trade) को दो पक्षों के बीच वस्तुओं (Goods) और 2023 में भारत में बेस्ट डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट सेवाओं (Services) के आदान-प्रदान के रूप में परिभाषित किया गया है। जब भी आप किसी कीमत पर कोई Product को खरीदते हैं और फिर उसे अधिक कीमत पर या कम कीमत बेचते हैं, तो इसे व्यापार (Trading) कहा जाता है। व्यापार किसी भी दो पार्टी के बीच में की जाती है जिसमे मुख्यतः 1. – बिक्रेता और 2.- खरीददार होते हैं।

आज के समय में आपको Trading के लिए अपने घर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा बल्कि आराम से घर बैठे Trading कर सकते हैं। आप अपने Mobile Phone से कभी भी, कहीं से भी, किसी भी Stock में, Online Trading कर सकते हैं। Google Play Store में बहुत ऐसे Best Trading App मौजूद हैं , जिसके द्वारा आप आसानी से Online Trading कर सकते हैं। बस आपको उन Apps को Download कर Account बनाने की जरुरत है।

शेयरों में ट्रेडिंग (Trading in Share) का अर्थ है :-

अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं और शेयरधारक बनते हैं या किसी कंपनी के शेयर खरीदने का तात्पर्य उस कंपनी के Ownership का एक हिस्सा खरीदना से है। आप Mobile Apps के द्वारा Online Stock को खरीद सकते हैं और जब भी उस Stock का भाव बढ़े तो उसे बेच कर आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं। Share खरीदने वाले को Shareholder कहा जाता है और किसी Share को खरीदने में मदद करने वाले को Brocker कहते हैं।

Demat Account क्या होता है?

Demat Account या Dematerialized Account एक विशेष प्रकार का Account होता है जिसका प्रयोग Share खरीदने , Bond खरीदने या Share बेचने के लिए पैसों के लेन – देन में होता है। यह आपको Share Market , Mutual Funds , Bonds या किसी दूसरे तरह के Investment में Electronically Fund Transfer को आसान बना देती है। यह साधारण Account से अलग होता है इसके वार्षिक Maintenance के लिए भी अधिक रकम खर्च करने होते हैं।

Demat Account Opening Apps & Links:-

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Groww Features :-

  • आप Gold, Fixed Deposits, domestic and US stocks, Mutual Funds, and F&O आदि में निवेश कर सकते हैं।
  • इसमें Stock Market को बेहतर तरीके से सीखने के Class भी कराया जाता है।
  • Market Trends का अध्ययन करने में आपकी मदद करने के लिए Advanced Chart मौजूद है।

Groww Pros and Cons :-

  • इसमें Account Open करने का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है।
  • Groww में Account Maintenance करने का कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है।
  • Groww ISO 27001:2013 Certification सुनिश्चित करता है कि 2023 में भारत में बेस्ट डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट आपकी जानकारी एन्क्रिप्टेड और सुरक्षित है।
  • इसमें Advanced Order (जैसे :- Brackets and Orders, Cover Orders etc) चीज मौजूद नहीं हैं।

Groww क्यों Use करें ?

Groww मौजूदा समय में एक बहुत ही विश्वसनीय Trading App है। इसमें आपको Stock Market से जुड़े हुए Class भी मिलेंगे, जिससे इस App में Trading करने वाले का बहुत फायदा होता है।

Rates :-

  • इसमें ₹20 or 0.05% Per Executed Trade के हिसाब से Brokerage Charges लगता है।
  • Future and Options के लिए आपको ₹20 के हिसाब से Brokerage Charges लगेंगे।

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5. 5paisa :-

5paisa App भारत का एक बेहद चर्चित Stock Exchange कंपनी है जो मुख्य रूप से Brokerage, Gold, Currency, NSE, BSE, MSEI, NCDEX, MCX, Commodities Trading, Mutual Fund, और Bonds जैसे चीजों में कार्य करती है। इस Company की शुरुआत वर्ष 1995 में Nirmal Jain के द्वारा की गयी थी। जिसका Headquarters मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है। साथ ही इसकी Branches भारत के लगभग सभी बड़े शहरों में स्थापित हैं।

5paisa Online Trading App मौजूदा समय में एक बहुत ही अच्छा Investment App है, जिसका Google Play Store में भी अच्छा खासा Rating है।

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